लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • यादें

    आखरी पैग को उठाते ही कानों में,, जेम्स अब बस भी करो यह तुम्हारा सातवां पैग है,,।...

  • वानर पुत्र नहीं है मानव

      अपनी आदत के अनुसार ही शर्माजी आज भी सुबह ही घूमने निकल गए। कमर का दर्द अब पहले...

  • अधुरी इच्छा

    पहाड़ो से घिरा गांव , गांव के मध्य कालू का घर , कालू के घर में गौर वर्ण सुन्दर स...

यादें By Suresh Chaudhary

आखरी पैग को उठाते ही कानों में,, जेम्स अब बस भी करो यह तुम्हारा सातवां पैग है,,।,,This is Last पैग, जैनी,,। बड़बड़ाया जेम्स, फिर अधखुली आंखों से कमरे में चारों ओर देखा, किसी को अपन...

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पिता की डायरी By DINESH KUMAR KEER

पिता की डायरीमाँ, पिता जी कहाँ गये? डॉक्टर अशोक ने घर में आते ही अपनी माँ से पूछा,अशोक की माता जी बोली-“ पता नहीं बेटे देखो पुस्तकालय में होंगे “तभी अशोक की पत्नी रेखा बोली- “आपने...

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शीतलता By DINESH KUMAR KEER

शीतलता"अरे नई प्रतियोगिता आई है कहानी पटल पर जिसमें लिखना हैं ,तू बता क्या लिखेगी?"रूकमनी ने चिड़िया की तरह चहकते हुये सरोज से पूछा फोन पर "अरे कुछ नही मन नही है मेरा कुछ लिखने को...

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माँ का आँचल By DINESH KUMAR KEER

माँ का आँचलएक जज अपनी पत्नी को क्यों दे रहे हैं तलाक?"रोंगटे खड़े" कर देने वाली घटना।कल रात एक ऐसा वाकया हुआ जिसने मेरी ज़िन्दगी के कई पहलुओं को छू लियाकरीब 7 बजे होंगे,शाम को मोबा...

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चावल का दाना By DINESH KUMAR KEER

चावल का दाना एक भिखारी एक दिन सुबह अपने घर के बाहर निकला। त्योहार का दिन है। आज गाँव में बहुत भिक्षा मिलने की संभावना है। वो अपनी झोली में थोड़े से चावल दाने डाल कर, बाहर आया। चावल...

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वानर पुत्र नहीं है मानव By Yogesh Kanava

  अपनी आदत के अनुसार ही शर्माजी आज भी सुबह ही घूमने निकल गए। कमर का दर्द अब पहले से काफी कम हो गया था इसलिए अब फिर से उन्होंने धीरे-धीरे अपनी पुरानी दिनचर्या शुरू कर दी थी। करीब मह...

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अधुरी इच्छा By Captain Dharnidhar

पहाड़ो से घिरा गांव , गांव के मध्य कालू का घर , कालू के घर में गौर वर्ण सुन्दर सुशीला चंचल नयनी गृह कार्य में दक्ष उसकी पुत्री.. नाम लच्छी । कालू एक मजदूर कृषकाय दूसरो के खेतों में...

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उस रात का सच By DINESH KUMAR KEER

उस रात का सच वह लड़की का हाथ पकड़े, उसे प्लेटफार्म से खींचते हुए बाहर ले जाने की कोशिश में लगा हुआ था। लड़की रोते हुए, छूटने के लिए पूरी ताकत लगा रही थी। एक महिला बिलखती हुई उसके पीछे...

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खूनी पंजा By Suresh Chaudhary

राकेश की शादी पर छोटे भाई किशोर सहित सभी मित्र बड़े खुश नजर आ रहे थे, गांव में एक परंपरा होती है, भाभी की गोद में छोटे देवर को बैठना होता है। किशोर ने इस परंपरा का भली प्रकार से नि...

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काश्मिरी पंडित - भाग 6 By Nikita Patil

साल 1989 में कश्मीर की खूबसूरत घाटी में एक भयानक घटना सामने आई। यह हिंसा और अशांति का समय था, क्योंकि कश्मीरी पंडितों को कट्टरपंथियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा था। उनमें एक प्रमुख...

