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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Classic Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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पर्दा - 1 By mohammad sadique

रात को 12:30 हो रहा है सीमा(28) घर नही आई है !सीमा दुनिया के लडकियों से अलग लडकी है ! उसको सही गलत अच्छा बुरा का कोई परवाह नही रहता है ! सीमा अपने पापा समीम चचा(55) की चिंता बनी रह...

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रामप्यारी का प्यार By Choudhary SAchin Rosha

मंगसिर(मार्गशीर्ष/अगहन) का महीना अब दिनों की डोर पोह(पौष/पूस) को पकड़ाने वाला था। ठंड भी धीरे–धीरे अपने पैर पसार चुकी थी। सूर्य देवता भी अब बस कुछ ही क्षणों के लिए अपनी चादर से बाह...

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राक्षसराज रावण - एक पराक्रमी भाई की कहानी - भाग 1 By Neel Mukadam

यह कहानी है, मेरे भाई रावण की, जो एक अत्यंत पराक्रमी और अद्भुत राक्षससम्राट था। वेदो में वो प्रवीण था| रावण को जब भगवान शिव मिले थे, तब उसके मुख से एक गीत निकला पडा था, जिसमें भगवा...

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हेमचंद्र ‘विक्रमादित्य’ By Mohan Dhama

वैश्य हेमचंद्र विक्रमादित्य का जन्म आश्विन शुक्ल 10 विजयादशमी संवत् 1558, अर्थात् 1501 ई. को राजस्थान के अलवर जिले के मछेरी (देवली-सजरी) नामक गाँव में राय पूरनदास के यहाँ हुआ था। र...

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इंजीनियर By Er.Vishal Dhusiya

गर्व है मुझे इंजीनियर पर,कलम की नीब से लेकर वायु विमान तकइंजीनियर ही बनाता है मीलों दूर बैठे रिश्तेदारों सेइंजीनियर ही मिलवाता हैजो कभी कल्पना भी नहीं की हमनेआज पूरा करके दुनियां क...

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एक्स प्रेमिका By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी - मार्मिक एक संतरी जेल की वर्कशॉप में आया, जहां नवजोत बड़ी लगन से औज़ारों की मरम्मत कर रहा था। वह नवजोत को सामने वाले दफ्तर में ले गया। वहां जेलर ने नवजोत को उ...

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आखिर तो एक आश्रित By Ramesh Desai

मांगने से जो मौत मिल जातीतो कौन जीता इस जमाने मे ?आखिरी 72 घटों से मैं मुंबईअस्पताल के आई सी सी यु के बिस्तर में पड़ा जिंदगी और मौत के बीच लुप्पा छिप्पी का खेलखेल रहा हूं. यम राजा क...

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दो वादे... By Sanjay Nayak Shilp

दो वादे.....ट्रेन अपनी गति से उसके गाँव की ओर बढ़ी चली जा रही थी। रंजना पूरे तेरह साल बाद गाँव जा रही थी। उसके पिताजी अपने अंतिम साँसें ले रहे थे। उसने अपनी आँखें बंद करके सर को बर्...

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प्रीत की बाहों By Yogesh Kanava

प्रीत की बाहों            आज पूरे दो बरस हो गए रोहित को गए हुए । राधिका रोहित की फोटो को लेकर गुमसुम सी बैठी थी एकदम अकेली । अँधेरा हो चला था लेकिन उसका मन नहीं कर रहा था कि वह उठक...

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दूसरी औरत By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी -मार्मिक 'मैं अपनी बीवी से बहुत प्यार करता हूं।' उदास-सी आवाज़ में कहकर शकील ने सिर झुका लिया।अकरम ने काॅफी का एक घुट लिया था, तब शकील ने फिर से अपनी ब...

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चंदेल दी ट्री-लवर By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी- मार्मिकचंदेल अपने को महाराजा राव विद्याधर का वंशज कहता था जिन्होंने गजनी के महमूद को खदेड़ा था। खजुराहो मंदिर का निर्माण चंदेल राजाओं द्वारा किया गया था। ऊंचा...

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तीसरी चेतावनी By Sumit Singh

रात के आकाश की गहरी नीलिमा में से प्रभात ने झांक कर देखा कि एक युवक तेजी के साथ संकेत की तरह उठे हुए पर्वत की ओर चला जा रहा है।उसका हृदय समस्त संसार की गति से स्पंदित था।बिना तनिक...

