सामाजिक कहानियां कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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जगत का जंजाल-संसृति By Shivraj Anand

         (मनुष्यों को अपने हृदय की सु बुद्धि से दीपशिखा जलाने चाहिए।उन्हे इक दुसरे के मध्य भेदभाव डालकर मौजमस्ती नही करनी चाहिए।मौजमस्ती दो पल की भूल है उनके कुबुद्धि का फल शूल है)...

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वो श्याम सलोनी - 1 By Anshika

वो एकटक बगीचे के फूलों को निहार रही थी रंग रूप पर उसने कभी खुद से ध्यान ही नहीं दिया था क्योंकि उसने हमेशा अपने पापा से यही सुना था की बच्चे इंसान का मन साफ होना चाहिए रंग और खुबसू...

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बन्धन प्यार का - 12 By Kishanlal Sharma

पार्क के अंदर भीड़ बढ़ती ही जा रही थी।सन्डे को और दिनों के मुकाबले सार्वजनिक और पर्यटन स्थल पर ज्यादा ही लोग आते है।छुट्टी के दिन का पूरा लुत्फ लेते है।मस्ती और खुशी का इजहार करते है...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

================= स्नेहिल मित्रों सस्नेह नमस्कार   जीवन में कई बार ऐसी घटनाएँ अचानक समक्ष आ जाती हैं कि उन्...

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दद्दा By Bharati babbar

दद्दा का सामान वापस आ गया।सामान यानि एक सूटकेस, वी आय पी का सबसे पुराना मॉडल,कत्थई रंग का और बहुत बार घसीटे जाने के कारण जगह-जगह सफ़ेद खरोंचों से भरा हुआ।अंदर का सामान भी गिनाचुना,...

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जीने की सोच By DINESH KUMAR KEER

*ये कहानी आपके जीने की सोच बदल देगी!*एक दिन एक किसान का बैल कुएँ में गिर गया।वह बैल घंटों ज़ोर -ज़ोर से रोता रहा और किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिए और क्या...

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मुझसे शादी कर लो - 10 By Kishanlal Sharma

और माँ के अतीत से माया के मन मे एक डर बैठ गया।उसके मन मे मर्द की नकारात्मक छवि बन गयी।उसे सब मर्द धोखेबाज ऑड बेवफा नजर आने लगे और मर्द से दोस्ती करना तो दूर वह उनसे दूर रहने लगी।उस...

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प्यार का इम्तेहान By Dr. Pradeep Kumar Sharma

प्यार का इम्तेहानहमारी कॉलोनी की गणपति महोत्सव की धूम पूरे शहर में मशहूर है। इस अवसर पर लगातार दस दिनों तक यहाँ मेले की तरह धूम रहती है। बच्चे, जवान, बुजुर्ग, स्त्री-पुरूष सभी लोग...

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अंतिम विकल्प By Dr. Pradeep Kumar Sharma

अंतिम विकल्प'टिंग टाँग', 'टिंग टाँग'डोरबेल की आवाज सुनकर किचन से ही पिंकी की मम्मी रागिनी अपने पति राकेश से बोली, "पिंकी के पापा, देखिए जरा, कोई आया है।"दरवाजा खोलत...

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मुसद्दी - एक प्रेम कथा - 3 By संदीप सिंह (ईशू)

3️⃣ मुसद्दी के ठेले पर भी विकास दिखा... अब तरबूज के साथ साथ फलो के राजा आम और नारियल (हरा) भी आ गया था । पर ठेला अब भी नीम की शीतल छांव मे रुकता। पड़ोसी आनंदित की निठल्ला सुधर गया औ...

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राष्ट्रप्रेम By Dr. Pradeep Kumar Sharma

राष्ट्रप्रेमदेश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था। दुकानदार लगभग हर चीज में मिलावट कर बेच रहे थे। सभी दफ्तरों में सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की मनमानी चल रही थी। महिलाओं और बच्चों क...

