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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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  • कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 58

    भाग 58 पुरवा के हाथ आगे बढ़ाते ही अमन खुशी से झूम गया। चलो किसी तरह वो मानी तो स...

  • Prem Ratan Dhan Payo - 40

    हरिवंश जी ने जमीन को लेकर कोर्ट में केस कर दिया था । जैसा कि सभी जानते हैं जमीन...

  • नए आगंतुक

    चलो, हिंदी दिवस पर मेरी लिखी हुई एक विनोदी कथा। नए आगंतुकशाम ढल रही थी। सभी वृक्...

कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 58 By Neerja Pandey

भाग 58 पुरवा के हाथ आगे बढ़ाते ही अमन खुशी से झूम गया। चलो किसी तरह वो मानी तो सही। इतना लंबा समय हो गया था उसे पुरवा से किसी ना किसी बहाने मिलते। पर एक इंच भी बात आगे नहीं बढ़ पाई...

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Prem Ratan Dhan Payo - 40 By Anjali Jha

हरिवंश जी ने जमीन को लेकर कोर्ट में केस कर दिया था । जैसा कि सभी जानते हैं जमीन जायदाद से जुड़े मामलों में केस थोड़ा लंबा खिंच जाता है । इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ किंतु हरिवंश...

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वजूद - 7 By prashant sharma ashk

भाग 7 अरे भागवान बारिश यहां हो रही है जरूरी तो नहीं कि शहर में भी हो रही हो। अब तुम चिंता मत करो आराम से सो जाओ कल शाम तक तो वो घर आ जाएगा। हां आपका क्या ? आप क्यों चिंता करोगे मेर...

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अतीत के पन्ने - भाग 41 By RACHNA ROY

आलेख पुरी रात न सो पाया।और सुबह होते ही छाया से जाकर बोला कि कुछ कोचिंग का सामान लेने जाना होगा दिल्ली।।छाया ने कहा अच्छा ठीक है सब खाना बना कर रख देती हुं आते हुए रात होगी।।आलेख न...

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ताश का आशियाना - भाग 31 By Rajshree

सिद्धार्थ जाग गया, रागिनी को वहा देख कर वो ज्यादा ही शॉक में था और रागिनी उसे देखकर खुश।"क्या सोच रहे हो? कैसे लग रहा है अब तुम्हे?"यह दोनो सवाल के साथ ही सिद्धार्थ थोड़ा सिहर सा ग...

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जीवन @ शटडाऊन - 3 By Neelam Kulshreshtha

एपीसोड --3 अपने फ़्लैट का दरवाज़ा खोलने वाला एक वैल ड्रेस्ड युवा को देखकर प्रेसीडेंट को असमंजस में एक ही प्रश्न सूझा, "आपके घर में कितने मेंबर हैं ?" "मैं व मेरी वाइफ़ व दो छोटे बच्चे...

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नए आगंतुक By SUNIL ANJARIA

चलो, हिंदी दिवस पर मेरी लिखी हुई एक विनोदी कथा। नए आगंतुकशाम ढल रही थी। सभी वृक्ष आपस में क्षेमकुशल पूछते सान्निध्य का आनंद ले रहे थे। “तेरे पर खिला फूल किसी मानव स्त्री के ज़ुडे मे...

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अपनी अपनी ज़िंदगी - 4 - अंतिम भाग By S Sinha

Last Part -4      अपनी अपनी ज़िंदगी इस से पहले आपने पढ़ा कि रेखा ने प्रोफेस्सर के कहने पर उसे अपनी बेटी को बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया  . इसके बाद प्रोफ़ेसर का रेखा के यहाँ आना जान बढ़...

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मैं तो ओढ चुनरिया - 45 By Sneh Goswami

45 वह सारी रात मैंने तरह तरह की बातें सोचते हुए जाग कर निकाली । एक अजीब सा अहसास था जो न दुखी होने देता था न खुश । मन में घबराहट अलग हो रही थी । बिल्कुल गुड्डे गुडिया के खेल की तरह...

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फीचर फिल्म का स्क्रीन प्ले By Yashvant Kothari

        फीचर फिल्म का Screenplay part one Angles and triangles –novel- yashwant kothari Paisa hai to shahr ,nahi to jahar (if have money than metro otherwise poison – पैसा है तो शह...

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यक्षिणी एक डायन - 10 By Makvana Bhavek

  कछुआ भी डरते हुए कहता है – "कहीं मेरी गैर हाजरी मैं तुम दोनो ने वो दरवाजा खोल तो नहीं दिया?"   युग और अभिमन्‍यु कछुए की बात का कुछ जवाब नहीं दे रहे थे। वह दोनों एक दूसरे की तरफ घ...

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साथिया - 9 By डॉ. शैलजा श्रीवास्तव

कुछ दिन निकल गए थे। सांझ और शालू की दोस्ती गहरी हो गई थी। अक्षत के के अगले महीने फाइनल एगजाम थे तो वो उसमे डुबा हुआ था।ईशान और मनु अभी कॉलेज में रुकने वाले थे। अक्षत के साथ ही नील...

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वो निगाहे.....!! - 23 By Madhu

मायूर हाल में आते हुये उसे अमर जी दिख गये जो पसीने से लथपथ अपना एक हाथ सीने पर रख सहला रहे थे l उनको उस हालत में देख मायूर तुरंत हि उनके पास आके ,,,क्या हुआ अंकल?आप ऐसे क्यों बैठो...

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कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 58 By Neerja Pandey

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Prem Ratan Dhan Payo - 40 By Anjali Jha

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वजूद - 7 By prashant sharma ashk

भाग 7 अरे भागवान बारिश यहां हो रही है जरूरी तो नहीं कि शहर में भी हो रही हो। अब तुम चिंता मत करो आराम से सो जाओ कल शाम तक तो वो घर आ जाएगा। हां आपका क्या ? आप क्यों चिंता करोगे मेर...

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आलेख पुरी रात न सो पाया।और सुबह होते ही छाया से जाकर बोला कि कुछ कोचिंग का सामान लेने जाना होगा दिल्ली।।छाया ने कहा अच्छा ठीक है सब खाना बना कर रख देती हुं आते हुए रात होगी।।आलेख न...

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ताश का आशियाना - भाग 31 By Rajshree

सिद्धार्थ जाग गया, रागिनी को वहा देख कर वो ज्यादा ही शॉक में था और रागिनी उसे देखकर खुश।"क्या सोच रहे हो? कैसे लग रहा है अब तुम्हे?"यह दोनो सवाल के साथ ही सिद्धार्थ थोड़ा सिहर सा ग...

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चलो, हिंदी दिवस पर मेरी लिखी हुई एक विनोदी कथा। नए आगंतुकशाम ढल रही थी। सभी वृक्ष आपस में क्षेमकुशल पूछते सान्निध्य का आनंद ले रहे थे। “तेरे पर खिला फूल किसी मानव स्त्री के ज़ुडे मे...

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