नमो अरिहंता - भाग 17 अशोक असफल द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

नमो अरिहंता - भाग 17

अशोक असफल मातृभारती सत्यापित द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी

(17) आनंद ** धीरे-धीरे आनंद ने जाना कि उनका मूल वैराग्य में नहीं है। हम तो इसी संसार को सजाना-संवारना चाहते हैं। इसमें जो व्यतिक्रम उत्पन्न हो गया है, उसी को सम पर लाना चाहते हैं। तीर्थंकरों की चर्या ...और पढ़े


अन्य रसप्रद विकल्प