सर्वश्रेष्ठ लघुकथा कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें

उड़ान (6)

by Asfal Ashok

चार साल बीत गए।परिवीक्षा-अवधि पूर्ण हुई और एडिशनल कलेक्टर के रूप में एक साल का कार्यानुभव भी, तबजाकर डिस्ट्रिक्ट ...

मन का विरोधाभाष

by Rajeev kumar
  • 168

विरोधापभाष कम होता प्रतीत नहीं हो रहा था, बल्कि बढ़ता ही जा रहा था। बाहर का विरोधाभाष होता तो ...

उड़ान (5)

by Asfal Ashok
  • 381

दिव्या की ट्रेन नई पोस्टिंग की ओर बढ़ रही थी। अगला जिला—एक छोटा-सा पहाड़ी इलाका, जहां सड़कें संकरी थीं ...

मालिक

by Rajeev kumar
  • 537

कोड़ा बरसाने के बाद भी बैलों का जोड़ा टस से मस नहीं हुआ तो हरमू ने आकाश की ओर ...

और एक बार की सनक

by Rajeev kumar
  • 630

अपनी असफलता के लिए सिर्फ भाग्य को कोसते-कोसते, वह अपने आप को हीन और तुच्छ समझने लगा था। इच्छा ...

उड़ान (4)

by Asfal Ashok
  • 429

अकादमी से ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद दिव्या को संयोगवश एम.पी. कॉडर ही मिल गया। क्योंकि वह उसका गृह ...

मालपुरा की श्रापित हवेली

by Rinku
  • 845

भाग 1: गाँव की दास्तानमालपुरा गाँव के किनारे पर एक पुरानी हवेली खड़ी थी। उसकी दीवारों पर गहरी दरारें ...

A Loyal Soul of the Streets

by Dr. Ashmi
  • 534

मेरी वफादारी आप ने कभी देखी हैं??में डॉगईस्ट भाई आपका , में भी आपकी तरह एक जीव हु , ...

डायरी

by Anshu Shah
  • 750

आज फिर एक बाऱ हाथों में पेन और और डायरी है, ऐसा नहीं की पहली बार लिख रही हूं ...

उड़ान (3)

by Asfal Ashok
  • (0/5)
  • 720

उसने दस-बाय-दस का एक कमरा ले लिया। एक खिड़की, एक बल्ब, एक गैस। दीवार पर नमोकार मंत्र का फोटो।पहली ...

मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 6

by Soni shakya
  • (5/5)
  • 525

चिड़िया दोबारा आती है और आसु के करीब से पंख फड़फड़ाते हुए निकल जाती है और सामने डाल पर ...

संगिनी

by Bharti 007
  • (0/5)
  • 738

“संगिनी”आस्था के कमरे में आज अजीब-सी हलचल थी। दीवार पर टंगी घड़ी की टिक-टिक उसे बार-बार याद दिला रही ...

उड़ान (2)

by Asfal Ashok
  • (0/5)
  • 756

शाम से बातें शुरू हो गईं।उन्होंने लिखा—'दिव्या, तुम्हारी लेखनी में दर्द भी है और विद्रोह भी। मैंने कभी किसी ...

एक खाली पन्ने की कहानी

by Nandini Sadvipra
  • 1k

कहते हैं दुनिया की हर चीज कोई ना कोई कहानी होती है कुछ ऊंची आवाज में कही जाती है ...

मुर्दा दिल

by Deepak Sharma
  • 876

कहानी : दीपक शर्मा इंदिरा की बीमारी का नाम हमें ...

आ अब लौट चलें

by Rakesh Kaul
  • 615

आ अब लौट चलें आज सुबह से मेरी तबियत कुछ अनमनी सी हो रही है | सिर में भी ...

राघवी से रागिनी (भाग 5)

by Asfal Ashok
  • (5/5)
  • 969

बाहर लगे सार्वजनिक हेण्डपम्प से पानी भरकर लौटने के बाद मंजीत ने घर का दरवाजा बंद कर लिया। बाल्टी ...

कितनी राहें 

by Dr Sandip Awasthi
  • (5/5)
  • 930

------------------------------ "अरे यह बिल तो पिछले माह भी पास होने को आया था। तब जो दिक्कतें बताई बताई ...

उड़ान (1)

by Asfal Ashok
  • (5/5)
  • 1.8k

तीस साल की दिव्या, श्वेत साड़ी में लिपटी एक ऐसी लड़की, जिसके कदमों में घुंघरू थे, पर कंधों पर ...

राघवी से रागिनी (भाग 4)

by Asfal Ashok
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  • 828

राघवी दी का आश्रम से बहिर्गमन देख काव्या का मन अस्थिर हो गया था। क्योंकि उसने भी प्रेम में ...

शामत

by Deepak Sharma
  • 858

नंदू मुझे कस्बापुर में मिला था। अपने तेरहवें और मेरे ग्यारहवें वर्ष में।सन उन्नीस सौ बासठ में। ...

बचपन की आखरी चिट्ठी

by InkImagination
  • 642

बचपन की आख़िरी चिट्ठी(एक हिस्सा, पर पूरी कहानी)हमारा पहला दिन था प्लेस्कूल का।मैं नीली फ्रॉक में थी, नैना पीले ...

आखिरी दरवाज़ा — एक औरत की असली ताकत

by Tanya Singh
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  • 660

राधिका एक साधारण-सी दिखने वाली, लेकिन अंदर से बेहद संवेदनशील लड़की थी। दिनभर ऑफिस में मेहनत करती, बॉस की ...

राघवी से रागनी (भाग 3)

by Asfal Ashok
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आश्रम में सन्नाटा पसरा था। साध्वी विशुद्धमति, जिनकी उम्र अब पिचासी को पार कर चुकी थी, अपने कक्ष में ...

ऊटक नाटक

by Deepak Sharma
  • 957

ऊटक नाटक सोमा हाथ बांध कर फिर हमारे ...

राघवी से रागिनी (भाग 2)

by Asfal Ashok
  • (0/5)
  • 1.2k

उस रात रावी तट के उस गाँव में शिशिर की खुली बयार बह रही थी, और मंजीत और रागिनी ...

चाबुक सवार

by Deepak Sharma
  • 688

साहित्य के क्षेत्र में मेरी अनभिज्ञता अजेय- अज्ञान के निकट थी और सुमंत्रित उन लोगों की भलाई चाहने के ...

शेरू और दया का जादू

by Manorama gupta
  • 816

एक बार की बात है, एक हरे–भरे जंगल में एक छोटा-सा खरगोश रहता था। उसका नाम था शेरू। शेरू ...

नौकरी

by Shakuntala Sinha
  • 1.8k

नौकरी यह कहानी एक बदनसीब महिला की है जो अपने पति की मौत के बाद जीवन में संघर्ष करती ...

‎धुंध में खोई साँसें

by vikram kori
  • (0/5)
  • 1.1k

‎‎ "यह कहानी भोपाल गैस त्रासदी( भोपाल गैस कांड ) की सच्ची घटना से प्रेरित है।"‎‎ शहर जो कभी ...