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                               कहने को शातिर दिमाग़ वाला स्पिन निशाने बाज़ था।प्लान था...

  • शिकंजी - सी ज़िंदगी

    एक बार एक आचार्य  जी कक्षा में पढ़ा रहे थे | कक्षा के सभी छात्र रुचिपूर्वक उन्हें...

  • डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 68

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  • खैर छोड़िए..!!

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  • कहानियाँ

    1. शेर और चूहाएक जंगल था। जंगल का राजा शेर था। वह पेड़ की छाया में सो रहा था। वह...

  • बारिश की बूंदें और वो - भाग 11

      इस कहानी में, आदित्य और स्नेहा की अनपेक्षित मुलाकात ने उन्हें एक नए सफर पर ले...

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  • भारत की रचना - 13

    भारत की रचना / धारावाहिकतेरहवां भाग उसे देखकर तो रचना के तो तन-बदन में एक सिहरन-...

  • Revenge Love - Part 2

    वो एक दुकान के सामने जा कर खड़ी हो जाति है .. वो पूरी दुकान कपड़ो से घेरी हुई थी...

माय डिअरेस्ट पापा By S Sinha

भाग 1 - यह कहानी सिंगल पेरेंटिंग की कहानी है जिसमें दिखाने की कोशिश की गयी है कि पत्नी के जाने के बाद एक अकेला पुरुष किस तरह अपनी बेटी को पालपोस कर बड़ा करता है ........

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मासूम की बद्दुआ By S Sinha

कहानी - मासूम की बद्दुआ Part 1 “ शिखा , कहाँ हो ? “ “ आ रही हूँ , दो मिनट और लगेगा विक्रम .मूसलाधार ब...

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प्रतिशोध By S Sinha

भाग - 1 कहानी - प्रतिशोध प्लस टू की बोर्ड परीक्षा समाप्त हो चुकी थी . रूपाली अपने क्लास की कुछ लड़कियों के साथ जबलपुर के भे...

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ज़िन्दगी की धूप-छाँव By Harish Kumar Amit

ख़ुशियों का एहसास

शनिवार होने के कारण दफ़्तर में छुट्टी थी. घर में था, पर तनाव बेहद ज़्यादा था. कुछ परेशानियाँ दफ़्तर की थीं, कुछ घर की. ज़िन्दगी जैसे एक बहुत बड़ी मुसीबत लगने लगी थी...

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सन्देशा By Vikash Dhyani

सन्देशा अरे सुनती हो कितना समय हो गया है उठ भी जाओ अब धूप सर पे चढने को है और महारानी अभी तक सो रही है। बगल के घर से - अम्मा आप ही ने चढ़ा रखा है सर पे वरना हम भी तो है घर का सारा क...

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तुम और मैं By Rahul Pandey

तुम और मैं — बचपन के कुछ किस्सों और कहानियों से निकाली गई एक छोटी सी लेखनी है। मैं Rahul Pandey ( poetpahadi ) आशा करता हूँ की आपको यह कोशिश ज़रूर पंसद आयेगी। और साथ ही साथ विनती क...

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Ludo By Abhishek

शाम होने को आयी थी | दोपहर से कभी तेज तो कभी हलकी हो रही बारिश अब थम चुकी थी | विनायक बाबू सुहानी शाम का मजा लेने बारिश थमते ही तुरंत अपने बिल्डिंग की छत पर पहुँच गए | आसमान अब साफ़...

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यारी By Prem Rathod

सूरज धीरे धीरे ढल रहा था,पंछी अपने घौंसले की तरह बढ़ रहे थे फाल्गुन महीने के कारण वातावरण मे ज्यादा ठंडी या गर्मी नहीं थी और मौसम एकदम खुशनुमा था, ठंडी हवाएं धीरे-धीरे चल रही थी। स...

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हवा हवाई By S Sinha

कहानी - हवा हवाई - भाग 1 फ्रांस की राजधानी पेरिस के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चार्ल्स द...

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फोन की घंटी By Saroj Prajapati

फोन की घंटीसंडे का दिन यानी कि सप्ताह का सबसे व्यस्त दिन और अगर आप वर्किंग वूमेन है तो समझ लीजिए ! मैं भी उनमें से एक ही हूं। दोपहर के 3:00 बज गए । मैंने जल्दी जल्दी हाथ चलाना शुरू...

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