लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • मुलाकात - 3

    पल्लवी ने बताया उसका भाई पूना मे पढता है, और उसे खीच कर बोली उठ जाओ अब नही तो मा...

  • मुम्बई - पार्ट 1

    मुंबई ... अखिर क्या व्याख्या है हमारे मुंबई की। मेरे मुंबई को यू तो सपनों की नगर...

  • आसरा। वों सात परियाँ

    (अब जब यह सच्ची कहानी आपके लिए लिख रहा हूं तब मैं गांव से वापस लौट आया हूं आपने...

मुलाकात - 3 By Anju Kumari

पल्लवी ने बताया उसका भाई पूना मे पढता है, और उसे खीच कर बोली उठ जाओ अब नही तो मामी जी फिर से मुंह फुला लेंगी , जया बोली तो जा नाश्ता निकाल मै दस मिनट मे आती हूं,पल्लवी बाहर चली गई...

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ये मेरी ख्वाब सी मोहोब्बत - 11 By The_sweet_girl

सिद्धार्थ आज सिया और सारा को लेकर अपने मॉम के मैंशन आया था उसके गोद में सारा थी जोकि बहुत excited लग रही थी और सिद्धार्थ ने सिया का हाथ पकड़ा हुआ था क्युकी सिया को बहुत गबराहट हो र...

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मुम्बई - पार्ट 1 By Komal Mehta

मुंबई ... अखिर क्या व्याख्या है हमारे मुंबई की। मेरे मुंबई को यू तो सपनों की नगरी से जाना जाता है। ये नगरी में इंसान कभी भूखा नहीं रहेगा लेकिन रहने को छत नहीं है।यहां की मानो बाकी...

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आसरा। वों सात परियाँ By Deepak Pawar

(अब जब यह सच्ची कहानी आपके लिए लिख रहा हूं तब मैं गांव से वापस लौट आया हूं आपने गुजरात के घर ,उम्मीद है इसे वैसे ही लिख्खू जैसी यह कहानी है।मुझे उम्मीद हे की इस कहानी से आप यकीन कर...

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श्रीमद भगवदगीता ने बदल दी मेरी ज़िंदगी. By Piyush Goel

मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से हूँ, बचपन गाँव में ही बीता,अपने भाई बहनों के साथ,शिक्षा भी गाँव में ही हुई.बचपन में किसी ने भी गाइड नहीं किया जो भी पढ़ाई की,पापा की पोस्टिंग गाँव में...

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डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ - 2 By Dr. Pradeep Kumar Sharma

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की तीन लघुकथाएँ गले की फाँस"ये क्या मिश्रा जी, अगले महीने सेवानिवृत्त होने के बाद आप फिर से इसी ऑफिस में संविदा नियुक्ति चाहते हैं ? लगता है चालीस साल की नौक...

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चन्दन By Yashwant Kothari

यशवन्त कोठारी आपने सुनी और पढ़ी होगी रहीम की पंक्ति “चन्दन विष व्यापत नही”, लिपटे रहत भुजंग,”या किसी को चन्दन - सा बदन कहकर पुकारा होगा। भारतीय संस्कृति, साहित्य च...

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दिशा By Bharat(Raj)

दिशा हमेशा सही और सटीक होनी चाहिए चाहे मंजिल कितनी ही दूर क्यों न हो। सही दिशा की तरफ जाते हुए अपनी भावनाओं को, अपनी संवेदनाओं को ,कुछ समय के लिए पहले दु:ख ,तकलीफ ,मुसीबत, निराशा ह...

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मेरे बारे मे कुछ। By Zalri

नमस्ते दोस्तो, मेरे बारेमे तो आप जानते ही होंगे, ओह सोरी सोरी, आप कैसे जानोगे? मैंने बताया जो नही। खैर, मेरा नाम झलक है। और मुझे बचपनसे ही फिल्मों का बहोत शौक रहा है। बचपनमें फिल्...

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रिजॉर्ट संस्कृति का मारा, मैं बेचारा By Yashwant Kothari

यशवंत कोठारी इधर शादी ब्याह की दुनिया में भयंकर बदलाव आये हैं अब विवाह हाई-फाई, हाई टेक हो गए हैं. इन दिनों रिसोर्ट संस्कृति ने अपने पाँव पसार लिए है. गरीब अमीर सब अपने बच्चों की श...

