फिक्शन कहानी कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


Categories
Featured Books

Shadow Of The Packs - 5 By Vijay Sanga

तान्या और उसकी दोस्त के वहां से जाने का बाद, विक्रांत भी कैंटीन से जाने ही वाला था की तभी वहां सुप्रिया आ जाती है। “अरे अचानक कहां चल दिए? अभी तो मैं आई हूं और तुम जा रहे हो! क्या...

Read Free

प्यार हुआ चुपके से - भाग 29 By Kavita Verma

शिव और अजय ने रति को ओंकारेश्वर के हर मन्दिर में तलाशा, पर उन्हें रति कहीं नही मिली। थककर शिव नर्मदा नदी के किनारे एक घाट पर आकर बैठ गया। तभी अजय दो दोने लेकर वहां आया और शिव की बग...

Read Free

रुबिका के दायरे - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग -4 “भ्रम फैला भी लेकिन लाचित ने अपनी बुद्धिमत्ता, रण-कौशल से ब्रह्मपुत्र नदी युद्ध में भी मुग़ल सेना को कुचल कर रख दिया। मुग़लों ने हार मानते हुए लिखा ‘महाराज की जय ह...

Read Free

फागुन के मौसम - भाग 31 By शिखा श्रीवास्तव

गोरखपुर पहुँचने के बाद जब राघव और जानकी खाना खाने के लिए रुके तब राघव ने तारा को फ़ोन किया। "क्या हाल-चाल है मैनेज़र मैडम?" "सब ठीक है बॉस। आप बताइये कहाँ हैं आप?" "मैं तो गोरखपुर मे...

Read Free

बड़ी माँ - भाग 8 By Kishore Sharma Saraswat

8 राम आसरी का समय अब बहुत अच्छी तरह से व्यतीत होने लगा था। सारा दिन घर के कामों में व्यस्त रहती। शाम को मुन्ना के साथ बैठकर बहुत देर तक बतियाती। न खाने की चिंता थी और न पहनने की। र...

Read Free

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 3 By Shalini Chaudhary

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।हे फैमिली आशा है की आप सब को मेरा ये नया प्रयास पसंद आ रहा होगा। कहानी के हर मोड़ का मजा ले, औ...

Read Free

युवा किंतु मजबूर - पार्ट 1 By Lalit Kishor Aka Shitiz

{ पार्ट -1} आषाढ़ का महिना था, हल्की ठंडी हवा गुनगुना रही थी और धीमे धीमे भोर की खुशबू फैल रही थी और प्रकृति ये संदेश दे रही थी की कुछ ही क्षणों में सूर्योदय होने को है ... राकेश व...

Read Free

रिबर्थ ऑफ़ डेविल - 7 By Sanju

क्लास में अभी सब एक दूसरे से बातें कर रहे थे कि तभी अचानक से साइलेंट हो जाता है।परी - अचानक साइलेंट क्यों हो गया?.मोहित - प्रोफेसर जो वापस आ गए हैं परी ने कहा आई जो मैंने उनके कार...

Read Free

ताश का आशियाना - भाग 42 By Rajshree

तीनों का समय समाप्त होने को आया था सजक हो गए तिन्हो|बाकी दो तो बाहर आ गए लेकिन तुषार वही कुछ देर अपने भाई के साथ बिताना चाहता था।जो भी चीजे गंगा ने मेल नर्स को दी थी वह कोई सिद्धार...

Read Free

जेहादन - भाग 4 By Pradeep Shrivastava

भाग -4 वह ऐसे बोलती चली जा रही थी, जैसे बहुत दिन से भरी बैठी थी और उसे छेड़ दिया गया। निखत और खुदेजा ने कल्पना भी नहीं की थी कि वह इतना कुछ जानती ही नहीं बल्कि बोलेगी भी। दोनों अंदर...

Read Free

वंश - भाग 8 By Prabodh Kumar Govil

आठ उस दिन की गोष्ठी के बाद आयोजकों और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों के बीच सुष्मिताजी का स्वागत जिस गर्मजोशी से हुआ, उससे वे पुलकित हो गईं। गिरधर, जिसने इस समारोह के लिए सुष्मिताजी पर वि...

Read Free

नक़ल या अक्ल - 24 By Swati

24 जान पहचान   किशोर राधा राधा  चिल्ला रहा है I  तभी उसे नन्हें ने नींद से जगाते  हुए कहा,  “भाई  क्या हुआ  ? उठो! सब ठीक  तो है न? “  किशोर एकदम से उठ गया I उसने माथे  पर पसीना झल...

Read Free

उन्हीं रास्तों से गुज़रते हुए - भाग 20 By Neerja Hemendra

भाग 20 " तुम्हारे लक्षण ठीक नही है। इन्द्रेश के जाने के बाद तुम हमारे वश में नही हो। मनमौजी हो गयी हो। तुम हमारे घर में नही रह सकती। हमारा घर तुरन्त खाली करो । हमारा तुमसे कोई नाता...

Read Free

द्वारावती - 38 By Vrajesh Shashikant Dave

38“केशव, कृष्ण का एक नाम केशव भी है ना?” गुल ने पूछा। केशव ने गुल को देखा। वह दूर स्थित मंदिर की धजा को देख रही थी। “गुल, आज ऐसा प्रश्न क्यूँ?”“प्रथम मेरे प्रश्न का उत्तर दो पश्चात...

Read Free

गैंगस्टर का सनकी इश्क - 6 By Sanju

मुंबई......हेडकॉटर पुलिस स्टेसन......एक बड़े से रुम के अंदर प्रोजेक्टर चल रहे थे तस्वीर.... 'एक पुलिस ऑफिस था जिसका नाम आकाश मितल था' वो अपने साथियो से कह रहा था आप देख सकते...

Read Free

स्वयंवधू - 9 By Sayant

मैं इतना भयभीत हो गयी थी कि, "क..क-क...ब...", मेरे शब्द निकल नहीं रहे थे। ऐसा था जैसे किसीने मेरी ज़बान सिल दी थी।"चिंता मत करो हमने पूरी रात जाँच-पड़ताल की। यह कैमरे और माइक्रोफोन...

Read Free

शोहरत का घमंड - 88 By shama parveen

आलिया कोर्ट से बाहर आ कर बैंच पर बैठ जाती हैं। तभी आर्यन वहा पर आ कर बोलता है, "अब क्या हुआ तुम्हे, अब किस बात का मातम मना रही हो ??????तब आलिया बोलती है, "अपनी शादी का मातम मना रह...

Read Free

कहन - सुनन By Deepak sharma

सितम्बर का दूसरा शनिवार है। माँ और बाबूजी के कमरे में बिस्तर के बगल में बैठी बहन माँ से कह रही है, ’’इस मालिश और व्यायाम से आप बहुत जल्दी फिर से पहले की तरह नहाने लगेंग...

Read Free

बेदर्दी तेरे प्यार की - भाग 2 By Aarushi Thakur

जय श्री राम अब आगेरोते रोते अमयारा वही बेड पर सिकुड कर भारी भरकम लहंगे में ही सो जाती है थोड़ी देर के बाद सिद्धार्थ फ्रेश हो कर बाहर आता है। तब तक अमयरा सो गई थी।सिद्धार्थ जब भी अम...

Read Free

फादर्स डे - 79 By Praful Shah

लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 79 मंगलवार 14/02/2017 डॉक्यू-नॉवेल ‘दृश्यम अदृश्यम’ प्रकरण अंतिम चरण में है। इसके वास्तविक पात्रो की जीवन यात्रा निरंतर बढ़ती रहेगी। कथा-प्रवाह को...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 59 By Sneh Goswami

  मैं तो ओढ चुनरिया    59       एक तो नया शहर , ऊपर से नया घर , नया माहौल , नये लोग और इस तरह का अकेलापन । मन बुरी तरह से घबरा रहा था । कोई तो आए जिसकी आवाज कानों में सुनाई पङे । ब...

Read Free

लाश किसकी By anurag kumar Genius

लाश किसकी28 वर्षीय श्याम हफ्ता हुआ एक दरवाजे पर पहुंचा और दरवाजे को पागलों की तरह पीटने लगा।"रुस्तम, रुस्तम!"जब दरवाजा ना खुला तो वह चीखने लगा,"दरवाजा खोल रुस्तम!"तत्काल ही दरवाजा...