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जिम्मेवारी By Swati

जिंदगी ने ऐसी मोड़ पे लाकर खड़ा कर दिया है जहां से आगे जाने का रास्ता पता नही है और पीछे जा नही सकती । जैसे तैसे करके यहां तक तो आ गई लेकिन इससे आगे का सफर कैसे करू कुछ समझ नहीं आ...

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प्यार का सच By Bhanuben Prajapati

दिल का रिश्ता बड़ा प्यारा होता है,लेकिन दिल में रहेने वाला का सच्चा प्यार मिले तब। आज कल प्यार का फेसन हो गया है।दिल से दिल मिलाना मतलब ईश्वर के साथ हो होना।जो लोग सच्चा प्यार करते...

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मासूम बचपन By DINESH KUMAR KEER

1मासूम बचपनमेरे मन में यदा - कदा यह सवाल उठता कि ," क्या बचपन बिल्कुल ही होशमंद नहीं होता या चालाकी की हद तक होशमंद होता है ?" …मैं अपने माता - पिता की सबसे छोटी संतान था। वैसे अगर...

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हमसफर भी तुम ही हो By Sumit Singh

अविनाश सुबह समय पर उठा नहीं तो संस्कृति को चिंता हुई. उस ने अविनाश को उठाते हुए उस के माथे पर हाथ रखा. माथा तप रहा था. संस्कृति घबरा उठी. अविनाश को तेज बुखार था. दो दिन से वह खांस...

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अमृत मंथन By Abhishek Joshi

यदि  आज  के  समय  के  हिसाब  से  सोचा  जाए  तो  अमृत मंथन  क्या  है  ? यह  प्रश्न  कही  ना  कही  दिमाग  मे  उठता  ही  है ।  अमृत मंथन  यानि  के  विचारों  का  मंथन  ।  आज  के  युग ...

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बिन मांगी दुआ By Rakesh Rakesh

राम सेवक दो दिन बाद घर वापस आता है तो उसकी पत्नी लाजवंती राम सेवक से बहुत झगड़ा करती है राम सेवक भी उसकी जली कटी बातें चुपचाप सुनता रहता है क्योंकि इन दिनों राम सेवक अपने घर के सार...

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कार्यालयीन आध्यात्म (महेश अनघ) By Niti Singh Shrivastava

सेवानिवृत आदमी के पास और कुछ हो, न हो, लेकिन दो महत्वपूर्ण चीजें जरूर होती हैं। एक- उम्र के अनुसार 'आध्यात्मिक चिन्तन की और स्वाभाविक झुकाव, औरदो- सरकारी कार्यालयों के काम काज...

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ईमानदारी की कीमत By DINESH KUMAR KEER

ईमानदारी की कीमतसीमा ने अपनी मैम से सिफ़ारिश कर धरमा को ड्राइवर की नौकरी पर लगवाया । क्योंकि धरमा को गलत बात पसंद नहीं थी, इसलिए हमेशा नौकरी से निकाला जाता था । बेटा ! बड़ी मुश्किल...

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माता - पिता का प्यार By DINESH KUMAR KEER

*एक बच्चे को आम का पेड़ बहुत पसंद था।**जब भी फुर्सत मिलती वो आम के पेड के पास पहुंच जाता।* *पेड के उपर चढ़ता,आम खाता,खेलता और थक जाने पर उसी की छाया मे सो जाता।* *उस बच्चे और आम के प...

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पिता और पुत्री की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक घर में एक बेटी ने जन्म लिया और होते ही माँ का स्वर्गवास हो गया। बाप ने बेटी को गले से लगा लिया रिश्तेदारों ने लड़की के जन्म से ही ताने मारने शुरू कर दिए कि पैदा होते ही माँ को खा...

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मैं कौन हूं By Suresh Chaudhary

रेलवे स्टेशन पर आ कर मैने सबसे पहले गाड़ियों की सूची देखी। देख कर पता लगा कि प्रयाग राज जाने वाली गाड़ी शाम के छह बजे जायेगी, थोड़ी भूख भी लग चुकी है लेकिन मैंने अपने कोट की अंदरून...