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भूतपूर्व प्रेमियों के नाम… By Yashwant Kothari

यशवंत कोठारी भाइयों, मामाओं और पिताओं,  आप को व आप की यादों को प्रणाम.  आशा हैआप सब अपनी अपनी गृहस्थी में व्यस्त या अस्त व्यस्त होंगे. मुझे आप सब की याद एक साथ आई सो यह स...

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बेवफा सनम By Stylish Aishwarya

                               ये कहानी है हमारे ही भारत देश के एक जाने माने राज्य राजस्थान की । जिसमे एक कपल रहता था लड़के का नाम था आर्यन कोठियाल और लड़की का नाम था निया अग्रवाल।...

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रंग-बिरंग By Deepak sharma

आशा रानी को इधर नौकरी देने से पहले मुझे स्कूल-प्रबन्धक के कमरे में बुलाया गया। स्कूल प्रबन्धक को मेरी समझ पर बहुत भरोसा था और वे प्रत्येक नियुक्ति मेरी संस्तुति पर ही किया करते थे-...

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जिंदगी - 3 By Jay Khavada

ऐ कहानी में मेरे जीवन की सारी गटना है जो मे टूंक मा बताई गई है। कहानी को समझिए।मेरा नाम जगदीश है। और मुझे परिवार वाले प्यार से जय के नाम से बुलाते है। मेरा जन्म मध्यम परिवार में हु...

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फरिश्ता By FARHA KHAN

दूर तलक नज़र आते रोड का उसने एक ही नज़र में मुआयना किया था!कोई नहीं था!ना कोई ऑटो ना कोई टेक्सी!कभी कभी इक्का दुक्का कोई गाड़ी उधर से गुज़र जाती थी!मगर किसी गाड़ी में लिफ्ट लेना उसके बस...

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नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर। By Bharat(Raj)

जीवन को आनंद उत्साह से जीने मे ही मज़ा है बाकी दुःख दर्द तो हर चोराये पर बाहे फेलकर इतजार मे खड़ा है, कंप्यूटर सिस्टम बनकर थोड़े ही जीना है की जब मर्जी करे कोई खोले और बंद करे। जीव...

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कलयुग: पाप और पुण्य By jagGu Parjapati ️

नोट:-- यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक तथा हमारे द्वारा स्वरचित है। कलयुग अपनी चरम सीमा पर तैनात था...मानो अब तो हवा भी सांसों में पाप का जहर घोलने लगी थी। अंबर जो कभी नीला हुआ करता था व...

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मैं भाई नहीं हूँ तेरा. By jagGu Parjapati ️

( यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक है।)बात कुछ ज्यादा पुरानी तो नहीं है, बस यहीं कुछ सन् 1940 के आस पास की ही बात है। तब मैं शायद पांचवीं कक्षा में पढ़ती होऊंगी। शुरू से ही चंचल रही हूं म...

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मेरे जीवन के दो साल कम कर दो, पर By Piyush Goel

बात कुछ पुरानी हैं.एक नगर में एक बड़े ही धार्मिक सेठ रहते थे,उनका अपना पंसारी का काम था.उनके दो बेटे थे,सेठ अपने दोनों बेटे को पढ़ाना चाहते थे,सेठ का बड़ा बेटा पढ़ लिख कर अभियंता ब...

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समय बदलता तो हैं, पर थोड़ी देर से By Piyush Goel

एक सेठ बड़े ही रहीस, गुड की आढ़त का काम था,ईश्वर की पूरी कृपा थी.परिवार में सबसे छोटा बेटा बड़े ही लाड़ प्यार में पला, जिसका नाम किशोर था.सेठ ने किशोर की शादी भी बड़े ही धूम धाम से...

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प्रेम का खंडहर By Rajiya

बात उन दिनों की है जब मैं कॉलेज का स्टूडेंट था| अपने कॉलेज की ओर से हम सभी कैम्प के लिए एक जंगल में गए थे| , हलकी ठंढ थी ; अत: रात में हम सबने पूरी रात कैम्प – फायर के साथ डांस करन...

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एक टुकड़ा धूप By Lotus

चंद मिनटों की धूप चाय और किताब क्या हासिल होता है कहानी से जानिए.....lotus 🪷 सहेली ज्योति का फोन टीना को जैसे विचार आया कितने दिन हो गए गृहस्ती की आपाधापी में ये सुख तो उसने लिया ह...

