लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • अरविन्द बाबू

    हमलोगों के आदि पुरखा पं.देवदत्त राम त्रिपाठी थे।उनके पांच पुत्र हुए-पं.विशेषर रा...

  • सही राह

    एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि करा...

  • कर्मफल

    कर्मफल देश के एक बड़े समारोह के आयोजन का उत्तरदायित्व इस बार पंजिम (पणजी) प्रशासन...

मेरे जीवन साथी By DINESH KUMAR KEER

" मेरे जीवन साथी ...तुम बिन मैं कुछ नही ... सुधा ... मोहन ने सुधा का हाथ अपने हाथ मे लेके बोला ..." डाक्टर कहते है कि तुम मेरी बात नही सुन सकती पर मुझे पता है कि तुम मेरी बात ... म...

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अरविन्द बाबू By Prafulla Kumar Tripathi

हमलोगों के आदि पुरखा पं.देवदत्त राम त्रिपाठी थे।उनके पांच पुत्र हुए-पं.विशेषर राम,शंकर राम,चंदर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम त्रिपाठी।विशेषर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम की आगे की वं...

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सही राह By DINESH KUMAR KEER

एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था।एक यज्ञ में उसने अपना सबकुछ दान कर दिया। अब उसके पास परिवार चलाने लायक भी पैसे नहीं बचे थ...

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लक्ष्मण रेखा By DINESH KUMAR KEER

लक्ष्मण रेखालक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद नहीं पता होगा । लक्ष्मण रेखा का नाम (सोमतिती विद्या है) यह भारत की प्राचीन विद्याओ में से जिसका अंतिम प्रयोग महाभारत...

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आनंद से जियो और आनंद से जीने दो. By Piyush Goel

एक मछुआरा रोज़ाना मछलियाँ बेच कर अपने परिवार का लालन पालन करता था, बात बहुत पुरानी हैं,एक दिन जैसे ही मछली पकड़ कर अपनी टोकरी में रख रहा था,एक मछली बहुत ज़ोर-ज़ोर से उछल कूद कर रही...

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कर्मफल By Mayank Saxena Honey

कर्मफल देश के एक बड़े समारोह के आयोजन का उत्तरदायित्व इस बार पंजिम (पणजी) प्रशासन के पास था। देश के एक से एक बड़े-बड़े उद्योगपति उस समारोह का हिस्सा बनने वाले थे। गोवा राज्यीय मीडिया...

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जन्मदिन By DINESH KUMAR KEER

((जन्मदिन))सासु माँ कब जाएँगी..“ बेटा सुन आज आते वक्त मेरा एक काम कर देगा?” दमयंती जी ने सोमेश से पूछा“ हाँ माँ बोलो ना क्या काम है?” सोमेश ने कहाउधर रसोई में काम करती रचिता मन ही...

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अजीब सा सुकून By DINESH KUMAR KEER

एक पिता पुत्र साथ-साथ टहलने निकले, वे दूर खेतों की तरफ निकल आये, तभी पुत्र ने देखा कि रास्ते में, पुराने हो चुके एक जोड़ी जूते उतरे पड़े हैं, जो संभवतः पास के खेत में काम कर रहे गर...

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बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय By DINESH KUMAR KEER

बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की जन्मजयंती पर शत शत नमन...सुजलाम सुफलाम मलयजशीतलाम शस्यश्यामलाम्, मातरम्.........बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय बंगला के प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और प...

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बहन की चिट्ठी By DINESH KUMAR KEER

बहन की चिट्ठीबहन का मार्मिक पत्र ससुराल से:-नहीं चाहिए मुझको हिस्सा माँ-बाबा की दौलत में चाहे वो जो जो लिख जाएँ अपनी वसीयत मेंनहीं चाहिए मुझको झुमकाचूड़ी पायल और कंगन नहीं चाहिए अप...

