प्रेरक कथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Motivational Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations a...Read More


Categories
Featured Books
  • सरजमीं - भाग(३)

    दूसरे दिन से शौक़त कोचिंग सेन्टर में पढ़ाने लगा,उसका पढ़ाने का अन्द़ाज बहुत अच्छा थ...

  • शहीद जवान की यादे

    " उम्मीद है जब मेरी चिट्ठी आपको मिलेगी , आप तोलोलिंग में 2 राजरिफ...

  • उजाले की ओर--संस्मरण

    नमस्कार स्नेही मित्रों जीवन की गाड़ी अद्भुत --कभी भागे ,कभी खिचर-खिचर चले...

सरजमीं - भाग(३) By Saroj Verma

दूसरे दिन से शौक़त कोचिंग सेन्टर में पढ़ाने लगा,उसका पढ़ाने का अन्द़ाज बहुत अच्छा था,सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ते थे और जब कोई स्टूडेंट उससे सवाल पूछता तो वो उसे बहुत अच्छे तरीके से समझाता...

Read Free

शहीद जवान की यादे By Dhaval

" उम्मीद है जब मेरी चिट्ठी आपको मिलेगी , आप तोलोलिंग में 2 राजरिफ की फतह की खबर सुन रहे होंगे । हमें इसके लिए परमवीर चक्र मिलेगा । मै अभी तक तो ज़िंदा हूं पर अगले अटै...

Read Free

उजाले की ओर--संस्मरण By Pranava Bharti

नमस्कार स्नेही मित्रों जीवन की गाड़ी अद्भुत --कभी भागे ,कभी खिचर-खिचर चले | कभी बिलकुल बंद होकर अड़ जाए | फिर उसे चलाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है और फिर भी वह थोड़ी दूर जाकर...

Read Free

स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem (the socialization) - 33 By Nirav Vanshavalya

वेद मार्ग में कहा बीओबी के मिस्टर शर्मा कुछ फीमेल करेंसी के बारे में कह रहे थे तो उसका क्या चैप्टर है.?अदैन्य ने पूछा लास्ट जनरेशन कितने की थी करेंसी की! वेद मरगी ने पहला पे...

Read Free

सपना का सपना ? By Priya Maurya

एक सत्रह वर्षीय लड़की जिसका नाम था सपना ।वह अपने माता पिता की पाचवी सन्तान थी । उसके चारो भाईयो को जितना प्यार घर वालों से मिलता था उसका एक हिस्सा भी उसे कभी नसीब न होता था। जब वह प...

Read Free

शुभमय 2022 - शुभमय हो नया साल By Kamal Bhansali

वर्तमान साल या वर्ष हमसे शीघ्र ही विदा लेगा, इस समझ के साथ कि हमें भी कभी न कभी धरती के जीवन से विदा होना है, अवधि या हमारी आयु के अनुसार। साल के सफर की एक निश्चित अवधि होती परन्तु...

Read Free

अन्तिम इच्छा By Pravin Khavda

अन्तिम इच्छा समय के साथ-साथ राजा कॄष्णदेव राय की माता बहुत वॄद्ध हो गई थीं। एक बार वह बहुत बीमार पड गई। उन्हें लगा कि अब वे शीघ्र ही मर जाएँगी। उन्हें आम से बहुत था, इसलिए जीवन क...

Read Free

गुरुदेव - 9 - (माली ) By नन्दलाल सुथार राही

गगन चढ़इ रज पवन प्रसंगा। कीचहिं मिलइ नीच जल संगा ।।साधु असाधु सदन सुक सारीं।सुमिरहिं राम देहिं गनि गारीं ।।पवन के संग से धूल आकाश पर चढ़ जाती है और वही नीच (नीचे की ओर बहने वाले) जल...

Read Free

हौसले की उड़ान By Ratna Pandey

शालिनी और शौर्य दोनों बहुत ही प्यार से रहते थे। शालिनी अपने पति के साथ बड़े ही प्यार से शादी की पहली सालगिरह मना रही थी। तभी अचानक शालिनी को चक्कर आने से सभी चिंताग्रस्त हो गए। तब...

Read Free

संघर्ष By Ratna Pandey

अत्यंत ही मध्यम वर्ग का रघुवर अपनी छोटी-सी दुकान से होने वाली कमाई से अपना घर परिवार अच्छी तरह से चला रहा था। किराने की छोटी-सी दुकान के दम पर ही अपनी बूढ़ी माँ, पत्नी, दो बच्चे सभ...

