लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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अधूरा इश्क़ By Ankit Kumar

मै करन बोल रहा हूँ मेरी भी कुछ खवाइशे थी दुसरो की तरह जो पूरी ना हो पाई, कुछ सपने थे जो टूट गए, कुछ अर्मान थे जो अधूरे रह गए। एक शादी शुदा लड़की से प्रेम करना मेरे जीवन की सबसे बड़...

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पति पत्नी का रिश्ता By Sohu Pramod

पति को संभोग सुख दो तो वो तुम्हे दुनिया के सारे सुख देगा अपनी सहेलियों मां और चाची से ये बात हमेशा सुनती आरही थी लेकिन असल में कमी कुछ और थी 35 साल की उम्र में मेरा विवाह हुआ ये का...

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अनीश और अनिक By DINESH KUMAR KEER

अनीश और अनिकएक मजदूर के दो पुत्र थे । अनीश और अनिक । एक दिन मजदूर अपनी पत्नी के साथ दूसरे गाँव में किसी काम से गया । जाते समय मजदूर ने अपने दोनों बच्चों पर घर की देखभाल की जिम्मेदा...

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सुहाना सफर By Vijay Sanga

ये कहानी है सन् 2016 की.... इंदौर से वाराणसी की और जाने वाली ट्रेन मे कुछ 4 से 5 लड़के एक साथ सफर कर रहे थे। वो सभी पक्के दोस्त थे और घूमने के लिए वाराणसी जा रहे थे। रात के करीबन 2...

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जरूरी नहीं प्यार का अंजाम शादी हो By S Sinha

     जरूरी नहीं  प्यार का अंजाम शादी हो    Jaroori Nahi Pyar ka Anzam Shadi Ho    मोहन और मीरा दोनों बिहार के आरा शहर के हाई स्कूल में पढ़ते थे  .   हालांकि दोनों अलग जाति  के थे पर...

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अनोखी दुनिया - भाग 1 By Ziya Bagde

यमन लोकप्रात: काल सभी यमन बाशियो के कानों मे एक मधुर भजन सुनाई देता है जिससे सभी लोग मंदिर में आकर उपस्थित हो जाते हैं ( जी हाँ ये ही है हमारी कहानी की मुख्य नायिका महारानी यकछीका...

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पूरा हो जाना... By Deepak Kashyap

"अम्मा की तबियत ठीक नहीं चल रही है, उम्र भी काफ़ी है। अस्पताल वालो ने घर भेज दिया है, बोल दिया है, सेवा करो!", माँ ने विवेक से घर का काम ख़त्म करते हुए कहाँ।"हाँ पता है मम्मी, मैं पर...

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इश्क फरेबी By Vijay Sanga

दिल्ली शहर....! कहते हैं दिल्ली दीवालों की है दिलबरों की है । लेकिन कहते हैं ना, हर खूबसूरत दिखने वाली चीज खूबसूरत नही होती ! वैसे ही दिल्ली भी है। भारत मे सबसे ज्यादा क्राईम रेट क...

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पछतावा - गलती या नासमझी...? By Vijay Sanga

ये कहानी है इंदौर में रहने वाले अनमोल यादव की, जो काम की तलाश में अपने कुछ दोस्तों के साथ इंदौर शहर आया था। उसने और उसके दोस्तों ने रहने के लिए मिलकर किराए पर एक कमरा ले लिया था।कु...

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पुण्य By DINESH KUMAR KEER

पुण्य -सुबह का खूबसूरत नजारा था । चारों तरफ हरे - भरे पेड़ - पौधे पास में प्यारी सी बहती नदी चिड़ियों की चहचहाहट थी ।आरुष अपने मित्रों के साथ प्रतिदिन सुबह - सुबह टहलने के लिए घर स...

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गोकुल का चिंटू यादव By Vijay Sanga

ये कहानी है मथुरा जिले के गोकुल मे रहने वाले चिंटू ग्वाला की। चिंटू वैसे तो 19 साल का था , लेकिन उसका दिमाग बिलकुल किसी 9–10 साल के बच्चे जैसा था। चिंटू जब 10 साल का था, तब अपने मम...

