लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • चहेरे

    पूरी  दुनिया  चहेरो  से  ढकी  हुई  है | पर  किसी  का  असली  चहेरा  सामने  नहीं ...

  • चट मंगनी पट ब्याह - 3 - अंतिम भाग

    कहानी - चट मंगनी पट ब्याह      Last Part 3   - वर्षों बाद जब नटराजन अपना पुराना...

  • भक्ति की शक्ति

    सौराष्ट्र के गिर सोमनाथ जिले में वेरावल नाम का एक शहर है। वेरावल अपने आप में प्र...

मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 9 By राज कुमार कांदु

लघुकथा क्रमांक -24पर्दा -----"अरे अरे ....रुको ! कहाँ जा रहे हो ? जानते नहीं अब घर में नइकी बहुरिया भी आ गई है?" सुशीला ने घर के अंदर के कमरे में जा रहे रामखेलावन को आगे बढ़ने से रो...

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चहेरे By Abhishek Joshi

पूरी  दुनिया  चहेरो  से  ढकी  हुई  है | पर  किसी  का  असली  चहेरा  सामने  नहीं  आता  |   लोग  अपने  आप  को  ही  तरह - तरह  के  चहेरो  के  पीछे  छुपा  देते  है | पता  नहीं  चलता  की...

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कहानी हर घर की By DINESH KUMAR KEER

एक घर मे तीन भाई और एक बहन थी । बड़ा और मझला पढ़ने मे बहुत होशियार थे। उनके माँ - बाप उन चारों से बेहद स्नेह करते थे मगर छोटे बेटे से थोड़ा परेशान से थे। बड़ा बेटा पढ़़ - लिखकर कम्...

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बोलते पत्थर सम्पादक अवध विहारी पाठक By राज बोहरे

समीक्षा –राजनारायण बोहरे बोलते पत्थर : उम्दा किस्सागोई अंग्रेजी साहित्य में बाल्टर स्कॉट के उपन्यासों से ऐतिहासिक उपन्यासों के लेखन की शुरुआत मानी जाती है। हिंदी उपन्यास का उदय और...

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चिन्तन By DINESH KUMAR KEER

  एक धनवान व्यक्ति था, बडा विलासी था। हर समय उसके मन में भोग विलास सुरा-सुंदरी के विचार ही छाए रहते थे। वह खुद भी इन विचारों से त्रस्त था, पर आदत से लाचार, वे विचार उसे छोड ही...

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चट मंगनी पट ब्याह - 3 - अंतिम भाग By S Sinha

कहानी - चट मंगनी पट ब्याह      Last Part 3   - वर्षों बाद जब नटराजन अपना पुराना घर देखने गया था वहां के परिवार के बेटे से अचानक उसकी बेटी  की शादी की बात होने लगी  ….  थोड़ी देर बाद...

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भक्ति की शक्ति By Ruchi Modi Kakkad

सौराष्ट्र के गिर सोमनाथ जिले में वेरावल नाम का एक शहर है। वेरावल अपने आप में प्रसिद्ध हैं यहां बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक सोमनाथ ज्योतिर्लिंग स्थापित है। वर्षभर यहां श्रद्धालुओं...

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कैद पक्षी की मौत By Rajesh Rajesh

12 साल का अरविंद स्कूल से आकर कभी खाना खाकर कभी बिना खाना खाए, इमली के पेड़ों के नीचे पहुंच जाता था और इमली के एक एक पेड़ को ध्यान से देखता था, कि उसे पेड़ की कोई ऐसी खोख या टहना न...

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इंसान... - 1 By Rahul

..........रामू घर से बाहर निकल गया।इस बार सरिता ने भी उसे रोका नहीं।बच्चे हताश होकर रामू के जाते हुए परछाई को देख रहे थे।रोज रोज की परेशानी को देखते हुए रामू ने सरिता और बच्चो के स...

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बड़ी बहन By DINESH KUMAR KEER

  पापाजी तेज ऊंचे स्वर में। अनीश भागता हुआ आता है, और सवाल करता है... क्या बात है पापाजी? पापाजी- आप को पता नहीं है, आज आप की बड़ी बहन पुष्पलता आ रही है? वह इस बार हम सभी के स...