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प्रभाव या परिणाम By RAMAN KUMAR JHA

रमा घर का सारा काम निपटा कर कमरे में सोने आई। रोहित पहले ही आ चुका था, और लेटे-लेटे कब उसकी, आँख लग गई पता ही नहीं चला। रमा भी सोने ही वाली थी, कि अचानक उसका का फोन बजा। रात के 10....

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जीवनसाथी By DINESH KUMAR KEER

जीवनसाथीसीमा कि शादी को अभी आठ महीने ही हुए थे बात तो अच्छे से होती है पतिदेव से पर प्यार होगा या नहीं ये कहना अब भी मुश्किल है...ठीक ठाक ही व्यवहार है या यूं कहें कि भले आदमी है.....

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कलम By Anita Sinha

कलम। कलम को नमन हे मां शारदे। कलम को चलाती तुम हो हे मां शारदे। कलम को शक्ति प्रदान करती तुम हो हे मां शारदे। कलम की अधिष्ठात्री देवी तुम हो हे मां शारदे। कलम की देवी तुम हो हे मां...

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राधा और कृष्ण की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक बार श्री राधा अपनी सखियों के संग यमुना किनारे बैठी होती हैं। सभी सखी आपस में श्री राधा और श्यामसुन्दर के प्रेम की बातें करती हैं। कोई कहती है राधा के रोम रोम में श्यामसुन्दर बसे...

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मां। - भाग 2 By Anita Sinha

मां दुनिया में कोई हस्ती नहीं बनी है जो मां की बराबरीकर सके। मां ही है वो कश्ती जो भवसागर से नैयापार करा सके।चाहे कितने तीर्थ कर लें हम आठों याम।मां के चरणों में ही मिलेंगे सारे ती...

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माँ की दुआ By DINESH KUMAR KEER

माँ की दुआ"अम्मा! आपके बेटे ने मनीआर्डर भेजा है।"डाकिया साहब ने अम्मा को देखते अपनी मोटरसाइकिल रोक दी। अपने आंखों पर चढ़े चश्मे को उतार आंचल से साफ कर वापस पहनती अम्मा की बूढ़ी आंख...

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संघर्ष अपनो से By Swati

नई नई शादी और सपनो की उड़ान दोनो को एक साथ लेकर चलना थोड़ा मुस्किल था पर निभाना तो दोनो को था , शादी मेरी मजबूरी थी और उड़ान भरना मेरी जिद , मां बाप की इकलौती बेटी थी , कहीं लोग ये...

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प्यार खिड़की से भाग जाता है ... By Ruchi Modi Kakkad

गरीबी जब दरवाज़े से अंदर आती है….हेमा और राकेश ने घर से भाग कर दो साल पहले शादी की थी। पिता का आशीर्वाद न पाना, हेमा को अखरता परन्तु राकेश के साथ खुशनुमा जीवन उसको तसल्ली देता था।...

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रानी पद्मावती By DINESH KUMAR KEER

रानी पद्मावती: - भारतीय इतिहास के पन्नों में अत्यंत सुंदर और साहसी रानी “रानी पद्मावती” का उल्लेख है । रानी पद्मावती को रानी पद्मिनी के नाम से भी जाना जाता है । रानी पद्मावती के पि...

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शिक्षा का महत्व By Vikas rajput

 शिक्षा का महत्व  एक बार एक राजा शिकार खेलने जंगल में गया। शिकार की तलाश में वह बहुत दूर निकल गया और वह अकेला रास्ता भटक गया। उसकी सेना अब उसके साथ नहीं थी।   बहुत दूर निकलने के पश...

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मीरा की भक्ति By DINESH KUMAR KEER

मीराबड़ी प्यारी घटना है। जब मीरा वृंदावन के सबसे प्रतिष्ठित मंदिर में पहुंची तो उसे दरवाजे पर रोकने की कोशिश की गई, क्योंकि उस मंदिर में स्त्रियों का प्रवेश निषिद्ध था, क्योंकि उस म...

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सफर ए दास्ता ... भाग 1 By Lotus

1979...की वह सुबह जब रागिनी अपने घर से कॉलेज के लिए निकल रही थी काॅलेज मे आज उसे जल्दी पहुँचना था इसलिए आज वो आरती के घर नही गई वो सीधे काॅलेज पहुँचना चाह रही थी जल्दी जल्दी मे चलन...

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डाकिया और बालिका की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक दिन एक बुजुर्ग डाकिये ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हुए कहा..."चिट्ठी ले लीजिये।"आवाज़ सुनते ही तुरंत अंदर से एक लड़की की आवाज गूंजी..." अभी आ रही हूँ...ठहरो।"लेकिन लगभग पांच म...

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रोटी By Anita Sinha

रोटी वर्तमान समय में एक ज्वलंत उदाहरण बन कर उभर रही है। रोजी रोटी कमाने तो निकलते हैं मजदूरपर रोजी पक्की हो तो रोटी घर परिवार के लिए दो वक्त की जुगाड़ कर सकें। कभी रोजगार मिला दिहा...

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माँ - बेटा का पवित्र रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

आधी रात में मां की नींद खुल गई थी और बेटे को बहू के कमरे की बजाय अपने बिस्तर पर बच्चों की तरह आड़ा-तिरछा लेटा हुआ पाकर आज फिर उसका दिल आशंकाओं से भर उठा था....बेटे के सर के नीचे एक...

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मां संतोषी व्रत - 2 By Anita Sinha

मां संतोषी ईपिसोड टू। आदरणीय पाठकों जैसा कि हमने संतोषी माता व्रत के पहले ईपिसोड में लिखा है कि विद्यार्थी जीवनसे शुरुआत हुई इस पूजा की। जो मेरे लिए जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता...

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रक्षाबंधन By Swati

रक्षाबंधन ये ऐसे रिश्ते की डोरी का नाम है जो हर एक बहन अपने भाई की कलाई मे बांधती है । चाहे वो अमीर हो या गरीब , हर बहन भाई को इस दिन का इंतजार रहता है ।हर बार की तरह इस राखी पे भा...

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पिता का प्यार By DINESH KUMAR KEER

पिता का प्यारएक 75 वर्ष के बृद्ध पिता अपने 40 वर्षीय उच्च शिक्षित बेटे के साथ अपने घर में सोफे पर बैठे थे। अचानक एक कौवा आया और उनकी खिड़की पर आ कर बैठ गया।बूढ़े पिता ने अपने पुत्र स...

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गुलाब। By Anita Sinha

गुलाब ईश्वर की अनमोल सौगात है। गुलाब राष्ट्रीय सम्पत्ति है। यह देश की पहचान को बरकरार रखने में सफल हुए हैं। यह मानवता को प्रश्रय देते हैं। खूबसूरती का खजाना है गुलाब। यह शाही घरानो...

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प्यार और स्नेह नया जीवन By DINESH KUMAR KEER

एक प्राथमिक स्कूल मे अनीशा नाम की एक शिक्षिका थीं वह कक्षा पांच की क्लास टीचर थी, उसकी एक आदत थी कि वह कक्षा मे आते ही हमेशा "लव यु आल" बोला करतीं थी।मगर वह जानती थीं कि वह सच नहीं...

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ख्वाहिश By Roshni Indorkar

     पीहू को बचपन से ही लड़कों की तरह रखा गया था जिसकी वजह से वह खुद को लड़का ही समझने लगी थी l हाव-भाव बोलचाल सभी लड़कों जैसा था अरे पीहू चल गुड़ीया के साथ खेलते हैंl नहीं बाबा मु...

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टमाटर By Navneet Marvaniya

कोई एक गॉव की सड़क पर मोहनलाल और उसका बेटा सुरेश स्कूटर पर जा रहे है, सुरेश स्कूटर चला रहा है और मोहनलाल पीछे बैठे है | वो सड़क का रास्ता सिंगल पट्टी जैसा है और आगे जाकर मुख्य शहर को...

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खूबसूरत लड़की By DINESH KUMAR KEER

रोहन नाम था लड़के का, शादी होने वाली थी उसकी । छोटे से कमरें में किराए पर रहता था । लेकिन शादी के बाद उसे बड़े घर की जरुरत थी । अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए घर में दिखने में अच्छा लगे ।...

