हास्य कथाएं कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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होल्डाल के शिकार By Mahesh Dewedy

In times goneby HOLD-ALL used to be an essential item for long distance well-to-do travellers. It used to serve many purposes- carrying everything including pillow and quilt, impr...

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पकोड़ा चिंतन By Dr Narendra Shukl

pakoda chintan is basically a satire on increasing unemployment problems in india.pakoda chintan is basically a satire on increasing unemployment problems in india.pakoda chintan i...

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कर्मा By Nimesh

एक छोटी सी कहानी है जिसका इरादा थोड़ा पाठको को हंसाने का है, कोई खास शिक्षा तो नहीं है इसमें, हाँ आप थोड़ा सोच में पड़ेंगे कि फिर बाद में और क्या हुआ, क्या उसने पैसे लौटाए, आखिए इस कह...

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विधानसभा में भूत By Dr Narendra Shukl

vidhan sabha main bhoot - is basically a humor satire on current issue .vidhan sabha main bhoot - is basically a humor satire on current issue .vidhan sabha main bhoot - is basical...

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प्रेमपत्र By Bhupendra Kumar Dave

It is humour story on Prem Patra with a Prem Patra as well. It tells how the idea of writing love letter originates in the heart of lovers, what arethe essintial qualities of a...

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प्यार का जुर्माना By Ravi Gohel

नकुल कुदरती तौर से घरजमाई बन गया पर नया नौ दिन होता है। नकुल की सास मोतीबाई हिटलर साबित हो रही थी। उसे घर के हाल कहिए या कोई सार्वजनिक ठिकाना पता नहीं चलता। वो सब तो ठीक पति - प...

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बैकुंठ हेयर ड्रेसेज By Dr Narendra Shukl

this article is bases on hair dresses who cheat common persons while cutting the hair. this article is bases on hair dresses who cheat common persons while cutting the hair

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पछतावा By Indrajeet Kaur

प्रतीक में कही गयी व्यवस्था में कमियों की बात। एक व्यंग्य कथा। जंगल की हकीकत में शासन की छवि सभी को दिखती है। जनता त्रस्त और परेशान है। षड़यन्त्रों का खुलासा है। इसमें दिखाया गया है...

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गधे ही गधे By Dr Narendra Shukl

This is a satire on common peoples who ae always ready to severs his owners without any hesitation and respective of wrong or good .This is a satire on common peoples who ae always...

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हिन्दी दिवस के मायने By Dr Narendra Shukl

humour on those indian peoples who hates hindi language humour on those indian peoples who hates hindi language .humour on those indian peoples who hates hindi language.

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व्यंग्य By Sangeeta Gandhi

समाज के मुद्दों पर कुछ व्यंग्य --जो सोचने पर मजबूर करने के साथ साथ गुदगुदाते भी हैं । जीवन की साधारण सी बातों ,घटनाओं को देखने का नया नजरिया देता है व्यंग्य ।ये व्यंग्य कुछ चुभता...

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अंगूर खट्टे नहीं थे By Indrajeet Kaur

अंगूर खट्टे थे की कहानी झूठी थी। पढ़िये इसकी वास्तविकता व्यंग्य शैली में। आज की राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों को दर्पण दिखाती यह कथा नया नजरिया देगी।

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यूज़ एंड थ्रो पालिसी By Mukesh Joshi

अनिल रस्तोगी की कहानी जो लड़कियों को समझता है यूज़ एंड थ्रो पॉलिसी । हेमा उसके जीवन में क्या बदलाव लाती है। क्या वो ये पॉलिसी छोड़ पाएगा ................................................

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हेलो - ऐ स्ट्रीट डॉग By Mukesh Joshi

आज के मौकापरस्त समाज में इंसान और जानवर के निश्छल प्रेम की वो कहानी जो आपकी आँखों को नम कर देगी मिलिए बदमाश पर बहुत प्यारे “हेलो” से ...…......…..............

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बेरोजगारी के मुखिया By Lakshmi Narayan Panna

यह पुस्तक हमारे समाज में फैले हुए इस भ्र्म पर व्यंग है कि आज कल बेरोजगारी बहुत बढ़ गयी है । मेरे विचार से इसका मुख्य कारण हम सब अधिक हैं , हम नही सोचते कि हमारी योग्यता क्या है , न...

