हास्य कथाएं कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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  • महंगाई ने मारा हमें ।

    रात मैंने एक स्वपन्न देखा । मैंने देखा कि एक 25 - 30 वर्ष का युवक हाथ में चाकू ल...

  • गंगा

    गंगा। जब कभी यह शब्द, हमारी या किसी की भी जुबान पर आता है। हमारे मनोम...

  • दो व्यंग्य

    _________ बस...दो मिनट शुक्रगुज़ार हूँ सोशल मीडिया। एहसान मंद हूँ तुम्हारा। तुमन...

भू - गोल (अर्थात दुनियां गोल हैं ) By Deepak Bundela AryMoulik

भू- गोल अर्थात दुनिया गोल है...!जी जनाब, ये बात सभी जानते है के दुनिया गोल है...जिसे हम सीधे से शब्दों में बिना किसी लाग लपेट के कही भी ठोक देते है....लेकिन बात कुछ ऐसी है कि दुनिय...

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एक प्याली चाय और शौकीलाल जी - भाग-2 By Krishna manu

-' संबंध है। इसलिए तो मैं कह रही हूं कि यदि आप टीवी,रेडियो, अखबार आदि से नाता रखते तो चाय जैसी बेकार चीज के लिए फिजूलखर्ची करने के बारे में सोचते तक नहीं बल्कि प्रधान मंत्री...

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आपको क्या तकलीफ है By dilip kumar

"आपको क्या तकलीफ है "(व्यंग्य)रिपोर्टर कैमरामैन को लेकर रिपोर्टिंग करने निकला।वो कुछ डिफरेंट दिखाना चाहता था डिफरेंट एंगल से ।उसे सबसे पहले एक बच्चा मिला ।रिपोर्टर ,बच्चे से-"बेटा...

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प्यार बनाम गणित By Dr. Vandana Gupta

एक खूबसूरत, चुस्त-दुरुस्त और कुछ कुछ सम्मिश्र संख्या जैसे दिखते लड़के को अपनी ओर घूरते देख घबरा गई। मेरे दिल के समुच्चय में एक नया अवयव दाखिल हुआ... और भावनाओं के फलन का प्रतिब...

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पाँच सवाल और शौकीलाल जी - 3 By Krishna manu

शौकीलाल जी ने लापरवाही से जवाब दिया-' अरे छोड़ो यार, अब तो लोक सेवा आयोग, बैंकिंग सेवा आदि त्यागकर लड़के इसी की तैयारी करने लगे हैं। अमीर बनने का शार्टकट रास्ता हो तो कोई लम्बी...

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गर्लफ्रैंड By The Real Ghost

नाटक : गर्लफ्रैंडरोहित एवं मीनाक्षी दोनो एक बड़ी IT फर्म में पिछले 2 सालों काम कर रहे है दोनो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं रोहित के जॉइन करने के कुछ महीने बाद ही मीनाक्षी ने भी जॉइ...

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राज दुलारी By Ajay Amitabh Suman

इस प्रस्तुति में मैंने अपनी चार कविताओं को शामिल किया है।(1) राज दुलारी सुन ले मेरी राज दुलारी, मेरे बच्चों की महतारी। क्यों आज यूँ भूखी रहती, उदरक्षोभ क्यूँ सहती रहती? मेरे प...

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चली है बारात By Dr Narendra Shukl

27 नवंबर को विवाह समारोह में शामिल होने के लिये मैं चार स्थानों से आमंत्रित था । शादियां क्रमश ; ‘घमासान भवन , ‘संग्राम भवन , ‘मेलमिलाप भवन , तथा ‘ दिल्लगी भवन ,‘ में थीं । भवनों...

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अफसर का अभिनन्दन - 30 By Yashvant Kothari

बधाई से आर आई पी तक यशवंत कोठारी इन दिनों सोशल मीडिया पर जिन शब्दों का सब से ज्यादा मिस यूज हो रहा है उन में इन शब्दों का रोल सबसे ज्यादा है.सुबह उ...

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ये कैसे हुआ By dilip kumar

"ये कैसे हुआ" (व्यंग्य)फ़ांका मस्ती ही हम गरीबों की विमल देखभाल करती हैएक सर्कस लगा है भारत में जिसमें कुर्सी कमाल करती है "।उस्ताद शायर सुरेंद्र विमल ने जब ये पंक्तियां कहीं थी तब...

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महंगाई ने मारा हमें । By Dr Narendra Shukl

रात मैंने एक स्वपन्न देखा । मैंने देखा कि एक 25 - 30 वर्ष का युवक हाथ में चाकू लिये मेरी ओर बढ़ा आ रहा है । मैंने हड़बड़ा कर पूछा - क . . क. . कौन है ? क्या चाहिये । चाकूधारी ने मेरी...

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शौकीलाल जी का खत चोर जी के नाम - 3 By Krishna manu

हे चोर महाराज, पत्र-पत्रिकाओं में पढकर, अखबारों में बांचकर, दूरदर्शन में झाँककर मैं ज्यों-ज्यों आप के कारनामो, करिश्मों का अवलोकन करता गया, मेरे सामने आप की महानता का 'पर्दाफ...