Read Free

Shadow Of The Packs - 5 By Vijay Sanga

तान्या और उसकी दोस्त के वहां से जाने का बाद, विक्रांत भी कैंटीन से जाने ही वाला था की तभी वहां सुप्रिया आ जाती है। “अरे अचानक कहां चल दिए? अभी तो मैं आई हूं और तुम जा रहे हो! क्या...

Read Free

प्यार हुआ चुपके से - भाग 29 By Kavita Verma

शिव और अजय ने रति को ओंकारेश्वर के हर मन्दिर में तलाशा, पर उन्हें रति कहीं नही मिली। थककर शिव नर्मदा नदी के किनारे एक घाट पर आकर बैठ गया। तभी अजय दो दोने लेकर वहां आया और शिव की बग...

Read Free

रुबिका के दायरे - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग -4 “भ्रम फैला भी लेकिन लाचित ने अपनी बुद्धिमत्ता, रण-कौशल से ब्रह्मपुत्र नदी युद्ध में भी मुग़ल सेना को कुचल कर रख दिया। मुग़लों ने हार मानते हुए लिखा ‘महाराज की जय ह...

Read Free

फागुन के मौसम - भाग 31 By शिखा श्रीवास्तव

गोरखपुर पहुँचने के बाद जब राघव और जानकी खाना खाने के लिए रुके तब राघव ने तारा को फ़ोन किया। "क्या हाल-चाल है मैनेज़र मैडम?" "सब ठीक है बॉस। आप बताइये कहाँ हैं आप?" "मैं तो गोरखपुर मे...

Read Free

बड़ी माँ - भाग 8 By Kishore Sharma Saraswat

8 राम आसरी का समय अब बहुत अच्छी तरह से व्यतीत होने लगा था। सारा दिन घर के कामों में व्यस्त रहती। शाम को मुन्ना के साथ बैठकर बहुत देर तक बतियाती। न खाने की चिंता थी और न पहनने की। र...

Read Free

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 3 By Shalini Chaudhary

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।हे फैमिली आशा है की आप सब को मेरा ये नया प्रयास पसंद आ रहा होगा। कहानी के हर मोड़ का मजा ले, औ...

Read Free

युवा किंतु मजबूर - पार्ट 1 By Lalit Kishor Aka Shitiz

{ पार्ट -1} आषाढ़ का महिना था, हल्की ठंडी हवा गुनगुना रही थी और धीमे धीमे भोर की खुशबू फैल रही थी और प्रकृति ये संदेश दे रही थी की कुछ ही क्षणों में सूर्योदय होने को है ... राकेश व...

Read Free

रिबर्थ ऑफ़ डेविल - 7 By Sanju

क्लास में अभी सब एक दूसरे से बातें कर रहे थे कि तभी अचानक से साइलेंट हो जाता है।परी - अचानक साइलेंट क्यों हो गया?.मोहित - प्रोफेसर जो वापस आ गए हैं परी ने कहा आई जो मैंने उनके कार...

Read Free

ताश का आशियाना - भाग 42 By Rajshree

तीनों का समय समाप्त होने को आया था सजक हो गए तिन्हो|बाकी दो तो बाहर आ गए लेकिन तुषार वही कुछ देर अपने भाई के साथ बिताना चाहता था।जो भी चीजे गंगा ने मेल नर्स को दी थी वह कोई सिद्धार...

Read Free

जेहादन - भाग 4 By Pradeep Shrivastava

भाग -4 वह ऐसे बोलती चली जा रही थी, जैसे बहुत दिन से भरी बैठी थी और उसे छेड़ दिया गया। निखत और खुदेजा ने कल्पना भी नहीं की थी कि वह इतना कुछ जानती ही नहीं बल्कि बोलेगी भी। दोनों अंदर...

Read Free

वंश - भाग 8 By Prabodh Kumar Govil

आठ उस दिन की गोष्ठी के बाद आयोजकों और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों के बीच सुष्मिताजी का स्वागत जिस गर्मजोशी से हुआ, उससे वे पुलकित हो गईं। गिरधर, जिसने इस समारोह के लिए सुष्मिताजी पर वि...