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मान न मान मैं तेरा मेहमान By Sudhir Srivastava

आलेख मान न मान मैं तेरा मेहमान************************* यूँ तो हम सभी जानते ही नहीं मानते भी हैं कि एक प्रसिद्ध मुहावरे "मान न मान‌ मै तेरा मेहमान" मुहावरे का अर्थ ही होता है.. "जब...

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बॉडीगार्ड - 1 By MR. JAYANT

यह कहानी है एक ऐसे इंसान की, जिसने अपनी जिंदगी इंसानियत के और स्त्री रक्षा पर न्यौछावर कर दी। कहते है की , सदियों से इस धरती पर भगवान ने अवतार लिया है। जिन्हे आज के दौर मे एंजल (फर...

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कलयुग के श्रवण कुमार - 7 - मन की शीतलता By संदीप सिंह (ईशू)

मन की शीतलता (सामाजिक कहानी) गर्मी अपने चरम पर थी, महीना जरूर अप्रैल था किंतु गर्मी बाप रे.. अभी से 38°C - 40°C पहुंच रहा था। अनुराग क्रूड रिफाइनरी प्लांट गेट के बाहर आया। अनुराग ए...

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अपकर्म By नंदलाल मणि त्रिपाठी

शीर्षक - अपकर्म भारत के महत्पूर्ण नगरी काशी वाराणसी बनारस कि सांस्कृतिक शैक्षिक प्रवृति से विधिवत परिचित हूं अपने पंद्रह वर्षों के प्रवास में बहुत से मित्र एवं शत्रुओं को बनाया सिर...

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फोटो वाली लड़की By Kishanlal Sharma

राजन कालेज के बाहर एक पेड़ के नीचे आकर खड़ा हो गया।उसने जेब से फोटो निकालकर देखा।यह फोटो उसे कानपुर वाली मौसी ने भेजा था।राजन के एम सी ए करते ही उसकी नौकरी लग गयी और वह आगरा आ गया था...

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झिलमिल सपने की धुंधली चादर By संदीप सिंह (ईशू)

झिलमिल सपने की धुंधली चादर बस जैसे ही स्टाप पर रुकी। चढ़ने उतरने वालो की भीड़ का रेला सा दिखा। चढ़ने वालो के काफिले मे अस्त व्यस्त परेशान सा एक बैग सम्हालते मैं भी थी। खैर, सीट मिल...

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शाकुनपाॅंखी - 43 - सवाल अहम है By Dr. Suryapal Singh

63. सवाल अहम है कच्चे बाबा का आश्रम। बरगद के पेड़ के नीचे बाबा, सूफी फकीर और पं पारिजात शर्मा बैठे हैं। उनके सामने आश्रम के विद्यार्थी । कान्यकुब्ज कुछ ही कोस की दूरी पर है। उसके प...

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एक अदद औरत - 4 By Kishanlal Sharma

उसने फिर से एक बार किराए पर मकान ले लिया था।अब एक बार फिर उसकी दिनचर्या में एक बार फिर परिवर्तन आया था।पहले वह स्टेशन पर ही रहता था।लेकिन मकान लेने के बाद वह रात को ट्राली को नौकर...

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विस्थापन By bhagirath

    25 विस्थापन   (बेताल कथा 1)      रास्ता लंबा था। रास्ते को रोमांचक बनाने के लिए बेताल ने राजा विक्रम को एक कहानी सुनाई।    एक बार की बात है राजतन्त्र ने इतनी उन्नति कर ली कि रा...

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काली बिल्ली By संदीप सिंह (ईशू)

आज सुबह ही वह जल्दी उठ कर तैयार हो रहा था। पर दिमाग दो राहे पर खड़ा था।उसका रिज्यूम एक बड़ी कंपनी मे चयनित हो गया था और आज सुबह 10 बजे उसका साक्षात्कार (इन्टरव्यू) था। वह चयनित होग...

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पाजेब By Bharati babbar

उसके बाहर आने तक मोबाइल चार बार बज चुका था।सुबह-सुबह कौन इतना बेताब है... लगभग झींकते हुए,आधा गीला बदन लिये वह बाथरूम से तौलिया लपेटते-लपेटते बाहर आया।चारों मिस्डकॉल अमृतसर में उनक...

