सामाजिक कहानियां कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Categories
Featured Books

एक और दमयन्ती - 2 By ramgopal bhavuk

उपन्यास- एक और दमयन्ती 2 रामगोपाल भावुक...

Read Free

स्वीकृति - 4 By GAYATRI THAKUR

भरोसा और उम्मीद - यह दो ऐसी चीजें हैं जिसके सहारे इंसान मुश्किल से मुश्किल वक्त को भी काट लेता है. उम्मीद इस बात की, कि आने वाला कल आज से बेहतर होगा और भरोसा इस बात पर कि समय सद...

Read Free

विश्वासघात--भाग(४) By Saroj Verma

वो कहते हैं कि ना,समय किसी के लिए नहीं रूकता,वो तो निरन्तर अपनी चाल से चलता रहता है और समय ही सबसे बलवान होता है, उसके आगें कभी किसी की नहीं चलती,सब अपनी अपनी पुरानी बातें भूलकर अप...

Read Free

शरणागति - 6 - अंतिम भाग By S Bhagyam Sharma

अध्याय 6 "क्यों बेटी सब लोगों ने अपनी-अपनी परेशानियों का खूब ब्खान कर रहे थे क्या ?" रामास्वामी ने पूछा। "हां सर। उन लोगों की बातों को सुनकर मुझे अभी से मेरे बुढ़ापे के बारे में सो...

Read Free

खौलते पानी का भंवर - 1 By Harish Kumar Amit

‘‘आठ हज़ार तो आप अब दे दीजिए और बाकी के आठ हज़ार आख़िरी सुनवाई से पहले दे देना.’’ कल शाम से यह वाक्य उसके दिमाग़ पर हथौड़े की तरह बज रहा था. कहाँ से लाए वह आठ ह...

Read Free

तलाश - 2 By डा.कुसुम जोशी

#तलाश-भाग-2(गतांक से आगे)दुर्गा दी ने बताया" मांजी सख्त तो हमेशा से रही हैं, बाबूजी बड़े साहब होकर भी मांजी से डरते थे, और दोनों बेटे भी, करीब आठ साल पहले मणि भैय्या जर्मन पढ़ने...

Read Free

अतीत के चल चित्र - (5) By Asha Saraswat

अतीत के चलचित्र (5) मैं बाज़ार में गई तो मेरी मुलाक़ात, मेरी कक्षा में पढ़ने वाले बालक की मॉं से हो गई ।औपचारिक बातचीत होने के बाद मैंने उनके घर आकर बालक के संबं...

Read Free

BOYS school WASHROOM - 16 By Akash Saxena "Ansh"

फंक्शन काफी देर तक चालू था लगभग अंधेरा हो चुका था, लेकिन यश अभी भी पार्टी मे था…..और बाकी सब भी…. आखिर स्कूल के लास्ट फंक्शन मे भला अपने दोस्तों के साथ कौन मस्ती नहीं करना चाहेगा...

Read Free

पागल - 5 - अंतिम भाग By Brijmohan sharma

अध्याय 5 विवाह के प्रयास बहुत प्रयास करने के बाद भी नरेंद्र के विवाह के लिए कोई प्रस्ताव नहीं आ रहा था । उसके पापा बहुत निराश हो चले थे । अचानक एक दिन नरेंद्र को एक लड़की देखने का ब...

Read Free

डायरी के पन्ने By Amrita Sinha

लॉकडाउन में कुछ पन्ने ज़िन्दगी के ——————————15 अप्रैल 2020——————ज़िन्दगी के इस बोझिल वातावरण में जीवन को संतुलित करने की ग़रज़ से ख़ुद को कविताओं में खोने का प्रयास करती हूँ ।प्रिय...

Read Free

लड़की ने शादी अस्वीकृत की - 2 By r k lal

लड़की ने शादी अस्वीकृत की – भाग दो आर ० के ० लाल कहने को तो अंकिता ने शादी के लिए मना कर दिया था मगर रात भर उसे नींद नहीं आई। सारी रात सोचती रही कि अगर वह इसी तरह शादी के...