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प्रेम - एक अटूट बन्धन By DINESH KUMAR KEER

पति पत्नी के बीच प्रेम क्या होता है कोई विजेंद्र सिंह राठौड़ से सीखे ! यह कहानी अजमेर के निवासी विजेंद्र सिंह राठौड़ और उनकी धर्मपत्नी लीला की है। 2013 में लीला ने विजेंद्र से आग्रह...

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यादें By Suresh Chaudhary

आखरी पैग को उठाते ही कानों में,, जेम्स अब बस भी करो यह तुम्हारा सातवां पैग है,,।,,This is Last पैग, जैनी,,। बड़बड़ाया जेम्स, फिर अधखुली आंखों से कमरे में चारों ओर देखा, किसी को अपन...

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पिता की डायरी By DINESH KUMAR KEER

पिता की डायरीमाँ, पिता जी कहाँ गये? डॉक्टर अशोक ने घर में आते ही अपनी माँ से पूछा,अशोक की माता जी बोली-“ पता नहीं बेटे देखो पुस्तकालय में होंगे “तभी अशोक की पत्नी रेखा बोली- “आपने...

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शीतलता By DINESH KUMAR KEER

शीतलता"अरे नई प्रतियोगिता आई है कहानी पटल पर जिसमें लिखना हैं ,तू बता क्या लिखेगी?"रूकमनी ने चिड़िया की तरह चहकते हुये सरोज से पूछा फोन पर "अरे कुछ नही मन नही है मेरा कुछ लिखने को...

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माँ का आँचल By DINESH KUMAR KEER

माँ का आँचलएक जज अपनी पत्नी को क्यों दे रहे हैं तलाक?"रोंगटे खड़े" कर देने वाली घटना।कल रात एक ऐसा वाकया हुआ जिसने मेरी ज़िन्दगी के कई पहलुओं को छू लियाकरीब 7 बजे होंगे,शाम को मोबा...

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चावल का दाना By DINESH KUMAR KEER

चावल का दाना एक भिखारी एक दिन सुबह अपने घर के बाहर निकला। त्योहार का दिन है। आज गाँव में बहुत भिक्षा मिलने की संभावना है। वो अपनी झोली में थोड़े से चावल दाने डाल कर, बाहर आया। चावल...

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वानर पुत्र नहीं है मानव By Yogesh Kanava

  अपनी आदत के अनुसार ही शर्माजी आज भी सुबह ही घूमने निकल गए। कमर का दर्द अब पहले से काफी कम हो गया था इसलिए अब फिर से उन्होंने धीरे-धीरे अपनी पुरानी दिनचर्या शुरू कर दी थी। करीब मह...

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अधुरी इच्छा By Captain Dharnidhar

पहाड़ो से घिरा गांव , गांव के मध्य कालू का घर , कालू के घर में गौर वर्ण सुन्दर सुशीला चंचल नयनी गृह कार्य में दक्ष उसकी पुत्री.. नाम लच्छी । कालू एक मजदूर कृषकाय दूसरो के खेतों में...

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उस रात का सच By DINESH KUMAR KEER

उस रात का सच वह लड़की का हाथ पकड़े, उसे प्लेटफार्म से खींचते हुए बाहर ले जाने की कोशिश में लगा हुआ था। लड़की रोते हुए, छूटने के लिए पूरी ताकत लगा रही थी। एक महिला बिलखती हुई उसके पीछे...

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खूनी पंजा By Suresh Chaudhary

राकेश की शादी पर छोटे भाई किशोर सहित सभी मित्र बड़े खुश नजर आ रहे थे, गांव में एक परंपरा होती है, भाभी की गोद में छोटे देवर को बैठना होता है। किशोर ने इस परंपरा का भली प्रकार से नि...

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काश्मिरी पंडित - भाग 6 By Nikita Patil

साल 1989 में कश्मीर की खूबसूरत घाटी में एक भयानक घटना सामने आई। यह हिंसा और अशांति का समय था, क्योंकि कश्मीरी पंडितों को कट्टरपंथियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा था। उनमें एक प्रमुख...

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जिम्मेवारी By Swati

जिंदगी ने ऐसी मोड़ पे लाकर खड़ा कर दिया है जहां से आगे जाने का रास्ता पता नही है और पीछे जा नही सकती । जैसे तैसे करके यहां तक तो आ गई लेकिन इससे आगे का सफर कैसे करू कुछ समझ नहीं आ...

