Dil ki Udaan book and story is written by Priya Talati in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Dil ki Udaan is also popular in रोमांचक कहानियाँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
दिल की उड़ान - उपन्यास
Priya Talati
द्वारा
हिंदी रोमांचक कहानियाँ
एक था राजा और एक एक थी रानी, शरू होते ही खतम हो गई कहानी. ऐसी कहानी तो हमने कितनी बार सुनी और देखी है. तो आज मैं आपको एक अलग कहानी Mr and Mrs shah की सुनाती हु. जो दोनों एकदूजे अलग और अंजान थे. Mr shah अमीर और खडूस इंसान थे. जिसका भूतकाल मैं दिल टूट गया था. और Mrs shah की बात करे तो वो मिडल क्लास की लड़की थी और साथ मैं वो जिद्दी, अडियल लड़की थी. चलिए आज मैं आपको Mr and Mrs shah से introduce करवाती हु. गुजरात के अहमदाबाद शहर मैं व्रजचेम् कंपनी के मालिक अभिनव शाह . जो बहोत ही जानेमाने बिजनेसमैन है
एक था राजा और एक एक थी रानी, शरू होते ही खतम हो गई कहानी. ऐसी कहानी तो हमने कितनी बार सुनी और देखी है. तो आज मैं आपको एक अलग कहानी Mr and Mrs shah की सुनाती हु. ...और पढ़ेदोनों एकदूजे अलग और अंजान थे. Mr shah अमीर और खडूस इंसान थे. जिसका भूतकाल मैं दिल टूट गया था. और Mrs shah की बात करे तो वो मिडल क्लास की लड़की थी और साथ मैं वो जिद्दी, अडियल लड़की थी. चलिए आज मैं आपको Mr and Mrs shah से introduce करवाती हु.गुजरात के अहमदाबाद शहर मैं व्रजचेम् कंपनी के
दोनों घर मैं शादी की ज़ोरशोर से तैयारियां चल रही थी . सुबह बारात आने की ही तैयारी थी. सुबह होते ही बारात ढोल नगारे के साथ तैयार थी. दूसरी तरफ सब लोग पल्लवी को तैयार करने मैं व्यस्त ...और पढ़ेथोड़ी देर बार बारात आ गई और सब लोग नीचे बारात देखने चले गए. उतने मैं पल्लवी को एक कॉल आता है तो वो थोड़ा धबरा जाती हैं और रूम का दरवाजा बंध कर देती हैं. थोड़ी देर मैं वो अपना सामान पैक कर लेती हैं और वो अभिनव से लिए हुए पैसे भी ले लेती हैं. वो अपना सामान
अहमदाबाद मैं एक नई सुबह हो चुकी हैं. ये सुबह अभिनव की जिंदगी मैं एक नया पड़ाव लाने वाली हैं. सुबह होते ही अभिनव तैयार हो जाता हैं और रूम से बहार निकलकर नीचे आता हैं. उसके पापा उसके ...और पढ़ेदेखते हैं उससे पूछते है की " इतनी सुबह सुबह तुम तैयार हो कर कहा जा रहे हो? " तब अभिनव कहता हैं की अपना बिजनेस शरू करना चाहता हु इसलिए अभी मुझे थोड़े दिन नौकरी करनी हैं. उसके पापा ने उसको बहोत समझाया की तुम मेरी कंपनी मैं काम करो और तुम्हे पैसे की जरूरत है तो मेरे पास
अहमदाबाद शहर मैं एक नई सुबह हो चुकी थी. आज पूरे अहमदाबाद मैं सिर्फ अभिनव शाह की ही बाते हो रही थी. रेडियो और न्यूज़ वाले सब लोग अभिनव शाह का इंतज़ार कर रहे थे . अभिनव के घर ...और पढ़ेभी एक सोनेरी सुबह हो चुकी थी. आरोही भी भाई की कंपनी के उदधाटन के लिए तैयार थी. अभिनव और उसके पापा दोनो तैयार थे. अभिनव और उसकी फैमिली अपनी माँ से आशीर्वाद लेकर कार्यक्रम मैं जाने के लिए निकलती हैं. वहा पहोचते ही सब तैयारिया हो चुकी थी. अभिनव के वहा पहोचते ही सब मीडिया वाले उसकी और चले
कल का सूरज उग चुका है और सब लोग गाव जाने के लिए तैयार है. सुबह के छ: होते ही सब अपने घर से ऑफिस आने के लिए निकल जाते हैं . सुबह के करीब सात बज गए और ...और पढ़ेअपना अपना सामान कार मैं रख देते है लेकिन ये क्या सब लोग आ गए लेकिन अभी तक उड़ान दिखाई नही दे रही थी. सुबह के साडे सात बज गए थे और कितने कॉल किये लेकिन वो कॉल उठा ही नही रही थी . अभिनव समय के बहोत पक्के है ये जानने के बाद भी उसने आने मैं इतनी देर