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मैं कौन हूँ? By DINESH KUMAR KEER

1.ईमानदारी से बड़ा फलएक सुभाकी नामक गाँव में शान्तनु और उसकी बूढ़ी काकी रहते थे। काकी बहुत ही समझदार थी और शान्तनु को सदैव सच्चाई और ईमानदारी का पाठ पढ़ाती रहती थी। जिसका नतीजा यह...

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ऊंट और गीदड़ By DINESH KUMAR KEER

1.ऊंट और गीदड़एक जंगल में ऊंट और गीदड़ रहते थे। वे पक्के मित्र थे। ऊंट सीधा - सादा तथा गीदड़ बहुत दुष्ट था। गीदड़ ने कहा, "कि पास में एक मीठे गन्ने का खेत है, आओ गन्ने खाने चलें।"...

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अवसर दस्तक ज़रूर देता हैं पर पता नहीं किस मोड़ पर …. By Piyush Goel

केशर गढ़ के राजा बड़े ही धार्मिक व दयालु प्रवृति के इंसान थे,महीने २ महीने में अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए दौरा करते थे, जो भी कुछ कमी देखते उसको हमेशा पूरा करते,लोगो से मिलते उ...

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हंस और कौवा By DINESH KUMAR KEER

हंस और कौवापुराने जमाने में एक शहर में दो ब्राह्मण पुत्र रहते थे, एक गरीब था तो दूसरा अमीर.. दोनों पड़ोसी थे.. गरीब ब्राम्हण की पत्नी, उसे रोज़ ताने देती, झगड़ती एक दिन ग्यारस के द...

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मर्म की बात By उषा जरवाल

                                                                                                 मर्म की बात ये तो आप सब जानते ही हैं कि कृष्ण जी ज्ञान के अथाह सागर थे | जब कुरुक्ष...

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भाग्य By DINESH KUMAR KEER

"भाग्य....विवाहयोग्य युवक युवती के परिवार वाले ध्यान से पढ़े..!!एक 26 वर्षीय लड़की के पिताजी को उसके नजदीक के परिजन ने एक योग्य वर के बारे में बात की....लड़का शहर में नौकरी करता है दि...

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जादुई तोहफा By Vijay Sanga

सभी लोग जानते हैं की कश्मीर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है । यहां के खूबसूरत पहाड़ और वादियों की खूबसूरती किसी से भी छुपी नहीं है । लेकिन कभी कभी खूबसूरत दिखने वाली चीजों में कु...

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मुलाकात - 8 By Anju Kumari

जया भी आनन्द से मिलने को बहुत आतुर थी वो भी कब से आनन्द को बुला रही थी मिलने को और आनन्द अपनी ही प्लानिंग मे बिजी था , उसने जया को एक कॉफी हाउस मे बुलाया ,दोनो अपने अपने भविष्य की...

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आए बैठे खाए पिए और खिसके By S Sinha

                                         आए बैठे  खाए पिए और खिसके    संजय का फ्री पीरियड था , वह टीचर रूम में अपने सहकर्मियों के साथ बैठा था , तभी उसकी पत्नी सीमा का फोन आया “ सुन...

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द वेन्ट्रोलोकिस्ट बनाम गूँगी गुड़िया By Sanjay Nayak Shilp

वेन्ट्रोलोकिस्ट बनाम गूंगी गुड़ियावो एक वेन्ट्रोलोकिस्ट था, वेन्ट्रोलोकिस्ट उसे कहते हैं जो हाथ में एक गुड्डा जैसा पात्र लेकर अपनी आवाज में भी बोलता है, और उस गुड्डे की आवाज भी निका...

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ये तो होना ही था By S Sinha

                                                              ये तो होना ही था    साइमन और इसाबेल गोवा में रहने वाले ईसाई परिवार से थे  .  दोनों के पूर्वज लगभग 200 साल पूर्व पुर्तग...

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मालिक By DINESH KUMAR KEER

मालिक*रोज की तरह कुछ दिन पहले मैं गौशाला में सेवा कर रहा था। मेरे हाथ में चारे का कट्टा था। और मैं एक खोर पर चढकर दुसरी खोर मे चारा डाल रहा था।उन दोनों के बीच में एक लोहे का मोटा स...

