नन्हा पियानोवादक Learn Hindi - Story for Children
हिंदी |
06m 24s
Azul loves to play the piano and he wants to become not just a good pianist but a great pianist. See how he learns the secret.
नन्हा पियानोवादक
कहानी - बृज कोठारी
एक छोटा बच्चा था,
नाम था अज़ुल्।
पियानो बजाना उसका शौक था
और वह
किसी दिन
पियानोवादक बनने के सपने लेता था।
हर इतवार,
अज़ुल् अपनी पियानो-क्लास में जाता
और हर रात घर में अभ्यास करता,
सोने से ठीक पहले।
अज़ुल् बढ़िया बजाने लगा
क्योंकि उसमें बहुत लगन थी।
वह मंजन करना भूल जाता,
लेकिन पियानो पर अभ्यास करना
कभी न भूलता!
एक दिन,
उसके पियानो की अध्यापिका
विकी ने उससे कहा,
अज़ुल्,
कल तुम बड़ी सभा के सामने बजाओगे।
तुम काफ़ी अच्छे पियानोवादक बन रहे हो!
पियानो के स्वरों पर
तुम्हारी उँगलियाँ
गिलहरी की तरह चलती हैं।
लेकिन
कहीं कोई कमी रह गयी है।
वह क्या है?
अज़ुल् यह जानने के लिये बेचैन हो उठा।
वह सच...मुच... सिर्फ़
एक अच्छा पियानोवादक नहीं,
बल्कि एक महान् पियानोवादक बनना चाहता था।
विकी मुस्कुरायीं।
उन्होंने अज़ुल् के कान में
एक पियानो-शिक्षक का रहस्य फुसफुसाया।
अपने दिल से बजाओ,
उँगलियों से नहीं।
हमेशा की तरह,
विकी ने अपने स्टिकर्स का डिब्बा निकाला।
अज़ुल् ने अपना हाथ आगे बढ़ा दिया
और विकी ने शानदार तितली का
एक स्टिकर उसके हाथ पर चिपका दिया।
लो,
जब तुम अपने दिल से बजाना चाहो
तो इस तितली के बारे में सोचना,
उन्होंने कहा।
उस दिन,
जब सभी बच्चे पार्क में खेल रहे थे,
अज़ुल् अपनी तितली को एकटक निहार रहा था।
उसने सोचा,
मैं अपनी उँगलियों से इसलिये बजा सकता हूँ
क्योंकि मैं उन्हें चला सकता हूँ।
मैं उनसे पियानो के स्वर छू सकता हूँ।
मैं अपने दिल से कैसे बजाऊँ भला?
मैं अपने दिल को देख भी तो नहीं सकता।
पहली बार,
बहुत दिनों बाद,
अज़ुल् पियानो बजाये बिना सोने चला गया।
अपने प्रोग्राम के पहले की रात
उसने अभ्यास नहीं किया,
क्योंकि उसे मालूम न था
कि वह अपने दिल से कैसे बजाये!
जब अज़ुल् सवेरे उठा,
तो उसने तितली का स्टिकर ढूँढ़ा।
ओह नहीं!
स्टिकर गुम हो गया था!
अब अज़ुल् बेचैन हो उठा।
सचमुच बेचैन।
उसने पियानो बजाने की कोशिश की,
लेकिन उसकी उँगलियाँ चली ही नहीं!
पर,
इससे घड़ी की टिक् टिक् तो न रुकी।
प्रोग्राम का समय हो गया।
गोल स्टेज के बीचोंबीच पियानो था,
चारों तरफ़ लोगों की भीड़ थी।
अज़ुल् स्टेज पर गया,
पियानो की बेंच पर बैठा
और पल भर के लिए
उसने आँखें बन्द कर लीं।
विकी के शब्दों को याद करते हुए,
उसने तितली के बारे में सोचा।
हॉल की शान्ति में
अज़ुल् ने पंखों की फड़फड़ाहट सुनी।
एक तितली उसके कन्धे पर आ बैठी
और एक धुन गुनगुनाने लगी।
उसकी उँगलियाँ
अपने-आप चलने लगीं।
उसका दिल तितली का गाना बजाने लगा।
Illustrations: Emanuele Scanziani
Music & Art Direction: Holger Jetter
Translation: Vandana Maheshwari
Narration: Vandana Maheshwari
Animation: BookBox