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जीवन का यथार्थ By DINESH KUMAR KEER

बड़े घर की अनीता के विवाह का जश्न अपने चरमोत्कर्ष पर था, पांच सितारा होटल तो अनीता से भी अधिक जगमगा रहा था, हर तरफ बस मेहमान ही मेहमान नजर आ रहे थे... कोई सोने का हार तो कोई हीरे क...

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एक दिन सफलता मेरे सपनें में आई. By Piyush Goel

एक दिन सफलता मेरे सपनें में आई और बोली मैं तुझे बहुत दिनों से देख रही हूँ तो बहुत मेहनती,हमेशा कुछ न कुछ करता रहता हैं.सफल होने के लिये, मैं समझ गई तू मुझे बहुत प्यार करता हैं,मैं...

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पड़ोसी धर्म By DINESH KUMAR KEER

नमस्ते राजूभाई... सुबह की सैर करने के बाद घर लौट रहे अपनी गली के एक रहने वाले राजूभाई को झाड़ू लगाती हुई सुधा ने कहा ... नमस्ते भाभीजी ... वो मुझे आपसे ... सुधा के बाकी शब्द अभी मु...

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टूटता तारा By DINESH KUMAR KEER

टूटता तारा   रात के सन्नाटे में दूर कहीं बादल जोरों से गरजे और श्रावणी की आँखें घबराहट के मारे खुल गई। खिड़कियों की आवाज सन्नाटे में उसे बादलों की गर्जना सी ही लग रही थी। वह उ...

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गुड़िया... - 9 By Lotus

डिटेक्टिव अबीर.क्या एक वैश्या की बहन कैसे इन्फेक्टर विजय ..सना 10 साल की थी तभी उसकी मा का देहांत हो गया था उसके पिता एक शराबी थे और पैसो की लालच मे उन्होने सना और उसकी छोटी बहन को...

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जीवन का खेल By DINESH KUMAR KEER

  जीवन का खेल   "निशा बिटिया, जल्दी कर, देर हो रही है।आज दूर जाना है बिटिया, वहां आज ज्यादा कमाई की आस है।"   "हां बापू, आ रही हूं। रस्सी, डंडा, मटकी, रिंग, पहिया सब...

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अनाथ By Gautam

शीर्षक-अनाथ गाँव के लोग आनंद की बात सुनकर हँस रहे थे । और आनंद का मजाक बना रहे थे । आनंद मदनपुर गाँव का लड़का है , जिसका उम्र 14 साल है । आनंद के माता-पिता कौन है पता नही ! बचपन से...

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Unkahe रिश्ते - 5 By Vivek Patel

A favorite thing I love to be with..Flowerpots!!मेरी ना सब अच्छी सी Hobbies में एक ना Blacony गार्डनिंग की है। मुझे ना बहुत पसंद है उसे Maintain करना। उस जगह वक्त गुजारना, plants क...

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कपूर का पौधा By DINESH KUMAR KEER

  तो चलिए बात करते है कपूर के पौधे के बारे में... वर्तमान समय में प्रचलित कपूर केमिकल्स के ही बने होते हैं। यह कमाल का तत्व प्रकृति में भी विद्यमान होता है। दरअसल कपूर एक विशा...

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माँ का प्यार By DINESH KUMAR KEER

माँ का प्यार अनमोलएक माँ की कहानी...सर्दियों के मौसम में एक बूढी औरत, अपने घर के एक कोने में ठंड से तड़फ रही थी।जवानी में उसके पति का देहांत हो गया था,घर में एक छोटा - सा बेटा था,उ...

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किसान व हलवाई की कहानी By DINESH KUMAR KEER

किसान व हलवाई की कहानी   एक गाँव में एक हलवाई की दुकान थी व गाँव में अनेक किसान रहते थे । एक किसान थक - कर खेतो में लौट रह था | उसे भूख भी बहुत लगी थी लेकिन जेब में चंद सिक्के...

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सात जन्म का रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

*सात जन्म का रिश्ता*   लीला का पति जवानी में चल बसा आठ साल के इकलौते बेटे के साथ लीला जीवन व्यतीत करने लगी। उसने पति की अस्थियां गंगा में एक साथ विसर्जित नहीं की हर साल थोड़ी...