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एक अनोखा मिलन। By Nitesh Kumar

: एक अनोखा मिलन :"एक छोटे गाँव में, एक गरीब लड़का और एक अमीर लड़की की कहानी है। गाँव में होने वाली एक परंपरागत मेले में वे एक-दूसरे से मिलते हैं। लड़का एक साधारण परिवार से है, जबकि...

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कसक By Suresh Chaudhary

मकान के ठीक सामने बडा सा टेंट और दावत में शामिल हजारों आदमी,मन भावन भोजन। अचानक घर के अंदर आ गया मैं।,, बेटे इतना बडा इंतजाम करने की क्या आवश्यकता थी,,। मां ने मेरे पास आते हुए कहा...

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प्रकृति से लगाव By Nitesh Kumar

:प्रकृति से लगाव:Title(शीर्षक): Attachment to natureउद्देश्य: कपिल, एक छोटे से गाँव का लड़का है, जो Nature के बहुत ही करीबी है, अपने सपनों की खोज में शहर चला आया है। शहर की गलियों...

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डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ - 5 By Dr. Pradeep Kumar Sharma

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ 5 (1) डिबेट नेशनल न्यूज चैनल द्वारा पिछले हफ्ते भर से प्रसारित किया जा रहा था कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारतवर्ष के राष्ट्रीय महापर्व...

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ये तुम्हारी मेरी बातें - 8 By Preeti

पिछले भाग में.." भाभी जी, आप बैठिए मुझे ज़रूरी काम से बाहर जाना पड़ेगा, एक मुवक्किल को टाइम दे रक्खा था अभी याद आया। प्रतिमा वो फाइल निकाल दो चलकर जल्दी से, चलो प्लीज़।" " कौन सी फ...

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रंग बिखेरते फूल By DINESH KUMAR KEER

1. मुझे माफ कर दो : - श्याम लाल अत्यन्त सरल स्वभाव का व्यक्ति था । वह भाग्य से अधिक कर्म करने पर विश्वास करता था । इसके लिए उसका अपना परिचय कठोर सख्त - स्वभाव का था । अनुशासन और मा...

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मुझे तेरी जरुरत है - 2 By Rose

प्रेम जैसे ही आँखें खोलता है वो खुद को किसी और जगहा पता है जैसे की वो कही दूसरे दुनिया में हो वो उठ कर खड़ा होता है और यहां वहा देखने लगता हैं क्यू की वहा एक भी car या bus दिख नहीं...

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शुभ संकल्प समूह द्वारा तूलिका के रंग कार्यक्रम आयोजित। By Dr Sunita Shrivastava

शुभ संकल्प समूह द्वारा "तूलिकाके रंग" शीर्षक पर रंगा-रंग फाग उत्सव संपन्न।****लोकप्रिय संस्था शुभ संकल्प समूह द्वारा इंदौर की शान व भारतीय लोक संस्कृति की प्रशंसा यूरोप के नीदरलैंड...

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ट्रैफिक रूल्स By brijesh k

रोहन कर की चाबियां अपने बेटे को दे रहा है , जिसे हाल फीमेल ड्राइविंग लाइसेंसमिल है l लेकिन वह कुछ सोचते हुए अचानक के रुक गया l उन्होंने अपने बेटे से कहा एक बार मुझे ऑफिस के लिए देर...

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बिबटया By संदिप खुरुद

बिबटया गेल्या महिनाभरापासून बालाघाटाच्या डोंगररांगेत व परिसरात बिबटया आल्याची जोरदार चर्चा सुरु होती. बहरात आलेल्या ‍पिकांना ‍दिवसा लाईट नसल्यामुळे रात्री पाणी देण्यासाठी जाणाऱ्या...

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हथकड़ी - 1 By Ashish Bagerwal

जिंदगी किस मोड़ पर कैसे और कब बदल जाए ये कह नही सकते, ऐसा ही कुछ राजपुरोहित जी के साथ हुआ। हीरालाल जी बहुत ही संपन्न और प्रतिष्ठित कारोबारी थे। हर ओर उनकी प्रतिष्ठा, वैभवता की ख्या...

