The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.
रात का समय, फातिमा हॉस्पिटल, सिद्धांत के वार्ड के बाहर बैठा हुआ लड़का आंख...
चलिए अपनी कहानी जारी रखते हैं।मोहनलाल मंदिर से दूर एक पेड़ के पीछे खड़ा था और उन...
(में आप सभी से माफी मांगना चाहती हू ... दरहसल मेने एक कैरेक्टर का नाम गलत दिखाया...
प्रकरण - ४२मेरे मोबाइल पर रिंग बजी तो मैंने फोन उठाया और हेलो कहा। सामने की ओर स...
अब तक :संयम वापिस से सोफे पर बैठा और पैर सामने टेबल पर चढ़ा लिए । फिर आंखें बंद...
" तुमसे पहले भी कहा है माही आज फिर से कह रहा हूं बेहद मोहब्बत करता हूं तुम्हें...
रूही को जैसे ही रूद्र की बात का मतलब समझ आया उसके गाल बिल्कुल कश्मीरी सेब की तरह...
उनकी शादी का सच सिर्फ विवेक को ही पता था,एक वो ही जानता था की उस दिन कनिषा ने वो...
छत पर उदास सी अपने में खोई खड़ी थी राम्या। शायदअपने को खो देने की कोशिश में बस य...
1.इश्क की गहराइयों में खोकर,दिल की हर धड़कन उसे याद करती है।प्यार की बातों में ग...
यह कहानी है एक लडकी की जिसे प्यार पे कोइ भरोसा नही है। जो एक ऐसे लडके से मीलती है मिलती है जो इससे एकदम अलग था। धीरे धीरे दोनो को कुछ मुलाकातो के बाद दोनो को एकदूसरे से attachment...
देविका, एक सरल और मासूम लड़की है, जो शांतिपूर्ण जीवन जीती है। हालाँकि, पाँच साल की उम्र में, एक जीवन-परिवर्तनकारी घटना घटती है, जो भविष्य में उसके नागिन (नागिन देवी) में बदलने की भ...
टन तना कोमल सुन्दर से तैयार हो कर वाशरूम से बाहर आयी । उसने बाहर आ कर कहा," कैसी लग रही हु मै? " गोरा रंग, सुन्दर नैन नक्श, काली आंखे, प्यारी सी मुस्कान, बाल कंधो तक उम्र 2...
यह कहानी है जानवी की ,,,,,,जो बहुत ही प्यारी है,,,और अपने घरवालों की लाडली है,,,,,,और साथ में बहुत जिद्दी भी।,,,,,,जो काम एक बार थान ले,,,,,,वो कर के ही रहती है।,,,,,,वो कर बैठी है...
सीट पर बैठते ही दीपेन की नजर खिड़की के पास बैठी युवती पर पड़ी थी।उसे वह पहली बार देख रहा था।खिड़की के पास वह गुमसुम ,खामोश और चुपचाप बैठी थी।दीपेन ने उसे ध्यान से देखा था। रूखे उलझे...
यह कहानी है अंजलि और विराज की जो उलझे हुए हैं परिवार की दुश्मनी सेजिससे विराज अपने दुश्मनी में कर लेता है अंजलि को अपने मेंशन में कैद और वहीं दूसरी तरफ विधि जो अपने परिवार की दु...
पागल खाना पर पाठकीय प्रतिक्रिया याने समय का एक नपुंसक विद्रोह यशवंत कोठारी राजकमल ने ज्ञान चतुर्वेदी का पागलखाना छापा है.२७१ पन्नों का ५९५रु. का उपन्या...
बुजुर्गो ने मुझे बहुत सी कहानियाँ सुनाई है उसमें से कुछ.... आशिष / आशीर्वाद *!! समस्या रूपी बंदर !! *एक बार स्वामी विवेकानंद को बंदरों का सामना करना पड़ा था। वह इस आप बी...
रागिनी का जन्म एक ऐसी रात को हुआ, जो माँ दुर्गा के पूजन के दिनों में ख़ास मानी जाती है—नवरात्रि का चौथा दिन। रात के ठीक तीन बजे, जब चारों ओर सन्नाटा था और रात अपने पूरे अंधकार में...
कृपया एक पल रुककर इसे पढ़े- यह एक अनाड़ी और अंतर्मुखी लड़की की कहानी है जिसे अगवा कर 'स्वयंवधू' नामक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए मजबूर किया गया। यह उसके लिए अमीर लोगों...
लॉग इन करें
लॉगिन से आप मातृभारती के "उपयोग के नियम" और "गोपनीयता नीति" से अपनी सहमती प्रकट करते हैं.
वेरिफिकेशन
ऐप डाउनलोड करें
ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक प्राप्त करें
Copyright © 2024, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser