प्यार बेशुमार - भाग 11 Aarushi Thakur द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ

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प्यार बेशुमार - भाग 11

अब आगे,

नितिन अपने कैफ़े आ गया । ये जगह उसे बहुत पसंद है क्युकी ये कैफ़े नितिन ने अपनी मेहनत से बनाया है । अपने लेदर वर्क से कुछ हट कर ।

नितिन वहां से अंदर आ गया । पर ख्याल मे अभी भी सीरत ही थी वो उसे परेशान करना और उसका मिनट बाद चिढ जाना  । नितिन को ये सोच कर ही उसके होठो पर एक मुस्कान तेर गयी । 

कोमल, सिद्धार्थ के साथ थी ।
"सिड तुमने क्या सोचा है क्या करना है आगे ? ",
कोमल ने उसका हाथ छोड़ते हुए उसके चेहरे को देखा ।
"हाँ डिसाइड किया है मै म्यूजिक मे डेब्यू  करना चाहता हूँ ", सिड ने उसे देखते हुए कहा ।
"ओह, तो मेरा हैंडसम सिंगर बनना चाहता है, "कोमल ने वापस से सिद्धार्थ का हाथ पकड़ा और वे दोनों आगे चल दिए । सिद्धार्थ भी ये सुन मुस्कुरा उठा  और बोला, "चलो तुम्हे घर छोड़ देता हू अब ।"

कोमल ने हाँ मे सर हिलाया और दोनों कार मे आकर बैठ गए  फिर वहां से सिड ने कोमल को घर छोड़ा और वहां से चला गया ।
कोमल ने बेल ना बजा कर खुद ही दरवाजा खोला क्युकी उसके पास स्पेयर कीज थी ।
वो अंदर आयी तो उसने सीरत को सोफे पर सोते हुए देखा  सामने टीवी चल रहा था । सामने टेबल पर प्लेट रखा हुआ था ।
ये कभी नहीं सुधरेगी फिर अपना सर झटका और वहां से प्लेट ले जा कर किचन मे रखा ।
फिर बाहर आयी और सीरत को उठाते हुए कहा," सीरत, सीरत उठ यार और अगर सोना है तो अंदर जाकर सो ना ।"
सीरत ने कोमल को इग्नोर किया और अपने मुँह की सोफे की तरफ घुमा कर लेटी रही ।
"तू उठती है कि सारा पानी तेरे ऊपर डाल दू, " कोमल ने धमकी देते हुए ही कहा ।
सीरत वाहा से उठी और अंदर जा कर वापस से लेट गयी । कोमल ने खुद मे कहा, " ये लड़की कभी नहीं सुधर सकती । " फिर अपना काम करने लगी ।


सिड वहां से सीधा नितिन के कैफ़े मे आया और नितिन के केबिन कि ओर चला गया ।
" हे कैसा है तू, " सिद्धार्थ ने नितिन के सामने आकर बैठते हुए कहा ।
नितिन जो लैपटॉप पर कुछ कर रहा था उसने अपना सर उठाया और एक बड़ी सी स्माइल के साथ कहा," तू यहाँ क्या हुआ ?"

"कुछ नहीं यहां से जा रहा तो सोचा एक बार तुझ से मिल लू,"  सिद्धार्थ ने कहा ।
"ओके, एनीथिंग अलराइट," नितिन ने सिद्धार्थ को देखा जो एक दम सीरियस बैठा हुआ था ।
"नहीं यार बस मै चाहता हू कि हम लोग पार्टी करते है बहुत टाइम हो गया हम दोस्तों को व्हाट् से?," सिद्धार्थ ने हस्ते हुए कहा ।
"तूने एकदम सीरियस फेस बना कर कहा मुझे लगा कि फिर से तू कोई मुसीबत मे है", नितिन ने कहा ।

"तुझे क्या लगता है कि हर बार प्रॉब्लम के लिए ही तेरे पास आता हु, " सिद्धार्थ ने नाराज होते हुए कहा ।
"ओये नौटंकी, चल चलते है,"   नितिन ने वहां से उठते हुए कहा  ।


इधर आंटी ने खाना बना दिया था  और वहां से अपने घर चली गयी थी । " कोमल, सीरत कहा है आयी नहीं क्या अभी तक," प्रशांत ने कोमल की ओर देखते हुए कहा ।

कोमल ने डाइनिंग टेबल पर रखे प्लेट को सीधा किया और खाना रखते हुए बोली , "भाई आ गयी है कमरे मे सो रही है ।"
"सो रही इस टाइम, जागरण करके आयी है क्या?, " प्रशांत ने कहा ।
"पता नहीं भाई, वो जब आयी तो उसके बाद मुझे जाना पड़ा वह घर मे थी जब आयी तो वो यहाँ सोफे पर सो रही थी अब अंदर ,"  कोमल ने कहा ।
"क्या हुआ ? जो वो दोपहर से सो ही रही है मै देख कर आता हू, " ये कह प्रशांत वहां से उठा और सीरत के कमरे की तरफ बढ़ गया ।

प्रशांत सीरत के कमरे मे आया और अंदर आया उसने देखा सीरत अभी भी आंखे बंद किये सो रही होती है  । उसने सीरत को उठाते हुए कहा, "सीरत बच्चे क्या हुआ? उठ जाओ ।"
जैसे ही हाथ आगे किया तो प्रशांत ने फील किया की उसे फीवर है ।
"कोमल ," प्रशांत ने कोमल को आवाज लगाई ।

कोमल रूम मे आयी  और बोली, " जी भाई, क्या हुआ? ।"
"इसे तो फीवर है तुमने ध्यान नहीं दिया", प्रशांत ने टेंस होते हुए कहा ।
"पता नहीं भाई, मै अभी डॉक्टर को कॉल करती ही," ये कह कोमल वहां से बाहर आयी और डॉक्टर को कॉल किया ।

अब आगे क्या होता है इनकी जिंदगी मे ये जानने के लिए पढ़िए " प्यार बेशुमार "
आज के लिए अलविदा मिलते है अगले भाग मे  🙏


प्लीज अपने ओपिनियन जरूर दीजियेगा ।
जिससे मै आगे लिखू उसकी प्रेरणा मिले और हमें हमारी गलती बता दीजियेगा जिसे मै सुधार सकूँ ।
🙏
~आरुषि ठाकुर  ✍️