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माफी - भाग 2 By Suresh Chaudhary

,, चिंता मत करो, सुधा जी मैं आपके लिए सुमेश का कहीं से भी तलाश करके लाऊंगा,,। धीमी चाल से चलते हुए पंकज ने कहा।,, लेकिन बेटे मेने अभी बताया है कि सुमेश, यह शहर छोड़कर हमेशा के लिए...

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रिश्तो में ईगो .. By ︎︎αʍί..

कैसे हो दोस्तों ...आशा करती हूं कि मजे में ही होगे। आज मैं पहली बार मातृ भारती पर आपके सामने एक बहुत ही छोटी सी कहानी लेकर आई हूं। जो आंचल और ऋषिकेश की है। दोस्तों इगो घमंड गुरुर क...

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मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 15 By राज कुमार कांदु

लघुकथा क्रमांक 40 जानवर कौन ?************वह एक पशु चिकित्सक थी। पशुओं के प्रति प्रेम और करुणा ने उसे हमेशा पशु चिकित्सक बनने के लिए प्रेरित किया था। वह अक्सर राह चलते हुए किसी भी घ...

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शुभ प्रभात By DINESH KUMAR KEER

1. शुभ प्रभात- कितना अपनापन लिए लगती थी प्रातः काल की वह बेला, जब सूर्योदय से पूर्व ही नित्य अमित गाँव से शुभ प्रभात सन्देश सुबह - सुबह शहर में अमन को मिल जाता। उसे लगता कि वह चाहे...

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मेरा एक प्रश्न देश के प्रधान से । By नंदी

रास्ते में भिड़ बड़ी लगी हुई थी, ट्रैफिक जाम था ,और सब रास्ता खुल ने की राह में ऑफिस जाने के लिए राह देख रहे थे। तभी पुलिस वाले सबको साइड में करने लगे ,और रास्ते एकदम साफ,धूल मिट्ट...

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राजा और मदिरा - भाग 1 By नंदी

एक धार्मिक राजा हुआ करता था ,,,,, यज्ञ , दान,धर्म,कल्याण कारी कर्म में उसकी रुचि खूब थी। पूरे राज्य में नए मंदिर बंधवाना , गरीबों को सेवा करना आदि काम में राजकोष का खूब धन लगाया जा...

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अभागन कहीं की By Rakesh Rakesh

काजल को पता था कि मेरी विधवा मां मेरा और मेरे छोटे भाई दीपू का पेट आज तक घरों में झाड़ू पोंछा बर्तन धोकर खान पका कर भरती आई है। अब मां के शरीर में इतनी शक्ति नहीं है कि वह मेरा पेट...

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मुम्बई - पार्ट 2 By Komal Mehta

तो दोस्तों आपने सुना कि हमरा आघात हो चुका था, मुंबई में, सारे शिकायतों को मन से अलविदा करते हुये, जीवन को जीना शुरू किया. तब में 8th std में थी, गुजरात में तो मे Grils school में s...

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बकरे की अम्मा By SURENDRA ARORA

लघुकथा बकरे की अम्मा " साब जी ! नया कानून तो लाजवाब है। " " किस कानून की बात कर रहे हो दिलबर ?" " साब जी , अब हर बलात्कारी की सजा मौत मतलब फांसीं से कम कुछ नहीं। " " होना भी यही चा...

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तुम्हारे लिए ये फूल By Kamini Trivedi

आदित्य पान के गल्ले पर रोज बैठकर दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाया करता था । उम्र 20 वर्ष । चेहरा गोल । हल्की सी मूंछें थी । छोटे बाल थे । सिगरेट पीने की लत उसे पता नहीं कहां से लग गई थी...

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अधूरा इश्क़ By Ankit Kumar

मै करन बोल रहा हूँ मेरी भी कुछ खवाइशे थी दुसरो की तरह जो पूरी ना हो पाई, कुछ सपने थे जो टूट गए, कुछ अर्मान थे जो अधूरे रह गए। एक शादी शुदा लड़की से प्रेम करना मेरे जीवन की सबसे बड़...

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पति पत्नी का रिश्ता By Sohu Pramod

पति को संभोग सुख दो तो वो तुम्हे दुनिया के सारे सुख देगा अपनी सहेलियों मां और चाची से ये बात हमेशा सुनती आरही थी लेकिन असल में कमी कुछ और थी 35 साल की उम्र में मेरा विवाह हुआ ये का...