Read Free

बिरजू By Saroj Verma

चैत का महीना निकल गया, बैसाख लग गया है,आम के पेड़ों पर बौर लग गई है और कहीं -कहीं किसी- किसी पेड़ पर छोटी छोटी अमियां भी लग गई है, सुबह-सुबह तो मौसम थोड़ा ठंडा रहता है लेकिन दोपहर...

Read Free

नाकुशी--एक लडकी (पार्ट 1) By Kishanlal Sharma

"यशवंत देख तेरी बेटी ने क्या कमाल कर दिया।"गांव का सरपंच बलवंत सुबह सुबह ही अखबार लेकर यशवन्त के घर जा पहुंचा।वह उसे अखबार देते हुए बोला,"ले इसे पढ़।"यशवन्त ने अखबार पढ़ा था।उसमें छप...

Read Free

बदलते रिश्ते (अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

""हां,"सालू दीर्घ निःस्वास छोड़ते हुए बोली,,"उसी प्यार का वास्ता देकर तुमसे कुछ मांगने आयी हूँ।""तुम्हारे लिए जान भी हाज़िर है।मांगो क्या मांगना है?""मेरे पति को मेरा तुमसे मिलना पसं...

Read Free

मुखौटा ही मुखौटा - 1 By Heena_Pathan

" मुखौटे दिख रहे हैं आजकल मुखौटे बिक रहे हैं आजकलसच दबाया जा रहा है झूठ बिक रहे हैं आजकल यूँ तो सब ज्ञानी हैं यहाँ परिस्थितियों को देख ज्ञान दे रहे आजकल।इंटरनेट के इस दौर में स...

Read Free

मेरा बिट्टू भाई By Neelima Sharrma Nivia

मेरे प्यारे भाई बिट्टू बहुत सारा प्यार मेरी शादी अठारह जनवरी की थी और उसके पहले पंद्रह जनवरी को शगुन |ससुराल देहरादून में था तो जब शगुन देकर जब से सब वापिस आये थे सब बहुत खुश थे....

Read Free

आत्महत्या .... आखिर जिम्मेदार कौन ? By ArUu

"दिखाई नहीं देता पर शामिल जरूर होता है हर आत्महत्या करने वाले का कोई ना कोई कातिल जरूर होता है" इन्ही लाइनों को चरितार्थ करती ये कहानी इस समाज में व्याप्त जहर को दर्शाती है...

Read Free

हिसाब By Rama Sharma Manavi

समाज में ज्यादातर लोग बड़े पुरजोर शब्दों में बराबरी का दावा करते हैं, परन्तु स्वयं उसका पालन नहीं करना चाहते। कविता विवाह के पश्चात हर वर्ष जाड़ों, गर्मियों की छुट्टियों में अपन...

Read Free

फ़ंदा क्यों..... By Sudha Om Dhingra

सुधा ओम ढींगरा उसका दिल आज बहुत बेचैन है, किसी भी तरह काबू में नहीं आ रहा, तबियत बहुत उखड़ी हुई और भीतर जैसे कुछ टूटता सा महसूस हो रहा है। सुबह के पाठ में भी मन नहीं रमा। चित्त स्थ...

Read Free

मेला By Alok Mishra

मेला अब उसने मेलों में जाने से ही तौबा कर ली थी। शहर में लगने वाले मेले और प्रदर्शनियाँ जैसे उसे मुँह निढ़ाते है। वो अक्सर ऐसे मेलों और प्रदर्श...

Read Free

एक था टिल्लू By राज कुमार कांदु

जब से आतंकियों के हमले में बारह जवानों के शहादत की खबर टिल्लू ने सुनी थी , पाकिस्तान के प्रति उसकी नफरत सातवें आसमान पर पहुँच गई थी । उसकी भुजाएँ फड़क उठी थीं । उसका दिल कर रहा था अ...