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जय श्री राम By DINESH KUMAR KEER

जय श्री राम एक बार एक व्यक्ति को रास्ते में यमराज मिल गये वो व्यक्ति उन्हें पहचान नहीं सका। यमराज ने पीने के लिए व्यक्ति से पानी माँगा, बिना एक क्षण गंवाए उसने पानी पिला दिया। पानी...

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आत्म सन्तुष्टि By DINESH KUMAR KEER

"आत्मसन्तुष्टि...दो दिनों से उसके पेट में अन्न का एक दाना भी नही गया था... जिस भी हलवाई की दूकान के सामने जाता सब उसे दुत्कार देते... जब ज्यादा भूख सताती तो म्यूनिसपैलिटी के नल से...

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रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

"रिश्ता ....रोज की तरह रात में अपना लेपटॉप लिए बिरजू बिस्तर के एक ओर बैठकर अपने आफिस के काम में व्यस्त था बिस्तर के दूसरी ओर उसकी पत्नी सुधा आराम से सो रही थी कि तभी एक नोटिफिकेशन...

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शिव - पार्वती का प्रेम By DINESH KUMAR KEER

सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ प्रेमगाथा- शिव-पार्वती का प्रेम...माता पार्वती शिवजी की केवल अर्धांगिनी ही नहीं शिष्या भी बनीं। शिवजी से अनेक विषयों पर चर्चा करतीं।एक दिन पार्वतीजी ने पूछा-...

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एक ख़ूबसूरत रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

एक ख़ूबसूरत रिश्तापति और पत्नी का रिश्ता पवित्र एहसासों की डोर के ताने बानें से बुना हुआ एक ख़ूबसूरत रिश्ता है। जिसमें एहसासों की मज़बूती रिश्ते की मज़बूती को तय करती है। ये एहसास...

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मंजिल अपनी अपनी - 7 By Awantika Palewale

चंदा बोली कितने खुश होंगे चाचा जब हम कहेंगे आपके प्रताप से ही खिलौना आया है! कल के दोनों कार्यक्रम आप ही की देखरेख में होंगे !हम आपको लेने आए हैं !पर वह आने से मना तो नहीं कर देंगे...

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वैज्ञानिक और शेर By Rajesh Rajesh

दिवाकर वैज्ञानिक कोलकाता शहर में रहता था, उसका बचपन एक अनाथ आश्रम में बीता था, दिवाकर पढ़ाई लिखाई में बहुत होशियार था इस वजह से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एक वैज्ञानिक बन गया था। दि...

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The Monk Who Sold His Farrari By iQ Yogesh

जूलियन मेंटल एक सफल वकील था, जिनके पास सुख सुबिधा देने वाले सारे luxury चीजें थी | बड़ा बंगला, गाड़ी, जेट बिमान आदि का वो मालिक था | परन्तु उसका जीवन बहोत व्यस्त था, उसपर हमेसा काम क...

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हिंदी भाषा By DINESH KUMAR KEER

वाणी में मधुरता हिंदी में, संस्कार सभी है हिंदी में... दुश्मन को धूल चटा दे, वह ललकार बसी है हिंदी में... मृत देही में जान फूंक दे, वह उपचार बसा है हिंदी में... जन जन ,जय जय कार गू...

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एक संघर्ष की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक संघर्ष की कहानीपुराने समय में एक किसान की फसल बार - बार खराब हो रही थी। कभी तेज बारिश की वजह से, कभी तेज धूप की वजह से, कभी ठंड की वजह से उसकी फसल पनप नहीं पा रही थी। एक दिन इसस...

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भगवान का घर By DINESH KUMAR KEER

* भगवान का घर * कल दोपहर में मैं बैंक में गया था । वहाँ एक बुजुर्ग भी उनके काम से आये थे । वहाँ वह कुछ काम की बात ढूंढ रहे थे । मुझे लगा शायद उन्हें पेन चाहिये । इसलिये उनसे पुछा त...

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आलसी ऊंट की कहानी By Mini

"ऊंट की कहानी..... एक जंगल में सभी प्रकार के पशु पक्षी तथा तरह-तरह के जानवर रहते हैं सभी अपने-अपने जीवन में मस्त रहते हैं ... "और उसी जंगल में ऊंट प्रजाति की झुंड भी रहते है ......