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अनीश और अनिक By DINESH KUMAR KEER

अनीश और अनिकएक मजदूर के दो पुत्र थे । अनीश और अनिक । एक दिन मजदूर अपनी पत्नी के साथ दूसरे गाँव में किसी काम से गया । जाते समय मजदूर ने अपने दोनों बच्चों पर घर की देखभाल की जिम्मेदा...

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सुहाना सफर By Vijay Sanga

ये कहानी है सन् 2016 की.... इंदौर से वाराणसी की और जाने वाली ट्रेन मे कुछ 4 से 5 लड़के एक साथ सफर कर रहे थे। वो सभी पक्के दोस्त थे और घूमने के लिए वाराणसी जा रहे थे। रात के करीबन 2...

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जरूरी नहीं प्यार का अंजाम शादी हो By S Sinha

     जरूरी नहीं  प्यार का अंजाम शादी हो    Jaroori Nahi Pyar ka Anzam Shadi Ho    मोहन और मीरा दोनों बिहार के आरा शहर के हाई स्कूल में पढ़ते थे  .   हालांकि दोनों अलग जाति  के थे पर...

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अनोखी दुनिया - भाग 1 By Ziya Bagde

यमन लोकप्रात: काल सभी यमन बाशियो के कानों मे एक मधुर भजन सुनाई देता है जिससे सभी लोग मंदिर में आकर उपस्थित हो जाते हैं ( जी हाँ ये ही है हमारी कहानी की मुख्य नायिका महारानी यकछीका...

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पूरा हो जाना... By Deepak Kashyap

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इश्क फरेबी By Vijay Sanga

दिल्ली शहर....! कहते हैं दिल्ली दीवालों की है दिलबरों की है । लेकिन कहते हैं ना, हर खूबसूरत दिखने वाली चीज खूबसूरत नही होती ! वैसे ही दिल्ली भी है। भारत मे सबसे ज्यादा क्राईम रेट क...

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ये कहानी है इंदौर में रहने वाले अनमोल यादव की, जो काम की तलाश में अपने कुछ दोस्तों के साथ इंदौर शहर आया था। उसने और उसके दोस्तों ने रहने के लिए मिलकर किराए पर एक कमरा ले लिया था।कु...

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पुण्य By DINESH KUMAR KEER

पुण्य -सुबह का खूबसूरत नजारा था । चारों तरफ हरे - भरे पेड़ - पौधे पास में प्यारी सी बहती नदी चिड़ियों की चहचहाहट थी ।आरुष अपने मित्रों के साथ प्रतिदिन सुबह - सुबह टहलने के लिए घर स...

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गोकुल का चिंटू यादव By Vijay Sanga

ये कहानी है मथुरा जिले के गोकुल मे रहने वाले चिंटू ग्वाला की। चिंटू वैसे तो 19 साल का था , लेकिन उसका दिमाग बिलकुल किसी 9–10 साल के बच्चे जैसा था। चिंटू जब 10 साल का था, तब अपने मम...

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मैं कौन हूँ? By DINESH KUMAR KEER

1.ईमानदारी से बड़ा फलएक सुभाकी नामक गाँव में शान्तनु और उसकी बूढ़ी काकी रहते थे। काकी बहुत ही समझदार थी और शान्तनु को सदैव सच्चाई और ईमानदारी का पाठ पढ़ाती रहती थी। जिसका नतीजा यह...

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ऊंट और गीदड़ By DINESH KUMAR KEER

1.ऊंट और गीदड़एक जंगल में ऊंट और गीदड़ रहते थे। वे पक्के मित्र थे। ऊंट सीधा - सादा तथा गीदड़ बहुत दुष्ट था। गीदड़ ने कहा, "कि पास में एक मीठे गन्ने का खेत है, आओ गन्ने खाने चलें।"...

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हंस और कौवा By DINESH KUMAR KEER

हंस और कौवापुराने जमाने में एक शहर में दो ब्राह्मण पुत्र रहते थे, एक गरीब था तो दूसरा अमीर.. दोनों पड़ोसी थे.. गरीब ब्राम्हण की पत्नी, उसे रोज़ ताने देती, झगड़ती एक दिन ग्यारस के द...

