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गोमती, तुम बहती रहना - 1

by Prafulla Kumar Tripathi
  • 3.6k

अपने जन्म वर्ष 1953 से अपने जीवन की युवावस्था और दाम्पत्य तथा नौकरी शुरुआत तक की अवधि का आत्मगंधी ...

फ़िल्म 'दुकान'की प्रेरणा - आनंद की डॉ. नयना पटेल

by Neelam Kulshreshtha
  • 2.7k

[ नीलम कुलश्रेष्ठ ] उनकी आँखों से झर झर आंसू झर रहे हैं, गालों पर बह रहें हैं -नहीं ...

कर्नाटक का हिंदी का सूरज : बी. एस. शांता बाई

by Neelam Kulshreshtha
  • 2.1k

साक्षात्कार " कर्नाटक का हिंदी का सूरज : बी. एस. शांता बाई " [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] [ 15 ...

श्री विष्णुपुरी जी

by Renuka Dubey
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श्रीविष्णुपुरीजीने कलियुगके प्रपंची जीवोंके कल्याणके लिये बड़े भारी खजानेको (भक्तिको) इकट्ठा किया। उन्होंने वैष्णवधर्मको ही सर्वश्रेष्ठ माना। अन्य अवैदिक ...

पाण्डु

by Renuka Dubey
  • 900

सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुये। जब चित्रांगद और विचित्रवीर्य के छोटे ही थे तभी शान्तनु ...

कुन्ती

by Renuka Dubey
  • 948

महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक हैं। वे वसुदेव की बहन और भगवान श्रीकृष्ण की बुआ थीं। महाराज ...

महाकवि श्री जयदेव जी

by Renuka Dubey
  • 1k

एक महाकवि श्रीजयदेवजी संस्कृतके कविराजोंके राजा चक्रवर्ती-सम्राट् थे। शेष दूसरे सभी कवि आपके सामने छोटे-बड़े राजाओंके समान थे। आपके ...

श्री नामदेव जी

by Renuka Dubey
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जल-थल और अग्नि आदिमें सर्वत्र अपने इष्टका ही दर्शन करूंगा—यह प्रतिज्ञा श्रीनामदेवजीकी उसी प्रकार निभी, जैसे कि त्रेतायुगमें नरसिंहभगवान्‌के ...

श्री शंकराचार्य जी

by Renuka Dubey
  • 852

शंकरावतार भगवान् श्री शंकराचार्य के जन्म समय के सम्बन्ध में बड़ा मतभेद है। कुछ लोगों के मतानुसार ईसा से ...

प्रफुल्ल कथा - 23

by Prafulla Kumar Tripathi
  • 2.7k

आकाशवाणी इलाहाबाद केंद्र पर जबरन दूसरी बार भेज दिए जाने और उस अवधि में वहाँ बेमन से काम करने ...

अचार्य पण्डित हंस नाथ मणि

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 657

मुर्द्वन्व विद्वान संत योगी विलक्षण व्यक्तित्व आचार्य पण्डित हंस नाथ मणि त्रिपाठी--संदर्भ---अनूठा व्यक्तित्वसंसार और समय अपनी गति की निरंतरता ...

फ़िल्मों की महिला संगीतकार ऊषा खन्ना

by Neelam Kulshreshtha
  • 2.2k

[40 वर्ष तक फ़िल्मी गीतों को संगीत बद्ध करने वाली अकेली महिला फ़िल्म संगीतकार ] नीलम कुलश्रेष्ठ कहते हैं ...

वो फिर नही आते - Revealing Rajesh Khanna

by लेखक
  • 990

१९६० दशक के शुरुवाती सालो तक "मुग़ल ए आझ़म", "मदर इंडिया" और "प्यासा" जैसी बेहतरीन फिल्मों ने हिंदी फिल्म ...

खुशी महसूस करें। 

by BHARAT KUMAR MALI
  • 912

अंतर्मन को पुनर्जीवित कैसे करें, जबकि पहले से ही अपनी आत्मा को उजागर करने के सारे रास्ते बंद करके ...

जीवन जोशी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 1.2k

जीवन परिचय- ( क)-जन्म -लीलाधर जोशी न्याय विभाग में मुंसिफ पद पर कार्यरत थे जिला शहर उनका ताबादला होता ...

