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लागा चुनरी में दाग

by Saroj Verma
  • 8.7k

शहर का सबसे बड़ा वृद्धाश्रम जिसका नाम कुटुम्ब है,जहाँ बहुत से वृद्धजन रहते हैं,उनमें महिलाएंँ और पुरुष दोनों ही ...

गुलाबो

by Neerja Pandey
  • (4.6/5)
  • 96.2k

दूर से आती लाठी की ठक ठक की आवाज सुनकर रज्जो और गुलाबो चौकन्नी हो गई। दोनों ऊपर ...

प्यार की अर्जियां

by Mini
  • 72k

चंडीगढ़... सुबह के सात बजे.. दिन शुक्रवार.... "एक खूबसूरत ऊंचा पूरा, स्लिम शरीर वाले नौजवान ब्लैक जॉगिंग शर्ट पहने, नीचे ब्लैक हाफ ...

मुझे न्याय चाहिए

by Pallavi Saxena
  • 41.9k

शारीरिक विकलांगता किसी का मुंह नहीं देखती ना ही किसी में कोई लिंग भेद ही करती है. यहाँ मैं ...

एक कदम आत्मनिर्भरता की ओर

by डॉ अनामिका
  • (4/5)
  • 49.8k

दुनिया के इस आपाधापी में राधिका अपने आप को धकेलते हुए आगे बढती जा रही थी। उसे सिर्फ इतना ...

अन्धायुग और नारी

by Saroj Verma
  • 101.8k

प्राचीन युग से ही हमारे समाज में नारी का विशेष स्थान रहा है ,हमारे पौराणिक ग्रन्थों में नारी को ...

वीरा हमारी बहादुर मुखिया

by Pooja Singh
  • 79.8k

"हैलो !इशिता" "हाय!पायल " "तेरी फाइटींग की ट्रेनिंग पूरी हो गयी" "हां!" "अब क्या करगी " "मैं सोशल वर्क करूंगी मां की यही इच्छा ...

एक थी नचनिया

by Saroj Verma
  • 120.7k

सन् ८० का दशक,बुन्देलखण्ड का चम्बल इलाका जो डकैतों के लिए भी मशहूर है , जितने भी लोगों के ...

एहिवात

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 32.1k

जीवन बड़ा कठिन है एक एक सांस के लिए संघर्ष कभी जंगली जानवरों का भय कभी मौसम कि मार ...

क्या तुमने

by Ratna Pandey
  • 28.9k

बसंती अपने माता पिता और बड़ी बहन जयंती के साथ झोपड़ पट्टी की एक खोली में रहती थी। उसकी ...

मैं पापन ऐसी जली!

by Saroj Verma
  • 115.6k

सात सुरों के मेल को सरगम कहा जाता है,ये एक ऐसी ही लड़की की कहनी है जिसका नाम सरगम ...

जहाँ चाह हो राह मिल ही जाती है

by Ratna Pandey
  • 24.7k

सेठ हीरा लाल अपनी पत्नी गायत्री के साथ रोज़ की ही तरह आज भी प्रातः काल सैर पर निकले ...

गरीब की इज्जत

by Kishanlal Sharma
  • 23.5k

आंखे खुलते ही लाजो अपनी अवस्था को देखकर हतप्रद रह गयी।फारेस्ट अफसर जिसे वह जंगल का अफसर मानती थी।उसके ...

दतिया की बुंदेला क्षत्राणी रानी सीता जू

by Ravi Thakur
  • 19.1k

विंध्याचल पर्वत की लघु एवं उच्च श्रृंखलाओं, वनोपवन, अरण्यक उपत्यकाओं में विस्तारित, गंगा , यमुना, सिंध , नर्मदादि , ...

कामवाली बाई

by Saroj Verma
  • (4.4/5)
  • 145.8k

गीता एक नौकरानी है,जो लोगों के घरों में झाड़ू-पोछा बरतन करके अपना और अपने परिवार का पेट पालती है,यूँ ...

हमने दिल दे दिया

by VARUN S. PATEL
  • 125.2k

हमारी कहानी में वर्णित किए गए सभी पत्रों, जाती एवं जगह के नाम काल्पनिक है इसका किसी जगह या ...

आख़िर वह कौन था - सीजन 3

by Ratna Pandey
  • 22.4k

इस कहानी के पहले सीजन में आपने पढ़ा कि सुशीला एक सोलह वर्ष की गरीब मजदूर की बेटी थी। ...

वह बदनाम औरत

by S Sinha
  • 20.2k

यह कहानी एक बदनाम औरत की जिसने एक असहाय दंपत्ति की सब प्रकार से मदद की . … ...

ममता की छाँव.

by Ratna Pandey
  • 30.7k

नन्हीं अंशिता अभी केवल 4 वर्ष की ही थी कि समय के बेरहम हाथों उसकी माँ आराधना का लंबी ...

मानभंजन

by Saroj Verma
  • 16.4k

मानभंजन का अर्थ है,सम्मान के टुकड़े टुकडे़ हो जाना जो कि इस कहानी की नायिका के साथ हुआ,उसने जिससे ...