Read Free

अनमोल तोहफे By Rama Sharma Manavi

आज जीवन और उसकी पत्नी स्वस्थ होकर हॉस्पिटल से घर आ गए थे।दो दिन बाद ही उनकी मैरिज एनिवर्सरी थी।उसकी शादी को 15 वर्ष हो गए थे।पत्नी बगल में दवा लेकर गहरी नींद में सो रही थी,औऱ व...

Read Free

अपनों के लिये By Neelam Kulshreshtha

नीलम कुलश्रेष्ठ आज पल पल न जाने कितनी बार शलभ के साथ जिया है, उसके ऑफ़िस होने पर भी । अब कुछ क्षण ही रह गये हैं, उसक वापिस घर आने में । वह सुन कर बहुत चौंकेगा, उसने कहा भी था, &ldq...

Read Free

रेडियो वाली मेज By Deepak sharma

लेखिका दीपक शर्मा ''रेडियो वाली मेज़ कहाँ गई?'' गेट से मैं सीधी बाबू जी के कमरे में दाखिल हुई थी। माँ के बाद अपने मायके जाने का वह मेरा पहला अवसर था। ''वह च...

Read Free

अविका By Rama Sharma Manavi

जिंदगी के रास्ते कब कहां अचानक कौन सा मोड़ ले लें, पता ही नहीं होता।कभी जिंदगी की झोली बिल्कुल खाली हो जाती है, कभी खुशियों के फूलों से भर उठती है।कभी बहुत कुछ होते हुए कोई ऐसी र...

Read Free

काष्ठ प्रकृति By Deepak sharma

काष्ठ प्रकृति  जब मेरी चेतना लौटी टो मैंने अपने आपको अस्पताल के बिस्तर पर पाया|  चिंतित चेहरों की भीड़ में अपने कॉलेज के प्रिंसिपल को देखकर मैं स्वयं चिंता एवं भय से भर उठ...

Read Free

एक और दमयन्ती - 2 By ramgopal bhavuk

उपन्यास- एक और दमयन्ती 2 रामगोपाल भावुक...

Read Free

स्वीकृति - 4 By GAYATRI THAKUR

भरोसा और उम्मीद - यह दो ऐसी चीजें हैं जिसके सहारे इंसान मुश्किल से मुश्किल वक्त को भी काट लेता है. उम्मीद इस बात की, कि आने वाला कल आज से बेहतर होगा और भरोसा इस बात पर कि समय सद...

Read Free

विश्वासघात--भाग(४) By Saroj Verma

वो कहते हैं कि ना,समय किसी के लिए नहीं रूकता,वो तो निरन्तर अपनी चाल से चलता रहता है और समय ही सबसे बलवान होता है, उसके आगें कभी किसी की नहीं चलती,सब अपनी अपनी पुरानी बातें भूलकर अप...

Read Free

शरणागति - 6 - अंतिम भाग By S Bhagyam Sharma

अध्याय 6 "क्यों बेटी सब लोगों ने अपनी-अपनी परेशानियों का खूब ब्खान कर रहे थे क्या ?" रामास्वामी ने पूछा। "हां सर। उन लोगों की बातों को सुनकर मुझे अभी से मेरे बुढ़ापे के बारे में सो...

Read Free

खौलते पानी का भंवर - 1 By Harish Kumar Amit

‘‘आठ हज़ार तो आप अब दे दीजिए और बाकी के आठ हज़ार आख़िरी सुनवाई से पहले दे देना.’’ कल शाम से यह वाक्य उसके दिमाग़ पर हथौड़े की तरह बज रहा था. कहाँ से लाए वह आठ ह...

Read Free

तलाश - 2 By डा.कुसुम जोशी

#तलाश-भाग-2(गतांक से आगे)दुर्गा दी ने बताया" मांजी सख्त तो हमेशा से रही हैं, बाबूजी बड़े साहब होकर भी मांजी से डरते थे, और दोनों बेटे भी, करीब आठ साल पहले मणि भैय्या जर्मन पढ़ने...

