Everything is turning upside down in a little boy’s house. What could be the reason for this?
उलट-पलट
लेखिका: नोनी
पता नहीं क्यों आज,
मैं उठा बड़ी जल्दी,
क्या किसी ने आज सुबह बदल दी?
कुछ भी नहीं जैसा रोज़ है होता
कोई बोला, \"आज सब उल्टा पुल्टा!\"
चारपाई ने की दीवार पर चढाई,
मेरी नन्ही घड़ी ने अपनी लम्बाई बढ़ाई!
छाता चकरघिन्नी बन घूमा गोल-गोल,
मेरी लाल-नीली टोपी ने
मचाया बड़ा शोर गुल!
हमारे छोटे कमरे में कैसा आया भूचाल?
डर के मारे, मेरा हुआ बुरा हाल!
पंखे ने निकाले, आठ-दस हाथ,
गुड़िया खाये मज़े से दाल-भात!
पापा की कुर्सी पर हमारी बिल्ली बिराजी,
टीवी पर खबरें अब चुहिया सुनाती!
शीशे में हुआ, मैं सात फ़ीट[SM8] लम्बा,
चिल्लाया मैं,\"हाय। ये कैसा अचम्भा!\"
फिर देखो, आया एक जादूगर
बोला, \"सॉरी! सही करता हूँ गड़बड़!\"
\"हाँ, है मेरी ये सारी करामात
माना, यह अच्छी नहीं थी बात!\"
अपलम चपलम, चिन-चिन चू
गड़बड़ सारी हुई उड़न छू!
Story: Noni
Illustration: Kallol Majumder
Narration: Bhupesh Bhayana
Music: Rajesh Gilbert
Translation: Manisha Gilbert
Animation: BookBox