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रूही वाशरूम में अइने के सामने खड़ी अपने गले के निशान को देख रही थी जो रूद्र के व...
62चार वर्ष का समय व्यतीत हो गया। प्रत्येक दिवस गुल ने इन चार वर्षों की अवधि की स...
|| उर्वशी: प्रेम की विदाई || कहानी की शुरुआत एक छोटे से गांव से होती है, जहां हर...
सप्तम अध्याय दूर हुआ भ्रम, जाग गई ज्यौं, अपने अस्त्र संभाले। तोड़ा कुड़ी का दर...
अब आगे,कोमल डॉक्टर को कॉल करके अंदर आयी और बोली, " भाई वो आ रहे है । "तब तक मे...
दो महीने बादरॉनित का केबिन "अ.. मिस सुद, एक मिनिट रुकिए।" रॉनित ने राखी को रोकते...
Part :16 नागद...
सपना देखने लगा।माया को अपनी पत्नी बनाने का।उसे अपना जजजीवन साथी बनाने का।उसकी चा...
68 किडनी किशोर अस्तपताल गया तो उसने देखा कि बृजमोहन और पार्वती हॉस्पिटल की वार...
विनोद की माँ हरिमती महेंद्र की माँ राजलक्ष्मी के पास जा कर धरना देने लगी। दोनों एक ही गाँव की थीं, छुटपन में साथ खेली थीं। राजलक्ष्मी महेंद्र के पीछे पड़ गईं - बेटा महेंद्र, इस...
एक अज्ञात टापू के जंगलों के बीचों बीच एक खुफिया जगह पर दो यंग साइंटिस्ट अपनी लैब पर किसी स्पेशल सेल ऐग पर काम कर रहे थे , बार बार सेल्स कम्बाइंड करने पर भी उनके हाथ केवल निराशा लगत...
अगर किस्से कहानियों की माने तो बारिश वो साधन है, जो मुश्किल सी मुश्किल प्रेम की नैया को पार लगा दे, पर वहीं हमारे ध्रुव की माने तो बारिश प्यार को बढ़ाती नहीं मिटाती है। ऐसी ही एक ब...
पता नहीं किसे प्यार कब कहाँ किस से और कैसे हो जाता है . यह पता तब चलता है जब प्यार जो जाता है , जिस से होता है उसकी हर चीज , हर अदा अच्छी लगने लगती है . शायद ऐसा ही हुआ होगा म...
ये कहानी एक इंसान सूरज से शुरू होती है वह अमेरीका मे स्थित शहर में रहता है वहा एक बेकरी की शॉप चाला रहा है और अकेला ही एक बड़े से घर में रहता है। मगर खुश नहीं है पता नहीं किसीके इं...
रात में चांद अपने पूरे आकार में चमक रहा था, और आज की ये रात अमावस की काली अंधेरी रात थी! मिर्ज़ा पुर रेलवे फाटक के उस पार एक स्टेशन है, और उस स्टेशन से कुछ एक दो घंटे की दूरी पे कब...
भाग- 1 विद्या सदन आज फूलों व सजा था और रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा था।। द्वार पर सजा वंदनवार व घर के अंदर बाहर लगा सुंदर सा शामियाना विद्या सदन में हर आने वाले मेहमान का स्वागत क...
कंपनी में हड़बड़ी मची हुई थी, अकाउंट को जमा करने के लिए केवल दो दिन शेष थे। करण, साक्षी, राज, आकाश, देव और राधिका सभी काम में व्यस्त थे और उनके चेहरे पर चिंता थी। ऊपर की मंजिल से स...
पूरे आठ साल बाद लौटा था वह, वापस अपने शहर, अपने देश में! फिर से उन्हीं हवाओं उन्हीं गलियों में जहां वापस ना आने की कसम खाई थी उसने। लेकिन जिंदगी हमारे हिसाब से कहां चलती है! मजबूरी...
एक सड़क दुर्घटना होती है गलती इस व्यक्ति की थी जो गाड़ी चला रहा होता है क्योंकि उसने लाल बत्ती पर गाड़ी चालू रखी और वक्त से पहले सड़क पार करने की कोशिश की तो किसी लोरी वाले ने उसे...
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