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सैनिक की पत्नी (करवाचौथ) By Wow Mission successful

फ़ौजी की बीवी ये कहानी एक आर्मी के नौजवान की है। जब उनकी पत्नी बोलती है। इस बार आप करवां चौथ पर आ रहें हैं ना ? चार महीने हो गए आपसे मिले, आपको देखे हुए भी एक महीने से ज्यादा हो च...

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छोटा पापा By DINESH KUMAR KEER

छोटा पापा वो तीनों खूब शॉपिंग - वॉपिंग करके घर लौटे। पत्नी सीमा जी ने घर के दरवाजे पर लगा ताला खोला, खरीदी कर के लाए हुए सभी समानों को रखा और रसोई घर में पानी लेने के लिए चली गई। ह...

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बाबूमोशाय By ABHAY SINGH

बाबूमोशाय, जिंदगी लम्बी नहीबड़ी होनी चाहिएये डायलॉग मोहम्मद शाह के काफी बाद आया। उनकी बादशाहत की उपलब्धि तो यही थी, कि जब दूसरे 2-4-6 माह में मारे जा रहे थे।रंगीला 27 बरस निकाल गए।...

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ये तुम्हारी मेरी बातें - 6 By Preeti

कुंडली भाग्य-3*****************पिछले भाग में.... " सीधे मुंह बात नहीं कर सकते , तो जाओ मुझे भी कोई शौक नहीं तुमसे मुंह जोरी करने का ।" " मुझे तो है शौक! जब तक तुम्हारी जली कटी ना स...

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पिता जी By Suresh Chaudhary

,, ए रवि,,,। मॉल में से निकलते हुऐ प्रकाश को अचानक मॉल के बाहर ही रवि दिखाई दिया। आवाज सुनकर रवि ने भी आवाज की दिशा में देखा, सामने प्रकाश को देख रवि के चेहरे पर एक मुस्कान उभर आई।...

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POK - आपकी छाती का काँटा By ABHAY SINGH

POK - आपकी छाती का कांटाजिसे पाकिस्तान ने 1947 में कब्जा कर लिया था। जिसे नेहरू हार गए।आज बड़ा दुख हो रहा है कि नेहरू पीड़ितों को यह बताते हुए, कि POK में नेहरू का दूर दूर तक रोल न...

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खुली आँखों का अधूरा सपना By DINESH KUMAR KEER

* खुली आँखों का अधूरा सपना * जब शादी कर के लाये थे खुली आँखों से सपने दिखाए थे की छोटा सा परिवार होगा “जिसमे हम तुम और हमारा प्यार होगा" ख़ुशी - ख़ुशी अपने बच्चो का पालन करेंगे थोड...

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द लास्ट बाउंड्री ऑफ़ इंडिया By ABHAY SINGH

भारत की आखरी सीमा, पंजाब,और हिमाचल प्रदेश... जब नक्शा देखता हूँ, तो सोचता हूँ,कि कश्मीर विहीन भारत, कैसा शीश विहीन होता। मगर, सही- अच्छा-उचित-नियमानुकूल तो यही था कि कश्मीर पाकिस्त...

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दो बूंद जिंदगी By Suresh Chaudhary

न जाने कब से मैं पत्थर की एक बड़ी सी शिलापट पर लेटा हुआ आसमान की ओर देखता रहा, थकन की वजह से सारा शरीर खुद भी एक पत्थर के समान हों गया। कब नींद आ गई और कब आधी रात हो गई, ठीक आधी रा...

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Do Stories - Chapter 1 By Kayal King

एक बार की बात है, एक गांव में एक पुराना हावभाव से भरा हुआ मकान था। यह मकान बहुत ही डरावना और भूतिया माना जाता था। कहानी के मुताबिक, इस मकान में एक भूत रहता था, जो रात में उठकर लोगो...