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मर्म की बात By उषा जरवाल

                                                                                                 मर्म की बात ये तो आप सब जानते ही हैं कि कृष्ण जी ज्ञान के अथाह सागर थे | जब कुरुक्ष...

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भाग्य By DINESH KUMAR KEER

"भाग्य....विवाहयोग्य युवक युवती के परिवार वाले ध्यान से पढ़े..!!एक 26 वर्षीय लड़की के पिताजी को उसके नजदीक के परिजन ने एक योग्य वर के बारे में बात की....लड़का शहर में नौकरी करता है दि...

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जादुई तोहफा By Vijay Sanga

सभी लोग जानते हैं की कश्मीर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है । यहां के खूबसूरत पहाड़ और वादियों की खूबसूरती किसी से भी छुपी नहीं है । लेकिन कभी कभी खूबसूरत दिखने वाली चीजों में कु...

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मुलाकात - 8 By Anju Kumari

जया भी आनन्द से मिलने को बहुत आतुर थी वो भी कब से आनन्द को बुला रही थी मिलने को और आनन्द अपनी ही प्लानिंग मे बिजी था , उसने जया को एक कॉफी हाउस मे बुलाया ,दोनो अपने अपने भविष्य की...

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आए बैठे खाए पिए और खिसके By S Sinha

                                         आए बैठे  खाए पिए और खिसके    संजय का फ्री पीरियड था , वह टीचर रूम में अपने सहकर्मियों के साथ बैठा था , तभी उसकी पत्नी सीमा का फोन आया “ सुन...

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द वेन्ट्रोलोकिस्ट बनाम गूँगी गुड़िया By Sanjay Nayak Shilp

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मालिक By DINESH KUMAR KEER

मालिक*रोज की तरह कुछ दिन पहले मैं गौशाला में सेवा कर रहा था। मेरे हाथ में चारे का कट्टा था। और मैं एक खोर पर चढकर दुसरी खोर मे चारा डाल रहा था।उन दोनों के बीच में एक लोहे का मोटा स...

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एक अनोखा मिलन। By Nitesh Kumar

: एक अनोखा मिलन :"एक छोटे गाँव में, एक गरीब लड़का और एक अमीर लड़की की कहानी है। गाँव में होने वाली एक परंपरागत मेले में वे एक-दूसरे से मिलते हैं। लड़का एक साधारण परिवार से है, जबकि...

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कसक By Suresh Chaudhary

मकान के ठीक सामने बडा सा टेंट और दावत में शामिल हजारों आदमी,मन भावन भोजन। अचानक घर के अंदर आ गया मैं।,, बेटे इतना बडा इंतजाम करने की क्या आवश्यकता थी,,। मां ने मेरे पास आते हुए कहा...

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प्रकृति से लगाव By Nitesh Kumar

:प्रकृति से लगाव:Title(शीर्षक): Attachment to natureउद्देश्य: कपिल, एक छोटे से गाँव का लड़का है, जो Nature के बहुत ही करीबी है, अपने सपनों की खोज में शहर चला आया है। शहर की गलियों...

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डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ - 5 By Dr. Pradeep Kumar Sharma

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ 5 (1) डिबेट नेशनल न्यूज चैनल द्वारा पिछले हफ्ते भर से प्रसारित किया जा रहा था कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारतवर्ष के राष्ट्रीय महापर्व...

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ये तुम्हारी मेरी बातें - 8 By Preeti

पिछले भाग में.." भाभी जी, आप बैठिए मुझे ज़रूरी काम से बाहर जाना पड़ेगा, एक मुवक्किल को टाइम दे रक्खा था अभी याद आया। प्रतिमा वो फाइल निकाल दो चलकर जल्दी से, चलो प्लीज़।" " कौन सी फ...

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रंग बिखेरते फूल By DINESH KUMAR KEER

1. मुझे माफ कर दो : - श्याम लाल अत्यन्त सरल स्वभाव का व्यक्ति था । वह भाग्य से अधिक कर्म करने पर विश्वास करता था । इसके लिए उसका अपना परिचय कठोर सख्त - स्वभाव का था । अनुशासन और मा...