Read Free

आत्मा का वस्त्र By Chandresh Kumar Chhatlani

“अमोदा, तुमसे दूर नहीं रह सकता । ओ.... तुमने क्यों किया ऐसा? मेरे लिए जीने से आवश्यक तुम हो। और अगर तुम मेरे जीवन में नहीं हो तो मृत्यु का वरण ही सही है।”, अनुराग मन ही मन यह सोचता...

Read Free

मैं भी फौजी (देश प्रेम की अनोखी दास्तां) - 3 By Pooja Singh

रुस्तम सेठ की बात सुनकर गुस्सा तो बहुत आ रही थी पर बेबस अपने गांव से दूर उस विरान से कारखाने में कैद हो चुका था ...कितने साल हो गये थे बाहर की दुनिया न देखे मन तो था बस भाग जाऊं...

Read Free

आयशा कि मोहब्बत तारीक से By mim Patel

आयशा कि मोहब्बत तारीक सेे‌शिक्षक और छात्र का संबंध एक ऐसा रिश्ता है, जो कुछ रिश्तों की तरह, दुनिया में नव स्थापित है, लेकिन इतना मजबूत और स्थिर है कि यह जीवन के प्रत्येक मोड पर उप...

Read Free

एक प्रश्न By Kishanlal Sharma

सेलिबेटरी कौन बनाता है?जनतालेकिन यह अधूरा सत्य है।बिना मीडिया के केवल जनता कुछ नही है।पहले भी मीडिया ही सेलिबेटरी बन चुके को ऊपर उठाता था।पॉपुलर बनाता था।लेकिन बहुत समय लग जाता थ...

Read Free

बैलों की वापसी By Parveen Negi

रात दिन को अपने में समेट चुकी थी | सब कुछ शांत था | पर मेरा मन आज बेचैन था | कुछ घबराहट थी| शायद उसके आतंक ने मुझे बेचैन कर दिया था| बाघ . .हां बाघ . इस शिकारी जानवर का ही आतंक था...

Read Free

सहेलियां By Bhanuben Prajapati

सहेलियां*******रेशमा आज खोई हुई सी लग रही थी । उसके आंखों से आंसू बह रहे थे पता नहीं । यह क्यों रो रही थी उसके अंदर से आवाज आई और बोली तुम्हारी सहेली किस काम की है ।तुम उसको बताना...

Read Free

शाबाश ग़रीबी By Adil Uddin

एक बड़े से हॉल में तालियाँ ही तालियाँ बज रहीं थीं,तालियों की गड़गड़ाहट गूँज-गूँज कर किसी का स्वागत करने को आतुर थीं तभी तालियों की तलाश ख़त्म हुई और वो चेहरा सामने आ ही गया।उसने डेस्क...

Read Free

बदलाव By Ratna Pandey

एक ही घर में पल रहे स्वाति और अभय एक दूसरे से बहुत अलग थे, जबकि गर्भ में दोनों एक साथ ही विकसित हुए थे। एक जैसे संस्कार पाकर भी एक ही घर के दो बच्चे इतने अलग हो सकते हैं, स्वाति और...

Read Free

तुम्हें लेने वह जरूर आएगा  By Ratna Pandey

अनाया रंग रूप से साधारण थी एक आम लड़की की ही तरह किंतु भगवान ने दिमाग की अमूल्य धरोहर अपने आशीर्वाद स्वरुप उसकी झोली में डाली थी। खाने-पीने की अत्यंत ही शौकीन अनाया बचपन से ही कभी...

Read Free

दिवाली के दीये By राज कुमार कांदु

दिवाली करीब होने की वजह से पिछले कई दिनों से घर की साफसफाई में व्यस्त निशा ने आज सुबह ही समीर से कह दिया था कि वह दोनों आज दोपहर का भोजन बाहर जाकर किसी होटल में करेंगे।एक तश्तरी म...

Read Free

वो आधा घंटा  By Ratna Pandey

आज सुबह जब पवित्रा टहलने के लिए निकली तब उसे फूल बानो रास्ते में मिल गई। फूल बानो उसका नाम नहीं था किंतु सोसाइटी में फूल बांटती थी इसलिए सब उसे फूल बानो कहकर बुलाते थे। एकदम हंसमुख...

Read Free

सेवानिवृति By Shwet Kumar Sinha

आज ऑफिस में सारे स्टाफ की निगाहें बाहर आने-जाने वालों पर टिकी थी। वजह, सुबह से एक-एक करके वहां जमा हो रहा पूरा पुलिस महकमा। पता करने पर मालूम चला कि न्यायपालिका और पुलिस-प्रशासन के...