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जीने का हक By Dr. Pradeep Kumar Sharma

जीने का हकरात को सबके सो जाने के बाद मालती ने अपने पति जयंत के कान में धीरे से फुसफुसाया, ‘‘अजी सो गए क्या ?’’‘‘नहीं, क्या बात है मालती ? मैं देख रहा हूँ कि तुम पिछले कुछ दिनों से...

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जगत का जंजाल-संसृति By Shivraj Anand

         (मनुष्यों को अपने हृदय की सु बुद्धि से दीपशिखा जलाने चाहिए।उन्हे इक दुसरे के मध्य भेदभाव डालकर मौजमस्ती नही करनी चाहिए।मौजमस्ती दो पल की भूल है उनके कुबुद्धि का फल शूल है)...

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वो श्याम सलोनी - 1 By Anshika

वो एकटक बगीचे के फूलों को निहार रही थी रंग रूप पर उसने कभी खुद से ध्यान ही नहीं दिया था क्योंकि उसने हमेशा अपने पापा से यही सुना था की बच्चे इंसान का मन साफ होना चाहिए रंग और खुबसू...

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बन्धन प्यार का - 12 By Kishanlal Sharma

पार्क के अंदर भीड़ बढ़ती ही जा रही थी।सन्डे को और दिनों के मुकाबले सार्वजनिक और पर्यटन स्थल पर ज्यादा ही लोग आते है।छुट्टी के दिन का पूरा लुत्फ लेते है।मस्ती और खुशी का इजहार करते है...

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================= स्नेहिल मित्रों सस्नेह नमस्कार   जीवन में कई बार ऐसी घटनाएँ अचानक समक्ष आ जाती हैं कि उन्...

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दद्दा By Bharati babbar

दद्दा का सामान वापस आ गया।सामान यानि एक सूटकेस, वी आय पी का सबसे पुराना मॉडल,कत्थई रंग का और बहुत बार घसीटे जाने के कारण जगह-जगह सफ़ेद खरोंचों से भरा हुआ।अंदर का सामान भी गिनाचुना,...

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जीने की सोच By DINESH KUMAR KEER

*ये कहानी आपके जीने की सोच बदल देगी!*एक दिन एक किसान का बैल कुएँ में गिर गया।वह बैल घंटों ज़ोर -ज़ोर से रोता रहा और किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिए और क्या...

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मुझसे शादी कर लो - 10 By Kishanlal Sharma

और माँ के अतीत से माया के मन मे एक डर बैठ गया।उसके मन मे मर्द की नकारात्मक छवि बन गयी।उसे सब मर्द धोखेबाज ऑड बेवफा नजर आने लगे और मर्द से दोस्ती करना तो दूर वह उनसे दूर रहने लगी।उस...

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प्यार का इम्तेहान By Dr. Pradeep Kumar Sharma

प्यार का इम्तेहानहमारी कॉलोनी की गणपति महोत्सव की धूम पूरे शहर में मशहूर है। इस अवसर पर लगातार दस दिनों तक यहाँ मेले की तरह धूम रहती है। बच्चे, जवान, बुजुर्ग, स्त्री-पुरूष सभी लोग...

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अंतिम विकल्प By Dr. Pradeep Kumar Sharma

अंतिम विकल्प'टिंग टाँग', 'टिंग टाँग'डोरबेल की आवाज सुनकर किचन से ही पिंकी की मम्मी रागिनी अपने पति राकेश से बोली, "पिंकी के पापा, देखिए जरा, कोई आया है।"दरवाजा खोलत...

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मुसद्दी - एक प्रेम कथा - 3 By संदीप सिंह (ईशू)

3️⃣ मुसद्दी के ठेले पर भी विकास दिखा... अब तरबूज के साथ साथ फलो के राजा आम और नारियल (हरा) भी आ गया था । पर ठेला अब भी नीम की शीतल छांव मे रुकता। पड़ोसी आनंदित की निठल्ला सुधर गया औ...

