नाट्यपुरुष - राजेन्द्र लहरिया - 8 - अंतिम भाग राज बोहरे द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें नाट्यपुरुष - राजेन्द्र लहरिया - 8 - अंतिम भाग नाट्यपुरुष - राजेन्द्र लहरिया - 8 - अंतिम भाग राज बोहरे द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 627 2.8k राजेन्द्र लहरिया-नाट्यपुरुष 8 .. उसके बाद एक दिन, एक खबर बूढ़े के हाथ लगी थी... वह ख़बर उसे 'महामहिमावान’ के अभिनंदन के लिए लगी क्यूं में ले आई थी... ...तो बूढ़ा क्यू में लगा हुआ ...और पढ़ेउसने एक बार फिर अभिनंदन-मंच की ओर देखा: अब वह 'महामहिमावान’ के अभिनंदन-मंच से थोड़ी-सी ही दूरी पर था। उसने अपने आगे लगे लोगों को गिना- कुल चार थे!... उसने एक बार फिर माथे पर आ गया पसीना पोंछा था। और फिर वह पल आ पहुँचा, जिसका इंतज़ार करते हुए बूढ़ा इतने समय से क़तार में लगा हुआ था: अब वह 'महामहिमावान’ कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें नाट्यपुरुष - राजेन्द्र लहरिया - 8 - अंतिम भाग नाट्यपुरुष - राजेन्द्र लहरिया - उपन्यास राज बोहरे द्वारा हिंदी - सामाजिक कहानियां 5.8k 26k Free Novels by राज बोहरे अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी राज बोहरे फॉलो