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गंगा By Raje.

गंगा। जब कभी यह शब्द, हमारी या किसी की भी जुबान पर आता है। हमारे मनोमस्तिस्क मे एक ही भाव उत्पन्न होता है।गंगा यानी- पवीत्र, निर्मल, कोमल, दिव्यता से भरी। हमारा मन एकदम...

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मेंरी प्रेम कहानी-मेड फॉर ईच अदर By राजीव तनेजा

"मेरी प्रेम कहानी-मेड फॉर ईच अदर""हैलो"... "मे आई स्पीक टू मिस्टर राजीव तनेजा?" "यैस!...स्पीकिंग" "सर!..मैं'रिया' बोल रही हूँ 'फ्लाना एण्ड ढीमका' बैंक से" "हाँ जी!...

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ये वकील दुनिया में नाम कर जायेगा By Ajay Amitabh Suman

ये कविता एक बेईमान वकील को ध्यान में रखकर बनाई गई है . दरअसल वकालत न्याय की रक्षा करने के लिए बनाया गया था . इसका उद्देश्य कमजोरो को न्याय दिलाना था . परन्तु धीरे धीरे वकालत पर व्य...

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नतीजा फिर भी वही…ठन्न…ठन्न…गोपाल By राजीव तनेजा

नतीजा फिर भी वही- ठण ठण गोपाल ट्रिंग…ट्रिंग….ट्रिंग…ट्रिंग… “ह्ह….हैलो…श्श….शर्मा जी?” “हाँ।…जी….बोल रहा हूँ…आप कौन?” “मैं…संजू।” “संजू?” “जी।….संजू…..पहचाना नहीं?...राजीव तनेजा की...

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अलख निरंजन By राजीव तनेजा

“अलख निरंजन” "अलख निरंजन!…बोल. ..बम...चिकी बम बम….अलख निरंजन....टूट जाएँ तेरे सारे बंधन" कहकर बाबा ने हुंकारा लगाया और इधर-उधर देखने के बाद मेरे साथ वाली खाली सीट पर आकर बैठ गया|“प...

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दो व्यंग्य By Krishna manu

_________ बस...दो मिनट शुक्रगुज़ार हूँ सोशल मीडिया। एहसान मंद हूँ तुम्हारा। तुमने मुझे वाणी दी, रवानी दी वर्ना हम जैसे टटपूँजिए को पूछता कौन? तुम उस रेडीमेड फूड की तरह हो जिसका रैप...

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सरकारी स्वच्छ्ता कार्यक्रम- व्यंग्य By Rishi Katiyar

कल शाम को ही मोबाइल पे मैसेज आया था,फिर मेल आया,फिर नोटिस लगा ऑफिस में और फिर उसकी प्रिंटेड कॉपीज सभी डिपार्टमेंट हेड्स को भी पहुँचाई गईं थी कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर...

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खिड़की की आँख By Pritpal Kaur

खिड़की के बाहर का चौकोर आसमान का टुकड़ा खिड़की जितना ही बड़ा है. लेकिन इसमें से भी पूरा आसमान नहीं दिख रहा. दरअसल इस चौकोर खालीपन में जो मुख्य भरावट है वह है, हरे-भरे लहकते मदमाते अनार...

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व्यथा झोलाछाप डॉक्टर की By राजीव तनेजा

व्यथा झोलाछाप डॉक्टर कीकसम ले लो मुझसे...'खुदा' की...या फिर किसी भी मनचाहे भगवान की.....तसल्ली ना हो तो बेशक।...'बाबा नामदेव' के यहाँ मत्था टिकवाकर पूरे के पूरे सात...

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मुन्नू अनशन पर By Dr Narendra Shukl

मुन्नू अनशन पर एक दिन मेरे मित्र राधेश्याम मेरे पास हांफते हुये आये । मैंने पूछा - ‘राधेश्याम इतना भाग क्यों रहे हो & ओलेम्पिक्स तो कब की खतम हो गई है A तुम अभी तक अभ्यास कर र...

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इश्क कैसे कैसे By राजीव तनेजा

इश्क कैसे कैसे "ओह।…शिट..पहुँच जाना चाहिए था अब तक तो उसे….पता भी है कि मुझे फिल्म की स्टार्टिंग मिस करना बिलकुल भी पसंद नहीं।”“कहीं ट्रैफिक की वजह से तो नहीं…इस वक्त ट्रैफिक भी तो...

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हैप्पी हिन्दी डे By dilip kumar

"हैप्पी हिन्दी डे " (व्यंग्य )हे कूल डूड ऑफ़ हिंदी ,टुडे इज द बर्थडे ऑफ़ हिंदी ,ईट्स आवर मदर टँग एन प्राइड आलसो ,सो लेटस सेलेब्रेट ।यू आर कॉर्डियाली इनवाटेड।लेट्स मीट एट...

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kambal kripa prapti By Sadhana Kumar

सोशल मीडिया का हर तरफ बोलबाला है. इस इन्टरनेट युग मे हर तरफ ज्ञान तों जैसे प्रसाद की तरह बँट रहा है. लोगों के सोशल मीडिया प्रोफाईल देखिये तो लगता है कि हर आदमी कवि है, नेता है, शाय...