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प्यार का सच By Bhanuben Prajapati

दिल का रिश्ता बड़ा प्यारा होता है,लेकिन दिल में रहेने वाला का सच्चा प्यार मिले तब। आज कल प्यार का फेसन हो गया है।दिल से दिल मिलाना मतलब ईश्वर के साथ हो होना।जो लोग सच्चा प्यार करते...

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मासूम बचपन By DINESH KUMAR KEER

1मासूम बचपनमेरे मन में यदा - कदा यह सवाल उठता कि ," क्या बचपन बिल्कुल ही होशमंद नहीं होता या चालाकी की हद तक होशमंद होता है ?" …मैं अपने माता - पिता की सबसे छोटी संतान था। वैसे अगर...

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हमसफर भी तुम ही हो By Sumit Singh

अविनाश सुबह समय पर उठा नहीं तो संस्कृति को चिंता हुई. उस ने अविनाश को उठाते हुए उस के माथे पर हाथ रखा. माथा तप रहा था. संस्कृति घबरा उठी. अविनाश को तेज बुखार था. दो दिन से वह खांस...

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अमृत मंथन By Abhishek Joshi

यदि  आज  के  समय  के  हिसाब  से  सोचा  जाए  तो  अमृत मंथन  क्या  है  ? यह  प्रश्न  कही  ना  कही  दिमाग  मे  उठता  ही  है ।  अमृत मंथन  यानि  के  विचारों  का  मंथन  ।  आज  के  युग ...

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बिन मांगी दुआ By Rakesh Rakesh

राम सेवक दो दिन बाद घर वापस आता है तो उसकी पत्नी लाजवंती राम सेवक से बहुत झगड़ा करती है राम सेवक भी उसकी जली कटी बातें चुपचाप सुनता रहता है क्योंकि इन दिनों राम सेवक अपने घर के सार...

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कार्यालयीन आध्यात्म (महेश अनघ) By Niti Singh Shrivastava

सेवानिवृत आदमी के पास और कुछ हो, न हो, लेकिन दो महत्वपूर्ण चीजें जरूर होती हैं। एक- उम्र के अनुसार 'आध्यात्मिक चिन्तन की और स्वाभाविक झुकाव, औरदो- सरकारी कार्यालयों के काम काज...

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ईमानदारी की कीमत By DINESH KUMAR KEER

ईमानदारी की कीमतसीमा ने अपनी मैम से सिफ़ारिश कर धरमा को ड्राइवर की नौकरी पर लगवाया । क्योंकि धरमा को गलत बात पसंद नहीं थी, इसलिए हमेशा नौकरी से निकाला जाता था । बेटा ! बड़ी मुश्किल...

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माता - पिता का प्यार By DINESH KUMAR KEER

*एक बच्चे को आम का पेड़ बहुत पसंद था।**जब भी फुर्सत मिलती वो आम के पेड के पास पहुंच जाता।* *पेड के उपर चढ़ता,आम खाता,खेलता और थक जाने पर उसी की छाया मे सो जाता।* *उस बच्चे और आम के प...

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पिता और पुत्री की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक घर में एक बेटी ने जन्म लिया और होते ही माँ का स्वर्गवास हो गया। बाप ने बेटी को गले से लगा लिया रिश्तेदारों ने लड़की के जन्म से ही ताने मारने शुरू कर दिए कि पैदा होते ही माँ को खा...

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मैं कौन हूं By Suresh Chaudhary

रेलवे स्टेशन पर आ कर मैने सबसे पहले गाड़ियों की सूची देखी। देख कर पता लगा कि प्रयाग राज जाने वाली गाड़ी शाम के छह बजे जायेगी, थोड़ी भूख भी लग चुकी है लेकिन मैंने अपने कोट की अंदरून...

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प्रभाव या परिणाम By RAMAN KUMAR JHA

रमा घर का सारा काम निपटा कर कमरे में सोने आई। रोहित पहले ही आ चुका था, और लेटे-लेटे कब उसकी, आँख लग गई पता ही नहीं चला। रमा भी सोने ही वाली थी, कि अचानक उसका का फोन बजा। रात के 10....