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मूर्ख बुद्धिमान By Lakshmi Narayan Panna

यह पुस्तक ऐसे लोगों के लिए एक व्यंग है जो हमेशा ही बस अपने विचारों को ही सर्वोपरि रखते हैं । ऐसे लोग कभी नही सोचते की हर व्यक्ति का अपना बाप , अपने विचार , और अपना आदर्श होता है ।...

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Uchh Raktchap Nich Vichar By Prem Janmejay

Uchh Raktchap Nich Vichar - Prem Janmejay

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Samaj Sevi Sanp Ji By Prem Janmejay

Samaj Sevi Sanp Ji - Prem Janamejay

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अपनी पत्नी को दीजिये एक और पति By Jitendra Jeetu

अपनी पत्नी को दीजिये एक और पति

एक कवि और उनकी पत्नी का संसार बखूबी व्यंग्य स्वरुप में दिखाता हुआ सुन्दर हास्य-व्यंग्य


पढ़िए, कहीं आप तो उनमें से नहीं

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चौकीदार चौबे चाचा By Sanjay Nayka

‘चौकीदार चौबे चाचा ‘ एक हास्य कहानी है ये कहानी मे चौबे चाचा अपनी चौकीदारी मे हुए हास्य किस्से सूनाते है

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हीरो चुलबुल कुमार By Sanjay Nayka

हीरो चुलबुल कुमार कहानी उस शख्स के बारे मे है जो अपनी तारीफ दुसरो से खूद करता है और दुसरे उसकी हरकतो पे मजा लेते है

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हरीलाल की हरियाली शादी By Sanjay Nayka

यह हास्य कहानी हरीलाल की हैं । जो नाम से ही हरा है बाकी सारी उम्र बेरंगी गुजार रहा हैं । क्योंकि अभी तक वो कुँवारा हैं । जीवन के 36 साल पुरे कर लिए हैं पर शादी के सात फेरे अभी तक...

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ओशो के प्रवचनों में मुल्ला नसरूद्दीन By Antar Sohil

कहा जाता है कि मुल्ला नसरुदीन तुर्की में रहने वाला एक बुद्धिमान दार्शनिक था, जिसे उसके किस्से कहानियों के लिए जाना जाता था।
ओशो अक्सर अपने प्रवचनों में मुल्ला के चुटीले किस्से कह...

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धनुर्विद्या डोट कोम By Mukul Jani

पौराणीक पात्रों गुरु द्रोण एवं एकलव्य के बीच अगर मोबाइल फोन पे आज के जमानेमें बातचीत हो तो वो कैसी हो शकती है

गुरूपूर्णीमा के दिन लिखा गया ये सॅटायर आपको एक अलग ही दुनियामें ल...

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जूता या स्याही By Sonu Kasana

हँसना सेहत के लिए अच्छा होता है। तो थोड़ा हँस लो।

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Gustakhi Maaf By Jahnavi Suman

Gustakhi Maaf - Suman Sharma

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Loktantra abhyutthanam By Vinod Viplav

लोकतंत्र अभ्युत्थानम् विनोद विप्लव लिखित राजनीति व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। इसमें शामिल व्यंग्य के जरिये लोकतंत्र और भारतीय राजनीति के अनछूये पहलुओं को उजागर किया गया है। इसमें श...

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Khatte Mithe Vyang : Chapter 2 By Arunendra Nath Verma

सुना तो था कि हर कुत्ते के दिन आते हैं फिर भी उस कुत्ते के भाग्य से ईर्ष्या हुई जिसकी कई दिनों से दिल्ली पुलिस को तलाश थी. भला कितने कुत्तों का ये सौभाग्य होता है कि अखबारों और टी...

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पांच व्यंग्य रचनाएँ By Arvind Kumar

मेरे ये व्यंग्य आज की विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विसंगतियों पर करारा तंज़ करते हैं. ये व्यंग्य आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपको आज के हालात के बारे में भी बहुत कुछ सोचने...

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Akarmanye Vadhikaraste By Vinod Viplav

व्यंग्य संग्रह अक्रमण्येऽवादिकारस्तै.. सर्ब फलैसू सदाचन... — विनोद विप्लव विशय सूची कर्मवीर बनाम फलवीर अकर्मण्ये वधिकारस्ते कृश्ण कब वादा निभायेंगे महानता का जुगाड़ ओबामा के खिलाफ भ...

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चुनने का अपराधबोध By Surjeet Singh

बोलने को उद्दत होकर चुप रहने का उसका लंबा इतिहास रहा है। जब प्याज-टमाटर के दाम बढ़े, तब भी वह चुप रहा। दालें उसके बूते से बाहर हुईं, तब भीतर शब्द खदबदाने लगे। गले में आकर अटक गए। द...

