Heer... book and story is written by रितेश एम. भटनागर... शब्दकार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Heer... is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
हीर... - उपन्यास
रितेश एम. भटनागर... शब्दकार
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
डिस्क्लेमर - ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है, इस कहानी का किसी भी तरह से किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है... कहानी को वास्तविक रंग देने के लिये कहानी की जरूरत के अनुसार ही शहरों के नाम चयनित किये गये हैं, इस कहानी को लिखने का उद्देश्य मात्र मनोरंजन है इसलिये कहानी में लिये गये पात्रों के नामों और शहरों के नामों को अपनी भावनाओं से जोड़कर ना देखें क्योंकि ये सिर्फ एक कल्पना है!!
।। ॐ श्री गणेशाय नम:।।डिस्क्लेमर - ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है, इस कहानी का किसी भी तरह से किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है... कहानी को वास्तविक रंग देने के लिये कहानी ...और पढ़ेजरूरत के अनुसार ही शहरों के नाम चयनित किये गये हैं, इस कहानी को लिखने का उद्देश्य मात्र मनोरंजन है इसलिये कहानी में लिये गये पात्रों के नामों और शहरों के नामों को अपनी भावनाओं से जोड़कर ना देखें क्योंकि ये सिर्फ एक कल्पना है!!==================================हफ्ते भर के थका देने वाले शेड्यूल के बाद आज फाइनली रविवार का दिन आ ही
अंकिता.. अजीत से बात करने के बाद फटाफट से तैयार हुयी और बिल्कुल ठीक समय पर उससे रियो रेस्टोरेंट में मिलने के लिये घर से निकल गयी.. रियो रेस्टोरेंट काफ़ी बड़ा और बहुत खूबसूरत तरीके से बना हुआ भुवनेश्वर ...और पढ़ेसबसे महंगे रेस्टोरेंट्स में से एक था और यही वजह थी कि अंकिता ने अजीत को मिलने के लिये वहां बुलाया था... असल में बचपन से ही जिस माहौल में वो रही उसकी वजह से उसे लग्ज़रीज़ की आदत थी लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं था कि अंकिता सामने वाले से ही खर्च करवाती थी...वो खुद भी खर्च करती थी