"बेनाम शायरी"?? ?? ?? ?? ?? ??सुबह को शाम और शाम को रात लिख देता है।वो खुदा जिंदगी को ...
"ઉગતી સાંજે"?? ?? ?? ?? ?? ?? ...
बेनाम शायरी?? ?? ?? ?? ?? ??हम चांद को पाने की हिमाकत लिए बैठे है।हम धरती पर रहकर आसमान ...
બેનામની કલમે?? ?? ?? ?? ?? ??પ્રણયની ગાંઠથી બંધાય છે કેટલાય સબંધ,એ તાંતણે થી ગૂંચવાય છે કેટલાય સબંધ. ...
बेनाम शायरी?? ?? ?? ?? ?? ?? ??अपने वजूद को यूं बचाए रखकर समर नहीं छेड़ा जाता। "बेनाम" कुरबानी ...
बेनाम शायरी?? ?? ?? ?? ?? ??ये शराब तो बस नाम से बदनामी झेल रही है।असल में नशा तो ...
"बेनाम शायरी"??? ?? ??? ?? ???एक जमाना था कि लोग अपनों पे जान छिड़कते थे।एक ज़माना है कि लोग ...
"अर्धनिमिलिप्त"??? ?? ??? ?? ??? ...
"बेनाम शायरी"??? ?? ??? ?? ???क्रूर भी है, निष्ठुर भी है, वो खुदा मेरा मगरुर भी है।"बेनाम" हलक में ...
"ઉગતી સાંજે" નમસ્કાર મિત્રો, મારી કાવ્ય રચના "ઉગતી ...