Read Free

अतीत के चल चित्र - (5) By Asha Saraswat

अतीत के चलचित्र (5) मैं बाज़ार में गई तो मेरी मुलाक़ात, मेरी कक्षा में पढ़ने वाले बालक की मॉं से हो गई ।औपचारिक बातचीत होने के बाद मैंने उनके घर आकर बालक के संबं...

Read Free

BOYS school WASHROOM - 16 By Akash Saxena "Ansh"

फंक्शन काफी देर तक चालू था लगभग अंधेरा हो चुका था, लेकिन यश अभी भी पार्टी मे था…..और बाकी सब भी…. आखिर स्कूल के लास्ट फंक्शन मे भला अपने दोस्तों के साथ कौन मस्ती नहीं करना चाहेगा...

Read Free

पागल - 5 - अंतिम भाग By Brijmohan sharma

अध्याय 5 विवाह के प्रयास बहुत प्रयास करने के बाद भी नरेंद्र के विवाह के लिए कोई प्रस्ताव नहीं आ रहा था । उसके पापा बहुत निराश हो चले थे । अचानक एक दिन नरेंद्र को एक लड़की देखने का ब...

Read Free

डायरी के पन्ने By Amrita Sinha

लॉकडाउन में कुछ पन्ने ज़िन्दगी के ——————————15 अप्रैल 2020——————ज़िन्दगी के इस बोझिल वातावरण में जीवन को संतुलित करने की ग़रज़ से ख़ुद को कविताओं में खोने का प्रयास करती हूँ ।प्रिय...

Read Free

लड़की ने शादी अस्वीकृत की - 2 By r k lal

लड़की ने शादी अस्वीकृत की – भाग दो आर ० के ० लाल कहने को तो अंकिता ने शादी के लिए मना कर दिया था मगर रात भर उसे नींद नहीं आई। सारी रात सोचती रही कि अगर वह इसी तरह शादी के...

Read Free

बिरजू By Saroj Verma

चैत का महीना निकल गया, बैसाख लग गया है,आम के पेड़ों पर बौर लग गई है और कहीं -कहीं किसी- किसी पेड़ पर छोटी छोटी अमियां भी लग गई है, सुबह-सुबह तो मौसम थोड़ा ठंडा रहता है लेकिन दोपहर...

Read Free

नाकुशी--एक लडकी (पार्ट 1) By Kishanlal Sharma

"यशवंत देख तेरी बेटी ने क्या कमाल कर दिया।"गांव का सरपंच बलवंत सुबह सुबह ही अखबार लेकर यशवन्त के घर जा पहुंचा।वह उसे अखबार देते हुए बोला,"ले इसे पढ़।"यशवन्त ने अखबार पढ़ा था।उसमें छप...

Read Free

बदलते रिश्ते (अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

""हां,"सालू दीर्घ निःस्वास छोड़ते हुए बोली,,"उसी प्यार का वास्ता देकर तुमसे कुछ मांगने आयी हूँ।""तुम्हारे लिए जान भी हाज़िर है।मांगो क्या मांगना है?""मेरे पति को मेरा तुमसे मिलना पसं...

Read Free

मुखौटा ही मुखौटा - 1 By Heena_Pathan

" मुखौटे दिख रहे हैं आजकल मुखौटे बिक रहे हैं आजकलसच दबाया जा रहा है झूठ बिक रहे हैं आजकल यूँ तो सब ज्ञानी हैं यहाँ परिस्थितियों को देख ज्ञान दे रहे आजकल।इंटरनेट के इस दौर में स...

Read Free

मेरा बिट्टू भाई By Neelima Sharrma Nivia

मेरे प्यारे भाई बिट्टू बहुत सारा प्यार मेरी शादी अठारह जनवरी की थी और उसके पहले पंद्रह जनवरी को शगुन |ससुराल देहरादून में था तो जब शगुन देकर जब से सब वापिस आये थे सब बहुत खुश थे....