Read Free

प्रवेश परीक्षा By Shwet Kumar Sinha

प्राचीनतम नालंदा विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा विश्व की कठिनतम परीक्षाओ में से एक मानी जाती थी। मेरा निवास स्थान इससे कुछेक किलोमीटर दूरी पर ही स्थित है। आज भी आसपास के इलाकों से...

Read Free

बड़े होकर क्या बनोगे? By Shwet Kumar Sinha

प्रार्थना खत्म होते ही स्कुल के सभी बच्चे अपने-अपने क्लास की तरफ भागे। वीना मैम कक्षा वन की क्लास टीचर थी। अटेंडेंस रजिस्टर उठाकर वह भी क्लास की तरफ बढ गई। नवरात्रि का समय चल रहा थ...

Read Free

भीतर से सचेत By Kanzariya Hardik

बुद्ध का एक शिष्य था। वह सन्यास लेकर नया-नया दीक्षित हुआ था। उसने बुद्ध से पूछा के मैं आज कहां भिक्षा माँगने जाऊं? बुद्ध ने कहा, मेरी एक श्राविका है, वहाँ चले जाना।शिष्य वहाँ गया।...

Read Free

वॉलेट   By Ratna Pandey

अपने बेटे नितिन की शादी के बाद राधा बहुत ही ख़ुश थी, एक बहुत बड़ी जवाबदारी जो निपट गई थी। उसने अपने पति से कहा, "गौरव कितनी प्यारी जोड़ी है ना हमारे नितिन और नेहा की।" "हाँ राधा तुम...

Read Free

यह कैसी विडम्बना है - (अंतिम भाग) By Ratna Pandey

“जी हाँ मैम, मैं इस कॉलेज में इसीलिए आई हूँ ताकि अपने निर्दोष पति को इंसाफ़ दिला सकूँ। यह सच की लड़ाई है मैम और मुझे पूरा विश्वास है कि आप भी सच का ही साथ देंगी। मैम इतने अच्छे लड़क...

Read Free

वो माँ By Naina Yadav

जिंदगी में कई गम मिलते हैं और खुशी भी मिलती है आज मैं उसी गम से हारी औरत की दास्तां बताने जा रही हूं |जिसे अपने आप से ज्यादा अपने परिवार की पड़ी रहती थी पर फिर भी उसके परिवार के...

Read Free

एक स्त्री का बेजुबा दर्द By shama parveen

एक स्त्री जिसे त्याग की मूर्ति समझा जाता है, लोग सोचते है कि एक स्त्री का जीवन सिर्फ त्याग करने के लिए ही होता है चाहे वो त्याग मां पापा के लिए हो या पति के लिए या फिर बच्चो के लिए...

Read Free

सरजमीं - भाग(३) By Saroj Verma

दूसरे दिन से शौक़त कोचिंग सेन्टर में पढ़ाने लगा,उसका पढ़ाने का अन्द़ाज बहुत अच्छा था,सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ते थे और जब कोई स्टूडेंट उससे सवाल पूछता तो वो उसे बहुत अच्छे तरीके से समझाता...

Read Free

शहीद जवान की यादे By Dhaval

" उम्मीद है जब मेरी चिट्ठी आपको मिलेगी , आप तोलोलिंग में 2 राजरिफ की फतह की खबर सुन रहे होंगे । हमें इसके लिए परमवीर चक्र मिलेगा । मै अभी तक तो ज़िंदा हूं पर अगले अटै...

Read Free

उजाले की ओर--संस्मरण By Pranava Bharti

नमस्कार स्नेही मित्रों जीवन की गाड़ी अद्भुत --कभी भागे ,कभी खिचर-खिचर चले | कभी बिलकुल बंद होकर अड़ जाए | फिर उसे चलाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है और फिर भी वह थोड़ी दूर जाकर...

Read Free

स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem (the socialization) - 33 By Nirav Vanshavalya

वेद मार्ग में कहा बीओबी के मिस्टर शर्मा कुछ फीमेल करेंसी के बारे में कह रहे थे तो उसका क्या चैप्टर है.?अदैन्य ने पूछा लास्ट जनरेशन कितने की थी करेंसी की! वेद मरगी ने पहला पे...

Read Free

सपना का सपना ? By Priya Maurya

एक सत्रह वर्षीय लड़की जिसका नाम था सपना ।वह अपने माता पिता की पाचवी सन्तान थी । उसके चारो भाईयो को जितना प्यार घर वालों से मिलता था उसका एक हिस्सा भी उसे कभी नसीब न होता था। जब वह प...