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Ghost and Dream By Pawan Kumar Saini

भूत और सपना मैंने जो सीखा खुद के अनुभव से सीखा। मैंने कही नहीं पढ़ा कि सपने क्या होते है और क्यों आते मैंने अनुभव किया और लिखा। सपने में वही चीजे दिखती है जिन परिस्थियों में इंसान ह...

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मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 14 By राज कुमार कांदु

लघुकथा क्रमांक : 37नेतागिरी------------अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ वह छुटभैया नेता भगवान श्री गणेशजी की शरण में जा पहुँचा। कैमरे और उनकी फ़्लैश लाइटें चमकने लगीं। अपने चरणों में झुक...

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दुनिया के रंग... By Dr.Chandni Agravat

बदले की रात**************रोशनसिंह पुरे बीस साल बाद जेल से बहार आया था।जेल मैं गया तब सीदा साधा और दयालु था। इतने सालो मै उसका मन कठोर हो.गया था। जुलने उससे उसका परिवार छिन लिया । म...

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राइज ऑफ पिंक By dilip kumar

“ राइज ऑफ पिंक “ (लघुकथा)“कल का फीचर किस पर रहेगा मैम “ नुसरत ने योगिता जी से पूछा ?“ कल का फीचर औरतों के गहरे सांवले रंग यानी डार्क काम्प्लेक्सन पर रहेगा “ ये कहकर वो फेयरनेस क्री...

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नक्षत्रा का पंछी By jagGu Parjapati ️

उन सर्द रातों में अगर कोई घर की छत पर जाए तो ... उस अंधेरे आसमान में हजारों पक्षियों की अजीब आवाजें आसानी से सुनी जा सकती थी। हां अजीब...क्यूंकि आमतौर पर पक्षी भोर के समय ही चेहचात...

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पिंजरे का पंछी By DINESH KUMAR KEER

पिंजरे का पंछी - सेठ जी और तोता की प्रेरणा दायक कहानीएक सेठ जी और सेठानी जी हमेशा भजन - कीर्तन में जाते थे । सेठ जी के घर एक पिंजरे में तोता पाल रखा हुआ था । तोता एक दिन पूछता हैं...

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फूल और तितली By DINESH KUMAR KEER

फूल और तितली एक तितली मायूस सी बैठी हुई थी । पास ही से एक और तितली उड़ती हुई आई । उसे उदास देखकर रुक गई और बोली - क्या हुआ ? उदास क्यों इतनी लग रही हो ?वह बोली - मैं एक फूल के पास...

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अनहोनी By SURENDRA ARORA

लघुकथा अनहोनी कभी - कभी कोई अनहोनी ऐसे भी हो जाती है कि उस पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। दशकों बाद दोनों अपत्याशित रूप से एक दूसरे के सामने थे ।जब भी अवसर मिलता वो अपने इस पु...

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मेरी व्हाटस्प् वाली विश! By jagGu Parjapati ️

नोट: कहानी केवल कल्पना मात्र है! शुरुआत से ही मुझे सोशल मिडिया से अच्छा खासा लगाव रहा है... लेकिन कभी ज्यादा सोशल ना हो जाऊँ.. इसलिए खुद को व्हाट्सप् तक ही समेट लिया था.... और मेरा...

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इश्क. - 13 By om prakash Jain

इस कहानी को पाठको द्वार बहुत अच्छा सम्मान मिल रहा है ।मैं पाठकों को धन्यवाद देता हूँ। शेखर ,सिम्मी को ले कर सोच रहा है।अमेरिका वाली सहेली कहाँ से लाऊँ।सिम्मी भाभी झूठ कहा कर फ़स गई...

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सरकारी नौकरी By Arjit Mishra

आज की पीढ़ी के बच्चों के पास करियर के अनेक आयाम भी हैं और उनमें करियर के प्रति स्पष्टता भी है| किन्तु हमारे ज़माने में तो अधिकाँश बच्चे सिर्फ इसलिए पढ़ते थे, क्यूंकि पढ़ना है| बारहवीं...

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आज फिर तारिक है। By Bharat(Raj)

कोर्ट के वकीलो के काले लिबाज मे, कुछ तो काला जरूर है वरना, इतनी भी कमजोर नही हमारी न्याय प्रणाली। इतनी भी लचीली नही हमारी न्याय प्रणाली की इतनी तारीख पर तारीख दे। इन काले कोर्ट पहन...

