The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.
ऐसे सुबह सुबह अचानक से अपने सामने उस सूटबूट पहने आदमी को देख वो हड़बड़ाया और जो...
एक दिन उनके राज्य में एक भिखारी आ पहुँचा। उसके कपड़े फटे-पुराने थे और उसकी त्वचा...
एपिसोड 44 — “कलम जो खुद लिखने लगी”(सीरीज़: अधूरी किताब)---1. लौटना — मगर सब कुछ...
पूनम :- अच्छा ठिक है पर आज हम सब यही रुकने वाले है और कल खाना खा के जाउगीं ।आदित...
फूल.... नाम के अनुरूप वो कोमल थी पर उसकी जोड़ेंगी वैसी नहीं थी मां बाप उसे लड़की...
निशा दूसरे दिन सन्नू के साथ जो सुनील दत्त ने उसे कार्ड दिया था उस कार्ड पर लिखे...
पहाड़ की उस सूखी, धूप में तपती चट्टान पर एक आदमी बैठा था—चुप, स्थिर, जैसे अपनी ह...
कमरे में बंद लड़की का फेस पर अब कोई भाव नही था, इसकी आँखे मे खालीपन था, इसने अप...
भूल-77 घटिया नेतृत्व और प्रशासन “ ...इसलिए इस बात पर जरा भी आश्चर्य नहीं होता कि...
हिमालय की ढलानों पर रात पूरी तरह उतर चुकी थी। देवदार के घने जंगल के बीच बने छोटे...
एक बड़े से बंगले के पीछे बने आउट हाउस के एक कमरे में बिल्कुल अंधेरा था , और उसी अंधेरे कमरे के अंदर से किसी लड़की की सिसकियों की आवाजें आ रही थी, जो आवाज सिसकियों में भी बहुत प्यार...
कुछ प्रेम कहानियाँ ज़मीन पर शुरू होकर आसमान में बिखर जाती हैं। कुछ, मौत के बाद भी नहीं मिटती है । ये कहानी है एक ऐसे प्यार की, जो अधूरा रह गया… और एक ऐसी रूह की, जो अब अधूरी नही...
मुंबई की रातें— जो कभी हज़ारों सपनों की धड़कन हुआ करती थीं, वे अब अविन अविनाशी चौहान के लिए किसी रोमांच से नहीं, बल्कि एक खामोश मजबूरी से भरी थीं। यह नवंबर की उमस भरी रात थी; मरीन...
बेजुबान इश्क – लव स्टोरी नज़रों की खामोश बातेंमुंबई की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में, भीड़ से भरी लोकल ट्रेन के बीचदो आँखें रोज़ एक-दूसरे को ढूँढ़ती थीं—अन्या, एक सीधी-सादी, शांत और सम...
दो हजार सत्तर. डॉक्टर जैयुश कुलकर्णी जोकि टॉप टेन साइंटिस्ट में पहले नम्बर पर आते है. डॉ कुलकर्णी टेर्रेस पर अपने टेलीस्कोप से आसमान को देख रहे थे तभी कुछ देखकर कहते है हा ये वही...
Location: अंडरग्राउंड RAW फ़ैसिलिटी, लद्दाख वक्त: सुबह 4:30 बजे काँपती हुई ठंडी हवा उस बंकर के लोहे के दरवाज़े से टकरा रही थी, जहाँ देश का सबसे ख़ुफ़िया मिशन शुरू होने जा रहा...
“तुम जैसे लोग दूसरों की ज़िंदगी से खेलते हो, और सोचते हो सबकुछ ख़रीद सकते हो… लेकिन याद रखना, मैं बिकने वालों में से नहीं हूँ।” उसकी आवाज़ धीमी थी, मगर हर लफ्ज़ में आग थी। सा...
उस वक़्त मैं तीन साल का था, मेरा बड़ा भाई सुखेश पांच साल का था औऱ मेरी छोटी बहन भाविका केवल छह महिने की थी. उस वक़्त मेरी मा असाध्य बीमारी का शिकार हो गई थी. उन्हें कांदिव...
इटली जिसे माफिया का अड़ा कहा जा है वाह पर एक लड़की पूरे काले कपड़े पहने थी और चहरे पर केप ओर मुंह पर मास्क लगा रखा था वो इस टाइम एक बैंक के सामने खड़ी थी और उसे देख रही थी ये थ...
अध्याय 1 — दर्पण का पहला दर्शन संग्राम टूर्स अँड ट्रॅव्हल्स… नाम तो छोटा था, मगर मेरे लिए ये मेरे सपनों की शुरुआत थी। अभी कुछ ही हफ्ते हुए थे जब मैंने अपनी नई चार पहिया गाड़ी...
लॉग इन करें
लॉगिन से आप मातृभारती के "उपयोग के नियम" और "गोपनीयता नीति" से अपनी सहमती प्रकट करते हैं.
वेरिफिकेशन
ऐप डाउनलोड करें
ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक प्राप्त करें
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser