The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.
स्वाति को हैरान होते हुए देख .. अदित्य पूरी तरह सुकून फील कर रहा था और उसे अंडर...
शिविका हाथों को सिर पर रखे और आंखें बंद किए जोरों से चीख दी । ।सामने ताबूत में ड...
अध्याय 1: पहली मुलाकात हॉस्टल का पहला दिन हमेशा खास होता है। नए लोग, नए चेहरे, औ...
अब आगे रूद्र मेरी दूसरी शर्त यह है कि तुम मुझे 5 मिनट किस करोगे रूही रूद्र की बा...
सच्चा प्यार"रमेश, मुझे लगता नहीं है कि मेरे परिवार वाले हमारी शादी के लिए कभी भी...
61केशव के जाने की सज्जता में पूरा दिन व्यतीत हो गया। गुल इस प्रत्येक सज्जता में...
चतुर्थ अध्याय सरित तीर पर, बुर्ज बैठकर, जल प्रवाह की क्रीड़ा देखी। उठते थे बुलबु...
Part : 15 रुद्रांगी का बदला ...
बहुत समय पहले, एक छोटे से गांव में राघव नाम का एक लड़का रहता था। राघव होशियार और...
बहुत पुरानी बात है, रूस में एक गाँव था जिसके ज़्यादातर निवासी गरीब किसान थे। गाँव में केवल एक ही आदमी अमीर था और वह था उस गाँव का जागीरदार। वह बड़ा लालची और कंजूस प्रवृत्ति का व्यक्त...
यह कहानी है नायरा की नायरा एक चुलबुली सी लड़की थी। खुद के उसोलों पर चलने वाली लड़की नायरा की फैमली में छोटा भाई रोनित और उसकी माँ उर्मिला रहते हैं। नायरा आज सुबह सुबह किसी पार्...
महाभारत की पौराणिक कहानियां हम बचपन से ही किताबों और टीवी सीरियलों में देखते आये हैं। लेकिन कुछ कथाएं ऐसी भी हैं जिन्हें आपने ना कभी पढ़ा होगा और ना ही सुना होगा। ये कथाएं अपने आप म...
“अरे अंकल! चल रहे हैं “? राहुल ने पूछा। कहां चलना है, पूछने पर राहुल ने उत्तर दिया, “आपको पता नहीं है, दो दिन पहले राकेश अंकल गिर पड़े थे जिससे उनके कमर की हड्डी टूट गई थी, अस्प...
लॉकडाउन एक बार फिर से बढ़ा दिया सरकार ने, अब आम आदमी कर ही क्या सकता है। मुआ कोरोना थमने का नाम ही नहीं ले रहा था, सो मन मार कर लोगों ने लॉक डाउन को अपना लिया, जनाब स्थिति तो यह...
कहते हैं है रात के बाद सुबह का सूरज निकलता है और सही कहते हैं आजमगढ़ में सूरज आज भी अपने वक्त पर निकला ना एक मिनट आगे न एक मिनट पीछे मगर रोज की तरह चहचता ये गांव आज खामोश पड़ा था च...
विदाई की बेला… हर विवाह समारोह का सब से भावुक कर देने वाला पल. सुंदर से लहंगे में आभूषणों से लदी निशा धीरेधीरे आगे कदम बढ़ा रही थी. आंसुओं से उस का चेहरा भीगा जा रहा था. सहेलियां औ...
इस से अच्छा बस अड्डे पर रुक जाता कम से कम इंसान नजर नहीं आते तब भी बिजली के खंभों से रोशनी तो होती दूसरा मैंने रिक्शे वाले को गांव के पास वाले हाईवे रोड़ से किराया देकर वापस भेज कर...
प्रेम क्या है अमरता की निशानी या फिर सिर्फ एक जवानी जिसको हम जीना चाहते हैं या जिसको हम पाना चाहते हैं अथक प्रयास करने के बाद भी वह नहीं मिलता है फिर सोचते हैं कि कितना बड़ा है जो...
बस से उतर कर बाहर रिक्शे स्टैंड तक का सफर ऐसा लगा, जैसे एक हजार मीटर पैदल चलकर आया। ,, भाई यहां कोई वृद्ध आश्रम है क्या,,। एक बुजुर्ग रिक्शे वाले से पूछा। ,, जी एक नही, दस ऐसे आश...
लॉग इन करें
लॉगिन से आप मातृभारती के "उपयोग के नियम" और "गोपनीयता नीति" से अपनी सहमती प्रकट करते हैं.
वेरिफिकेशन
ऐप डाउनलोड करें
ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक प्राप्त करें
Copyright © 2024, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser