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भाग–२६ अपने आंसू पोंछकर मैने अपने फोन में एक नंबर डायल किया। "हेलो" "हेलो कीर्ति...
- 3 - रात को अपने रूटीन के अनुसार जब मानसी कमरे पर पह...
२४ अप्रैल २४ की सुबह लगभग साढ़े दस बजे सात समंदर पार खाड़ी देश से आभासी दुनिया क...
बेग़म कोयल आबिदा “यार अमोल देख अभी तो मेरी बात आदित्य से हुई, वो बोल...
अगली सुबह शक्ति ने अपनी गाड़ी एक बड़ी सी बिल्डिंग के बाहर रोकी और अपने चेहरे पर...
अक्षत और नील के घर शादी की तैयारियां शुरू हो गई थी।अगले दिन ही अक्षत सौरभ से मिल...
'होली आयी रे कन्हाई, रंग बरसे बजा दे ज़रा बाँसुरी...' सुबह के दस बज रहे...
अब प्रत्यन्चा और शौकत को भागते हुए सुबह हो चुकी थी,वे दोनों एक सड़क से पैदल गुजर...
श्रीदिवदासजी के वंश में उत्पन्न श्रीयशोधरजी के घर में अनपायनी भक्ति प्रकट हुई। आ...
हेलो मेरे प्यारे दोस्तों तो कैसे हो आप सब आई होप आप सब काफी मजे में होंगे और बड़ी...
अचिन्त्य परमेश्वर की अतर्क्स लीला से त्रिगुणात्मक प्रकृति द्वारा जब सृष्टि-प्रवाह होता है तो उस समय रजोगुण से प्रेरित वे ही परब्रह्म परमात्मा सगुण होकर अवतार ग्रहण करते हैं। वस्तुत...
अगर आप विश्वास करते हैं कि, आत्माएं होती हैं और वे भटकती हैं तो यह कहानी आपको बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करेगी. यदि आप भटकी हुई आत्माओं और बे-बस, मजबूर और अपने प्यार की तलाश में परेशा...
चंदू नाम का एक लड़का जो पढ़ने लिखने में बहुत समझदार था उसने एक ही स्कूल से अपनी पढ़ाई 1से 6 तक एक ही स्कूल से तब तक की उसकी उम्र लगभग 12 साल की थी उस समय एक लड़की से मिला था हलकी व...
पागल,, हां सही नाम से पुकारा करता था वो मुझे। (हंसते हुए) पागल ही तो हूं मैं उसके लिए , उसके पीछे , उसके प्यार में।" रात के 1 बज चुके थे । आंखों से नींद कोसों दूर । आज उसे प...
रात के लगभग बारह बज रहे थे कि तभी कुशल को उसकी पत्नी अनामिका के कराहने की आवाज़ सुनाई दी। वह तुरंत ही उठा और लाइट जलाई। उसने देखा कि अनामिका दर्द के कारण तड़प रही थी। यह देखते ह...
ये कहानी पुरी तरह से काल्पनिक है और इस कहानी में यूज किये गये character और जगह का वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है | मुंबई शहर में ताज़ होटल केे बड़े से marriage garden में अाज बह...
अब मुझे ठीक से तो याद नहीं कि बात कितनी पुरानी हैं, पर जो कुछ हुआ वो एक एक बात आज भी ज़ेहन में अपना घर बनाए बैठी हैं । हम चार लोगों ने मिलकर पहाड़ की ठंडी वादियों के नजदीक पिकनिक...
सोमवार, 29/11/1999 पिनकोडः 412801, श्रीवाल, खंडाला, जिला सातारा, महाराष्ट्र। करीबी रेल्वे स्टेशनः दौन्दाज, 23.6 किलोमीटर। करीबी हवाई अड्डाः हडपसर, 40.5 किलोमीटर। आबादीः...
रात का अँधेरा फैल गया. जंगल में रात के कीड़े किर, किरर्ट एक विशिष्ट आवाज के साथ मृत्यु गीत गाते हैं। चमकीली पीली रोशनी साँप की पीली आँखों जैसी थी। कोंकण के जंगल में आज घना कोहरा फ...
मुक्तेश्वर। छोटी-सी जगह. भरा पूरा कस्बा। ब्रिटिश शासन में किसी अंग्रेज़ गवर्नर का निवास स्थान होने के कारण यहाँ पर अधिकांशतः इमारतें उसी काल की बनी हुई थीं- लाल और मज़बूत पक्की ईं...
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