Read Free

शुभमय 2022 - शुभमय हो नया साल By Kamal Bhansali

वर्तमान साल या वर्ष हमसे शीघ्र ही विदा लेगा, इस समझ के साथ कि हमें भी कभी न कभी धरती के जीवन से विदा होना है, अवधि या हमारी आयु के अनुसार। साल के सफर की एक निश्चित अवधि होती परन्तु...

Read Free

अन्तिम इच्छा By Pravin Khavda

अन्तिम इच्छा समय के साथ-साथ राजा कॄष्णदेव राय की माता बहुत वॄद्ध हो गई थीं। एक बार वह बहुत बीमार पड गई। उन्हें लगा कि अब वे शीघ्र ही मर जाएँगी। उन्हें आम से बहुत था, इसलिए जीवन क...

Read Free

गुरुदेव - 9 - (माली ) By नन्दलाल सुथार राही

गगन चढ़इ रज पवन प्रसंगा। कीचहिं मिलइ नीच जल संगा ।।साधु असाधु सदन सुक सारीं।सुमिरहिं राम देहिं गनि गारीं ।।पवन के संग से धूल आकाश पर चढ़ जाती है और वही नीच (नीचे की ओर बहने वाले) जल...

Read Free

हौसले की उड़ान By Ratna Pandey

शालिनी और शौर्य दोनों बहुत ही प्यार से रहते थे। शालिनी अपने पति के साथ बड़े ही प्यार से शादी की पहली सालगिरह मना रही थी। तभी अचानक शालिनी को चक्कर आने से सभी चिंताग्रस्त हो गए। तब...

Read Free

संघर्ष By Ratna Pandey

अत्यंत ही मध्यम वर्ग का रघुवर अपनी छोटी-सी दुकान से होने वाली कमाई से अपना घर परिवार अच्छी तरह से चला रहा था। किराने की छोटी-सी दुकान के दम पर ही अपनी बूढ़ी माँ, पत्नी, दो बच्चे सभ...

Read Free

आत्मा का वस्त्र By Chandresh Kumar Chhatlani

“अमोदा, तुमसे दूर नहीं रह सकता । ओ.... तुमने क्यों किया ऐसा? मेरे लिए जीने से आवश्यक तुम हो। और अगर तुम मेरे जीवन में नहीं हो तो मृत्यु का वरण ही सही है।”, अनुराग मन ही मन यह सोचता...

Read Free

मैं भी फौजी (देश प्रेम की अनोखी दास्तां) - 3 By Pooja Singh

रुस्तम सेठ की बात सुनकर गुस्सा तो बहुत आ रही थी पर बेबस अपने गांव से दूर उस विरान से कारखाने में कैद हो चुका था ...कितने साल हो गये थे बाहर की दुनिया न देखे मन तो था बस भाग जाऊं...

Read Free

आयशा कि मोहब्बत तारीक से By mim Patel

आयशा कि मोहब्बत तारीक सेे‌शिक्षक और छात्र का संबंध एक ऐसा रिश्ता है, जो कुछ रिश्तों की तरह, दुनिया में नव स्थापित है, लेकिन इतना मजबूत और स्थिर है कि यह जीवन के प्रत्येक मोड पर उप...

Read Free

एक प्रश्न By Kishanlal Sharma

सेलिबेटरी कौन बनाता है?जनतालेकिन यह अधूरा सत्य है।बिना मीडिया के केवल जनता कुछ नही है।पहले भी मीडिया ही सेलिबेटरी बन चुके को ऊपर उठाता था।पॉपुलर बनाता था।लेकिन बहुत समय लग जाता थ...

Read Free

बैलों की वापसी By Parveen Negi

रात दिन को अपने में समेट चुकी थी | सब कुछ शांत था | पर मेरा मन आज बेचैन था | कुछ घबराहट थी| शायद उसके आतंक ने मुझे बेचैन कर दिया था| बाघ . .हां बाघ . इस शिकारी जानवर का ही आतंक था...

Read Free

सहेलियां By Bhanuben Prajapati

सहेलियां*******रेशमा आज खोई हुई सी लग रही थी । उसके आंखों से आंसू बह रहे थे पता नहीं । यह क्यों रो रही थी उसके अंदर से आवाज आई और बोली तुम्हारी सहेली किस काम की है ।तुम उसको बताना...

Read Free

शाबाश ग़रीबी By Adil Uddin

एक बड़े से हॉल में तालियाँ ही तालियाँ बज रहीं थीं,तालियों की गड़गड़ाहट गूँज-गूँज कर किसी का स्वागत करने को आतुर थीं तभी तालियों की तलाश ख़त्म हुई और वो चेहरा सामने आ ही गया।उसने डेस्क...