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चन्द्रमुखी By Lotus

कितनी वेदना कितनी विरह. कितने समर्पण के बाद चंद्रमुखी के हिस्से मे देवदास का प्रेम आता है...वो भी मृत्यु के निकट होने पर देवदास की प्रेम स्वीकृति...वो देवदास जो चंद्रमुखी को इसलिए...

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यशोदा और कान्हा By DINESH KUMAR KEER

*यशोदा और कान्हा* नंद बाबा चुपचाप रथ पर कान्हा के वस्त्राभूषणों की गठरी रख रहे थे। दूर ओसारे में मूर्ति की तरह शीश झुका कर खड़ी यशोदा को देख कर कहा- दुखी क्यों हो यशोदा, दूसरे की बस...

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काव्या (Little girl story) By Deepak Singh

एक समय की बात है, भारत की पहाड़ियों के बीच बसे एक छोटे से गाँव में काव्या नाम की एक युवा लड़की रहती थी। वह प्यारी और मासूम थी, उसकी मुस्कान अंधेरे से अंधेरे दिनों को भी रोशन कर सकत...

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तुम मेरे हो... By Lotus

सदियो से राधा कृष्ण की है और कृष्ण हमेशा से राधा के प्रेम बंधन पवित्र रिश्ता युग युगांतर से दोनो एक दुजे के तुमसे कितना प्यार है कैसे दिखा ऊं तुम्हे प्रियवर मेरे कैसे बताऊं तुम्हे...

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भगवान् वेदव्यास By Renu

स वै पुंसां परो धर्मों यतो ययात्मा भक्तिरधोक्षजे। अहेतुक्यप्रतिहता सम्प्रसीदति॥ –( श्रीमद्भा० १ | २ |६ )“इन्द्रियातीत परमपुरुष भगवान् मे वह निष्काम एव निर्वाध भक्ति हो, जिसके द्वार...

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ऊँट का सौदा By DINESH KUMAR KEER

एक बार बाजार में चहलकदमी करते एक व्यापारी को व्यापार के लिए एक अच्छी नस्ल का ऊँट नज़र आया। . व्यापारी और ऊँट बेचने वाले ने वार्ता कर, एक कठिन सौदेबाजी की।   ऊँट विक्रेता ने अपन...

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जैसी करनी, वैसी भरनी By DINESH KUMAR KEER

कुछ धनी किसानों ने मिलकर खेती के लिए एक कुँआ बनवाया. पानी निकालने के लिए सबकी अपनी-अपनी बारी बंधी थी.कुंआ एक निर्धन किसान के खेतों के पास था लेकिन चूंकि उसने कुंआ बनाने में धन नहीं...

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इश्क. - 11 By om prakash Jain

मुझे मातृभारती में पाठकों का बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है । सिम्मी ,अपने प्रेमी को ले कर बहुत ब्याकुल हैं।उनके पिता जी सिम्मी की शादी चपरासी से करना तय हो ही रहा है ।सिम्मी अपने...

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माता - पिता की सेवा By DINESH KUMAR KEER

मानवता का अप्रतिम उदाहरण... कल बाज़ार में फल खरीदने गया, तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था, उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था... "घर मे कोई नहीं है, मेर...

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किसान और बैल की कहानी By DINESH KUMAR KEER

हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल - मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि बैल आराम से यह नित्यकर्म...

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मैं एक मुसाफिर By vedika patil

मुझे ज़िंदगी के साथ अड़जस्टमेंट नहीं करनी...! पर मुझे पता भी नहीं कि मैं क्या चाहती हूँ खुद से | लोग जीते हैं अपने सपनों को पीछे छोड़कर, अपने लोगों के लिए वही रोज़ की ज़िंदगी जीते...

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हेलो, मैं रावण बोल रहा हूं। By Anand Tripathi

नमस्ते भारत, और भारत के तथाकथित सामाजिक विद्वत जनों। आज न जानें क्यों मेरे मन बड़े प्रश्न और उनके उत्तर खोजने की लालसा से और उससे उत्पन्न दुख ने मुझे आप सबसे बात करने पर विवश कर दि...