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हम हिन्दीवाले By dilip kumar

हम हिन्दीवाले (व्यंग्य )अपने कुनबे में हमने ही ये नई विधा इजाद की है ।एकदम आमिर खान की मानिंद "परफेक्शनिस्ट",नहीं,नहीं भाई कम्युनिस्ट मत समझिये।भई कम्युनिस्ट से जब जनता का वोट और स...

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दाम्पत्य By VIJAY KUMAR SHARMA

दाम्पत्य बात २०१४ के प्रारंभ की है जब नायक की सगाई परिवार जनों की व्यवस्था पद्धति (अरेंज ) से सम्पन्न हो चुकी थी, जहाँ पहली ही मुलाकात में नायक-नायिका (भावी दम्पति) ने उस समय सूझी...

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भू - गोल (अर्थात दुनियां गोल हैं ) By Deepak Bundela AryMoulik

भू- गोल अर्थात दुनिया गोल है...!जी जनाब, ये बात सभी जानते है के दुनिया गोल है...जिसे हम सीधे से शब्दों में बिना किसी लाग लपेट के कही भी ठोक देते है....लेकिन बात कुछ ऐसी है कि दुनिय...

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एक प्याली चाय और शौकीलाल जी - भाग-2 By Krishna manu

-' संबंध है। इसलिए तो मैं कह रही हूं कि यदि आप टीवी,रेडियो, अखबार आदि से नाता रखते तो चाय जैसी बेकार चीज के लिए फिजूलखर्ची करने के बारे में सोचते तक नहीं बल्कि प्रधान मंत्री...

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"आपको क्या तकलीफ है "(व्यंग्य)रिपोर्टर कैमरामैन को लेकर रिपोर्टिंग करने निकला।वो कुछ डिफरेंट दिखाना चाहता था डिफरेंट एंगल से ।उसे सबसे पहले एक बच्चा मिला ।रिपोर्टर ,बच्चे से-"बेटा...

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प्यार बनाम गणित By Dr. Vandana Gupta

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पाँच सवाल और शौकीलाल जी - 3 By Krishna manu

शौकीलाल जी ने लापरवाही से जवाब दिया-' अरे छोड़ो यार, अब तो लोक सेवा आयोग, बैंकिंग सेवा आदि त्यागकर लड़के इसी की तैयारी करने लगे हैं। अमीर बनने का शार्टकट रास्ता हो तो कोई लम्बी...

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गर्लफ्रैंड By The Real Ghost

नाटक : गर्लफ्रैंडरोहित एवं मीनाक्षी दोनो एक बड़ी IT फर्म में पिछले 2 सालों काम कर रहे है दोनो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं रोहित के जॉइन करने के कुछ महीने बाद ही मीनाक्षी ने भी जॉइ...

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राज दुलारी By Ajay Amitabh Suman

इस प्रस्तुति में मैंने अपनी चार कविताओं को शामिल किया है।(1) राज दुलारी सुन ले मेरी राज दुलारी, मेरे बच्चों की महतारी। क्यों आज यूँ भूखी रहती, उदरक्षोभ क्यूँ सहती रहती? मेरे प...

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27 नवंबर को विवाह समारोह में शामिल होने के लिये मैं चार स्थानों से आमंत्रित था । शादियां क्रमश ; ‘घमासान भवन , ‘संग्राम भवन , ‘मेलमिलाप भवन , तथा ‘ दिल्लगी भवन ,‘ में थीं । भवनों...

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अफसर का अभिनन्दन - 30 By Yashvant Kothari

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महंगाई ने मारा हमें । By Dr Narendra Shukl

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शौकीलाल जी का खत चोर जी के नाम - 3 By Krishna manu

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गंगा By Raje.

गंगा। जब कभी यह शब्द, हमारी या किसी की भी जुबान पर आता है। हमारे मनोमस्तिस्क मे एक ही भाव उत्पन्न होता है।गंगा यानी- पवीत्र, निर्मल, कोमल, दिव्यता से भरी। हमारा मन एकदम...

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मेंरी प्रेम कहानी-मेड फॉर ईच अदर By राजीव तनेजा

"मेरी प्रेम कहानी-मेड फॉर ईच अदर""हैलो"... "मे आई स्पीक टू मिस्टर राजीव तनेजा?" "यैस!...स्पीकिंग" "सर!..मैं'रिया' बोल रही हूँ 'फ्लाना एण्ड ढीमका' बैंक से" "हाँ जी!...

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नतीजा फिर भी वही…ठन्न…ठन्न…गोपाल By राजीव तनेजा

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“अलख निरंजन” "अलख निरंजन!…बोल. ..बम...चिकी बम बम….अलख निरंजन....टूट जाएँ तेरे सारे बंधन" कहकर बाबा ने हुंकारा लगाया और इधर-उधर देखने के बाद मेरे साथ वाली खाली सीट पर आकर बैठ गया|“प...

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खिड़की की आँख By Pritpal Kaur

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दाम्पत्य By VIJAY KUMAR SHARMA

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