नीला सियार Learn Hindi - Story for Children

हिंदी   |   05m 18s

Jackals are known to be cunning animals. But in this story, the jackal is not just cunning but also blue in color! Let's find out how that happened. नीला सियार बुकबॉक्स द्वारा पुनर्कथित एक जंगल में चाँदराव नाम का एक सियार रहता था। एक बार खाने की खोज में वह गाँव में निकल आया। गली के कुत्तों ने जब उसे देखा तो उसे घेर कर भौंकने लगे और उस पर हमला करने लगे। बड़ी मुश्किल से वो उनके चंगुल से छूट कर भागा और घुस गया एक धोबी के घर में। धोबी के यहाँ पानी का एक हौज़ था। जिसमें नील घुला हुआ था। चाँदराव उसी हौज़ में कूद पड़ा। जब वो बाहर निकला तो उसका नीला रंग देख कर गाँव के कुत्ते उसे पहचान नहीं पाये। डर के मारे कुत्तों में भगदड़ मच गयी। दोपहर तक चाँदराव जंगल लौट आया। इधर जंगल में एक अजूबे जानवर को देख कर सभी घबरा उठे। “कौन है?” “आखिर कौन है ये?” ऐसी डरी-सहमी आवाजें जब चारों तरफ़ से उसके कानों में पड़ने लगीं, तो चालाक सियार को एक तरकीब सूझी। जंगल के बीचो बीच खड़े होकर, उसने ऐलान किया, “मेरे भाई-बंधुओ! बिलकुल डरो मत, ब्रह्माजी, यानी संसार के रचयिता ने मुझे अपने हाथों से रच कर तुम सबके बीच यह कह कर भेजा है, कि इस जंगल में कोई ठीक राजा नहीं है. तुम जाओ और यहाँ के सभी जानवरों की रक्षा करो। इसलिए मैं यहाँ आया हूँ। दोस्तो! अब मैं तुम सबका पालक हूँ। मेरे राज्य में सुख-चैन से रहो। ब्रह्माजी ने मुझे स्वर्ग, धरती और पाताल ‒ तीनों लोकों का राजा चुना है।” नीले सियार की बातें सबने सच मान लीं। वे सभी उसके सामने हाथ बाँध कर खड़े हो गये। “महाराज, आपकी बातें सिर-आँखों पर। कृपया हमें आदेश दीजिये।” सियार ने सभी को ज़िम्मेदारियाँ सौंप दीं, ज़्यादातर जानवरों को उसने अपनी ही सेवा में लगा लिया। चालाक चाँदराव ने इस डर से सभी सियारों को देश-निकाला दे दिया कि कहीं वे उसे पहचान ना लें...! सभी जानवर अपने-अपने कामों में जुट गये। शेर और बाघ रोज़ अपने नये राजा के लिए ताज़ा शिकार लाने लगे। चाँदराव के लिए कुछ दिन बड़े मज़े से कटे, लेकिन एक शाम जब उसने दूर से आती हुई अपने सियार-भाइयों की ‘हुआ-हुआ’ की आवाज सुनीं तो वह अपने-आपको रोक ना सका। आदतन वो भी उनके सुर में सुर मिला कर, गर्दन ऊँची कर, ‘हुआ-हुआ’ चिल्लाने लगा। अचानक सियार की सच्चाई सुनकर पहले तो जंगल के जानवर सन्न रह गए, लेकिन बहुत जल्दी ही सारी बात उनकी समझ में आ गयी। इधर अपनी बेवकूफ़ी को समझ, नीला सियार सिर पर पैर रख कर भागा, लेकिन इतने जानवरों के बीच वह बच कर कहाँ जा पाता भला? उसके बाद उसकी जो धुनाई हुई, उसके बारे में हम आपसे क्या कहें। Story: Sowmya Rajendran Illustrations: Kallol Majumder Narration: Neha Gargava Music: Arnab B.Chowdhury Translation: Vikram Gakhar Animation: BookBox

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