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पश्चाताप के आंसू By Sudhir Srivastava

कहानीपश्चाताप के आंसू************* माथे की झुर्रियां कलीम के उम्र ही नहीं उनके अनुभवों की कहानी बयां कर रही थीं। पूरे गांव में उसका ही एकमात्र मुस्लिम परिवार था। कलीम की सज्जनता और...

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स्कूल गर्ल By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी- मार्मिक वह स्कूल जाने के लिए फार्म हाउस के बाहर निकली तो अपने दोस्त को ढोर-डंगर चराते देख विचलित हो गई। पूछा, 'स्कूल नहीं जाएगा?' बलवीर ने गमगीन लहजे...

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फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे - 2 By Makvana Bhavek

ब्लांड नंबर दो डेस्क की ओर परेड सी करते हुए बढ़ी, सैंडस्टोन के फर्श पर उसकी हील की टिक-टॉक साफ सुनी जा सकती थी। वह बैठ गई और दोनों अपना काम करने लगीं। शायद मि. ग्रे यही चाहते हों कि...

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फौजी की फौजन By Rakesh Rakesh

शबनम की खून की और बाकी जांच की रिपोर्ट देखकर डॉक्टर कहता है कि "आप अपने पति को अपने साथ लेकर आए मुझे आप की बीमारी के विषय में पहले उनसे कुछ चर्चा करनी पड़ेगी।"शबनम बहुत समझदार और स...

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लव जिहाद By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी- प्रेमकथा डाॅक्टरी की परिक्षा पास करने के बाद उसका पोस्टिंग सरकारी अस्पताल में हुआ था। ज्वाइनिंग के समय सी.एम.ओ ने बड़ी उदास नज़रों से उससे कहा, 'यह आतंकवा...

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मिक्स कहानी By Ajay

मंत्रमुग्ध क्षेत्र की जादुई यात्राएक बार की बात है, हरी-भरी पहाड़ियों और झिलमिलाती नदी के बीच बसे एक अनोखे गाँव में, लीला नाम की एक युवा स्वप्नद्रष्टा रहती थी। वह अपने दिन आश्चर्य...

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प्रेम दीवानी राजकुमारी By Rakesh Rakesh

प्रजा में एक भी ऐसा स्त्री पुरुष वृद्ध बच्चा नहीं था, जो की दयालु दानवीर अहिंसा प्रेमी राजा छत्रपाल के सुशासन से खुश ना हो। इसलिए जब उनकी रानी की लंबी बीमारी के बाद मृत्यु हो जाती...

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दीनू की डायरी By Yogesh Kanava

दीनू की डायरी   अपनी घुमक्कड़ प्रवृति के अनुसार ही आज एक बार फिर संदेश किसी अनजानी सी डगर पर निकल पड़ा था। अनजान राह अनजान डगर, मिशन कुछ नया जानने ओैर खोजने का! आज वो चलता जा रहा था...

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पेट पर टिकी अक़्ल By Yogesh Kanava

अपनी ही धुन में चलना, अपने में ही खोए रहना अपने आसपास क्या हो रहा है शायद उसे जानकारी ही नहीं है। कहने को दुनिया जहान की पूरी जानकारी रखने का दम भरते हैं, क्लिंटन ने लेविंस्की से क...

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खामोशिया..... By Lotus

खामोशिया अपनी कहे किस से ...जज्बत जज्बात ही रह गए हम पास आकर भी दूर हो गए हम तो लिख कर दर्द कम करते है वो सरेआम दोस्तो मे बदनाम करते है लोग कहते है बुक लिखा करो हम क्या बता ए FB.YQ...

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रहस्यमय अंधविश्वास: अंतिम सत्य की तलाश By Kali Hari

अर्जुन, नीलम और रूपेश की जीत के बाद, वे दस्तावेजों को सुरक्षित रखने का निर्णय लेते हैं। उन्होंने एक गुप्त स्थान पर गुफा चुनी है, जो अत्यंत मजबूत सुरक्षा प्रणाली से लदी हुई है।गुफा...

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कीर के उपवन की कली By DINESH KUMAR KEER

*कीर के उपवन की कली*भारत: -दिन दूर नहीं खंडित भारत को, पुनः अखंड बनाएंगे,गिलगित से गारो पर्वत तक, आजादी पर्व मनाएंगे। उस स्वर्ण दिवस के लिए आज से, कमर कसें बलिदान करें,जो पाया उसमे...