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आंतरिक आनंद By Bharat(Raj)

आंतरिक आनंद,""आंतरिक आनंद मतलब " सुकून"वैसे देखा जाए तो इस समय भीड़भाड़ भरी दुनिया में आंतरिक आनंद लेना बहुत मुश्किल है बाह्य आनंद ठीक है सब लेते हैं पर सुकून किसी...

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बरसात की एक रात By Bharat(Raj)

बॉम्बे के मलाड वेस्ट के बंगला नंबर 305 से, रोशन जिसकी हाईट 6 फीट 2 इंच, रंग गोरा, आँखे ऐसी की किसी को देखे तो अपना बना लें, बाल एकदम सलीके से बनाये हुए, ब्लैक कलर के शूज़, हाथ मे श...

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थ्री गर्लफ्रैंड - भाग 8 By Jitin Tyagi

3 मार्च 2015Time: 19:45लगता हैं। सारी उम्र पलटा चलाते हुए गुजारने का इरादा है। तेरा, विकास बोलते हुए बड़े आराम से कुर्सी पर बैठ गया।“लगता हैं। कोई आज ज्यादा ही खुश हैं।“, सुनील‘किसी...

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अकबर - बीरबल By DINESH KUMAR KEER

कहानी संख्या - 01.चोर की दाढ़ी में तिनका, अकबर - बीरबल की कहानीएक बार की बात है, बादशाह अकबर की सबसे प्यारी अंगूठी अचानक गुम हो गई । जब बहुत ढूंढने पर भी अंगूठी नहीं मिली तो बादशाह...

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गुरु - चेला By DINESH KUMAR KEER

गुरु गुड़ और चेला शक्करमनु के माता - पिता बचपन में ही मर चुके थे। वह एक आश्रम में रहता था। आश्रम के महात्मा एक अच्छे तांत्रिक और बहुत ही सिद्ध पुरुष थे। उनकी प्रसिद्धि बहुत दूर - द...

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कुल्फी वाला By Diksha Raghuwanshi

नीरू अपने कमरे की खिड़की के पास खड़ी बाहर निहार रही थी। ठंड का मौसम था, हाथ में एक कप चाय लिए अपने बीते हुए पलों को याद कर रही थी। आज भी याद था वह दिन जब वह महज 10 साल की थी। निकली...

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किस एंड सेफ लाइफ - 1 By Alam Ansari

यह कहानी के सभी पात्र और घटनाए काल्पनिक है, इसका किसी भी व्यक्ति या घटना से कोई संबंध नहीं है। इस कहानी का उद्देश्य किसी भी जाति धर्म आदि की भावनाओ को ठेस पहुंचाना नहीं है, यदि किस...

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चोर की दाढ़ी में तिनका By दिनू

चोर की दाढ़ी में तिनका, अकबर - बीरबल की कहानीएक बार की बात है, बादशाह अकबर की सबसे प्यारी अंगूठी अचानक गुम हो गई । जब बहुत ढूंढने पर भी अंगूठी नहीं मिली तो बादशाह अकबर चिंतित हो गए...

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लोमड़ी और मुर्गी By DINESH KUMAR KEER

1. लोमड़ी और मुर्गी की मजेदार कहानीएक बार एक जंगल में एक मुर्गी और लोमड़ी कहीं बाहर भोजन की तलाश में जा रही थीं । उन दोनों में गहरी दोस्ती थी । मुर्गी पेड़ पर चढ़ जाती और जैसे ही उ...

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अनमोल By Anmol

माझे नाव अनमोल आहे माझा आवडता खेळ क्रिकेट आहे माझा आवडता विषय गणित आहे मला पुस्तके वाचायला आवडते माझ्या शाळेचे नाव व्यंकटराव स्कूल आहे माय माझी फेवरेट डिश पिझ्झा आहे मिस कॉलरशिपच्य...

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मुलाकात - 3 By Anju Kumari

पल्लवी ने बताया उसका भाई पूना मे पढता है, और उसे खीच कर बोली उठ जाओ अब नही तो मामी जी फिर से मुंह फुला लेंगी , जया बोली तो जा नाश्ता निकाल मै दस मिनट मे आती हूं,पल्लवी बाहर चली गई...

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ये मेरी ख्वाब सी मोहोब्बत - 11 By The_sweet_girl

सिद्धार्थ आज सिया और सारा को लेकर अपने मॉम के मैंशन आया था उसके गोद में सारा थी जोकि बहुत excited लग रही थी और सिद्धार्थ ने सिया का हाथ पकड़ा हुआ था क्युकी सिया को बहुत गबराहट हो र...

