अपना पुरा ब्रम्हांड चक्राकार रुप में घुमता रहता है। उसकी घुमने की प्रक्रिया बहुत ही धीरे से चलती रहती ...
जब हिंदू धर्मग्रंथों की बात होती है तब श्रीमद्भगवद्गीता का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। श्रीमद्भगवद्गीता को सारे ...
प्रश्नों और उत्तरों की इस श्रृंखला में, हम आत्मज्ञान के मार्ग को समझने की यात्रा पर निकलते हैं, जो ...
अब मुझे ठीक से तो याद नहीं कि बात कितनी पुरानी हैं, पर जो कुछ हुआ वो एक एक ...
बहुत पुरानी बात है। धारा नगरी में गंधर्वसेन नाम का एक राजा राज करते थे। उसके चार रानियाँ थीं। ...
योगी कथामृत का विश्व व्यापक अभिनन्दन हजारों पुस्तकें जो हर वर्ष प्रकाशित होती हैं उनमें से कुछ मनोरंजक होती हैं, ...
संसार में सभी मनुष्यों का लक्ष्य, धन, संतान और यश बताया गया है। इन्हीं को विद्वानों ने वित्तैषणा, पुत्रेषणा ...
हम बचपन से ही ये सुनते आये हैं, की हमारे वेद पुराण अंग्रेज चुरा कर ले गये और उन्होंने ...
अमावस्या की अँधेरी रात ने बखरी सलोना अंचल को अपनी काली चादर तले समेट लिया था। समस्त बखरीवासी अपने-अपने ...
प्रथम सोपान-मंगलाचरण श्लोक : * वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि। मंगलानां च कर्त्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ॥1॥ भावार्थ:-अक्षरों, अर्थ समूहों, रसों, छन्दों और मंगलों को करने वाली ...
शांति नगर नामक प्राचीन गांव में, हरे-भरे घाटियों के बीच एक आदर्श संत नामक व्यक्ति स्वामी देवानंद निवास करते ...
लगभग 527 वर्ष पूर्व की बात है। उस समय भारतवर्ष पर मुसलमानों का राज्य था। हिन्दुओं पर अनेक प्रकार के ...
आत्म निवेदन संतों की महिमा अपरम्पार है। उनकी कृपा अहेतुकी होती है। उनके दर्शन मात्र से चारों धर्म, अर्थ, काम ...
निलावंती एक श्रापित ग्रंथ की पूरी कहानी। निलावंती ग्रंथ- दोस्तो निलावंती ग्रंथ को भारत सरकार ने बैन कर दिया है क्योंकि ...
यह पुस्तक " बागेश्वर धाम की दिव्य शक्तियों का रहस्य " में आपको पंडित श्री धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री जी ...
श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने ...
आज मैं एक ऐसी कहानी लिख रही हूं, जो एक अनाथ छोटी बच्ची के जीवन से जुड़ी है, जो ...
ये बात उस वक्त की है जब मीठी सात वर्ष की है। उसके घर में बहुत से लोग है, ...
भारतवर्ष के ही नहीं, सारे संसार के इतिहास में सबसे अधिक प्रसिद्ध एवं सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण वंश यदि कोई ...
स्वायम्भुव मनुके दो पुत्र थे— ‘प्रियव्रत और उत्तानपाद।’ उत्तानपाद की दो स्त्रियाँ थीं— ‘सुरुचि और सुनीति।’ सुरुचि का पुत्र था उत्तम ...