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चेहरे के विपरीत चेहरा By Anant Dhish Aman

चेहरे के विपरीत चेहरा हाँ! घर से दूर बड़े महानगर में हूँ, हाँ बड़े महानगर में! देखे भी हो कभी या सिर्फ सुना और पढा हीं है। हाँ सच कह रहा हूँ महानगर में रहने आया हूँ पढने और खूब बड़ा इ...

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घुंघरू By Yogesh Kanava

घुंघरू आज ना जाने क्या हुआ था मुझे, वापस आ तो रहा था लेकिन लग रहा था कि कुछ ना कुछ पीछे छूट गया है। मैं जब गया था तो सोचा भी न था कि इस प्रकार से, इतनी बड़ी सौगात के साथ लौटूगाँ। मै...

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मुस्कान - दिल से बंधी एक डोर (भाग-2) By DINESH KUMAR KEER

रिश्तों की अहमियत.... ? इधर तो नही दिखता। बेच दिया होगा इस शराबी ने ?""चुप रहो माँ" राधिका को न जाने क्यों नवीन को उसके मुँह पर शराबी कहना अच्छा नही लगा।फिर स्टोर रूम में पड़े सामान...

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परदेस में ज़िंदगी - भाग 2 By Ekta Vyas

कहानी:- परदेस मैं ज़िंदगी भाग - 2 अब तक आपने पढ़ा की किस प्रकार मितेश भाई के जीवन में उतार चढ़ाव आए और वो लोग हमेशा हमेशा के लिए विदेश चले गए। अब आगे विदेश का जीवन मितेश भाई के लिए...

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कोरड़ी By Yogesh Kanava

बरसाती बादलों के उमड़ आते ही पुरानी छोटे अक्सर सालती हैं । उनमें दर्द उभरता है , कुछ याद दिलाता है कि बचपन में लड़कपन में जो बार-बार पेड़ की डाल से कूदते थे , दीवार फान्दते जब अमिय...

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बूढ़ा बरगद By Yogesh Kanava

घूमने-फिरने का शौकीन संदेश आज फिर निकल गया था एक अनजानी सी डगर पर। घूमना-फिरना, नई से नई जगह देखना और उस जगह की पूरी जानकारी लेकर कुछ ना कुछ लिखना संदेश को बहुत ज्यादा पसंद था। वो...

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मुख्यधारा By Yogesh Kanava

बहुत दिनों से सन्देश कहीं जा नहीं पाया था। वो बस अपने ही कार्यालय की मारामारी में उलझा सा रह गया था। सन्देश जैसा घुम्मकड़ प्रवृति का व्यक्ति एक कुर्सी से बंधकर रह जाये तो उसके भीतर...

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सौगन्ध - (अन्तिम भाग) By Saroj Verma

मेरी बुआ ने,जो मेरे प्रसव के समय वहाँ उपस्थित थी,कन्या को जन्म देने के पश्चात मैं अचेत हो गई और जब सचेत हुई तो मुझे ये दुखभरी सूचना मिली...वसुन्धरा बोली.... तब भूकालेश्वर जी बोले.....

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और मैं वही का ककनूस हूं By Yogesh Kanava

बुझते हुए उजालों में दूर तक केवल धूल का ही राज लगता है दूर जहां आसमान धरती से आलिंगन करता जान पड़ रहा है और लाज की मारी धरती बस सुरमई हो गई सी लगती है पर यह गुबार उसे किस कदर मटमैल...

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बिसायती बाबा By Yogesh Kanava

पीठ पर गठरी लादे, सफेद ट्रीम की हुई दाढ़ी वाला बाबा महीने में एक बार उस गांव में आ ही जाता था। जब भी आता था गांवभर की औरतें उसे घेर लेती और अपनी-अपनी पसंद का सामान पूछती थी उससे। पू...

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आलू के परोंठे By Yogesh Kanava

मेरे हाथ आटे में सने थे, डोर बैल बार बार बज रही थी । मैने फंकी (हां मेरी बड़ी बेटी) को आवाज़ लगाई और दरवाज़े पर देखने के लिए कहा । वो अपने म्यूजिक में मस्त थी और उसे म्यूजिक सुनते समय...

