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[20]“तो वत्सर, आगे क्या हुआ? बताओ।” सारा ने पूछा। वत्सर ने गहन सांस ली। अभी भी उ...
रात का समय हो गया था और यासीन उन दोनों को लेकर एक कमरे में बैठी थी के तभी दुसरे...
एपिसोड 45 — “जब कलम ने वक़्त को लिखना शुरू किया”(कहानी: मेरे इश्क़ में शामिल रुम...
महाभारत की कहानी - भाग-१५३ अर्जुन को युधिष्ठिर का तिरस्कार प्रस्तावना कृष्णद्व...
छाया का प्यार पहाड़ों की खामोशी में छिपी हलचलअनन्या हमेशा से शहर की भागदौड़ से...
कमरे में सन्नाटा था. नकाबपोश का चेहरा अंधेरे में छिपा हुआ था, लेकिन उसकी मौजूदगी...
अब तक आपने पढ़ा कि बंगले के आगे एक गाड़ी आकर रूकती है उसमें से एक सूट बूट पहने ह...
रानी शशिमुखी… सोलह वर्ष की कोमल कली, जिसकी आँखों में सागर-सी गहराई थी और मन में...
(एक बॉडीगार्ड का काम होता है अपने owner को प्रोटेक्ट करना लेकिन क्या होगा अगर वह...
पहली नज़रशहर की वही पुरानी, भीड़ से भरी सुबह। बस स्टॉप पर खड़े लोग ऑफिस और कॉलेज...
दो दुनियाओं का पहला टकराव मुंबई… यह शहर कभी नहीं सोता। अनगिनत सपनों को अपनी पनाह में लिए, और लाखों जिंदगियों की भाग-दौड़ का गवाह। इसी शहर की हलचल से दूर, एक शांत और पुरानी गली में...
महाभारत की कहानी - भाग- १ शिखंडी की कहानी और भीष्म की इच्छामृत्यु प्रस्तावना संपूर्ण महाभारत पढ़ने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है। अधिकांश लोगों ने महाभारत की कुछ कहानी पढ़ी, सु...
अंधेरी रात, बरसते बादल और सूनी सडक. कोने में बैठा एक फटेहाल बूढा आदमी, मैली दाढी, गंदे कपडे, हाथ में लोहे का कटोरा. राहगीर उसे नजरअंदाज करते, कुछ लोग सिक्के फेंककर आगे बढ जाते. कोई...
आसमान में काले बादल छाए हुए थे ऐसा लग रहा था जैसे आज इंदर देव रूष्ट हो और अपना सारा कोप निकालना चाहते हो,बरसात आने की आशंका में सभी लोग अपना काम जल्दी-जल्दी समेट कर अपने घर पहुंचन...
राज्य की शाम हमेशा शांत हुआ करती थी, लेकिन आज हवा में अजीब-सी घबराहट थी। सूरज की लाल किरणें पहाड़ों के पीछे डूब रही थीं, और किले की ऊँची दीवारों पर जली मशालों की रोशनी लहरों की त...
1. प्रारंभिक स्वरूप परंपरागत मानसिकता में पूजा–पाठ धर्म का आरंभिक और सबसे प्रचलित रूप है। यह वह अवस्था है जहाँ व्यक्ति बाह्य देवताओं या प्रतीकों की आराधना करता है, मंत्रोच्चार औ...
आयाना हमेशा जानती थी कि उसका घर कुछ खास नहीं है। लोग कहते हैं कि अमीर होना और सब कुछ होना खुशियों की गारंटी है, लेकिन उसके लिए यह सच बिल्कुल उल्टा था। उसके पिता, जो बड़े बिजनेसमैन...
आजमगढ़— एक ऐसा शहर जहाँ सदियों से एक रहस्य सोया हुआ था। लेकिन अब, वक़्त आ गया था उसके जागने का... और सब कुछ बदलने का। बादलों की ओट में छिपा चाँद, धरती पर अंधकार की चादर बिछा चुक...
शाम का समय था । जानवी अपने पापा अशोक मुखर्जी से अपने पसंद के लड़के से शादी करने की जिद कर रही थी । जिस कारण से अशोक अपनी एकलौती बेटी जानवी को डांटता है । अशोक धनबाद शहर का एक जाना...
मुंबई की शाम हमेशा किसी फिल्म के सेट जैसी लगती थी. ऊँची बिल्डिंग्स की चमकती खिडकियाँ, गाडियों का लगातार शोर, और बीच- बीच में समुद्र की आवाज. उसी समुद्र किनारे खडी थी आयरा मेहता. उस...
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