डरावनी कहानी कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Horror Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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  • कर्ण पिशाचिनी - 9

    भाग - 4गुरु भैरवानंद ने हर्षराय को विस्तार से साधना प्रक्रिया...

  • मोतीमहल--(अन्तिम भाग)

    कुछ ही देर में कमलनयनी ने खाना तैयार कर लिया और रणजीत से बोली___ चलो खाना तैयार...

  • माँ का उन्माद

    मानस दर्शन की एक व्याख्या के अनुसार बाल स्मृतियाँ हमारे अवचेतन के भंडार में संचि...

कर्ण पिशाचिनी - 9 By Rahul Haldhar

भाग - 4गुरु भैरवानंद ने हर्षराय को विस्तार से साधना प्रक्रियासमझा दिया । एक विशेष मंत्र भी दिया जिसका जप हर्षराय को प्रतिदिन एक हजार बार करना होगा । गुरुदेव के न...

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मोतीमहल--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

कुछ ही देर में कमलनयनी ने खाना तैयार कर लिया और रणजीत से बोली___ चलो खाना तैयार है!! जी नहीं! मैं अकेले थोड़े ही खाऊँगा,तुम भी खाओ तभी अच्छा लगेगा,रणजीत बोला।। पहले तुम खा लो,बाद मे...

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मुख्य राजमार्ग पर एक फ्लैट! By Keyur Patel

यह पुरानी इमारतों के पीछे स्थित एक फ्लैट है, जिसके आसपास कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है। यह बरगद की पेड़ की शाखाओं से ढका हुआ है, एक अंधेरे में जहाँ आप कुत्तों के भौंकने की आवाज़ सुन...

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प्रेत का घर By Satish Thakur

अब से लगभग तीस साल पहले सन 1990 की बात है मध्यप्रदेश के एक छोटे से कस्वे में जहाँ नर्मदा के पानी का कल-कल करता मधुर संगीत अनवरत अपनी गति से बहता रहता है। उसी छोटे से कस्वे में इंद्...

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दो प्यारी सी आत्माएँ - 2 By Mehul Pasaya

हा ये चाँदनी है इस्का नाम चाँदनी है और इस बेचारी का इक ही सपना था और वो है प्यार पर ऊपरवाले को ये तक नही देखा गया और उपर बुला लिया चाँदनी उठो अब आंटी जी क्या करेंगे किसके भरोशे रहे...

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माँ का उन्माद By Deepak sharma

मानस दर्शन की एक व्याख्या के अनुसार बाल स्मृतियाँ हमारे अवचेतन के भंडार में संचित रहती हैं और यदा-कदा हमारे सपनों में आन प्रकट होती हैं, उनके केंद्र में रही घटनाएँ बेशक परिधि् पर च...

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रॉयल फ्लैट रहस्य - 6 - अंतिम By Rahul Haldhar

उनके प्रश्न के उत्तर को ना देकर गौरव ने अपने पॉकेट से एक छोटे डायरी को निकाला । फिर एक के बाद एक पन्ने को पलट बीच के एक पन्ने पर रुक गया और मन लगाकर कुछ पढ़ने लगा । कुछ मिनट के बाद...

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नौ तेरह बाईस By Deepak sharma

“मैं निझावन बोल रहा हूं, सर” मेरे मोबाइल के दूसरी तरफ मेरे बॉस हैं, मेरे जिले के एस.पी। अपनी आई.पी.एस के अंतर्गत। जबकि मेरी प्रदेशीय पुलिस सेवा में मेरी तैनाती यहां के...

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भूतिया जंगल - अंतिम By Rahul Haldhar

अब आगे... आशीष को सांस लेने में बहुत ज्यादा कठिनाई हो रहा है ऐसा ही उस दिन भी हुआ था I उस दिन की तरह आज भी उसे लग रहा है कोहरे के बीच से कुछ भयानक सा निकल उसे जकड़ना चाहता है I इ...

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डरना पडेगा By Mehul Pasaya

डरना पडेगा " नही नही ये था क्यानमश्कार दोस्तो तो हम लेके आये हे एक नई कहानी पर इस कहानी मे डरावना रहश्य होगा बहुत सारे ऐसे मोमेंट होंगे जिसमे शॉक होने वाली बात भी होगी " अब आगे......

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शापित कब्रिस्तान By Akash Saxena "Ansh"

ये बात तब की है जब पियूष लगभग 12 साल का रहा होगा, वो अक्सर अपनी नानी के घर जाना पसंद करता था... उसकी नानी का घर उसके घर से यही कुछ बीस मिनट की दूरी पर था.....उस दिन पाता नहीं पियूष...

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वो रात! By BRIJESH PREM GOPINATH

श्री गणेश आय नम: वो रात! उत्तराखंड के चमोली ज़िले की रामगढ़ तहसील...

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मृत्यु भोग - 6 - अंतिम By Rahul Haldhar

अगले दिन बहुत सुबह ही प्रताप की नींद खुल गयी , उठकर ही अनुभव किया आज शरीर बहुत हल्का लग रहा है कम्बल से बाहर निकला प्रताप , और खिड़की को खोल दिया तुरंत ही कुछ कोहरा और ठंड उसके कमर...

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दमबाज By Deepak sharma

इधर म्यान्मार मैं इस पहली फरवरी से स्थापित किए गए सैन्य शासन के विरोध में मैं वहां की जनता के बढ़ रहे जुलूसों को देखती हूं तो मुझे अपनी नानी के अधूरे उपन्यास का जन-विरोध याद आ जाता...

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सीटी By Deepak sharma

“वौल्ट” (फलांग भरो) मां अपनी सीटी बजाती हैं। स्कूल का लाट मेरे सामने है। लगभग पैंतालीस मीटर की दूरी पर। “कैरी” (थाम लो), अपनी दूसरी सीटी के साथ लाट के बुर्ज...

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कबीर मुक्त द्वार संकरा... By Deepak sharma

मेरी पुरानी डायरी का ये पृष्ठ- मेरा जन्म 30 नवंबर 1928 के दिन हुआ था और आज 6 जून 2006 की रात है कल मेरी उम्र भीमरथी हो जाएगी…। भीमरथी? आप नहीं जानते? भीमरथी मनुष्य की वह अवस...

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SHADOW By Saroj Verma

आयुष, कहां है यार! बंगले में घुसते ही हर्ष ने आयुष को आवाज दी; तभी आयुष की मां आई, अरे,हर्ष बेटा तुम, नमस्ते!आण्टी कहां है नवाब साहब अभी तक तैयार नहीं हुए, मुझसे बोला था तू ठीक tim...

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हांटेड बंगला By Farhan Sir

आरुष और अदिति एक साथ एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। अदिति बहुत ग़रीब परिवार से थी परंतु पढ़ाई में बहुत होशियार थी। अब दोनों बीए फाइनल ईयर में थे। पहली बार दोनों की मुलाकात दो साल पहले हु...

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बंधी हुई मुट्ठी By Deepak sharma

पेशे से मैं एक नर्स हूं। ऑपरेशन के लिए तैयार हो चुके मरीज को ओ.टी. (ऑपरेशन थिएटर) तक उसकी पहिएदार कुर्सी में लेकर जाती हूं। ऑपरेशन के समय डॉक्टरों की मदद के लिए ओ.टी. में उपस्थित र...

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भूतिया हॉस्टल By Rahul Haldhar

मथुरा में बी.टेक कॉलेज मिला था हॉस्टल का चयन प्रक्रिया भी हो चुकी थी ।मैं सीधा घर से हॉस्टल गया । वहाँ पर कई सिंगल रूम थे तो इसीलिए मैंने एक सिंगल रूम का ही चयन किया था । अपने रूम...

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मांस्टर फ़ोर्ट By Farhan Sir

"कब जाना है हमें?" फ़्लोरेंस ने किचन में मैक्रोनी मनाते डेविड से पूछा।"नेक्स्ट वीक। तुम तैयारी करो चलने की। अब हम सिर्फ जाने से एक दिन पहले ही ऑफिस चलेंगे। तब तक घर पर ही ऐश करेंगे।...

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खुला दरवाजा By Darshita Babubhai Shah

स्मित की आवाज सुनकर शीना चौंक गई और तीसरे दिन उसका पति उसे जोर से पुकार रहा था। वह सीधे आवाज की दिशा में भागी। और स्मित पूछने लगी, क्या कोई काम है? क्या हुआ स? उन्होंने नरम और बहुत...

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कब्रस्तान की आवाज - 4 By Heena_Pathan

कब्रस्तान की आवाज में अब तक आपने देखा ! शान और रोहन श्रेया के बारे में बताता है और रात के बारे में बता ता है ! शान रोहन को कहता है अनामिका के बारे में और अपने सपने के बारे में बत...

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कर्ण पिशाचिनी - 9 By Rahul Haldhar

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मोतीमहल--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

कुछ ही देर में कमलनयनी ने खाना तैयार कर लिया और रणजीत से बोली___ चलो खाना तैयार है!! जी नहीं! मैं अकेले थोड़े ही खाऊँगा,तुम भी खाओ तभी अच्छा लगेगा,रणजीत बोला।। पहले तुम खा लो,बाद मे...

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मुख्य राजमार्ग पर एक फ्लैट! By Keyur Patel

यह पुरानी इमारतों के पीछे स्थित एक फ्लैट है, जिसके आसपास कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है। यह बरगद की पेड़ की शाखाओं से ढका हुआ है, एक अंधेरे में जहाँ आप कुत्तों के भौंकने की आवाज़ सुन...

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प्रेत का घर By Satish Thakur

अब से लगभग तीस साल पहले सन 1990 की बात है मध्यप्रदेश के एक छोटे से कस्वे में जहाँ नर्मदा के पानी का कल-कल करता मधुर संगीत अनवरत अपनी गति से बहता रहता है। उसी छोटे से कस्वे में इंद्...

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दो प्यारी सी आत्माएँ - 2 By Mehul Pasaya

हा ये चाँदनी है इस्का नाम चाँदनी है और इस बेचारी का इक ही सपना था और वो है प्यार पर ऊपरवाले को ये तक नही देखा गया और उपर बुला लिया चाँदनी उठो अब आंटी जी क्या करेंगे किसके भरोशे रहे...

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माँ का उन्माद By Deepak sharma

मानस दर्शन की एक व्याख्या के अनुसार बाल स्मृतियाँ हमारे अवचेतन के भंडार में संचित रहती हैं और यदा-कदा हमारे सपनों में आन प्रकट होती हैं, उनके केंद्र में रही घटनाएँ बेशक परिधि् पर च...

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रॉयल फ्लैट रहस्य - 6 - अंतिम By Rahul Haldhar

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नौ तेरह बाईस By Deepak sharma

“मैं निझावन बोल रहा हूं, सर” मेरे मोबाइल के दूसरी तरफ मेरे बॉस हैं, मेरे जिले के एस.पी। अपनी आई.पी.एस के अंतर्गत। जबकि मेरी प्रदेशीय पुलिस सेवा में मेरी तैनाती यहां के...

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भूतिया जंगल - अंतिम By Rahul Haldhar

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डरना पडेगा By Mehul Pasaya

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शापित कब्रिस्तान By Akash Saxena "Ansh"

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मृत्यु भोग - 6 - अंतिम By Rahul Haldhar

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“वौल्ट” (फलांग भरो) मां अपनी सीटी बजाती हैं। स्कूल का लाट मेरे सामने है। लगभग पैंतालीस मीटर की दूरी पर। “कैरी” (थाम लो), अपनी दूसरी सीटी के साथ लाट के बुर्ज...

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कबीर मुक्त द्वार संकरा... By Deepak sharma

मेरी पुरानी डायरी का ये पृष्ठ- मेरा जन्म 30 नवंबर 1928 के दिन हुआ था और आज 6 जून 2006 की रात है कल मेरी उम्र भीमरथी हो जाएगी…। भीमरथी? आप नहीं जानते? भीमरथी मनुष्य की वह अवस...

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भूतिया हॉस्टल By Rahul Haldhar

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कब्रस्तान की आवाज - 4 By Heena_Pathan

कब्रस्तान की आवाज में अब तक आपने देखा ! शान और रोहन श्रेया के बारे में बताता है और रात के बारे में बता ता है ! शान रोहन को कहता है अनामिका के बारे में और अपने सपने के बारे में बत...

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