गुनाह की जंज़ीर होम पेपरबैक गुनाह की जंज़ीर पेपरबैक Name : गुनाह की जंज़ीर नाम KAMAL KANT LAL(लेखक) अनजाने में हो गई गोपी की हत्या के अपराध-बोध से मुक्ति की छटपटाहट सत्या को उसकी बस्ती में ले आती है, जहाँ वह उसकी पत्नी और बच्चों की परवरिश करके अपने गुनाह की सज़ा भुगतना चाहता है. बस्ती अशिक्षा, दरिद्रता और शराब की लत में इस कदर जकड़ी हुई है कि बच्चों की ढंग से परवरिश नहीं हो सकती है. तब सत्या यह निश्चय करता है कि वह बस्ती का माहौल बदल कर रख देगा. लेकिन क्या ऐसा करना संभव है? और क्या ऐसा करने से सत्या को अपने गुनाह की जंज़ीर से मुक्ति मिल जाएगी? जमशेदपुर शहर की पृष्ठभूमि पर लिखे गए इस उपन्यास में आप एक औद्योगिक शहर में जन्मी अपने आस-पास पाए जाने वाले परिचित से दिखने वाले किरदारों की एक सशक्त कहानी पढ़ पाएँगे और सहज रूप से इससे जुड़ाव महसूस करेंगे. खरीदें शेयर करे बिक्री की किम्मत : 270 महत्तम बिक्री किम्मत : 300 आपकी बचत : 30 निशुल्क पहुँचाया जाएगा (७ से १० दिनों में भारत देश में )मौजूद है . अपना नया पता यहाँ लिखें नाम : पूरा नाम लिखें मोबाईल : अपना मोबाईल नम्बर लिखें पते की प्रथम पंक्ति : अपना पता लिखें पते की द्वितीय पंक्ति : अपना पता लिखें शहर : अपने शहर का नाम खोजें राज्य : अपने राज्य का नाम खोजें पते का प्रकार: Select Office Home पते का प्रकार चुनें पिनकोड : पिनकोड लिखें खरीदें मूल्य की जानकारी मूल्य (1 वस्तु ) 300 वस्तु पहुँचाने का शुल्क निशुल्क छूट 30 भुक्तान की रकम 270 संख्या : { 1 { 2 { 3 { 4 { 5 { 6 { 7 { 8 { 9 { 10 ऑर्डर पल कुल बचत 30