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राष्ट्रप्रेमदेश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था। दुकानदार लगभग हर चीज में मिलावट कर बेच रहे थे। सभी दफ्तरों में सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की मनमानी चल रही थी। महिलाओं और बच्चों क...

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मान न मान मैं तेरा मेहमान By Sudhir Srivastava

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कलयुग के श्रवण कुमार - 7 - मन की शीतलता By संदीप सिंह (ईशू)

मन की शीतलता (सामाजिक कहानी) गर्मी अपने चरम पर थी, महीना जरूर अप्रैल था किंतु गर्मी बाप रे.. अभी से 38°C - 40°C पहुंच रहा था। अनुराग क्रूड रिफाइनरी प्लांट गेट के बाहर आया। अनुराग ए...

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अपकर्म By नंदलाल मणि त्रिपाठी

शीर्षक - अपकर्म भारत के महत्पूर्ण नगरी काशी वाराणसी बनारस कि सांस्कृतिक शैक्षिक प्रवृति से विधिवत परिचित हूं अपने पंद्रह वर्षों के प्रवास में बहुत से मित्र एवं शत्रुओं को बनाया सिर...

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फोटो वाली लड़की By Kishanlal Sharma

राजन कालेज के बाहर एक पेड़ के नीचे आकर खड़ा हो गया।उसने जेब से फोटो निकालकर देखा।यह फोटो उसे कानपुर वाली मौसी ने भेजा था।राजन के एम सी ए करते ही उसकी नौकरी लग गयी और वह आगरा आ गया था...

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झिलमिल सपने की धुंधली चादर By संदीप सिंह (ईशू)

झिलमिल सपने की धुंधली चादर बस जैसे ही स्टाप पर रुकी। चढ़ने उतरने वालो की भीड़ का रेला सा दिखा। चढ़ने वालो के काफिले मे अस्त व्यस्त परेशान सा एक बैग सम्हालते मैं भी थी। खैर, सीट मिल...

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शाकुनपाॅंखी - 43 - सवाल अहम है By Dr. Suryapal Singh

63. सवाल अहम है कच्चे बाबा का आश्रम। बरगद के पेड़ के नीचे बाबा, सूफी फकीर और पं पारिजात शर्मा बैठे हैं। उनके सामने आश्रम के विद्यार्थी । कान्यकुब्ज कुछ ही कोस की दूरी पर है। उसके प...

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उसने फिर से एक बार किराए पर मकान ले लिया था।अब एक बार फिर उसकी दिनचर्या में एक बार फिर परिवर्तन आया था।पहले वह स्टेशन पर ही रहता था।लेकिन मकान लेने के बाद वह रात को ट्राली को नौकर...

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    25 विस्थापन   (बेताल कथा 1)      रास्ता लंबा था। रास्ते को रोमांचक बनाने के लिए बेताल ने राजा विक्रम को एक कहानी सुनाई।    एक बार की बात है राजतन्त्र ने इतनी उन्नति कर ली कि रा...

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काली बिल्ली By संदीप सिंह (ईशू)

आज सुबह ही वह जल्दी उठ कर तैयार हो रहा था। पर दिमाग दो राहे पर खड़ा था।उसका रिज्यूम एक बड़ी कंपनी मे चयनित हो गया था और आज सुबह 10 बजे उसका साक्षात्कार (इन्टरव्यू) था। वह चयनित होग...

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पाजेब By Bharati babbar

उसके बाहर आने तक मोबाइल चार बार बज चुका था।सुबह-सुबह कौन इतना बेताब है... लगभग झींकते हुए,आधा गीला बदन लिये वह बाथरूम से तौलिया लपेटते-लपेटते बाहर आया।चारों मिस्डकॉल अमृतसर में उनक...

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जीने का हक By Dr. Pradeep Kumar Sharma

जीने का हकरात को सबके सो जाने के बाद मालती ने अपने पति जयंत के कान में धीरे से फुसफुसाया, ‘‘अजी सो गए क्या ?’’‘‘नहीं, क्या बात है मालती ? मैं देख रहा हूँ कि तुम पिछले कुछ दिनों से...

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