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@ramkumarmane.513098
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मेरा शायरी जनाब ये हुनर आते आते आया है!अब तो ढ़ल रही है उमर और मैं शायरी में ढ़ल रहा हूँ !दिल के कुछ अधुरें अरमांन है!उनको तो बस लफ्जों मे पिरों रहा हूँ !अभी बची हुई कुछ हसरतें है!उनको जरा सा उजागर कर रहा हूँ !अल्फांजो की ये दुनिया बहुत ही हसींन है !अब तो उनसे ही दिल लगा बैठा हूँ !बसर हो जाये ये उम्र अब इस जुनून मे !बस यही सोचकर, मै अब शायर बन गया हूँ.. *** रामानु
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