Read Free

आत्महत्या .... आखिर जिम्मेदार कौन ? By ArUu

"दिखाई नहीं देता पर शामिल जरूर होता है हर आत्महत्या करने वाले का कोई ना कोई कातिल जरूर होता है" इन्ही लाइनों को चरितार्थ करती ये कहानी इस समाज में व्याप्त जहर को दर्शाती है...

Read Free

हिसाब By Rama Sharma Manavi

समाज में ज्यादातर लोग बड़े पुरजोर शब्दों में बराबरी का दावा करते हैं, परन्तु स्वयं उसका पालन नहीं करना चाहते। कविता विवाह के पश्चात हर वर्ष जाड़ों, गर्मियों की छुट्टियों में अपन...

Read Free

फ़ंदा क्यों..... By Sudha Om Dhingra

सुधा ओम ढींगरा उसका दिल आज बहुत बेचैन है, किसी भी तरह काबू में नहीं आ रहा, तबियत बहुत उखड़ी हुई और भीतर जैसे कुछ टूटता सा महसूस हो रहा है। सुबह के पाठ में भी मन नहीं रमा। चित्त स्थ...

Read Free

मेला By Alok Mishra

मेला अब उसने मेलों में जाने से ही तौबा कर ली थी। शहर में लगने वाले मेले और प्रदर्शनियाँ जैसे उसे मुँह निढ़ाते है। वो अक्सर ऐसे मेलों और प्रदर्श...

Read Free

एक था टिल्लू By राज कुमार कांदु

जब से आतंकियों के हमले में बारह जवानों के शहादत की खबर टिल्लू ने सुनी थी , पाकिस्तान के प्रति उसकी नफरत सातवें आसमान पर पहुँच गई थी । उसकी भुजाएँ फड़क उठी थीं । उसका दिल कर रहा था अ...

Read Free

अनमोल तोहफे By Rama Sharma Manavi

आज जीवन और उसकी पत्नी स्वस्थ होकर हॉस्पिटल से घर आ गए थे।दो दिन बाद ही उनकी मैरिज एनिवर्सरी थी।उसकी शादी को 15 वर्ष हो गए थे।पत्नी बगल में दवा लेकर गहरी नींद में सो रही थी,औऱ व...

Read Free

अपनों के लिये By Neelam Kulshreshtha

नीलम कुलश्रेष्ठ आज पल पल न जाने कितनी बार शलभ के साथ जिया है, उसके ऑफ़िस होने पर भी । अब कुछ क्षण ही रह गये हैं, उसक वापिस घर आने में । वह सुन कर बहुत चौंकेगा, उसने कहा भी था, &ldq...

Read Free

रेडियो वाली मेज By Deepak sharma

लेखिका दीपक शर्मा ''रेडियो वाली मेज़ कहाँ गई?'' गेट से मैं सीधी बाबू जी के कमरे में दाखिल हुई थी। माँ के बाद अपने मायके जाने का वह मेरा पहला अवसर था। ''वह च...

Read Free

अविका By Rama Sharma Manavi

जिंदगी के रास्ते कब कहां अचानक कौन सा मोड़ ले लें, पता ही नहीं होता।कभी जिंदगी की झोली बिल्कुल खाली हो जाती है, कभी खुशियों के फूलों से भर उठती है।कभी बहुत कुछ होते हुए कोई ऐसी र...

Read Free

काष्ठ प्रकृति By Deepak sharma

काष्ठ प्रकृति  जब मेरी चेतना लौटी टो मैंने अपने आपको अस्पताल के बिस्तर पर पाया|  चिंतित चेहरों की भीड़ में अपने कॉलेज के प्रिंसिपल को देखकर मैं स्वयं चिंता एवं भय से भर उठ...

Read Free