Read Free

नक़ल या अक्ल - 24 By Swati

24 जान पहचान   किशोर राधा राधा  चिल्ला रहा है I  तभी उसे नन्हें ने नींद से जगाते  हुए कहा,  “भाई  क्या हुआ  ? उठो! सब ठीक  तो है न? “  किशोर एकदम से उठ गया I उसने माथे  पर पसीना झल...

Read Free

उन्हीं रास्तों से गुज़रते हुए - भाग 20 By Neerja Hemendra

भाग 20 " तुम्हारे लक्षण ठीक नही है। इन्द्रेश के जाने के बाद तुम हमारे वश में नही हो। मनमौजी हो गयी हो। तुम हमारे घर में नही रह सकती। हमारा घर तुरन्त खाली करो । हमारा तुमसे कोई नाता...

Read Free

द्वारावती - 38 By Vrajesh Shashikant Dave

38“केशव, कृष्ण का एक नाम केशव भी है ना?” गुल ने पूछा। केशव ने गुल को देखा। वह दूर स्थित मंदिर की धजा को देख रही थी। “गुल, आज ऐसा प्रश्न क्यूँ?”“प्रथम मेरे प्रश्न का उत्तर दो पश्चात...

Read Free

गैंगस्टर का सनकी इश्क - 6 By Sanju

मुंबई......हेडकॉटर पुलिस स्टेसन......एक बड़े से रुम के अंदर प्रोजेक्टर चल रहे थे तस्वीर.... 'एक पुलिस ऑफिस था जिसका नाम आकाश मितल था' वो अपने साथियो से कह रहा था आप देख सकते...

Read Free

स्वयंवधू - 9 By Sayant

मैं इतना भयभीत हो गयी थी कि, "क..क-क...ब...", मेरे शब्द निकल नहीं रहे थे। ऐसा था जैसे किसीने मेरी ज़बान सिल दी थी।"चिंता मत करो हमने पूरी रात जाँच-पड़ताल की। यह कैमरे और माइक्रोफोन...

Read Free

शोहरत का घमंड - 88 By shama parveen

आलिया कोर्ट से बाहर आ कर बैंच पर बैठ जाती हैं। तभी आर्यन वहा पर आ कर बोलता है, "अब क्या हुआ तुम्हे, अब किस बात का मातम मना रही हो ??????तब आलिया बोलती है, "अपनी शादी का मातम मना रह...

Read Free

कहन - सुनन By Deepak sharma

सितम्बर का दूसरा शनिवार है। माँ और बाबूजी के कमरे में बिस्तर के बगल में बैठी बहन माँ से कह रही है, ’’इस मालिश और व्यायाम से आप बहुत जल्दी फिर से पहले की तरह नहाने लगेंग...

Read Free

बेदर्दी तेरे प्यार की - भाग 2 By Aarushi Thakur

जय श्री राम अब आगेरोते रोते अमयारा वही बेड पर सिकुड कर भारी भरकम लहंगे में ही सो जाती है थोड़ी देर के बाद सिद्धार्थ फ्रेश हो कर बाहर आता है। तब तक अमयरा सो गई थी।सिद्धार्थ जब भी अम...

Read Free

फादर्स डे - 79 By Praful Shah

लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 79 मंगलवार 14/02/2017 डॉक्यू-नॉवेल ‘दृश्यम अदृश्यम’ प्रकरण अंतिम चरण में है। इसके वास्तविक पात्रो की जीवन यात्रा निरंतर बढ़ती रहेगी। कथा-प्रवाह को...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 59 By Sneh Goswami

  मैं तो ओढ चुनरिया    59       एक तो नया शहर , ऊपर से नया घर , नया माहौल , नये लोग और इस तरह का अकेलापन । मन बुरी तरह से घबरा रहा था । कोई तो आए जिसकी आवाज कानों में सुनाई पङे । ब...

Read Free

लाश किसकी By anurag kumar Genius

लाश किसकी28 वर्षीय श्याम हफ्ता हुआ एक दरवाजे पर पहुंचा और दरवाजे को पागलों की तरह पीटने लगा।"रुस्तम, रुस्तम!"जब दरवाजा ना खुला तो वह चीखने लगा,"दरवाजा खोल रुस्तम!"तत्काल ही दरवाजा...

Read Free