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जीवनसाथी By DINESH KUMAR KEER

जीवनसाथीसीमा कि शादी को अभी आठ महीने ही हुए थे बात तो अच्छे से होती है पतिदेव से पर प्यार होगा या नहीं ये कहना अब भी मुश्किल है...ठीक ठाक ही व्यवहार है या यूं कहें कि भले आदमी है.....

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कलम By Anita Sinha

कलम। कलम को नमन हे मां शारदे। कलम को चलाती तुम हो हे मां शारदे। कलम को शक्ति प्रदान करती तुम हो हे मां शारदे। कलम की अधिष्ठात्री देवी तुम हो हे मां शारदे। कलम की देवी तुम हो हे मां...

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राधा और कृष्ण की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक बार श्री राधा अपनी सखियों के संग यमुना किनारे बैठी होती हैं। सभी सखी आपस में श्री राधा और श्यामसुन्दर के प्रेम की बातें करती हैं। कोई कहती है राधा के रोम रोम में श्यामसुन्दर बसे...

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मां। - भाग 2 By Anita Sinha

मां दुनिया में कोई हस्ती नहीं बनी है जो मां की बराबरीकर सके। मां ही है वो कश्ती जो भवसागर से नैयापार करा सके।चाहे कितने तीर्थ कर लें हम आठों याम।मां के चरणों में ही मिलेंगे सारे ती...

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माँ की दुआ By DINESH KUMAR KEER

माँ की दुआ"अम्मा! आपके बेटे ने मनीआर्डर भेजा है।"डाकिया साहब ने अम्मा को देखते अपनी मोटरसाइकिल रोक दी। अपने आंखों पर चढ़े चश्मे को उतार आंचल से साफ कर वापस पहनती अम्मा की बूढ़ी आंख...

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संघर्ष अपनो से By Swati

नई नई शादी और सपनो की उड़ान दोनो को एक साथ लेकर चलना थोड़ा मुस्किल था पर निभाना तो दोनो को था , शादी मेरी मजबूरी थी और उड़ान भरना मेरी जिद , मां बाप की इकलौती बेटी थी , कहीं लोग ये...

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प्यार खिड़की से भाग जाता है ... By Ruchi Modi Kakkad

गरीबी जब दरवाज़े से अंदर आती है….हेमा और राकेश ने घर से भाग कर दो साल पहले शादी की थी। पिता का आशीर्वाद न पाना, हेमा को अखरता परन्तु राकेश के साथ खुशनुमा जीवन उसको तसल्ली देता था।...

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रानी पद्मावती By DINESH KUMAR KEER

रानी पद्मावती: - भारतीय इतिहास के पन्नों में अत्यंत सुंदर और साहसी रानी “रानी पद्मावती” का उल्लेख है । रानी पद्मावती को रानी पद्मिनी के नाम से भी जाना जाता है । रानी पद्मावती के पि...

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शिक्षा का महत्व By Vikas rajput

 शिक्षा का महत्व  एक बार एक राजा शिकार खेलने जंगल में गया। शिकार की तलाश में वह बहुत दूर निकल गया और वह अकेला रास्ता भटक गया। उसकी सेना अब उसके साथ नहीं थी।   बहुत दूर निकलने के पश...

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मीरा की भक्ति By DINESH KUMAR KEER

मीराबड़ी प्यारी घटना है। जब मीरा वृंदावन के सबसे प्रतिष्ठित मंदिर में पहुंची तो उसे दरवाजे पर रोकने की कोशिश की गई, क्योंकि उस मंदिर में स्त्रियों का प्रवेश निषिद्ध था, क्योंकि उस म...

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सफर ए दास्ता ... भाग 1 By Lotus

1979...की वह सुबह जब रागिनी अपने घर से कॉलेज के लिए निकल रही थी काॅलेज मे आज उसे जल्दी पहुँचना था इसलिए आज वो आरती के घर नही गई वो सीधे काॅलेज पहुँचना चाह रही थी जल्दी जल्दी मे चलन...

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डाकिया और बालिका की कहानी By DINESH KUMAR KEER

एक दिन एक बुजुर्ग डाकिये ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हुए कहा..."चिट्ठी ले लीजिये।"आवाज़ सुनते ही तुरंत अंदर से एक लड़की की आवाज गूंजी..." अभी आ रही हूँ...ठहरो।"लेकिन लगभग पांच म...

