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इसी के साथ दोस्तों साथिया के 100 पार्ट पूरे हुए। तो इसी खुशी में हो जाए जरा कमे...
Udaipurएक फैक्ट्री के बाहर एक आदमी अपने दोनों हाथ अपनी पीठ के पीछे करके खड़ा हुआ...
राज घराने की दावत, 4मतकु राम :- "तुम्हें कितनी बार समझाया है कि मेरे काम के बीच...
बच्चे कि पांचो इन्द्रिया गर्भ में ही डेवलप हो जाती है—बच्चे कि पांचो इन्द्रिया ग...
प्रकरण - ३२हमारा पूरा परिवार यह जानकर बहुत खुश हुआ कि नीलिमा गर्भवती है। जैसे ही...
अब आगे,अब अर्जुन को समीर की बात समझ में नहीं आती है और अब वो, पीछे मुड़ कर कन्फ्...
गांव की सड़कों पर टूटी चप्पलों से लेकर भोपाल की तंग गलियों और सोनभद्र के पथरीले...
बाबा सन्ता सिंह सतलज नदी धीमी चाल से बह रही थी । उसके दोनों किनारों पर दू...
ನನ್ನ ಹೆಸರು ದೀಪಕ್ ಮತ್ತು ಇಂದು ನಾನು ಘಟನೆಯ ಬಗ್ಗೆ ಹೇಳಲಿದ್ದೇನೆ. ನನ್ನ ಜೊತೆಗಿನ ಕೊನೆಯ ಹೋಳ...
सुबह के टाइमजैसे ही रूद्र ने आंखे खोली तो उसकी आंखों के सामने रूही का मासूम चेहर...
दानी अक्सर अपनी तीसरी पीढ़ी के बच्चों को अपने ज़माने की कहानियाँ सुनाती हैं | बच्चों को भी बड़ा मज़ा आता है क्योंकि उनके लिए आज का माहौल ही सब कुछ है | वो कहाँ जानते हैं दानी के ज़माने...
इतनी बेचैनी, इतनी घबराहट शायद ही कभी वर्तिका को हुई थी जितनी आज हो रही थी। रह रह कर घड़ी देखना, कभी माथे पे लटकती लटो को कान के पीछे करना तो कभी अपने कुर्ते को ठीक करना, बस स्टॉप पे...
खबर नहीं शायद तुम्हे तेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहे खबर नहीं तुम्हे शायद मगर ख्वाब प्यार के बिखर रहे है तुम्हे अहसास नहीं बहुत कुछ बदल रहा है रहते थे जिस अंदाज हम पहल...
रात का समय भारी बारिश हो रही है बिजली कड़कना किसी छोटे से गांव में कहीं एक बूढ़ी औरत अपनी छोटी पोती से, (पुराना कच्चा मकान, एक टुटी सी चारपाई पर लेटी हुई) -कहा जाता है क...
नीता अपने माता पिता के साथ अपने घर में रहती थी। नीता की कमरा अलग थी, नीता बड़ी हो चुकी थी। इसलिए वो अपने कमरे में अकेले सोया करती थी। नीता के माता पिता उसके पास वाले ही कमरे में सो...
कमरा छोटा है l एक पलंग, एक कुर्सी, एक तरफ की दीवाल पर बीचो-बीच, दीवाल की अंदर ही शेल्फ बना हुआ है, उस के अंदर कुछ किताबे, घड़ी, कुछ फ्रेम किए हुए फोटोग्राफ, भगवन के कुछ फोटो, सब सही...
तेरी पगार कितनी है? - तीन हज़ार! - महीने के? - और नहीं तो क्या, रोज़ के तीन हज़ार कौन देगा रे मुझको? - ऐसा मत बोल, दे भी देगा! उसने कनखियों से लड़की की ओर देखते हुए कहा। लड़की...
भले राम और छोटे लाल एक छोटे से गाँव में रहते थे। दोनों में बहुत गहरी दोस्ती थी। वे बचपन से साथ-साथ खेलते कूदते ही बड़े हुए थे। पूरे गाँव में उनकी दोस्ती के चर्चे थे और हों भी क्यों...
हिमाद्रि(1)उमेश परेशान सा बंगले के हॉल में बैठा था। वह समझ नहीं पा रहा था कि क्या बात है। दो दिन पहले ही तो अपनी पत्नी कुमुद को ठीक ठाक छोड़ कर गया था। कल शाम उससे बात हुई थी तब भी...
सात सुरों के मेल को सरगम कहा जाता है,ये एक ऐसी ही लड़की की कहनी है जिसका नाम सरगम है,जिसका जीवन उसके नाम की तरह संगीतमय था जो स्वरबद्ध और तालबद्ध था लेकिन फिर उसके जीवन के सुरो का त...
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