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परोपकार की भावना By DINESH KUMAR KEER

एक पागल भिखारी :- जब बुढ़ापे में अकेला ही रहना है तो औलाद क्यों पैदा करें उन्हें क्यों काबिल बनाएं जो हमें बुढ़ापे में दर-दर के ठोकरें खाने के लिए छोड़ दे ।क्यों दुनिया मरती है औला...

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जीवन का किस्सा By DINESH KUMAR KEER

मैं बहुत शांति से डायनिंग टेबल पर बैठा हुआ था , और किचन से आती हुई खुशबू को महसूस कर रहा था... लग रहा था कि अगले ही पल खाने की थाली आएगी..... गुस्सा धीरे - धीरे शांत होता जा रहा था...

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विशाल साम्राज्य औऱ 18 घण्टे काम By ABHAY SINGH

विशाल साम्राज्य औऱ 18 घण्टे काम.. यह 1944 का जर्मनी था, और उसका मेहनतकश नेता। जून की 6 तारीख थी और ब्रिटेन में डेरा डाले अमेरिकी, कनाडियन और ब्रिटेन के फौजी दो हजार से अधिक नौका, फ...

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आजादी By DINESH KUMAR KEER

आजादीमैं तुम्हारी माँ के बंधन मे और नहीं रह सकती, मुझे अलग घर चाहिए जहाँ मैं खुल के साँस ले सकूँ। पलक रवि को देखते ही ज़ोर से चिल्ला उठी।बात बस इतनी थी कि सुलभा जी ने रवि और पलक को...

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आपातकाल By ABHAY SINGH

आपातकाल लगा !!! धब्बा है, तानाशाही, लोकतंत्र की हत्या ..◆◆◆कुछ मिथ है, इमरजेंसी के इर्दगिर्द। उन्हें कभी क्वेश्चन नही किया जा सकता है। जैसेसिद्धांत क्रमांक 1- इंदिरा की मंशा लोकतंत...

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नया आशियाना By S Sinha

                                                नया आशियाना   शेखर एक प्राइवेट कंपनी  में अकाउंटेंट  था  . वह एक छोटे शहर में अपनी पत्नी लता और दस साल की बेटी रेणु के साथ एक मकान ...

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चले ससुराल पँहुचे हवालात By नंदलाल मणि त्रिपाठी

चले ससुराल पहुंच गए हवालात---------- यदि आपको किसी भी विषय कि विशेषज्ञता है तो तब तक अपनी जानकारियां सलाह सुझाव तब तक ना दे जब तक कोई भी आपसे जानने का उत्सुक ना हो या ना मांगे।साथ...

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पति का करवा चौथ By Sudhir Srivastava

पिछले कुछ वर्षों से लीना का मानसिक संतुलन खराब चल रहा था। जिसकी वजह से उसका परिवार अस्त व्यस्त हो गया, उसका पति लाखन उसके इलाज के चक्कर में चक्करघिन्नी बन गया था, उसका व्यवसाय चौपट...

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कान्हा की कहानी By DINESH KUMAR KEER

कान्हा लुट गये.एक बार एक पंडित जी थे, वो रोज घर घर जा के भगवत गीता का पाठ करते तथा कान्हा की कथा सुनाते थे | .एक दिन उन्हे एक चोर ने पकड़ लिया और उसे कहा तेरे पास जो कुछ भी है मुझे...

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गाय हमारी माता है By ABHAY SINGH

गाय हमारी माता है,गफूर उसको खाता हैगाय खावक आदमी मुख्यमंत्री कैसे रहेगा। हटाओ ससुर.. जेपी की जिंदा कौम, कैसे भी, अब्दुल गफूर से सिंहासन खाली करवाकर, खुद बैठने को आतुर थी।ये 1975 था...

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सत्याग्रह और उग्रता By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सत्याग्रह और उग्रता---- भारत ने ब्रिटिश औपनिवेश से मुक्ति के लिए पूरे नब्बे वर्षो तक संघर्ष किया इस दौर में नए नए विचार धाराएं एव आंदोलन के बिभिन्न सिद्धांतो ने अवधारणा कि वास्तविक...

