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ईरान हिजाब आंदोलन फ़ाईल्स By Neelam Kulshreshtha

ईरान की रेहाना ज़ब्बारी !मैं तुम्हें भूल नहीं पा रही, कभी भूल पाऊँगी भी नहीं। तुम्हारी याद का ज़ख़्म और भी गहरा हो गया है। सारी दुनियाँ इस सन 2023 का विश्व महिला दिवस मना रही है और ईर...

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साक्षात्कार …. By Piyush Goel

दिल्ली के पीयूष गोयल से खास बातचीत

काम को अच्छी तरह करने के लिए उस में रस लेना चहिए और काम में रस आए इसके लिए काम आप की पसंद का होना चाहिए।जिन लोगों ने राष्ट्र, संस्कृति जैसे नि...

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अनोखे रहस्य By Kartik Arya

दोस्तों, आज हम बात करेंगे महाभारत के कर्ण की जिसे लोग दानवीर कर्ण के नाम से जानते हैं। जिसे परशुराम जी ने श्राप दिया था। आज हम आपको बताएंगे की अखिर परशुराम जी ने कर्ण को श्राप क्‍य...

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कैदी By Singh Pams

जेल के रोशनदान से आती सुबह की पहली किरण की छुयन मूक
हो जाया करती थी वो अपनी जिन यादों को दवा कर रखा था वे यादे इस समय जिवंत हो जाया करती थी
पहली बार जब सानवी ने सुना कि उसे जेल ह...

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विविधा By Yashvant Kothari

बात होली की हो और कविता, शेरो-शायरी की चर्चा न हो, यह कैसे संभव हैं ? होली का अपना अंदाज है, और कवियों ने उसे अपने रंग में ढाला है। जाने माने शायर नजीर अकबराबादी कहते हैं:

जब...

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39 Days By Kishanlal Sharma

कैसे भूल सकता हूँ ,उन दिनों को भूलना चाहूं, तो भी नही।ऐसे दिन भगवान किसी भी बाप को न दिखाए।
और माफ भी नही कर सकता उन लोगों को जो आदमी को कर्ज के जाल में फसाते है।सुना है कि हमारे...

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माता-पिता-बच्चो का व्यवहार By Disha Jain

किस जन्म में बच्चे नहीं हुए? माता-पिता के बगैर किसका अस्तित्व संभव है? सभी भगवान माँ के पेट से ही जन्मे थे! इस प्रकार माता-पिता और बच्चों का व्यवहार अनादि अनंत है। यह व्यवहार आदर्श...

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पुस्तकें By Pranava Bharti

ज़िंदगी की उलझनों के दिन-रात, शामें बँट जाती हैं शब्दों में, चुप्पी साधी नहीं जा सकती यदि कोई संवेदनशील हो --कसमसाते हुए दिनों की आहट उसे परेशान करती ही तो रहती है जब तक भावों का पु...

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सच सामने आना अभी बाकी है By Kishanlal Sharma

ईस्ट इंडिया कम्पनी की स्थापना 31 दिसम्बर 1600 में इंग्लैंड में हुई थी।यह कम्पनी भारत मे व्यापार करना चाहती थी।इस कम्पनी को भारत के साथ व्यापार करने की 21 वर्ष के लिए छूट महारानी ने...

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मैं कौन हूँ ? By Disha Jain

केवल जीवन जी लेना ही जीवन नहीं है। जीवन जीने का कोई ध्येय, कोई लक्ष्य भी तो होगा। जीवन में कोई ऊँचा लक्ष्य प्राप्त करने का ध्येय होना चाहिए। जीवन का असली लक्ष्य ‘मैं कौन हूँ’, इस स...

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ईरान हिजाब आंदोलन फ़ाईल्स By Neelam Kulshreshtha

ईरान की रेहाना ज़ब्बारी !मैं तुम्हें भूल नहीं पा रही, कभी भूल पाऊँगी भी नहीं। तुम्हारी याद का ज़ख़्म और भी गहरा हो गया है। सारी दुनियाँ इस सन 2023 का विश्व महिला दिवस मना रही है और ईर...

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