"अरे वाह!!!! तुम्हारे जन्मदिन की तैयारी तुम्हारे शादी के पहले फंक्शन में काम आ गई।।।" महक ने हंसते हुए ...
"भाभी यह गोल्डन बार्डर वाली लाईट पिंक कलर की साड़ी अच्छी लग रही है। और यह ज्यादा हैवी भी ...
"यह झुमकियां मुझे राजन जी ने दी है।मेरा बर्थ डे गिफ्ट।।।।।" महक की नाटक भरी बातें सुनने के बाद ...
"मोनिका!!!!!!!!! त्रिशा को थोड़ी देर में नीचे ले आना कोई साड़ी पहना कर अपनी, वो लोग आज ही रुकाई ...
तपस्विनीलेखक राज फुलवरेदिशाएँ उस दिन असामान्य रूप से शांत थीं. सूर्य ढलने को था, पर उसकी किरणें जंगल के ...
नारीशक्तिलेखक राज फुलवरेसांझ ढल चुकी थी। जंगल के ऊपर हल्का-हल्का धुंध पसरा हुआ था। हवा में ठंडी सरसराहट थी ...
ससुराल से एक साल बाद मायके पहुँची थी |बरामदे की चौखट पार की ही थी कि सामने से फूला ...
— “वह लड़की, जो सफर में मिली थी”दिन: पता नहीं किस तारीख का था।बस इतना याद है कि हवा ...
फूल.... नाम के अनुरूप वो कोमल थी पर उसकी जोड़ेंगी वैसी नहीं थी मां बाप उसे लड़की होने से ...
जहरीला घुंगरू भाग 2लेखक- राज फुलवरेअध्याय–7अतीत की धधकती राख**महल के लंबे गलियारों में सन्नाटा पसरा था।राजा वज्रप्राण अपने कक्ष ...
फूल.... नाम के अनुरूप वो कोमल थी पर उसकी जोड़ेंगी वैसी नहीं थी मां बाप उसे लड़की होने से ...
जहरीला घुंगरू भाग 1“दवंडी की गूँज और पहला तूफ़ान”राज्य की शाम हमेशा शांत हुआ करती थी,लेकिन आज हवा में ...
ढाका, 1965 – उमस, बारिश और धीमी जलती मोहब्बतभाग 1: उसका दीदार… जैसे हवा भी ठहर जाएकमलगंज की गली ...
नताशा का प्रश्न सुनने के पहले ही वरुण ने कहा, "जानता हूँ नताशा। मैं कौन हूँ ...? माही से ...
मृदुला के घर से फिर वही आवाजें उठ रही थीं..चीखें, रोने की, बर्तनों के गिरने की, बच्चों के सिसकने ...
मयंक और महिरा दोनो ने अपना ग्रेजुएशन साथ साथ किया दोनो एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी ...
निशा अपना ससुराल छोड़कर और अपने बच्चों को लेकर घर से आ तो गई लेकिन उसे यह चिंता सता ...
क्या हो जब प्रेम प्रताड़ना बन जाय और जीने का सबब भी...मैं वैभव ....आज दोसाल बाद कैलिफ़ोर्निया से वापस ...
(एक टूटी हुई शादी की कहानी)शादी के पाँच साल बाद, आर्या और नील के घर में अब सिर्फ दो ...
नताशा की याद में वरुण रात भर ठीक से सो नहीं पाया। उसकी पूरी रात बेचैनी में कटी। अपनी ...
सुबह साढ़े छह बजे तेजस ने ट्रेडमील की स्पीड बढ़ायी और साथ ही अपने पैरों की गति भी । ...
एपिसोड 4तन्हाईशरीर और आत्मा का एक होनाशाम ढल चुकी थी बाहर आसमान में काले बादलों की परतें किसी अनकहे ...
तब वरुण और माही ने मिलकर उन्हें उनकी पूरी योजना विस्तार से बताई भी और समझाई भी। यह सब ...
एपिसोड 3तन्हाईभावनाओं की सीमाएँ और समाज का भयसंध्या के ऑफिस में अब हर दिन कुछ अलग महसूस होता था, ...
एपिसोड 2तन्हाईउम्र का अंतर भूलकर मन का कंपनसुबह की ठंडी हवा ऑफिस की इमारत के लॉन में हल्के-हल्के बह ...
एपिसोड 1 –तन्हाईअकेलेपन की गूंज और अधूरी चाहतों की शुरुआतशहर के सबसे शांत और प्रतिष्ठित इलाके में, सफ़ेद दीवारों ...
*"वो माँ जो हारना नहीं जानती"*शहर के एक कोने में एक पुरानी सी झोपड़ी थी। बाहर से टूटी-फूटी, लेकिन ...
आज माही पहले की तरह उदास नहीं लग रही थी। आज तो उसके चेहरे पर जीत की ख़ुशी और ...
माही और वरुण एक-दूसरे का हाथ पकड़कर मुस्कुराते हुए वहाँ से बाहर निकल गए, लेकिन नताशा का पूरा परिवार ...
क्या हो जब प्रेम प्रताड़ना बन जाय और जीने का सबब भी...मैं वैभव ....आज दोसाल बाद कैलिफ़ोर्निया से वापस ...