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इंस्टालमेंट - 2 By Bharat(ભારત) Molker

इन्सान की ख्वाइशे कभी कम नहीं होती l ग़ालिब फरमा गए है ना, "बहुत निकले मेरे अरमां फिर भी कम निकले", वगेरा वगेरा...l तभी तो इन्सान हर किसम का जोर लगाकर सपने या जरुरत पूरी करने का तरी...

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मेरे जीवन साथी By DINESH KUMAR KEER

" मेरे जीवन साथी ...तुम बिन मैं कुछ नही ... सुधा ... मोहन ने सुधा का हाथ अपने हाथ मे लेके बोला ..." डाक्टर कहते है कि तुम मेरी बात नही सुन सकती पर मुझे पता है कि तुम मेरी बात ... म...

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अरविन्द बाबू By Prafulla Kumar Tripathi

हमलोगों के आदि पुरखा पं.देवदत्त राम त्रिपाठी थे।उनके पांच पुत्र हुए-पं.विशेषर राम,शंकर राम,चंदर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम त्रिपाठी।विशेषर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम की आगे की वं...

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सही राह By DINESH KUMAR KEER

एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था।एक यज्ञ में उसने अपना सबकुछ दान कर दिया। अब उसके पास परिवार चलाने लायक भी पैसे नहीं बचे थ...

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लक्ष्मण रेखा By DINESH KUMAR KEER

लक्ष्मण रेखालक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद नहीं पता होगा । लक्ष्मण रेखा का नाम (सोमतिती विद्या है) यह भारत की प्राचीन विद्याओ में से जिसका अंतिम प्रयोग महाभारत...

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आनंद से जियो और आनंद से जीने दो. By Piyush Goel

एक मछुआरा रोज़ाना मछलियाँ बेच कर अपने परिवार का लालन पालन करता था, बात बहुत पुरानी हैं,एक दिन जैसे ही मछली पकड़ कर अपनी टोकरी में रख रहा था,एक मछली बहुत ज़ोर-ज़ोर से उछल कूद कर रही...

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कर्मफल By Mayank Saxena Honey

कर्मफल देश के एक बड़े समारोह के आयोजन का उत्तरदायित्व इस बार पंजिम (पणजी) प्रशासन के पास था। देश के एक से एक बड़े-बड़े उद्योगपति उस समारोह का हिस्सा बनने वाले थे। गोवा राज्यीय मीडिया...

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जन्मदिन By DINESH KUMAR KEER

((जन्मदिन))सासु माँ कब जाएँगी..“ बेटा सुन आज आते वक्त मेरा एक काम कर देगा?” दमयंती जी ने सोमेश से पूछा“ हाँ माँ बोलो ना क्या काम है?” सोमेश ने कहाउधर रसोई में काम करती रचिता मन ही...

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अजीब सा सुकून By DINESH KUMAR KEER

एक पिता पुत्र साथ-साथ टहलने निकले, वे दूर खेतों की तरफ निकल आये, तभी पुत्र ने देखा कि रास्ते में, पुराने हो चुके एक जोड़ी जूते उतरे पड़े हैं, जो संभवतः पास के खेत में काम कर रहे गर...

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बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय By DINESH KUMAR KEER

बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की जन्मजयंती पर शत शत नमन...सुजलाम सुफलाम मलयजशीतलाम शस्यश्यामलाम्, मातरम्.........बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय बंगला के प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और प...

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बहन की चिट्ठी By DINESH KUMAR KEER

बहन की चिट्ठीबहन का मार्मिक पत्र ससुराल से:-नहीं चाहिए मुझको हिस्सा माँ-बाबा की दौलत में चाहे वो जो जो लिख जाएँ अपनी वसीयत मेंनहीं चाहिए मुझको झुमकाचूड़ी पायल और कंगन नहीं चाहिए अप...

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जय श्री राम By DINESH KUMAR KEER

जय श्री राम एक बार एक व्यक्ति को रास्ते में यमराज मिल गये वो व्यक्ति उन्हें पहचान नहीं सका। यमराज ने पीने के लिए व्यक्ति से पानी माँगा, बिना एक क्षण गंवाए उसने पानी पिला दिया। पानी...