Read Free

बदलाव By Ratna Pandey

एक ही घर में पल रहे स्वाति और अभय एक दूसरे से बहुत अलग थे, जबकि गर्भ में दोनों एक साथ ही विकसित हुए थे। एक जैसे संस्कार पाकर भी एक ही घर के दो बच्चे इतने अलग हो सकते हैं, स्वाति और...

Read Free

तुम्हें लेने वह जरूर आएगा  By Ratna Pandey

अनाया रंग रूप से साधारण थी एक आम लड़की की ही तरह किंतु भगवान ने दिमाग की अमूल्य धरोहर अपने आशीर्वाद स्वरुप उसकी झोली में डाली थी। खाने-पीने की अत्यंत ही शौकीन अनाया बचपन से ही कभी...

Read Free

दिवाली के दीये By राज कुमार कांदु

दिवाली करीब होने की वजह से पिछले कई दिनों से घर की साफसफाई में व्यस्त निशा ने आज सुबह ही समीर से कह दिया था कि वह दोनों आज दोपहर का भोजन बाहर जाकर किसी होटल में करेंगे।एक तश्तरी म...

Read Free

वो आधा घंटा  By Ratna Pandey

आज सुबह जब पवित्रा टहलने के लिए निकली तब उसे फूल बानो रास्ते में मिल गई। फूल बानो उसका नाम नहीं था किंतु सोसाइटी में फूल बांटती थी इसलिए सब उसे फूल बानो कहकर बुलाते थे। एकदम हंसमुख...

Read Free

सेवानिवृति By Shwet Kumar Sinha

आज ऑफिस में सारे स्टाफ की निगाहें बाहर आने-जाने वालों पर टिकी थी। वजह, सुबह से एक-एक करके वहां जमा हो रहा पूरा पुलिस महकमा। पता करने पर मालूम चला कि न्यायपालिका और पुलिस-प्रशासन के...

Read Free

प्रवेश परीक्षा By Shwet Kumar Sinha

प्राचीनतम नालंदा विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा विश्व की कठिनतम परीक्षाओ में से एक मानी जाती थी। मेरा निवास स्थान इससे कुछेक किलोमीटर दूरी पर ही स्थित है। आज भी आसपास के इलाकों से...

Read Free

बड़े होकर क्या बनोगे? By Shwet Kumar Sinha

प्रार्थना खत्म होते ही स्कुल के सभी बच्चे अपने-अपने क्लास की तरफ भागे। वीना मैम कक्षा वन की क्लास टीचर थी। अटेंडेंस रजिस्टर उठाकर वह भी क्लास की तरफ बढ गई। नवरात्रि का समय चल रहा थ...

Read Free

भीतर से सचेत By Kanzariya Hardik

बुद्ध का एक शिष्य था। वह सन्यास लेकर नया-नया दीक्षित हुआ था। उसने बुद्ध से पूछा के मैं आज कहां भिक्षा माँगने जाऊं? बुद्ध ने कहा, मेरी एक श्राविका है, वहाँ चले जाना।शिष्य वहाँ गया।...

Read Free

वॉलेट   By Ratna Pandey

अपने बेटे नितिन की शादी के बाद राधा बहुत ही ख़ुश थी, एक बहुत बड़ी जवाबदारी जो निपट गई थी। उसने अपने पति से कहा, "गौरव कितनी प्यारी जोड़ी है ना हमारे नितिन और नेहा की।" "हाँ राधा तुम...

Read Free

यह कैसी विडम्बना है - (अंतिम भाग) By Ratna Pandey

“जी हाँ मैम, मैं इस कॉलेज में इसीलिए आई हूँ ताकि अपने निर्दोष पति को इंसाफ़ दिला सकूँ। यह सच की लड़ाई है मैम और मुझे पूरा विश्वास है कि आप भी सच का ही साथ देंगी। मैम इतने अच्छे लड़क...

Read Free

वो माँ By Naina Yadav

जिंदगी में कई गम मिलते हैं और खुशी भी मिलती है आज मैं उसी गम से हारी औरत की दास्तां बताने जा रही हूं |जिसे अपने आप से ज्यादा अपने परिवार की पड़ी रहती थी पर फिर भी उसके परिवार के...

Read Free

एक स्त्री का बेजुबा दर्द By shama parveen

एक स्त्री जिसे त्याग की मूर्ति समझा जाता है, लोग सोचते है कि एक स्त्री का जीवन सिर्फ त्याग करने के लिए ही होता है चाहे वो त्याग मां पापा के लिए हो या पति के लिए या फिर बच्चो के लिए...

Read Free