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शिवराय द्वारा सन्धि का प्रस्ताव मिर्जाराज जयसिंह के पास भेजा गया। डी। 13 जून 166...
" एक बार स्कूल मे फन फेर हुआ था मतलब ऐसा मेला जिसमे सभी स्कूल के छात्र अपनी अपन...
पथरीले कंटीले रास्ते 27 27 जेल में दिन हर रोज लगभग एक जैसा ही चढता है...
और फिर उसके बाद स्टडी रूम की तरफ जा अंश को डिनर करने को कहती है ,,,, लेकिन अंश ज...
मुक्त ----(7) उपन्यास की कहानी एक दवन्द मतलब ( मानसिक जंग ) ह...
आलिया वहां से चली जाती है। आलिया रास्ते में चल रही होती है और सब कुछ सोच रही होत...
अनामिका सोच रही थी कि राजीव के पापा मम्मी को तो केवल पैसे कमाने की ही पड़ी है दो...
पछतावे का बोझजेल की सलाख़ों के पीछे अनामिका के लिए समय रुक सा गया था। वह दिन-रात...
अध्याय 26 “ धना मूर्ति को तो वह उठा कर ले गया फिर हम क्यों कीरंनूर...
अध्याय 7: आर्या का युद्धआर्या और अर्जुन ने शहर में अपनी यात्रा जारी रखी, लेकिन इ...
यहाँ हमने पहले बुज़ुर्गो के आशिष नाम से novel मतलब motivational कहानियाँ लिखी थी, अभी कहानियाँ पुरानी हैँ, अनसुनी हैँ, सीखने बहुत मिलता हैँ *!! कठिनाईयां !!* ~~~~~~~~~~~~~~~~...
प्रिया के घर के सामने वाले खाली घर में महीनों से सन्नाटा पसरा था। उस घर के आँगन में धूल से नहाये हुए पत्ते, हवा के साथ यहाँ से वहाँ उड़ते नज़र आते थे। जगह-जगह पत्तों के छोटे-छोटे ढ...
में अकसर सोचती थी की अगर हम कोई अच्छा काम करे तो हमारे माता पिता एवम् परिवार वालो की कीर्ति तो बढ़ेंगी ही पर उन शिक्षको और दोस्तो का क्या जिसने भी हमारी सफलता में अमूल्य योगदान दिय...
एक बड़ा सा बंग्लो जिसके entrance gate पर एक बड़ा सा बोर्ड लगा हुआ था, जिसके ऊपर बड़े बड़े अक्षरों में "Oberoi Villa" लिखा हुआ था। उस Bungalow के entrance gate से लेकर main...
अपना पुरा ब्रम्हांड चक्राकार रुप में घुमता रहता है। उसकी घुमने की प्रक्रिया बहुत ही धीरे से चलती रहती है। कभी-कभी व्यक्ति जीवन के सफर में पिसते हुए ऐसे निर्णायक मोड पर आकर रुकता है...
~आरंभ~पतझड़ के दिन अभी अभी खत्म हुए थे, अब मौसम का सफर बसंत ऋतु की सुगंध सेमहकती हवाओं की रवानगी की और बढ़ रहा था | यह कहानी भी कई सौ साल पहले इन्हीं दिनों शुरू हुई थी | यह वह समय...
हम लोग एक व्हाट्सएप समूह के मार्फत आभासी मित्र थे। वह लगभग अस्सी-नब्बे लोगों का समूह। रोज सभी लोग एक दूसरे को सुप्रभात वाले पोस्टर डालते। दिन में कुछ लोग तो अपनी मौलिक रचनाएँ पर अध...
रागिनी का जन्म एक ऐसी रात को हुआ, जो माँ दुर्गा के पूजन के दिनों में ख़ास मानी जाती है—नवरात्रि का चौथा दिन। रात के ठीक तीन बजे, जब चारों ओर सन्नाटा था और रात अपने पूरे अंधकार में...
ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल की छुट्टी का समय हो रहा था। स्कूल के बाहर आइसक्रीम बेचने वाले आकर खड़े हो गए थे। एक काले रंग की वैन दो बार स्कूल के सामने से गुज़र चुकी थी। छुट्टी की घंटी...
ये कहानी शुरू होती है एक बड़े से बंगलो से जिस के बाहर एक नेम प्लेट लगा हुआ था। जिस पे सिंघानिया निवास लिखा हुआ होता है।बंगलो के बाहर बहुत सी रंग बिरंगी महंगी महंगी गाड़िया लगी होती...
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