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एक साधारण सी महिला By DINESH KUMAR KEER

एक साधारण सी महिला की - एक अनूठी कहानीबस में सफ़र करती एक साधारण सी मजदूर महिला के जीवन व संस्कार की एक अनूठे सफ़र की कहानी । एक बुज़ुर्ग शिक्षिका जेठ की तपती हुई भीषण गर्मियों के...

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मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 9 By राज कुमार कांदु

लघुकथा क्रमांक -24पर्दा -----"अरे अरे ....रुको ! कहाँ जा रहे हो ? जानते नहीं अब घर में नइकी बहुरिया भी आ गई है?" सुशीला ने घर के अंदर के कमरे में जा रहे रामखेलावन को आगे बढ़ने से रो...

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चहेरे By Abhishek Joshi

पूरी  दुनिया  चहेरो  से  ढकी  हुई  है | पर  किसी  का  असली  चहेरा  सामने  नहीं  आता  |   लोग  अपने  आप  को  ही  तरह - तरह  के  चहेरो  के  पीछे  छुपा  देते  है | पता  नहीं  चलता  की...

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कहानी हर घर की By DINESH KUMAR KEER

एक घर मे तीन भाई और एक बहन थी । बड़ा और मझला पढ़ने मे बहुत होशियार थे। उनके माँ - बाप उन चारों से बेहद स्नेह करते थे मगर छोटे बेटे से थोड़ा परेशान से थे। बड़ा बेटा पढ़़ - लिखकर कम्...

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बोलते पत्थर सम्पादक अवध विहारी पाठक By राज बोहरे

समीक्षा –राजनारायण बोहरे बोलते पत्थर : उम्दा किस्सागोई अंग्रेजी साहित्य में बाल्टर स्कॉट के उपन्यासों से ऐतिहासिक उपन्यासों के लेखन की शुरुआत मानी जाती है। हिंदी उपन्यास का उदय और...

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चिन्तन By DINESH KUMAR KEER

  एक धनवान व्यक्ति था, बडा विलासी था। हर समय उसके मन में भोग विलास सुरा-सुंदरी के विचार ही छाए रहते थे। वह खुद भी इन विचारों से त्रस्त था, पर आदत से लाचार, वे विचार उसे छोड ही...

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चट मंगनी पट ब्याह - 3 - अंतिम भाग By S Sinha

कहानी - चट मंगनी पट ब्याह      Last Part 3   - वर्षों बाद जब नटराजन अपना पुराना घर देखने गया था वहां के परिवार के बेटे से अचानक उसकी बेटी  की शादी की बात होने लगी  ….  थोड़ी देर बाद...

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भक्ति की शक्ति By Ruchi Modi Kakkad

सौराष्ट्र के गिर सोमनाथ जिले में वेरावल नाम का एक शहर है। वेरावल अपने आप में प्रसिद्ध हैं यहां बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक सोमनाथ ज्योतिर्लिंग स्थापित है। वर्षभर यहां श्रद्धालुओं...

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कैद पक्षी की मौत By Rajesh Rajesh

12 साल का अरविंद स्कूल से आकर कभी खाना खाकर कभी बिना खाना खाए, इमली के पेड़ों के नीचे पहुंच जाता था और इमली के एक एक पेड़ को ध्यान से देखता था, कि उसे पेड़ की कोई ऐसी खोख या टहना न...

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इंसान... - 1 By Rahul

..........रामू घर से बाहर निकल गया।इस बार सरिता ने भी उसे रोका नहीं।बच्चे हताश होकर रामू के जाते हुए परछाई को देख रहे थे।रोज रोज की परेशानी को देखते हुए रामू ने सरिता और बच्चो के स...

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बड़ी बहन By DINESH KUMAR KEER

  पापाजी तेज ऊंचे स्वर में। अनीश भागता हुआ आता है, और सवाल करता है... क्या बात है पापाजी? पापाजी- आप को पता नहीं है, आज आप की बड़ी बहन पुष्पलता आ रही है? वह इस बार हम सभी के स...

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जीवन का यथार्थ By DINESH KUMAR KEER

बड़े घर की अनीता के विवाह का जश्न अपने चरमोत्कर्ष पर था, पांच सितारा होटल तो अनीता से भी अधिक जगमगा रहा था, हर तरफ बस मेहमान ही मेहमान नजर आ रहे थे... कोई सोने का हार तो कोई हीरे क...