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मुम्बई - पार्ट 1 By Komal Mehta

मुंबई ... अखिर क्या व्याख्या है हमारे मुंबई की। मेरे मुंबई को यू तो सपनों की नगरी से जाना जाता है। ये नगरी में इंसान कभी भूखा नहीं रहेगा लेकिन रहने को छत नहीं है।यहां की मानो बाकी...

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श्रीमद भगवदगीता ने बदल दी मेरी ज़िंदगी. By Piyush Goel

मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से हूँ, बचपन गाँव में ही बीता,अपने भाई बहनों के साथ,शिक्षा भी गाँव में ही हुई.बचपन में किसी ने भी गाइड नहीं किया जो भी पढ़ाई की,पापा की पोस्टिंग गाँव में...

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चन्दन By Yashwant Kothari

यशवन्त कोठारी आपने सुनी और पढ़ी होगी रहीम की पंक्ति “चन्दन विष व्यापत नही”, लिपटे रहत भुजंग,”या किसी को चन्दन - सा बदन कहकर पुकारा होगा। भारतीय संस्कृति, साहित्य च...

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दिशा By Bharat(Raj)

दिशा हमेशा सही और सटीक होनी चाहिए चाहे मंजिल कितनी ही दूर क्यों न हो। सही दिशा की तरफ जाते हुए अपनी भावनाओं को, अपनी संवेदनाओं को ,कुछ समय के लिए पहले दु:ख ,तकलीफ ,मुसीबत, निराशा ह...

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मेरे बारे मे कुछ। By Zalri

नमस्ते दोस्तो, मेरे बारेमे तो आप जानते ही होंगे, ओह सोरी सोरी, आप कैसे जानोगे? मैंने बताया जो नही। खैर, मेरा नाम झलक है। और मुझे बचपनसे ही फिल्मों का बहोत शौक रहा है। बचपनमें फिल्...

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रिजॉर्ट संस्कृति का मारा, मैं बेचारा By Yashwant Kothari

यशवंत कोठारी इधर शादी ब्याह की दुनिया में भयंकर बदलाव आये हैं अब विवाह हाई-फाई, हाई टेक हो गए हैं. इन दिनों रिसोर्ट संस्कृति ने अपने पाँव पसार लिए है. गरीब अमीर सब अपने बच्चों की श...

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भूतपूर्व प्रेमियों के नाम… By Yashwant Kothari

यशवंत कोठारी भाइयों, मामाओं और पिताओं,  आप को व आप की यादों को प्रणाम.  आशा हैआप सब अपनी अपनी गृहस्थी में व्यस्त या अस्त व्यस्त होंगे. मुझे आप सब की याद एक साथ आई सो यह स...

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कलयुग: पाप और पुण्य By jagGu Parjapati ️

नोट:-- यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक तथा हमारे द्वारा स्वरचित है। कलयुग अपनी चरम सीमा पर तैनात था...मानो अब तो हवा भी सांसों में पाप का जहर घोलने लगी थी। अंबर जो कभी नीला हुआ करता था व...

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बात कुछ पुरानी हैं.एक नगर में एक बड़े ही धार्मिक सेठ रहते थे,उनका अपना पंसारी का काम था.उनके दो बेटे थे,सेठ अपने दोनों बेटे को पढ़ाना चाहते थे,सेठ का बड़ा बेटा पढ़ लिख कर अभियंता ब...

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प्रेम का खंडहर By Rajiya

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एक टुकड़ा धूप By Lotus

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Ghost and Dream By Pawan Kumar Saini

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दुनिया के रंग... By Dr.Chandni Agravat

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पिंजरे का पंछी By DINESH KUMAR KEER

पिंजरे का पंछी - सेठ जी और तोता की प्रेरणा दायक कहानीएक सेठ जी और सेठानी जी हमेशा भजन - कीर्तन में जाते थे । सेठ जी के घर एक पिंजरे में तोता पाल रखा हुआ था । तोता एक दिन पूछता हैं...

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फूल और तितली By DINESH KUMAR KEER

फूल और तितली एक तितली मायूस सी बैठी हुई थी । पास ही से एक और तितली उड़ती हुई आई । उसे उदास देखकर रुक गई और बोली - क्या हुआ ? उदास क्यों इतनी लग रही हो ?वह बोली - मैं एक फूल के पास...