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मुझे तेरी जरुरत है - 2 By Rose

प्रेम जैसे ही आँखें खोलता है वो खुद को किसी और जगहा पता है जैसे की वो कही दूसरे दुनिया में हो वो उठ कर खड़ा होता है और यहां वहा देखने लगता हैं क्यू की वहा एक भी car या bus दिख नहीं...

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शुभ संकल्प समूह द्वारा तूलिका के रंग कार्यक्रम आयोजित। By Dr Sunita Shrivastava

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ट्रैफिक रूल्स By brijesh k

रोहन कर की चाबियां अपने बेटे को दे रहा है , जिसे हाल फीमेल ड्राइविंग लाइसेंसमिल है l लेकिन वह कुछ सोचते हुए अचानक के रुक गया l उन्होंने अपने बेटे से कहा एक बार मुझे ऑफिस के लिए देर...

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बिबटया By संदिप खुरुद

बिबटया गेल्या महिनाभरापासून बालाघाटाच्या डोंगररांगेत व परिसरात बिबटया आल्याची जोरदार चर्चा सुरु होती. बहरात आलेल्या ‍पिकांना ‍दिवसा लाईट नसल्यामुळे रात्री पाणी देण्यासाठी जाणाऱ्या...

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हथकड़ी - 1 By Ashish Bagerwal

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माफी - भाग 2 By Suresh Chaudhary

,, चिंता मत करो, सुधा जी मैं आपके लिए सुमेश का कहीं से भी तलाश करके लाऊंगा,,। धीमी चाल से चलते हुए पंकज ने कहा।,, लेकिन बेटे मेने अभी बताया है कि सुमेश, यह शहर छोड़कर हमेशा के लिए...

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रिश्तो में ईगो .. By ︎︎αʍί..

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मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 15 By राज कुमार कांदु

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शुभ प्रभात By DINESH KUMAR KEER

1. शुभ प्रभात- कितना अपनापन लिए लगती थी प्रातः काल की वह बेला, जब सूर्योदय से पूर्व ही नित्य अमित गाँव से शुभ प्रभात सन्देश सुबह - सुबह शहर में अमन को मिल जाता। उसे लगता कि वह चाहे...

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मेरा एक प्रश्न देश के प्रधान से । By नंदी

रास्ते में भिड़ बड़ी लगी हुई थी, ट्रैफिक जाम था ,और सब रास्ता खुल ने की राह में ऑफिस जाने के लिए राह देख रहे थे। तभी पुलिस वाले सबको साइड में करने लगे ,और रास्ते एकदम साफ,धूल मिट्ट...

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राजा और मदिरा - भाग 1 By नंदी

एक धार्मिक राजा हुआ करता था ,,,,, यज्ञ , दान,धर्म,कल्याण कारी कर्म में उसकी रुचि खूब थी। पूरे राज्य में नए मंदिर बंधवाना , गरीबों को सेवा करना आदि काम में राजकोष का खूब धन लगाया जा...

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काजल को पता था कि मेरी विधवा मां मेरा और मेरे छोटे भाई दीपू का पेट आज तक घरों में झाड़ू पोंछा बर्तन धोकर खान पका कर भरती आई है। अब मां के शरीर में इतनी शक्ति नहीं है कि वह मेरा पेट...

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मुम्बई - पार्ट 2 By Komal Mehta

तो दोस्तों आपने सुना कि हमरा आघात हो चुका था, मुंबई में, सारे शिकायतों को मन से अलविदा करते हुये, जीवन को जीना शुरू किया. तब में 8th std में थी, गुजरात में तो मे Grils school में s...

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बकरे की अम्मा By SURENDRA ARORA

लघुकथा बकरे की अम्मा " साब जी ! नया कानून तो लाजवाब है। " " किस कानून की बात कर रहे हो दिलबर ?" " साब जी , अब हर बलात्कारी की सजा मौत मतलब फांसीं से कम कुछ नहीं। " " होना भी यही चा...

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तुम्हारे लिए ये फूल By Kamini Trivedi

आदित्य पान के गल्ले पर रोज बैठकर दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाया करता था । उम्र 20 वर्ष । चेहरा गोल । हल्की सी मूंछें थी । छोटे बाल थे । सिगरेट पीने की लत उसे पता नहीं कहां से लग गई थी...

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