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कंकड़ कंकड़ शंकर By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आशीष इंग्लिश, संस्कृत हिन्दी में स्नातकोत्तर कर चुका था और मैथ से स्नाकोत्तर की तैयारी में जुटा था उंसे माँ बाप परिवार को छोड़े सत्रह वर्ष हो चुके थे वह कभी कभी एकांत में रहता तो मा...

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होमो सेपियन्स By Gurpreet Singh HR02

होमो सेपियन्स , पहला आधुनिक मानव, 200,000 और 300,000 साल पहले के बीच अपने शुरुआती होमिनिड पूर्ववर्तियों से विकसित हुआ। उन्होंने लगभग 50,000 साल पहले भाषा के लिए क्षमता विकसित की थी...

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दादा जी By Ashok Kaushik

एक ज़माने पहले जब हम स्कूल में पढ़ते थे, तो बच्चों को गर्मी की छुट्टियों का इंतजार उसी वक्त से शुरू हो जाता था जब मार्च में वार्षिक परीक्षा चल रही होती थी | उन दिनों में गर्मी की छुट...

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पर्दा - 1 By mohammad sadique

रात को 12:30 हो रहा है सीमा(28) घर नही आई है !सीमा दुनिया के लडकियों से अलग लडकी है ! उसको सही गलत अच्छा बुरा का कोई परवाह नही रहता है ! सीमा अपने पापा समीम चचा(55) की चिंता बनी रह...

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रामप्यारी का प्यार By Choudhary SAchin Rosha

मंगसिर(मार्गशीर्ष/अगहन) का महीना अब दिनों की डोर पोह(पौष/पूस) को पकड़ाने वाला था। ठंड भी धीरे–धीरे अपने पैर पसार चुकी थी। सूर्य देवता भी अब बस कुछ ही क्षणों के लिए अपनी चादर से बाह...

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राक्षसराज रावण - एक पराक्रमी भाई की कहानी - भाग 1 By Neel Mukadam

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हेमचंद्र ‘विक्रमादित्य’ By Mohan Dhama

वैश्य हेमचंद्र विक्रमादित्य का जन्म आश्विन शुक्ल 10 विजयादशमी संवत् 1558, अर्थात् 1501 ई. को राजस्थान के अलवर जिले के मछेरी (देवली-सजरी) नामक गाँव में राय पूरनदास के यहाँ हुआ था। र...

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इंजीनियर By Er.Vishal Dhusiya

गर्व है मुझे इंजीनियर पर,कलम की नीब से लेकर वायु विमान तकइंजीनियर ही बनाता है मीलों दूर बैठे रिश्तेदारों सेइंजीनियर ही मिलवाता हैजो कभी कल्पना भी नहीं की हमनेआज पूरा करके दुनियां क...

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एक्स प्रेमिका By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी - मार्मिक एक संतरी जेल की वर्कशॉप में आया, जहां नवजोत बड़ी लगन से औज़ारों की मरम्मत कर रहा था। वह नवजोत को सामने वाले दफ्तर में ले गया। वहां जेलर ने नवजोत को उ...

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आखिर तो एक आश्रित By Ramesh Desai

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दो वादे... By Sanjay Nayak Shilp

दो वादे.....ट्रेन अपनी गति से उसके गाँव की ओर बढ़ी चली जा रही थी। रंजना पूरे तेरह साल बाद गाँव जा रही थी। उसके पिताजी अपने अंतिम साँसें ले रहे थे। उसने अपनी आँखें बंद करके सर को बर्...

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प्रीत की बाहों By Yogesh Kanava

प्रीत की बाहों            आज पूरे दो बरस हो गए रोहित को गए हुए । राधिका रोहित की फोटो को लेकर गुमसुम सी बैठी थी एकदम अकेली । अँधेरा हो चला था लेकिन उसका मन नहीं कर रहा था कि वह उठक...

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दूसरी औरत By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी -मार्मिक 'मैं अपनी बीवी से बहुत प्यार करता हूं।' उदास-सी आवाज़ में कहकर शकील ने सिर झुका लिया।अकरम ने काॅफी का एक घुट लिया था, तब शकील ने फिर से अपनी ब...

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चंदेल दी ट्री-लवर By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी- मार्मिकचंदेल अपने को महाराजा राव विद्याधर का वंशज कहता था जिन्होंने गजनी के महमूद को खदेड़ा था। खजुराहो मंदिर का निर्माण चंदेल राजाओं द्वारा किया गया था। ऊंचा...