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रोटी By Anita Sinha

रोटी वर्तमान समय में एक ज्वलंत उदाहरण बन कर उभर रही है। रोजी रोटी कमाने तो निकलते हैं मजदूरपर रोजी पक्की हो तो रोटी घर परिवार के लिए दो वक्त की जुगाड़ कर सकें। कभी रोजगार मिला दिहा...

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माँ - बेटा का पवित्र रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

आधी रात में मां की नींद खुल गई थी और बेटे को बहू के कमरे की बजाय अपने बिस्तर पर बच्चों की तरह आड़ा-तिरछा लेटा हुआ पाकर आज फिर उसका दिल आशंकाओं से भर उठा था....बेटे के सर के नीचे एक...

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मां संतोषी व्रत - 2 By Anita Sinha

मां संतोषी ईपिसोड टू। आदरणीय पाठकों जैसा कि हमने संतोषी माता व्रत के पहले ईपिसोड में लिखा है कि विद्यार्थी जीवनसे शुरुआत हुई इस पूजा की। जो मेरे लिए जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता...

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रक्षाबंधन By Swati

रक्षाबंधन ये ऐसे रिश्ते की डोरी का नाम है जो हर एक बहन अपने भाई की कलाई मे बांधती है । चाहे वो अमीर हो या गरीब , हर बहन भाई को इस दिन का इंतजार रहता है ।हर बार की तरह इस राखी पे भा...

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पिता का प्यार By DINESH KUMAR KEER

पिता का प्यारएक 75 वर्ष के बृद्ध पिता अपने 40 वर्षीय उच्च शिक्षित बेटे के साथ अपने घर में सोफे पर बैठे थे। अचानक एक कौवा आया और उनकी खिड़की पर आ कर बैठ गया।बूढ़े पिता ने अपने पुत्र स...

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गुलाब। By Anita Sinha

गुलाब ईश्वर की अनमोल सौगात है। गुलाब राष्ट्रीय सम्पत्ति है। यह देश की पहचान को बरकरार रखने में सफल हुए हैं। यह मानवता को प्रश्रय देते हैं। खूबसूरती का खजाना है गुलाब। यह शाही घरानो...

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प्यार और स्नेह नया जीवन By DINESH KUMAR KEER

एक प्राथमिक स्कूल मे अनीशा नाम की एक शिक्षिका थीं वह कक्षा पांच की क्लास टीचर थी, उसकी एक आदत थी कि वह कक्षा मे आते ही हमेशा "लव यु आल" बोला करतीं थी।मगर वह जानती थीं कि वह सच नहीं...

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ख्वाहिश By Roshni Indorkar

     पीहू को बचपन से ही लड़कों की तरह रखा गया था जिसकी वजह से वह खुद को लड़का ही समझने लगी थी l हाव-भाव बोलचाल सभी लड़कों जैसा था अरे पीहू चल गुड़ीया के साथ खेलते हैंl नहीं बाबा मु...

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टमाटर By Navneet Marvaniya

कोई एक गॉव की सड़क पर मोहनलाल और उसका बेटा सुरेश स्कूटर पर जा रहे है, सुरेश स्कूटर चला रहा है और मोहनलाल पीछे बैठे है | वो सड़क का रास्ता सिंगल पट्टी जैसा है और आगे जाकर मुख्य शहर को...

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खूबसूरत लड़की By DINESH KUMAR KEER

रोहन नाम था लड़के का, शादी होने वाली थी उसकी । छोटे से कमरें में किराए पर रहता था । लेकिन शादी के बाद उसे बड़े घर की जरुरत थी । अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए घर में दिखने में अच्छा लगे ।...

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प्रेम - एक अटूट बन्धन By DINESH KUMAR KEER

पति पत्नी के बीच प्रेम क्या होता है कोई विजेंद्र सिंह राठौड़ से सीखे ! यह कहानी अजमेर के निवासी विजेंद्र सिंह राठौड़ और उनकी धर्मपत्नी लीला की है। 2013 में लीला ने विजेंद्र से आग्रह...

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