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  • My Wife is Student ? - 8

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  • साथिया - 109

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  • My Devil Hubby Rebirth Love - 39

    रूही को जैसे ही रूद्र की बात का मतलब समझ आया उसके गाल बिल्कुल कश्मीरी सेब की तरह...

  • बेखबर इश्क! - भाग 23

    उनकी शादी का सच सिर्फ विवेक को ही पता था,एक वो ही जानता था की उस दिन कनिषा ने वो...

  • इंद्रधनुष उतर आया...... 1

    छत पर उदास सी अपने में खोई खड़ी थी राम्या। शायदअपने को खो देने की कोशिश में बस य...

  • तू है मेरी जिन्दगी

    1.इश्क की गहराइयों में खोकर,दिल की हर धड़कन उसे याद करती है।प्यार की बातों में ग...

मैं कौन हूँ ? By Disha Jain

केवल जीवन जी लेना ही जीवन नहीं है। जीवन जीने का कोई ध्येय, कोई लक्ष्य भी तो होगा। जीवन में कोई ऊँचा लक्ष्य प्राप्त करने का ध्येय होना चाहिए। जीवन का असली लक्ष्य ‘मैं कौन हूँ’, इस स...

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एक दुआ By Seema Saxena

यह इश्क की बात है यहाँ रूह से रिश्ता बनता है,

मिले या न मिले पर अपना तो अपना ही रहता है ।

आज भी बहुत तेज बारिश हो रही थी और इसके रुकने का तो जरा भी नाम नहीं। कई दिनों से लगात...

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अंधकार के पर्दे से By बैरागी दिलीप दास

यह कहानी उस समय की है जब अंधेरे रहस्यमय घटनाओं का दौर छाया हुआ था। एक छोटे से गांव में रहने वाले रामनाथ अपने पुराने घर में अकेले रहते थे। उनका घर, जो किसी पुरानी देहलीज पर बना हुआ...

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हांटेड एक्सप्रेस By anirudh Singh

पालमपुर,
हिमांचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का एक छोटा सा रेलवे स्टेशन।
दिसम्बर की इस सर्द रात में ढेड़ बजे मेरे लिए पूरी तरह अनजान था यह स्टेशन और फिर ऊपर से कड़कड़ाने वाली ठंड के साथ क...

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उल्टे पैर. By Sonali Rawat

शंकर, जब से शहर आया था, बहुत बदल गया था, छोटे से गांव से आया एक सीधा सादा युवक शंकर, वहां के सम्मानीय गिरिजा पंडित जी की पहली औलाद, बड़े सपनों से पाल पास के शहर पढ़ने भेजा था उन्होंन...

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पाप-पुण्य By Disha Jain

पाप या पुण्य, जीवन में किये गए किसी भी कार्य का फल माना जाता है।

इस पुस्तक में दादाश्री हमें बहुत ही गहराई से इन दोनों का मतलब समझाते हुए यह बताते है कि, कोई भी काम जिससे दूसरों...

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दिल की बाते तुम्हारी याद मे By Anju Kumari

उदास हूं पर इस क़दर नही,,
की तेरी खुशी भी न देख सकू,,,
मैं वहां भी चुप रहती हूं,,
जहां मेरे अपनो की खुशी हो
╭─❀⊰╯
╨────────────━❥
╭─?•••••••अंजू कुमारी•••••
╨───,,,,,,,,────...

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अग्निजा By Praful Shah

हम अभी भी ऐसे समाजमें रहते हैं जहां किसी अंजान रोगने इंसान को घेर लिया है | तो उसके निदान या इलाज के बारे में सोचना तो दूर की बात, वह मरीज़ को नफरत की नज़रो से देखा जाता है, उस व्यक...

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हर्जाना By Ratna Pandey

आज की यह रात अमावस की काली अंधियारी रात थी। इस रात के बीच में बिजली की चमक अँधेरे का सीना चीरती हुई धरती पर आ गिरती कभी मद्धम कभी भीषण। बादल नाराज़ लग रहे थे, ऐसा लग रहा था इस भयानक...

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तक़दीर का खेल By Aarushi Varma

कूंज विला..... मूंबई... सावित्री :- जगदीश, अनिल, भावना, सुरेखा..... सारी तैयारी हो गई ना? (सावित्री खुश होकर पुछती है.) ( इस कुंज विला में रहता है गुजरात से आकर बसा हुआ मेहता परिवा...

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╨────────────━❥
╭─?•••••••अंजू कुमारी•••••
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