अब आगे,
" अच्छा अच्छा ठीक है , मस्का मारना बंद कर चल रही हू , तुम दोनों के चकर मे किसी दिन टे.... हो जानी है मेरी " सीरत ने कोमल को घूरते हुये कहा ।
" ओह माय क्यूटि पाई , आई लव यू , " कोमल ने चहकते हुए सीरत के दोनों गालो को खींच कर कहा ।
" आअह्ह्ह........, आई लव यू उस के लिए रख , चले अब " , सीरत ने मुँह बना कर कहा । कोमल उसका फेस देख हस पड़ी । सीरत और कोमल दोनों कॉलेज से बाहर आ गयी बाहर आकर कोमल ने कैब बुक की और वहां से शनशाइन कैफ़े चली गयी ।
शनशाइन कैफ़े (काल्पनिक नाम ),
एक लड़का ब्लैक शर्ट और पैंट मे बैठा था । " हे सिड ", कोमल ने अंदर आते हुए आवाज लगाई ।
सिड , बहुत हैंडसम है एंड उम्र 24 साल कोई भी उसपे आराम से फ्लैट हो सकती है । गोरा रंग, काली गहरी आंखे बाल स्लिके से सेट किये हुए । डेनिम जीन्स के साथ टी शर्ट ऊपर से जैकेट पहन रखा था ।
" हेलो मेरी जान तू आ गयी " , सिद्धार्थ ने कहा ।
" तुझसे मिलने नहीं आउंगी तो कहा जाउंगी " , कोमल ने सिद्धार्थ को गले लगते हुए कहा ।
" हो गया लवी डवी स्टार्ट ,, " सीरत ने मुँह बनाते हुए कहा ।
" बैठो , " सिद्धार्थ ने चेयर पुल किया और कोमल को बैठने का इशारा किया , फिर सीरत की और देखते हुए कहा , " साली साहिबा आप भी बैठिये । "
सीरत ने कहा, " नहीं मै कबाब मे हड्डी नहीं बनूँगी इसलिए सामने पार्क है मै वहां जा रही आप लोगो का हो जाये तो प्लीज मुझे बुला लेना । "
" सही है तुझ मे अक्ल आ गयी थोड़ी ,, " सिद्धार्थ ने मजाक उड़ाते हुए कहा ।
सीरत ने खा जाने वाली नजरो से सिड को घुरा और वहां से जाने लगी ।
" अरे कुछ खा तो ले , " कोमल ने सीरत की बात सुन काहा ।
" मैडम घर से खा कर ही निकले है ना , मेरे पेट मे इतनी जगह नहीं की मै और ठूस सकूँ , " सीरत ने व्यंग के साथ कहा ।
" ठीक है , पर फिर ना कहना इग्नोर कर दिया तुझे , " कोमल ने कहा ।
" तू इग्नोर करे इससे पहले ही मै जा रही हू । सो चील , ओके मुझे एक बार काल कर लेना " , सीरत ने कहा और कैफ़े से बाहर आ गयी ।
सीरत साइड मे बैठी हुयी थी खुद मे , " ओह रब जी मेरी जिंदगी मे भी किसी को भेज दो यार ,, अपने एक गाल पर हाथ रखते हुए ,, हैंडसम सा सोना सा मुंडा जो की बस पागल ही करदे । फिर खुद मे ही अरे नहीं मै तो पहले से इतनी पागल हू और पागल नही होना । कोई समझदार बंदा भेजना जो मुझे झेल सके उसमे ना पेसशन लेवल हाइ होना चाहिए ठीक है । "
सीरत वहां से उठी और पार्क मे बच्चों के साथ खेलने लगी । तभी एक बच्चे की फूटबाल सड़क पर पहुंच गयी । वो बच्चा भाग कर बाहर जाने लगा अपनी फुटबॉल उठाने । सीरत ने उसे बाहर की और जाते हुए देखा । वो भी भाग कर बाहर आई सामने से कार आ रही थी । बच्चा फुटबॉल उठा रहा था । सीरत भाग कर बच्चे के पास की और साइड करते हुए उसे बचाने के चकर मे खुद गिर गयी और कुछ खरोच भी आ गयी क्युकी वो सड़क पर जोर से गिरी थी ।
आह... सीरत ने जोर से चिखा । गाड़ी पास आकर रुक चुकी थी ।
गाड़ी से ड्राइवर बाहर आया और बोला , " मिस आप ठीक है । "
सीरत को हलकी हलकी खरोच आई थी और पैर मुड़ने के कारन मोच आ गयी थी सीरत का मूड वैसे ही खराब था इसलिए थोड़ी उची आवजा मे बोली , " हा हा एक दम ठीक हू भंगारा कर सकती हू मै तो । कर के दिखाऊ । "
