सर्वश्रेष्ठ लघुकथा कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें

ये तो होना ही था

by Shakuntala Sinha
  • 330

ये तो होना ही था साइमन और इसाबेल गोवा में रहने वाले ईसाई परिवार से थे . दोनों ...

मालिक

by दिनेश कुमार
  • 309

मालिक*रोज की तरह कुछ दिन पहले मैं गौशाला में सेवा कर रहा था। मेरे हाथ में चारे का कट्टा ...

एक अनोखा मिलन।

by Nitesh
  • 990

: एक अनोखा मिलन :"एक छोटे गाँव में, एक गरीब लड़का और एक अमीर लड़की की कहानी है। गाँव ...

कसक

by Suresh Chaudhary
  • 756

मकान के ठीक सामने बडा सा टेंट और दावत में शामिल हजारों आदमी,मन भावन भोजन। अचानक घर के अंदर ...

प्रकृति से लगाव

by Nitesh
  • 492

:प्रकृति से लगाव:Title(शीर्षक): Attachment to natureउद्देश्य: कपिल, एक छोटे से गाँव का लड़का है, जो Nature के बहुत ही ...

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ - 5

by Dr. Pradeep Kumar Sharma
  • 567

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ 5 (1) डिबेट नेशनल न्यूज चैनल द्वारा पिछले हफ्ते भर से प्रसारित किया ...

ये तुम्हारी मेरी बातें - 8

by Preeti Pandey
  • 669

पिछले भाग में.." भाभी जी, आप बैठिए मुझे ज़रूरी काम से बाहर जाना पड़ेगा, एक मुवक्किल को टाइम दे ...

रंग बिखेरते फूल

by दिनेश कुमार
  • 789

1. मुझे माफ कर दो : - श्याम लाल अत्यन्त सरल स्वभाव का व्यक्ति था । वह भाग्य से ...

ये तुम्हारी मेरी बातें - 7

by Preeti Pandey
  • 774

"बुरा मत मानना प्रतिमा, लेकिन तुम्हारे पति तुमसे भी ज़्यादा अच्छी चाय बनाते हैं।" शुक्लाइन ने तारीफ रूपी तंज ...

मुलाकात - 7

by Anju Kumari
  • 1.1k

आपका साथ ऐसे ही बना रहे अपना स्नेह भाव दे आशा है , आगे हमारे साथ बने रहे,...... आनन्द ...

मुझे तेरी जरुरत है - 2

by Rose
  • 3.7k

प्रेम जैसे ही आँखें खोलता है वो खुद को किसी और जगहा पता है जैसे की वो कही दूसरे ...

ट्रैफिक रूल्स

by brijesh k
  • 1.2k

रोहन कर की चाबियां अपने बेटे को दे रहा है , जिसे हाल फीमेल ड्राइविंग लाइसेंसमिल है l लेकिन ...

शुभ संकल्प समूह द्वारा तूलिका के रंग कार्यक्रम आयोजित।

by Dr Sunita Shrivastava
  • 1.1k

शुभ संकल्प समूह द्वारा "तूलिकाके रंग" शीर्षक पर रंगा-रंग फाग उत्सव संपन्न।****लोकप्रिय संस्था शुभ संकल्प समूह द्वारा इंदौर की ...

मुलाकात - 6

by Anju Kumari
  • 912

आवाज आई ,"जया मै हुं , खोलना कब से अन्दर बैठी है , नीचे विदाई की तैयारी चल रही ...

बिबटया

by संदिप
  • 765

बिबटया गेल्या महिनाभरापासून बालाघाटाच्या डोंगररांगेत व परिसरात बिबटया आल्याची जोरदार चर्चा सुरु होती. बहरात आलेल्या ‍पिकांना ‍दिवसा लाईट नसल्यामुळे ...

हथकड़ी

by Ashish Bagerwal
  • 984

जिंदगी किस मोड़ पर कैसे और कब बदल जाए ये कह नही सकते, ऐसा ही कुछ राजपुरोहित जी के ...

रिश्तो में ईगो ..

by 24311SN
  • 4.5k

कैसे हो दोस्तों ...आशा करती हूं कि मजे में ही होगे। आज मैं पहली बार मातृ भारती पर आपके ...

माफी - भाग 2

by Suresh Chaudhary
  • 2.7k

,, चिंता मत करो, सुधा जी मैं आपके लिए सुमेश का कहीं से भी तलाश करके लाऊंगा,,। धीमी चाल ...

शुभ प्रभात

by दिनेश कुमार
  • 822

1. शुभ प्रभात- कितना अपनापन लिए लगती थी प्रातः काल की वह बेला, जब सूर्योदय से पूर्व ही नित्य ...

मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 15

by राज कुमार कांदु
  • 648

लघुकथा क्रमांक 40 जानवर कौन ?************वह एक पशु चिकित्सक थी। पशुओं के प्रति प्रेम और करुणा ने उसे हमेशा ...

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ - 4

by Dr. Pradeep Kumar Sharma
  • 943

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ 04धरती के भगवान"माँ, माँ, मैंने अभी-अभी सपने में देखा कि भगवान जी हम ...

मेरा एक प्रश्न देश के प्रधान से ।

by नंदी
  • 999

रास्ते में भिड़ बड़ी लगी हुई थी, ट्रैफिक जाम था ,और सब रास्ता खुल ने की राह में ऑफिस ...

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ - 3

by Dr. Pradeep Kumar Sharma
  • 978

डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा की लघुकथाएँ 03 जैसी करनी वैसी भरनी "महाराज, मुझ पर रहम कीजिए। कृपया अपने निर्णय ...

मुलाकात - 4

by Anju Kumari
  • 1.5k

जूही पल्लवी साधना और घर की कुछ बहूऐ और बहने सुबह से ही ज्यादा उत्साहित थे, जया को कोई ...

राजा और मदिरा - भाग 1

by नंदी
  • 7.1k

एक धार्मिक राजा हुआ करता था ,,,,, यज्ञ , दान,धर्म,कल्याण कारी कर्म में उसकी रुचि खूब थी। पूरे राज्य ...

अभागन कहीं की

by Rakesh Rakesh
  • 1.2k

काजल को पता था कि मेरी विधवा मां मेरा और मेरे छोटे भाई दीपू का पेट आज तक घरों ...

मुम्बई - पार्ट 2

by Komal Mehta
  • 1.1k

तो दोस्तों आपने सुना कि हमरा आघात हो चुका था, मुंबई में, सारे शिकायतों को मन से अलविदा करते ...

तुम्हारे लिए ये फूल

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
  • 1.6k

आदित्य पान के गल्ले पर रोज बैठकर दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाया करता था । उम्र 20 वर्ष । ...

बकरे की अम्मा

by SURENDRA ARORA
  • 1.4k

लघुकथा बकरे की अम्मा " साब जी ! नया कानून तो लाजवाब है। " " किस कानून की बात ...

मुलाकात - 3

by Anju Kumari
  • 1.4k

पल्लवी ने बताया उसका भाई पूना मे पढता है, और उसे खीच कर बोली उठ जाओ अब नही तो ...