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मियाँ मरफ़ी के नियम By Ravi Ratlami

मुल्ला नसरूद्दीन के चुटकुलों की तरह ही मरफ़ी के नियम कुछ सूफ़ियाना किस्म के होते हैं. पढ़ें, गुनें और आनंद लें.

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Athashri Media Katha (Vyang Book) By Vinod Viplav

अथश्री मीडिया कथा (व्यंग्य संग्रह) — विनोद विप्लव विशय सूची 1ण्मीडिया में मंदी की कथा — एक (खबर बेचने वाली बेच रही है सेब) 2ण्मीडिया में मंदी की कथा — दो (देखने और जलाने का अखबार)...

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भारत के महान विदूषक By Sandhya Pandey

हंसना हंसाना हमारे जनमानस के स्वभाव का हिस्सा है। इसलिए इतिहास में हमें ऐसे हंसोड़ नायक मिलते हैं जो हंसने-हंसाने के अलावा जीवन से जुड़ी सीख भी देते रहे हैं। एक तरफ तेनालीराम हैं,...

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दांतों को किसी की नजर न लगे! By Surjeet Singh

हालात ऐसे हैं कि अब दांत और टूथपेस्ट को लेकर टेरर सा मच रहा है। कोई कहीं भी आपसे पूछ सकता है कि क्या आप टूथपेस्ट नहीं करते! इस अनचाहे सवाल से बचने का एक ही तरीका है कि टूथपेस्ट हर...

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Dhibri Channel By Vinod Viplav

ढिबरी चैनल मीडिया खासतौर पर टेलीविजन चैनलों की सच्चाइयों को उजागर करने वाली व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। आज के समय में मीडिया और टेलीविजन चैनलों की महत्वपूर्ण भूमिका है लेकिन आज ज...

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Sukhad Yatra By Dharmendra Nirmal

Yatra ke samay bhoge gaye sukh aur dukh yatra ke bad bhi jiwan bhar hamare sath chalate hai.

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दाल-बाटी-चूरमा, रजाई वाला सूरमा By Surjeet Singh

लोगों को इस समय सब कुछ मुल्तवी कर रजाई पर फोकस करना चाहिए। सस्ताई का ध्यान छोड़ पुरजोर तरीके से रजाई की मांग करनी चाहिए। जरूरत पड़े तो एक रजाई संघ भी बनाया जा सकता है। जिसका काम...

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Lota Bhar Pani Balti Bhar Chintan By Surjeet Singh

कायदे से तो ऐसे मौसम में नहाने के लिए मजबूर करने वालों पर गैरइरादतन हत्या का केस चलना चाहिए। यहां हत्यारों तक के मानवाधिकार सुरक्षित हैं, मगर बाथरूम में अपने मानवाधिकारों से हाथ धो...

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Pyaaz Raag By Sandeep Meel

प्याज़ राग व्यंग्य संदीप मील बस प्यारे, अपने तो वारे के न्यारे हो गये। पिछले दिनों हथेली में खाज चली और पांच बोरे प्याज़ खरीद मारे। फिर क्या था, अब तो नौकरी वोकरी छोड़कर प्याज बेचने क...

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हिन्दी दिवस के मायने By Dr Narendra Shukl

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व्यंग्य By Sangeeta Gandhi

समाज के मुद्दों पर कुछ व्यंग्य --जो सोचने पर मजबूर करने के साथ साथ गुदगुदाते भी हैं । जीवन की साधारण सी बातों ,घटनाओं को देखने का नया नजरिया देता है व्यंग्य ।ये व्यंग्य कुछ चुभता...

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अंगूर खट्टे नहीं थे By Indrajeet Kaur

अंगूर खट्टे थे की कहानी झूठी थी। पढ़िये इसकी वास्तविकता व्यंग्य शैली में। आज की राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों को दर्पण दिखाती यह कथा नया नजरिया देगी।

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अपनी पत्नी को दीजिये एक और पति By Jitendra Jeetu

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चौकीदार चौबे चाचा By Sanjay Nayka

‘चौकीदार चौबे चाचा ‘ एक हास्य कहानी है ये कहानी मे चौबे चाचा अपनी चौकीदारी मे हुए हास्य किस्से सूनाते है

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हीरो चुलबुल कुमार कहानी उस शख्स के बारे मे है जो अपनी तारीफ दुसरो से खूद करता है और दुसरे उसकी हरकतो पे मजा लेते है

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हरीलाल की हरियाली शादी By Sanjay Nayka

यह हास्य कहानी हरीलाल की हैं । जो नाम से ही हरा है बाकी सारी उम्र बेरंगी गुजार रहा हैं । क्योंकि अभी तक वो कुँवारा हैं । जीवन के 36 साल पुरे कर लिए हैं पर शादी के सात फेरे अभी तक...