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तीसरी चेतावनी By Sumit Singh

रात के आकाश की गहरी नीलिमा में से प्रभात ने झांक कर देखा कि एक युवक तेजी के साथ संकेत की तरह उठे हुए पर्वत की ओर चला जा रहा है।उसका हृदय समस्त संसार की गति से स्पंदित था।बिना तनिक...

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पश्चाताप के आंसू By Sudhir Srivastava

कहानीपश्चाताप के आंसू************* माथे की झुर्रियां कलीम के उम्र ही नहीं उनके अनुभवों की कहानी बयां कर रही थीं। पूरे गांव में उसका ही एकमात्र मुस्लिम परिवार था। कलीम की सज्जनता और...

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स्कूल गर्ल By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी- मार्मिक वह स्कूल जाने के लिए फार्म हाउस के बाहर निकली तो अपने दोस्त को ढोर-डंगर चराते देख विचलित हो गई। पूछा, 'स्कूल नहीं जाएगा?' बलवीर ने गमगीन लहजे...

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फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे - 2 By Makvana Bhavek

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फौजी की फौजन By Rakesh Rakesh

शबनम की खून की और बाकी जांच की रिपोर्ट देखकर डॉक्टर कहता है कि "आप अपने पति को अपने साथ लेकर आए मुझे आप की बीमारी के विषय में पहले उनसे कुछ चर्चा करनी पड़ेगी।"शबनम बहुत समझदार और स...

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लव जिहाद By Wajid Husain

वाजिद हुसैन की कहानी- प्रेमकथा डाॅक्टरी की परिक्षा पास करने के बाद उसका पोस्टिंग सरकारी अस्पताल में हुआ था। ज्वाइनिंग के समय सी.एम.ओ ने बड़ी उदास नज़रों से उससे कहा, 'यह आतंकवा...

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मिक्स कहानी By Ajay

मंत्रमुग्ध क्षेत्र की जादुई यात्राएक बार की बात है, हरी-भरी पहाड़ियों और झिलमिलाती नदी के बीच बसे एक अनोखे गाँव में, लीला नाम की एक युवा स्वप्नद्रष्टा रहती थी। वह अपने दिन आश्चर्य...

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प्रेम दीवानी राजकुमारी By Rakesh Rakesh

प्रजा में एक भी ऐसा स्त्री पुरुष वृद्ध बच्चा नहीं था, जो की दयालु दानवीर अहिंसा प्रेमी राजा छत्रपाल के सुशासन से खुश ना हो। इसलिए जब उनकी रानी की लंबी बीमारी के बाद मृत्यु हो जाती...

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दीनू की डायरी By Yogesh Kanava

दीनू की डायरी   अपनी घुमक्कड़ प्रवृति के अनुसार ही आज एक बार फिर संदेश किसी अनजानी सी डगर पर निकल पड़ा था। अनजान राह अनजान डगर, मिशन कुछ नया जानने ओैर खोजने का! आज वो चलता जा रहा था...

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पेट पर टिकी अक़्ल By Yogesh Kanava

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खामोशिया..... By Lotus

खामोशिया अपनी कहे किस से ...जज्बत जज्बात ही रह गए हम पास आकर भी दूर हो गए हम तो लिख कर दर्द कम करते है वो सरेआम दोस्तो मे बदनाम करते है लोग कहते है बुक लिखा करो हम क्या बता ए FB.YQ...

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रहस्यमय अंधविश्वास: अंतिम सत्य की तलाश By Kali Hari

अर्जुन, नीलम और रूपेश की जीत के बाद, वे दस्तावेजों को सुरक्षित रखने का निर्णय लेते हैं। उन्होंने एक गुप्त स्थान पर गुफा चुनी है, जो अत्यंत मजबूत सुरक्षा प्रणाली से लदी हुई है।गुफा...

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कीर के उपवन की कली By DINESH KUMAR KEER

*कीर के उपवन की कली*भारत: -दिन दूर नहीं खंडित भारत को, पुनः अखंड बनाएंगे,गिलगित से गारो पर्वत तक, आजादी पर्व मनाएंगे। उस स्वर्ण दिवस के लिए आज से, कमर कसें बलिदान करें,जो पाया उसमे...