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अनहोनी By SURENDRA ARORA

लघुकथा अनहोनी कभी - कभी कोई अनहोनी ऐसे भी हो जाती है कि उस पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। दशकों बाद दोनों अपत्याशित रूप से एक दूसरे के सामने थे ।जब भी अवसर मिलता वो अपने इस पु...

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इश्क. - 13 By om prakash Jain

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सरकारी नौकरी By Arjit Mishra

आज की पीढ़ी के बच्चों के पास करियर के अनेक आयाम भी हैं और उनमें करियर के प्रति स्पष्टता भी है| किन्तु हमारे ज़माने में तो अधिकाँश बच्चे सिर्फ इसलिए पढ़ते थे, क्यूंकि पढ़ना है| बारहवीं...

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आज फिर तारिक है। By Bharat(Raj)

कोर्ट के वकीलो के काले लिबाज मे, कुछ तो काला जरूर है वरना, इतनी भी कमजोर नही हमारी न्याय प्रणाली। इतनी भी लचीली नही हमारी न्याय प्रणाली की इतनी तारीख पर तारीख दे। इन काले कोर्ट पहन...

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आंतरिक आनंद By Bharat(Raj)

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बरसात की एक रात By Bharat(Raj)

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थ्री गर्लफ्रैंड - भाग 8 By Jitin Tyagi

3 मार्च 2015Time: 19:45लगता हैं। सारी उम्र पलटा चलाते हुए गुजारने का इरादा है। तेरा, विकास बोलते हुए बड़े आराम से कुर्सी पर बैठ गया।“लगता हैं। कोई आज ज्यादा ही खुश हैं।“, सुनील‘किसी...

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अकबर - बीरबल By DINESH KUMAR KEER

कहानी संख्या - 01.चोर की दाढ़ी में तिनका, अकबर - बीरबल की कहानीएक बार की बात है, बादशाह अकबर की सबसे प्यारी अंगूठी अचानक गुम हो गई । जब बहुत ढूंढने पर भी अंगूठी नहीं मिली तो बादशाह...

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गुरु - चेला By DINESH KUMAR KEER

गुरु गुड़ और चेला शक्करमनु के माता - पिता बचपन में ही मर चुके थे। वह एक आश्रम में रहता था। आश्रम के महात्मा एक अच्छे तांत्रिक और बहुत ही सिद्ध पुरुष थे। उनकी प्रसिद्धि बहुत दूर - द...

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कुल्फी वाला By Diksha Raghuwanshi

नीरू अपने कमरे की खिड़की के पास खड़ी बाहर निहार रही थी। ठंड का मौसम था, हाथ में एक कप चाय लिए अपने बीते हुए पलों को याद कर रही थी। आज भी याद था वह दिन जब वह महज 10 साल की थी। निकली...

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किस एंड सेफ लाइफ - 1 By Alam Ansari

यह कहानी के सभी पात्र और घटनाए काल्पनिक है, इसका किसी भी व्यक्ति या घटना से कोई संबंध नहीं है। इस कहानी का उद्देश्य किसी भी जाति धर्म आदि की भावनाओ को ठेस पहुंचाना नहीं है, यदि किस...

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चोर की दाढ़ी में तिनका By दिनू

चोर की दाढ़ी में तिनका, अकबर - बीरबल की कहानीएक बार की बात है, बादशाह अकबर की सबसे प्यारी अंगूठी अचानक गुम हो गई । जब बहुत ढूंढने पर भी अंगूठी नहीं मिली तो बादशाह अकबर चिंतित हो गए...

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लोमड़ी और मुर्गी By DINESH KUMAR KEER

1. लोमड़ी और मुर्गी की मजेदार कहानीएक बार एक जंगल में एक मुर्गी और लोमड़ी कहीं बाहर भोजन की तलाश में जा रही थीं । उन दोनों में गहरी दोस्ती थी । मुर्गी पेड़ पर चढ़ जाती और जैसे ही उ...

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अनमोल By Anmol

माझे नाव अनमोल आहे माझा आवडता खेळ क्रिकेट आहे माझा आवडता विषय गणित आहे मला पुस्तके वाचायला आवडते माझ्या शाळेचे नाव व्यंकटराव स्कूल आहे माय माझी फेवरेट डिश पिझ्झा आहे मिस कॉलरशिपच्य...

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