मिस , वो... ड्राइवर कुछ कहता उससे पहले । सीरत ने कहा , "आप लोग थोड़ा आराम से कार नहीं चला सकते जानते हो ये सड़क पर पार्क है बच्चे खेलते होंगे पर नहीं । " फिर ड्राइवर को घूरने लगी ।
कार मे बैठा हुआ नितिन ने अपने आप मे कहा , " ये इतना टाइम क्यों लगा रहा है "। फिर ड्राइवर को आवाज लगाई ।
वहां बच्चे की माँ आ गयी थी उसने अपने बच्चे को गोद मे उठा लिया । सीरत को थैंक्स कह रही थी ।
उधर ड्राइवर पीछे आया तो नितिन ने विंडो से बाहर सर निकल कर कहा, " कितना टाइम लगेगा । "
" सर वो लड़की भड़क रही है तो उसे शांत कर रहा हू बस इसलिए ," ड्राइवर ने कहा ।
"ये दो कोड़ी के लोग बस पैसो के लिए ऐसा करते है एक काम करो उसे कुछ पैसे दे दो आलरेडी लेट हो रहा हूँ । " , नितिन गुस्से मे कहा ।
जी सर ये कह ड्राइवर आगे आया और एक ब्लेंक चेक सीरत के आगे कर कहा , " मिस आप इसे रखे और हमें जाने दे । "
ड्राइवर चेक आगे किया और कहा मिस आप बता दीजिये कितना नुकसान हुआ है । सीरत ने घूर कर ड्राइवर को देखा फिर उसके हाथ से चेक ले कार की बैक सीट के पास जा खड़ी हो कार की विंडो पर नॉक किया ।
नितिन ने सीरत को देखा और कार की विंडो निचे किया ।
सीरत ने अपनी आँखों को छोटा कर एक पल उस लड़के को घुरा फिर बोली , " ओह अमीरजादे , आपने मुझे भिखारी समझा है क्या और मैंने कब कहा की मुझे पैसे चाहिए । "
तभी उसके पास बैठी लड़की ने अपना सर आगे किया और सीरत को देखने लगी नितिन ने कहा , " देखो मिस तुम्हारा जो नुकसान हुआ है वो बताओ और हमें जाने दो वे गेटिंग लेट सो प्लीज रिमूव दिस शिट ।"
सीरत ने गुस्से मे कहा , " पहले सोचा ज्यादा बोल गयी क्युकी गलती तुम्हारी थी नहीं पर अब लग रहा सही किया । तुम लोग हो ही इसी लायक हार्टलेस इनसान फिर चेक के टुकड़े कर नितिन के मुहपर मर दिए । "
नितिन को बहुत जायदा गुस्सा आया और अपनी कार से निचे उतरा फिर जल्दी से उसका हाथ पकड़ घुमाते हुए हाथ को मोड़ कर सीरत की पीठ से लगा दिया और घूरते हुए गुस्से मे बोला , " तुम बहुत जायदा बोलती हो ना "
सीरत अभी और बोलने को हुई थी की...... नितिन ने बिना पल गवाएं वहां खड़े सभी लोगो के सामने सीरत के होठो पर अपने होंठ रख दिया ।
सीरत को कुछ रियेक्ट करने का मौका भी नहीं मिला । अंदर बैठ हुई लड़की भी सॉकेड थी और वहां खड़े लोग भी खड़े उन दोनों को देख रहे थे । जिस औरत ने बच्चा पकड़ा था उसने अपने बच्चे की आंख पर हाथ रख दिया ।
नितिन उसे किस करते हुए खो गया पर सीरत को सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही थी वो उसे एक हाथ से पुश कर रही थी पर नितिन पर कोई असर नहीं हो रहा था ।
वो उसे और करीब कर लिया । फिर कुछ समय बाद उसे छोड़ा तो सीरत अपनी सांस को कण्ट्रोल करने की कोशिश कर रही थी ।
नितिन उसे एक विजय भरी मुस्कान के साथ देख रहा था जैसे उसने उस पर जीत हासिल कर ली हो ।
नितिन उसे छोड़ते हुए कार मे आ कर बैठ गया । सीरत अभी भी सदमे मे थी की उसके साथ हो क्या गया ? उसका रोने का दिल कर रहा था ।
जानने के लिए पढ़िए प्यार बेशुमार
आज के लिए अलविदा 🙏