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चेहरे के विपरीत चेहरा By Anant Dhish Aman

चेहरे के विपरीत चेहरा हाँ! घर से दूर बड़े महानगर में हूँ, हाँ बड़े महानगर में! देखे भी हो कभी या सिर्फ सुना और पढा हीं है। हाँ सच कह रहा हूँ महानगर में रहने आया हूँ पढने और खूब बड़ा इ...

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घुंघरू By Yogesh Kanava

घुंघरू आज ना जाने क्या हुआ था मुझे, वापस आ तो रहा था लेकिन लग रहा था कि कुछ ना कुछ पीछे छूट गया है। मैं जब गया था तो सोचा भी न था कि इस प्रकार से, इतनी बड़ी सौगात के साथ लौटूगाँ। मै...

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मुस्कान - दिल से बंधी एक डोर (भाग-2) By DINESH KUMAR KEER

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बरसाती बादलों के उमड़ आते ही पुरानी छोटे अक्सर सालती हैं । उनमें दर्द उभरता है , कुछ याद दिलाता है कि बचपन में लड़कपन में जो बार-बार पेड़ की डाल से कूदते थे , दीवार फान्दते जब अमिय...

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बूढ़ा बरगद By Yogesh Kanava

घूमने-फिरने का शौकीन संदेश आज फिर निकल गया था एक अनजानी सी डगर पर। घूमना-फिरना, नई से नई जगह देखना और उस जगह की पूरी जानकारी लेकर कुछ ना कुछ लिखना संदेश को बहुत ज्यादा पसंद था। वो...

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मुख्यधारा By Yogesh Kanava

बहुत दिनों से सन्देश कहीं जा नहीं पाया था। वो बस अपने ही कार्यालय की मारामारी में उलझा सा रह गया था। सन्देश जैसा घुम्मकड़ प्रवृति का व्यक्ति एक कुर्सी से बंधकर रह जाये तो उसके भीतर...

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सौगन्ध - (अन्तिम भाग) By Saroj Verma

मेरी बुआ ने,जो मेरे प्रसव के समय वहाँ उपस्थित थी,कन्या को जन्म देने के पश्चात मैं अचेत हो गई और जब सचेत हुई तो मुझे ये दुखभरी सूचना मिली...वसुन्धरा बोली.... तब भूकालेश्वर जी बोले.....

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और मैं वही का ककनूस हूं By Yogesh Kanava

बुझते हुए उजालों में दूर तक केवल धूल का ही राज लगता है दूर जहां आसमान धरती से आलिंगन करता जान पड़ रहा है और लाज की मारी धरती बस सुरमई हो गई सी लगती है पर यह गुबार उसे किस कदर मटमैल...

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बिसायती बाबा By Yogesh Kanava

पीठ पर गठरी लादे, सफेद ट्रीम की हुई दाढ़ी वाला बाबा महीने में एक बार उस गांव में आ ही जाता था। जब भी आता था गांवभर की औरतें उसे घेर लेती और अपनी-अपनी पसंद का सामान पूछती थी उससे। पू...

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आलू के परोंठे By Yogesh Kanava

मेरे हाथ आटे में सने थे, डोर बैल बार बार बज रही थी । मैने फंकी (हां मेरी बड़ी बेटी) को आवाज़ लगाई और दरवाज़े पर देखने के लिए कहा । वो अपने म्यूजिक में मस्त थी और उसे म्यूजिक सुनते समय...

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कंकड़ कंकड़ शंकर By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आशीष इंग्लिश, संस्कृत हिन्दी में स्नातकोत्तर कर चुका था और मैथ से स्नाकोत्तर की तैयारी में जुटा था उंसे माँ बाप परिवार को छोड़े सत्रह वर्ष हो चुके थे वह कभी कभी एकांत में रहता तो मा...

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होमो सेपियन्स By Gurpreet Singh HR02

होमो सेपियन्स , पहला आधुनिक मानव, 200,000 और 300,000 साल पहले के बीच अपने शुरुआती होमिनिड पूर्ववर्तियों से विकसित हुआ। उन्होंने लगभग 50,000 साल पहले भाषा के लिए क्षमता विकसित की थी...

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दादा जी By Ashok Kaushik

एक ज़माने पहले जब हम स्कूल में पढ़ते थे, तो बच्चों को गर्मी की छुट्टियों का इंतजार उसी वक्त से शुरू हो जाता था जब मार्च में वार्षिक परीक्षा चल रही होती थी | उन दिनों में गर्मी की छुट...

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