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एक दिन सफलता मेरे सपनें में आई. By Piyush Goel

एक दिन सफलता मेरे सपनें में आई और बोली मैं तुझे बहुत दिनों से देख रही हूँ तो बहुत मेहनती,हमेशा कुछ न कुछ करता रहता हैं.सफल होने के लिये, मैं समझ गई तू मुझे बहुत प्यार करता हैं,मैं...

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पड़ोसी धर्म By DINESH KUMAR KEER

नमस्ते राजूभाई... सुबह की सैर करने के बाद घर लौट रहे अपनी गली के एक रहने वाले राजूभाई को झाड़ू लगाती हुई सुधा ने कहा ... नमस्ते भाभीजी ... वो मुझे आपसे ... सुधा के बाकी शब्द अभी मु...

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टूटता तारा By DINESH KUMAR KEER

टूटता तारा   रात के सन्नाटे में दूर कहीं बादल जोरों से गरजे और श्रावणी की आँखें घबराहट के मारे खुल गई। खिड़कियों की आवाज सन्नाटे में उसे बादलों की गर्जना सी ही लग रही थी। वह उ...

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गुड़िया... - 9 By Lotus

डिटेक्टिव अबीर.क्या एक वैश्या की बहन कैसे इन्फेक्टर विजय ..सना 10 साल की थी तभी उसकी मा का देहांत हो गया था उसके पिता एक शराबी थे और पैसो की लालच मे उन्होने सना और उसकी छोटी बहन को...

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जीवन का खेल By DINESH KUMAR KEER

  जीवन का खेल   "निशा बिटिया, जल्दी कर, देर हो रही है।आज दूर जाना है बिटिया, वहां आज ज्यादा कमाई की आस है।"   "हां बापू, आ रही हूं। रस्सी, डंडा, मटकी, रिंग, पहिया सब...

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अनाथ By Gautam

शीर्षक-अनाथ गाँव के लोग आनंद की बात सुनकर हँस रहे थे । और आनंद का मजाक बना रहे थे । आनंद मदनपुर गाँव का लड़का है , जिसका उम्र 14 साल है । आनंद के माता-पिता कौन है पता नही ! बचपन से...

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Unkahe रिश्ते - 5 By Vivek Patel

A favorite thing I love to be with..Flowerpots!!मेरी ना सब अच्छी सी Hobbies में एक ना Blacony गार्डनिंग की है। मुझे ना बहुत पसंद है उसे Maintain करना। उस जगह वक्त गुजारना, plants क...

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कपूर का पौधा By DINESH KUMAR KEER

  तो चलिए बात करते है कपूर के पौधे के बारे में... वर्तमान समय में प्रचलित कपूर केमिकल्स के ही बने होते हैं। यह कमाल का तत्व प्रकृति में भी विद्यमान होता है। दरअसल कपूर एक विशा...

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माँ का प्यार By DINESH KUMAR KEER

माँ का प्यार अनमोलएक माँ की कहानी...सर्दियों के मौसम में एक बूढी औरत, अपने घर के एक कोने में ठंड से तड़फ रही थी।जवानी में उसके पति का देहांत हो गया था,घर में एक छोटा - सा बेटा था,उ...

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किसान व हलवाई की कहानी By DINESH KUMAR KEER

किसान व हलवाई की कहानी   एक गाँव में एक हलवाई की दुकान थी व गाँव में अनेक किसान रहते थे । एक किसान थक - कर खेतो में लौट रह था | उसे भूख भी बहुत लगी थी लेकिन जेब में चंद सिक्के...

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सात जन्म का रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

*सात जन्म का रिश्ता*   लीला का पति जवानी में चल बसा आठ साल के इकलौते बेटे के साथ लीला जीवन व्यतीत करने लगी। उसने पति की अस्थियां गंगा में एक साथ विसर्जित नहीं की हर साल थोड़ी...

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चन्द्रमुखी By Lotus

कितनी वेदना कितनी विरह. कितने समर्पण के बाद चंद्रमुखी के हिस्से मे देवदास का प्रेम आता है...वो भी मृत्यु के निकट होने पर देवदास की प्रेम स्वीकृति...वो देवदास जो चंद्रमुखी को इसलिए...