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आत्म सन्तुष्टि By DINESH KUMAR KEER

"आत्मसन्तुष्टि...दो दिनों से उसके पेट में अन्न का एक दाना भी नही गया था... जिस भी हलवाई की दूकान के सामने जाता सब उसे दुत्कार देते... जब ज्यादा भूख सताती तो म्यूनिसपैलिटी के नल से...

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रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

"रिश्ता ....रोज की तरह रात में अपना लेपटॉप लिए बिरजू बिस्तर के एक ओर बैठकर अपने आफिस के काम में व्यस्त था बिस्तर के दूसरी ओर उसकी पत्नी सुधा आराम से सो रही थी कि तभी एक नोटिफिकेशन...

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शिव - पार्वती का प्रेम By DINESH KUMAR KEER

सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ प्रेमगाथा- शिव-पार्वती का प्रेम...माता पार्वती शिवजी की केवल अर्धांगिनी ही नहीं शिष्या भी बनीं। शिवजी से अनेक विषयों पर चर्चा करतीं।एक दिन पार्वतीजी ने पूछा-...

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एक ख़ूबसूरत रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

एक ख़ूबसूरत रिश्तापति और पत्नी का रिश्ता पवित्र एहसासों की डोर के ताने बानें से बुना हुआ एक ख़ूबसूरत रिश्ता है। जिसमें एहसासों की मज़बूती रिश्ते की मज़बूती को तय करती है। ये एहसास...

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मंजिल अपनी अपनी - 7 By Awantika Palewale

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वैज्ञानिक और शेर By Rajesh Rajesh

दिवाकर वैज्ञानिक कोलकाता शहर में रहता था, उसका बचपन एक अनाथ आश्रम में बीता था, दिवाकर पढ़ाई लिखाई में बहुत होशियार था इस वजह से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एक वैज्ञानिक बन गया था। दि...

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The Monk Who Sold His Farrari By iQ Yogesh

जूलियन मेंटल एक सफल वकील था, जिनके पास सुख सुबिधा देने वाले सारे luxury चीजें थी | बड़ा बंगला, गाड़ी, जेट बिमान आदि का वो मालिक था | परन्तु उसका जीवन बहोत व्यस्त था, उसपर हमेसा काम क...

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हिंदी भाषा By DINESH KUMAR KEER

वाणी में मधुरता हिंदी में, संस्कार सभी है हिंदी में... दुश्मन को धूल चटा दे, वह ललकार बसी है हिंदी में... मृत देही में जान फूंक दे, वह उपचार बसा है हिंदी में... जन जन ,जय जय कार गू...

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एक संघर्ष की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक संघर्ष की कहानीपुराने समय में एक किसान की फसल बार - बार खराब हो रही थी। कभी तेज बारिश की वजह से, कभी तेज धूप की वजह से, कभी ठंड की वजह से उसकी फसल पनप नहीं पा रही थी। एक दिन इसस...

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भगवान का घर By DINESH KUMAR KEER

* भगवान का घर * कल दोपहर में मैं बैंक में गया था । वहाँ एक बुजुर्ग भी उनके काम से आये थे । वहाँ वह कुछ काम की बात ढूंढ रहे थे । मुझे लगा शायद उन्हें पेन चाहिये । इसलिये उनसे पुछा त...

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आलसी ऊंट की कहानी By Mini

"ऊंट की कहानी..... एक जंगल में सभी प्रकार के पशु पक्षी तथा तरह-तरह के जानवर रहते हैं सभी अपने-अपने जीवन में मस्त रहते हैं ... "और उसी जंगल में ऊंट प्रजाति की झुंड भी रहते है ......

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सैनिक की पत्नी (करवाचौथ) By Wow Mission successful

फ़ौजी की बीवी ये कहानी एक आर्मी के नौजवान की है। जब उनकी पत्नी बोलती है। इस बार आप करवां चौथ पर आ रहें हैं ना ? चार महीने हो गए आपसे मिले, आपको देखे हुए भी एक महीने से ज्यादा हो च...