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ओशो के प्रवचनों में मुल्ला नसरूद्दीन By Antar Sohil

कहा जाता है कि मुल्ला नसरुदीन तुर्की में रहने वाला एक बुद्धिमान दार्शनिक था, जिसे उसके किस्से कहानियों के लिए जाना जाता था।
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धनुर्विद्या डोट कोम By Mukul Jani

पौराणीक पात्रों गुरु द्रोण एवं एकलव्य के बीच अगर मोबाइल फोन पे आज के जमानेमें बातचीत हो तो वो कैसी हो शकती है

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लोकतंत्र अभ्युत्थानम् विनोद विप्लव लिखित राजनीति व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। इसमें शामिल व्यंग्य के जरिये लोकतंत्र और भारतीय राजनीति के अनछूये पहलुओं को उजागर किया गया है। इसमें श...

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Khatte Mithe Vyang : Chapter 2 By Arunendra Nath Verma

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मेरे ये व्यंग्य आज की विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विसंगतियों पर करारा तंज़ करते हैं. ये व्यंग्य आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपको आज के हालात के बारे में भी बहुत कुछ सोचने...

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व्यंग्य संग्रह अक्रमण्येऽवादिकारस्तै.. सर्ब फलैसू सदाचन... — विनोद विप्लव विशय सूची कर्मवीर बनाम फलवीर अकर्मण्ये वधिकारस्ते कृश्ण कब वादा निभायेंगे महानता का जुगाड़ ओबामा के खिलाफ भ...

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चुनने का अपराधबोध By Surjeet Singh

बोलने को उद्दत होकर चुप रहने का उसका लंबा इतिहास रहा है। जब प्याज-टमाटर के दाम बढ़े, तब भी वह चुप रहा। दालें उसके बूते से बाहर हुईं, तब भीतर शब्द खदबदाने लगे। गले में आकर अटक गए। द...

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मियाँ मरफ़ी के नियम By Ravi Ratlami

मुल्ला नसरूद्दीन के चुटकुलों की तरह ही मरफ़ी के नियम कुछ सूफ़ियाना किस्म के होते हैं. पढ़ें, गुनें और आनंद लें.

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अथश्री मीडिया कथा (व्यंग्य संग्रह) — विनोद विप्लव विशय सूची 1ण्मीडिया में मंदी की कथा — एक (खबर बेचने वाली बेच रही है सेब) 2ण्मीडिया में मंदी की कथा — दो (देखने और जलाने का अखबार)...

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ढिबरी चैनल मीडिया खासतौर पर टेलीविजन चैनलों की सच्चाइयों को उजागर करने वाली व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। आज के समय में मीडिया और टेलीविजन चैनलों की महत्वपूर्ण भूमिका है लेकिन आज ज...

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Yatra ke samay bhoge gaye sukh aur dukh yatra ke bad bhi jiwan bhar hamare sath chalate hai.

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लोगों को इस समय सब कुछ मुल्तवी कर रजाई पर फोकस करना चाहिए। सस्ताई का ध्यान छोड़ पुरजोर तरीके से रजाई की मांग करनी चाहिए। जरूरत पड़े तो एक रजाई संघ भी बनाया जा सकता है। जिसका काम...

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कायदे से तो ऐसे मौसम में नहाने के लिए मजबूर करने वालों पर गैरइरादतन हत्या का केस चलना चाहिए। यहां हत्यारों तक के मानवाधिकार सुरक्षित हैं, मगर बाथरूम में अपने मानवाधिकारों से हाथ धो...

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Pyaaz Raag By Sandeep Meel

प्याज़ राग व्यंग्य संदीप मील बस प्यारे, अपने तो वारे के न्यारे हो गये। पिछले दिनों हथेली में खाज चली और पांच बोरे प्याज़ खरीद मारे। फिर क्या था, अब तो नौकरी वोकरी छोड़कर प्याज बेचने क...

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