बचपन सवाल करता....

by BHARAT KUMAR MALI
  • 1.4k

आज कुछ ऐसा हुआ जो मै ना लिखूँ तो यह बचपन पर मेरा कुठारधात होगा।मै लिखना चाहता हु शायाद ...

संविधान शिल्पी बाबा साहब

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 1.4k

संविधान शिल्पी - बाबा साहब 1-जन्म बचपन एवं शिक्षा -बाबा साहब भीम राव अंबेडकर भारतीय इतिहास के ऐसे विराट ...

आत्मकथा ...

by BHARAT KUMAR MALI
  • 1.5k

मै जो लिख रहा हु, वो कोई काल्पनिक कहानी नहीं है। मेरे जीवन का कड़वा सच है ।जिसे मैंने ...

आरम्भ...

by BHARAT KUMAR MALI
  • 1.4k

आरम्भ..... आरंभ कहा से करे? जीवन की उन ऊंचाइयों को छुने का। जिसका न रास्ता, न लक्ष्य, न कमजोरियां ...

नेता जी (शोध लेख)

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 1.3k

1-साहित्य के आलोक में नेता जी-नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 1897 में कटक में जानकी नाथ बोस ...

डॉ निशंक बहुआयामी व्यक्तित्व

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 1.3k

डॉ निशंक जी का दैदीप्यमान बहुआयामी व्यक्तित्व -(A)-जीवन परिचय -रमेश पोखरियाल निशंक किसी परिचय सम्मान के मोहताज नही जैसा ...

असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 27

by Sadhavi Sonarkar
  • 1.1k

सत्वगुण लक्षण सारइंसान की युद्ध करने की वृत्ति को तमोगुण माना जाता है। लेकिन वही युद्ध अगर सत्य के ...

असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 26

by Sadhavi Sonarkar
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तमोगुण लक्षण सारइंसान का आध्यात्मिक उत्थान होने में तमोगुण बहुत बड़ी बाधा है। अहंकार तमोगुण का सबसे शक्तिशाली मूल ...

गगन--तुम ही तुम हो मेरे जीवन मे - 17

by किशनलाल शर्मा
  • 1.2k

घण्टे पर घण्टे बीत रहे थे।लेकिन पत्नी की डिलीवरी नही हुई।बाहर मैं और माँ परेशान थे।अंदर कोई जा नही ...

असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 25

by Sadhavi Sonarkar
  • 1.1k

रजोगुण लक्षण सारइंसान के शरीर में तीन मुख्य गुण होते हैं- रजोगुण, तमोगुण और सत्वगुण। ये गुण इंसान के ...

संत श्री कबीरदास

by Renuka Dubey
  • 1.3k

श्रीकबीरदासने भक्तिहीन षड्दर्शन एवं वर्णाश्रम धर्मको मान्यता नहीं दी। वे भक्ति से विरुद्ध धर्मको अधर्म ही कहते थे। उन्होंने ...

असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 24

by Sadhavi Sonarkar
  • 1.1k

शिष्यलक्षण और गुरुलक्षण सारगुरु चाहे कितने भी ज्ञानी हों लेकिन शिष्य की अगर ज्ञान ग्रहण करने की, ज्ञान को ...

श्री सनकादि ऋषि

by Renuka Dubey
  • 1.2k

सनक, सनन्दन, सनातन, सनत्कुमार और सनत्सुजात—ये पाँचों ही ब्रह्माके मानस पुत्र हैं। कहीं-कहीं सनत्कुमार और सनत्सुजातको एक मानकर चार ...

श्री हनुमान् जी

by Renuka Dubey
  • 1.4k

यत्र यत्र रघुनाथकीर्तनं तत्र तत्र कृतमस्तकाञ्जलिम्। बाष्पवारिपरिपूर्णलोचनं मारुतिं नमत राक्षसान्तकम् ॥ प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ग्यानघन। जासु हृदय ...

असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 23

by Sadhavi Sonarkar
  • 930

उत्तम लक्षण सार:एक सज्जन इंसान बनने के लिए कौन से गुण, कौन सी आदतें आवश्यक हैं, कौन से आदर्श ...