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छोटा पापा By DINESH KUMAR KEER

छोटा पापा वो तीनों खूब शॉपिंग - वॉपिंग करके घर लौटे। पत्नी सीमा जी ने घर के दरवाजे पर लगा ताला खोला, खरीदी कर के लाए हुए सभी समानों को रखा और रसोई घर में पानी लेने के लिए चली गई। ह...

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बाबूमोशाय By ABHAY SINGH

बाबूमोशाय, जिंदगी लम्बी नहीबड़ी होनी चाहिएये डायलॉग मोहम्मद शाह के काफी बाद आया। उनकी बादशाहत की उपलब्धि तो यही थी, कि जब दूसरे 2-4-6 माह में मारे जा रहे थे।रंगीला 27 बरस निकाल गए।...

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ये तुम्हारी मेरी बातें - 6 By Preeti

कुंडली भाग्य-3*****************पिछले भाग में.... " सीधे मुंह बात नहीं कर सकते , तो जाओ मुझे भी कोई शौक नहीं तुमसे मुंह जोरी करने का ।" " मुझे तो है शौक! जब तक तुम्हारी जली कटी ना स...

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पिता जी By Suresh Chaudhary

,, ए रवि,,,। मॉल में से निकलते हुऐ प्रकाश को अचानक मॉल के बाहर ही रवि दिखाई दिया। आवाज सुनकर रवि ने भी आवाज की दिशा में देखा, सामने प्रकाश को देख रवि के चेहरे पर एक मुस्कान उभर आई।...

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POK - आपकी छाती का काँटा By ABHAY SINGH

POK - आपकी छाती का कांटाजिसे पाकिस्तान ने 1947 में कब्जा कर लिया था। जिसे नेहरू हार गए।आज बड़ा दुख हो रहा है कि नेहरू पीड़ितों को यह बताते हुए, कि POK में नेहरू का दूर दूर तक रोल न...

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खुली आँखों का अधूरा सपना By DINESH KUMAR KEER

* खुली आँखों का अधूरा सपना * जब शादी कर के लाये थे खुली आँखों से सपने दिखाए थे की छोटा सा परिवार होगा “जिसमे हम तुम और हमारा प्यार होगा" ख़ुशी - ख़ुशी अपने बच्चो का पालन करेंगे थोड...

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द लास्ट बाउंड्री ऑफ़ इंडिया By ABHAY SINGH

भारत की आखरी सीमा, पंजाब,और हिमाचल प्रदेश... जब नक्शा देखता हूँ, तो सोचता हूँ,कि कश्मीर विहीन भारत, कैसा शीश विहीन होता। मगर, सही- अच्छा-उचित-नियमानुकूल तो यही था कि कश्मीर पाकिस्त...

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दो बूंद जिंदगी By Suresh Chaudhary

न जाने कब से मैं पत्थर की एक बड़ी सी शिलापट पर लेटा हुआ आसमान की ओर देखता रहा, थकन की वजह से सारा शरीर खुद भी एक पत्थर के समान हों गया। कब नींद आ गई और कब आधी रात हो गई, ठीक आधी रा...

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Do Stories - Chapter 1 By Kayal King

एक बार की बात है, एक गांव में एक पुराना हावभाव से भरा हुआ मकान था। यह मकान बहुत ही डरावना और भूतिया माना जाता था। कहानी के मुताबिक, इस मकान में एक भूत रहता था, जो रात में उठकर लोगो...

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परोपकार की भावना By DINESH KUMAR KEER

एक पागल भिखारी :- जब बुढ़ापे में अकेला ही रहना है तो औलाद क्यों पैदा करें उन्हें क्यों काबिल बनाएं जो हमें बुढ़ापे में दर-दर के ठोकरें खाने के लिए छोड़ दे ।क्यों दुनिया मरती है औला...

