श्रेया अपने दोनो हाथों से आकाश का हाथ कसके पकड़कर सो रही थी। आकाश ने धीरे से खुद को ...
आकाश श्रेया के बेड के पास एक डेस्क पे बैठा।"यू शुड रेस्ट। हम बाद में.." उसे बीच में रोकते ...
Hello everyone this is a short story so, please give me ratings about this because I am not good ...
मेरी नींद नए आए यात्रियों ने तोड़ी। “देखो तो यह सवारी कैसे मुंह ढांप कर सो रही है।” “जब ...
श्रेयाहमे हॉस्पिटल से घर पहुंचने में तकरीबन 15 मिनट लगेंगे अगर ट्रैफिक नहीं हुआ तो..। हमारे बीच के इस ...
पूरे देश योजना प्राणी संगतों ने बांग्लादेश में धार्मिकथाको करने, प्रति करने, हिंदू बहू-बेटियों की संपतीतों पर कल्यण करने ...
मृत्यु से बड़ा भयजंगल में एक पेड़ पर दो बाज प्रेमपूर्वक रहते थे। दोनों शिकार की तलाश में निकलते ...
बा वर्ष में भारी नाराजगी देखी जा रही है। भारत का हर राष्ट्रभक्तमें इस हो निव को इदुर सोम ...
उन्नीस सौ बानवे के जिन दिनों कस्बापुर के एक पुराने डाकखाने में जब मैं सब पोस्ट मास्टर के पद ...
सर्द सुबह का मौसम था। कमरे में हल्की सी ठंडक थी, लेकिन दिल में एक गर्मी थी, जो उसे ...
राजा का उत्तराधिकारीएक बार की बात है। एक राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह ...
भा आह के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेकरसतीष करता पार्टी के कुशल रणनीतिकार देवेंद्र फडणवीस ने ...
आकाश और श्रेया को गाड़ी तक एस्कॉर्ट करने के बाद राशशेखर परिवार अपने अपार्टमेंट में वापिस चला गया। श्रेया ...
गजराज और मूषकराज की दोस्तीएक बार की बात है, किसी नदी के किनारे एक शहर बसा हुआ था। एक ...
सन उन्नीस सौ पचास का वह दशक साल दर साल नया पन लाता रहा था। हमारी कस्बापुर रोड पर ...
पाठशालाअंग्रेजों का जमाना था। अशिक्षा, गरीबी और मूढ़ता का बोलबाला था। गाँव में जब कभी बाहर से कोई चिट्ठी ...
नमस्कार ! मैं एक टॉयलेट बोल रहा हूँ। जी हाँ, वही टॉयलेट जिसे संडास, पाखाना और शिष्ट भाषा में ...
मुझे पता है कि आप सबको सिंड्रेला की कहानी पहले से ही मालूम होगी, लेकिन क्या आप जानते हैं ...
काव्याकितना अजीब आदमी है। नाम देखे बिना कोई कैसे फोन रिसीव कर सकता है...काव्या ने थोड़ा चलना शुरू कर ...
"में जंगलों की तरफ़ चल पड़ा हु छोड़ के घर। ये ...
ईमानदारी ही सर्वश्रेष्ठ नीति एक व्यक्ति काम की खोज में इधर-उधर धक्के खाने के बाद निराश होकर जब घर ...
झुमका गिरा रे सुनील की नयी नयी शादी हुई थी . अभी तीन दिन पहले ही वह अपनी ...
5 अक्टूबरजय अपने रूम में रेडी हो रहा था। उसके फोन पर किसका फोन आता देख उसने नाम देखे ...
बाल कहानी - अनमोल पेड़ पौधेराहुल अपने माता - पिता के साथ शहर में रहता था । गर्मी की ...
कुछ दिन पहले मुझे 10 – 15 दिनों के लिए मुझे अपने घर से कहीं बाहर जाना पड़ा | ...
सूरजपुर गाँव, जहाँ जाति व्यवस्था ने लोगों की सोच और रिश्तों पर गहरी छाप छोड़ी थी। गाँव के अधिकांश ...
आज खुद को किसी की जुबान से सुना एक नन्ही सी परी ओर इतने बड़े बड़े शब्दों में सिमटी ...
फैल गईं अफवाहें बहुत दिन पहले यह बंगाल कई छोटे-छोटे राज्यों में बंटा हुआ था। ऐसे ही एक ...
दो पत्थरों की कहानीनदी पहाड़ों की कठिन व लम्बी यात्रा के बाद तराई में पहुंची। उसके दोनों ही किनारों ...
1. बाल कहानी - सोच में बदलावरामू गरीब किसान था। उसके तीन बच्चे थे। दो लड़के एक लड़की। रामू ...