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Featured Books

कहानी हमारी By Shirley

यह कहानी शुरू होती है ऊटी एक आश्रम से जहां मैं अपनी नशे की आदत छुड़ाने गया था,

और जहाँ पहली बार मैं वृष्टि से मिला...

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बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार By नीतू रिछारिया

गर्भ संस्कार क्या है ?
सरल शब्दों में अगर गर्भ संस्कार को समझाया जाए तो इसका मतलब होता है— बच्चों को गर्भ से ही संस्कार प्रदान करना, ताकि वे समाज में अपनी आदर्श छवि प्रस्तुत कर पा...

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शैतान का कुचक्र By LM Sharma

कथन बहुत पुराना है। स्वामी विवेकानंद ने एक बार अपने भाषण में कहा था की संचार के साधन संसार में तबाही का कारण बन सकते हैं। पिछले 130 वर्षों में मानव ंने विज्ञान तथा तकनीकी क्षेत्र म...

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माफिया का बदला By Poonam

एक बड़े से विला के अंदर काफी गार्ड्स थे ,उन सबने चारो तरफ खड़े थे , उन सब के बीच में दो आदमी रस्सी से बंदे हुए थे , उन में से एक आदमी कहता है ," समर हमे जाने दो , समर तुम जो कह...

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नरभक्षी आदमी By Abhishek Chaturvedi

घना जंगल, जहाँ सूरज की किरणें भी मुश्किल से पहुँचती थीं, वहाँ एक रहस्यमयी और भयावह कहानी जन्म ले चुकी थी। इस जंगल के भीतर एक छोटा सा गाँव बसा था, जिसका नाम था 'काली वन'। यह...

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अनसुनी दास्तां.... By pooja

देश-दुनिया में नए साल का जश्न मनाया जा रहा था। तभी दोपहर में कन्नड़ सिनेमा की एक एक्ट्रेस घबराई हुई चेन्नई के राजामंगलम पुलिस स्टेशन आ पहुंची। अफसर को देखते ही एक्ट्रेस बोली- मैंने...

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सावन का फोड़ By नंदलाल मणि त्रिपाठी

तपती गर्मी लोग परेशान चारो तरफ हाहाकार जेठ कि भयंकर गर्मी भुवन भास्कर का कहर जैसे आग उगल रहे हो पृथ्वी के जल स्रोत सूखते जा रहे थे नगरों एव गांवों की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरा...

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राज घराने की दावत..... By pooja

अजगर करे ना चाकरी,पंछी करे न काम,दास मलूका कह गए,सबके दाता राम.....

सेठ मतकू राम अंदर आते हुए अपने पेट पर हाथ फेरते हुए यह कहता है..

तभी अंदर से आवाज आती है कोई नई ताजी खबर...

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सूनी हवेली By Ratna Pandey

दिग्विजय की नगर हवेली, जहाँ सूर्यास्त होते से ही बिजली की ऐसी रौशनी फैलती मानो सूर्योदय हो रहा हो। ऐसा लगता कि सूर्य की पहली किरणें सीधे उनकी हवेली पर ही अपनी छटा बिखेर रही हों। के...

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दोहें का साहित्यिक विवेचन By Sonu Kasana

**दोहा**:
*जुगत भीड़ाई काग नै पी लिया घड़े से नीर।
प्रयत्न कर ऐ मानव तू मत रह खड़ा अधीर।।*

**साहित्यिक विवेचन**:

इस दोहे में कवि ने जीवन में जुगत (चतुराई) और प्रयत्न के...

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यह कहानी शुरू होती है ऊटी एक आश्रम से जहां मैं अपनी नशे की आदत छुड़ाने गया था,

और जहाँ पहली बार मैं वृष्टि से मिला...

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बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार By नीतू रिछारिया

गर्भ संस्कार क्या है ?
सरल शब्दों में अगर गर्भ संस्कार को समझाया जाए तो इसका मतलब होता है— बच्चों को गर्भ से ही संस्कार प्रदान करना, ताकि वे समाज में अपनी आदर्श छवि प्रस्तुत कर पा...

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शैतान का कुचक्र By LM Sharma

कथन बहुत पुराना है। स्वामी विवेकानंद ने एक बार अपने भाषण में कहा था की संचार के साधन संसार में तबाही का कारण बन सकते हैं। पिछले 130 वर्षों में मानव ंने विज्ञान तथा तकनीकी क्षेत्र म...

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माफिया का बदला By Poonam

एक बड़े से विला के अंदर काफी गार्ड्स थे ,उन सबने चारो तरफ खड़े थे , उन सब के बीच में दो आदमी रस्सी से बंदे हुए थे , उन में से एक आदमी कहता है ," समर हमे जाने दो , समर तुम जो कह...

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नरभक्षी आदमी By Abhishek Chaturvedi

घना जंगल, जहाँ सूरज की किरणें भी मुश्किल से पहुँचती थीं, वहाँ एक रहस्यमयी और भयावह कहानी जन्म ले चुकी थी। इस जंगल के भीतर एक छोटा सा गाँव बसा था, जिसका नाम था 'काली वन'। यह...

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सावन का फोड़ By नंदलाल मणि त्रिपाठी

तपती गर्मी लोग परेशान चारो तरफ हाहाकार जेठ कि भयंकर गर्मी भुवन भास्कर का कहर जैसे आग उगल रहे हो पृथ्वी के जल स्रोत सूखते जा रहे थे नगरों एव गांवों की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरा...

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सूनी हवेली By Ratna Pandey

दिग्विजय की नगर हवेली, जहाँ सूर्यास्त होते से ही बिजली की ऐसी रौशनी फैलती मानो सूर्योदय हो रहा हो। ऐसा लगता कि सूर्य की पहली किरणें सीधे उनकी हवेली पर ही अपनी छटा बिखेर रही हों। के...

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दोहें का साहित्यिक विवेचन By Sonu Kasana

**दोहा**:
*जुगत भीड़ाई काग नै पी लिया घड़े से नीर।
प्रयत्न कर ऐ मानव तू मत रह खड़ा अधीर।।*

**साहित्यिक विवेचन**:

इस दोहे में कवि ने जीवन में जुगत (चतुराई) और प्रयत्न के...

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