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जीवन का किस्सा By DINESH KUMAR KEER

मैं बहुत शांति से डायनिंग टेबल पर बैठा हुआ था , और किचन से आती हुई खुशबू को महसूस कर रहा था... लग रहा था कि अगले ही पल खाने की थाली आएगी..... गुस्सा धीरे - धीरे शांत होता जा रहा था...

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विशाल साम्राज्य औऱ 18 घण्टे काम By ABHAY SINGH

विशाल साम्राज्य औऱ 18 घण्टे काम.. यह 1944 का जर्मनी था, और उसका मेहनतकश नेता। जून की 6 तारीख थी और ब्रिटेन में डेरा डाले अमेरिकी, कनाडियन और ब्रिटेन के फौजी दो हजार से अधिक नौका, फ...

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आजादी By DINESH KUMAR KEER

आजादीमैं तुम्हारी माँ के बंधन मे और नहीं रह सकती, मुझे अलग घर चाहिए जहाँ मैं खुल के साँस ले सकूँ। पलक रवि को देखते ही ज़ोर से चिल्ला उठी।बात बस इतनी थी कि सुलभा जी ने रवि और पलक को...

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आपातकाल By ABHAY SINGH

आपातकाल लगा !!! धब्बा है, तानाशाही, लोकतंत्र की हत्या ..◆◆◆कुछ मिथ है, इमरजेंसी के इर्दगिर्द। उन्हें कभी क्वेश्चन नही किया जा सकता है। जैसेसिद्धांत क्रमांक 1- इंदिरा की मंशा लोकतंत...

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नया आशियाना By S Sinha

                                                नया आशियाना   शेखर एक प्राइवेट कंपनी  में अकाउंटेंट  था  . वह एक छोटे शहर में अपनी पत्नी लता और दस साल की बेटी रेणु के साथ एक मकान ...

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चले ससुराल पँहुचे हवालात By नंदलाल मणि त्रिपाठी

चले ससुराल पहुंच गए हवालात---------- यदि आपको किसी भी विषय कि विशेषज्ञता है तो तब तक अपनी जानकारियां सलाह सुझाव तब तक ना दे जब तक कोई भी आपसे जानने का उत्सुक ना हो या ना मांगे।साथ...

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पति का करवा चौथ By Sudhir Srivastava

पिछले कुछ वर्षों से लीना का मानसिक संतुलन खराब चल रहा था। जिसकी वजह से उसका परिवार अस्त व्यस्त हो गया, उसका पति लाखन उसके इलाज के चक्कर में चक्करघिन्नी बन गया था, उसका व्यवसाय चौपट...

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कान्हा की कहानी By DINESH KUMAR KEER

कान्हा लुट गये.एक बार एक पंडित जी थे, वो रोज घर घर जा के भगवत गीता का पाठ करते तथा कान्हा की कथा सुनाते थे | .एक दिन उन्हे एक चोर ने पकड़ लिया और उसे कहा तेरे पास जो कुछ भी है मुझे...

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गाय हमारी माता है By ABHAY SINGH

गाय हमारी माता है,गफूर उसको खाता हैगाय खावक आदमी मुख्यमंत्री कैसे रहेगा। हटाओ ससुर.. जेपी की जिंदा कौम, कैसे भी, अब्दुल गफूर से सिंहासन खाली करवाकर, खुद बैठने को आतुर थी।ये 1975 था...

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सत्याग्रह और उग्रता By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सत्याग्रह और उग्रता---- भारत ने ब्रिटिश औपनिवेश से मुक्ति के लिए पूरे नब्बे वर्षो तक संघर्ष किया इस दौर में नए नए विचार धाराएं एव आंदोलन के बिभिन्न सिद्धांतो ने अवधारणा कि वास्तविक...

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इंस्टालमेंट - 2 By Bharat(ભારત) Molker

इन्सान की ख्वाइशे कभी कम नहीं होती l ग़ालिब फरमा गए है ना, "बहुत निकले मेरे अरमां फिर भी कम निकले", वगेरा वगेरा...l तभी तो इन्सान हर किसम का जोर लगाकर सपने या जरुरत पूरी करने का तरी...

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