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यशोदा और कान्हा By DINESH KUMAR KEER

*यशोदा और कान्हा* नंद बाबा चुपचाप रथ पर कान्हा के वस्त्राभूषणों की गठरी रख रहे थे। दूर ओसारे में मूर्ति की तरह शीश झुका कर खड़ी यशोदा को देख कर कहा- दुखी क्यों हो यशोदा, दूसरे की बस...

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काव्या (Little girl story) By Deepak Singh

एक समय की बात है, भारत की पहाड़ियों के बीच बसे एक छोटे से गाँव में काव्या नाम की एक युवा लड़की रहती थी। वह प्यारी और मासूम थी, उसकी मुस्कान अंधेरे से अंधेरे दिनों को भी रोशन कर सकत...

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तुम मेरे हो... By Lotus

सदियो से राधा कृष्ण की है और कृष्ण हमेशा से राधा के प्रेम बंधन पवित्र रिश्ता युग युगांतर से दोनो एक दुजे के तुमसे कितना प्यार है कैसे दिखा ऊं तुम्हे प्रियवर मेरे कैसे बताऊं तुम्हे...

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भगवान् वेदव्यास By Renu

स वै पुंसां परो धर्मों यतो ययात्मा भक्तिरधोक्षजे। अहेतुक्यप्रतिहता सम्प्रसीदति॥ –( श्रीमद्भा० १ | २ |६ )“इन्द्रियातीत परमपुरुष भगवान् मे वह निष्काम एव निर्वाध भक्ति हो, जिसके द्वार...

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ऊँट का सौदा By DINESH KUMAR KEER

एक बार बाजार में चहलकदमी करते एक व्यापारी को व्यापार के लिए एक अच्छी नस्ल का ऊँट नज़र आया। . व्यापारी और ऊँट बेचने वाले ने वार्ता कर, एक कठिन सौदेबाजी की।   ऊँट विक्रेता ने अपन...

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कुछ धनी किसानों ने मिलकर खेती के लिए एक कुँआ बनवाया. पानी निकालने के लिए सबकी अपनी-अपनी बारी बंधी थी.कुंआ एक निर्धन किसान के खेतों के पास था लेकिन चूंकि उसने कुंआ बनाने में धन नहीं...

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इश्क. - 11 By om prakash Jain

मुझे मातृभारती में पाठकों का बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है । सिम्मी ,अपने प्रेमी को ले कर बहुत ब्याकुल हैं।उनके पिता जी सिम्मी की शादी चपरासी से करना तय हो ही रहा है ।सिम्मी अपने...

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माता - पिता की सेवा By DINESH KUMAR KEER

मानवता का अप्रतिम उदाहरण... कल बाज़ार में फल खरीदने गया, तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था, उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था... "घर मे कोई नहीं है, मेर...

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किसान और बैल की कहानी By DINESH KUMAR KEER

हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल - मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि बैल आराम से यह नित्यकर्म...

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मैं एक मुसाफिर By vedika patil

मुझे ज़िंदगी के साथ अड़जस्टमेंट नहीं करनी...! पर मुझे पता भी नहीं कि मैं क्या चाहती हूँ खुद से | लोग जीते हैं अपने सपनों को पीछे छोड़कर, अपने लोगों के लिए वही रोज़ की ज़िंदगी जीते...

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हेलो, मैं रावण बोल रहा हूं। By Anand Tripathi

नमस्ते भारत, और भारत के तथाकथित सामाजिक विद्वत जनों। आज न जानें क्यों मेरे मन बड़े प्रश्न और उनके उत्तर खोजने की लालसा से और उससे उत्पन्न दुख ने मुझे आप सबसे बात करने पर विवश कर दि...

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एक साधारण सी महिला By DINESH KUMAR KEER

एक साधारण सी महिला की - एक अनूठी कहानीबस में सफ़र करती एक साधारण सी मजदूर महिला के जीवन व संस्कार की एक अनूठे सफ़र की कहानी । एक बुज़ुर्ग शिक्षिका जेठ की तपती हुई भीषण गर्मियों के...

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