सर्वश्रेष्ठ लघुकथा कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें

Silent Bounds

by pink lotus
  • 168

जापान के एक छोटे और शांत गाँव में, एक पुराने बौद्ध मंदिर के पास, हानी कामाडो अपनी साधारण और ...

तृप्ति देसाई - रंजन कुमार देसाई

by Ramesh Desai
  • 567

तृप्ति देसाई - लघु कथा " बचाओ.. बचाओ!! " फ्लेट के भीतर से किसी स्त्री की चीख सुनाई ...

मां की आख़िरी चिट्ठी : एक अधूरा सपना

by vikram kori
  • 330

‎‍ एक साधारण औरत, असाधारण सपने‎गांव की गलियों में हर सुबह मंदिर की घंटी और परिंदों की चहचहाहट ...

Band Darwaze Ka Raaz

by Vivek Singh
  • 387

Purane Khandala Junction ke kone par ek laal lohe ka darwaza tha. Log kehte the ki is darwaze ke ...

यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1)

by Ramesh Desai
  • 1.4k

यादों की सहेलगाह- प्रकरण 1 उस वक़्त मैं तीन साल का था, मेरा बड़ा भाई सुखेश पांच साल का ...

पलकों पर अधूरे सपने— एक प्रेम और संघर्ष की कहानी

by Tanya Singh
  • (5/5)
  • 1.1k

राख से उठती चिंगारीशहर की सुबह हमेशा की तरह शोर से भरी थी,पर उस शोर में भी नैना की ...

तृप्ति देसाई - रंजन कुमार देसाई

by Ramesh Desai
  • 1.2k

तृप्ति देसाई - लघु कथा " बचाओ.. बचाओ!! " फ्लेट के भीतर से किसी स्त्री की चीख सुनाई ...

एक कप चाय और अधूरी बातें

by Tanya Singh
  • (0/5)
  • 1.1k

1. वही पुरानी बालकनीदिल्ली की सर्द सुबह थी।माया अपनी पुरानी बालकनी में बैठी थी — हाथ में चाय का ...

पुनर्जन्म

by Meenakshi Verma
  • 939

साक्षी अपने मां बाप और छोटे भाई के साथ बस से सफर को जा रही थी बस जा रही ...

जब सादगी ने दिल छू लिया

by Payal
  • (0/5)
  • 960

आरव कपूर—एक ऐसा नाम जो बिज़नेस की दुनिया में किसी ब्रांड से कम नहीं था।सिर्फ़ 28 साल की उम्र ...

आईना झूठ नहीं बोलता

by Tanya Singh
  • (4.9/5)
  • 882

1. शुरुआत एक आईने सेशहर – भोपाल।रात – 11:47।और कमरा – सिमरन का।वो तीन महीने से एक प्राइवेट हॉस्पिटल ...

अतुल्या

by Deepak Sharma
  • 1.2k

“सपाट सड़कों पर गाड़ी बहुत दौड़ा ली। आज ऊबड़- खाबड़ रास्ते नापते हैं। शहर के बाहर निकलेंगे,” सन उन्नीस ...

मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3

by Soni shakya
  • (4.6/5)
  • 1.3k

अगले दिन...भावना जैसे ही गेट खोलकर बरांडे में गई तो वहां का मंजर देखते ही उसका दिल जोर से ...

खामोशियाँ: एक अकेलापन की कहानी

by InkImagination
  • (4.9/5)
  • 1.2k

नमस्ते दोस्तों! ये कहानी उन सबके लिए है जो रात के तीन बजे छत पर खड़े होकर सोचते हैं ...

बैड फ़ेथ

by Deepak Sharma
  • 1.1k

घर मैं शुक्रवार की सुबह आ पहुंचता हूं। मेरे गेट ...

शनिवार की शपथ

by Dhaval Chauhan
  • (0/5)
  • 1.8k

अमन हर हफ्ते अपनी जेब में एक छोटी-सी लाल डायरी रखता था, जिसमें पूरे सप्ताह उसे मिले अन्याय की ...

लचीले फ़ीते

by Deepak Sharma
  • 885

“यह सज्जन आज के विज़िटर्ज़ हैं, सर,” मेरे दफ़्तर के विज़िटर्ज़ टाइम पर मेरा निजी सचिव मेरे सामने एक ...

भूख

by Kunal Kanth
  • (5/5)
  • 1.9k

गया का मानपुर इलाका जहाँ हर गली में कोई न कोई कहानी आधी जली बीड़ी की तरह पड़ी रहती ...

अधूरी मोहब्बत की आख़िरी चिट्ठी

by Tanya Singh
  • (5/5)
  • 1.2k

कव्या और आरव की कहानी बारिश से शुरू हुई थी — और एक अधूरी चिट्ठी पर ख़त्म हुई।दो दिल, ...

बड़े बॉस की बिदाई

by Devendra Kumar
  • (5/5)
  • 1.6k

बड़े बॉस ‘दुखी राम शर्मा’ की बिदाई आज ऑफिस के बड़े बॉस डी आर शर्मा की बिदाई का दिन ...

शहर की रौशनी में खोई उम्मीद

by Tanya Singh
  • (5/5)
  • 1.3k

शहर, हमेशा जीवंत, हमेशा तेज़ रफ्तार और कभी-कभी थका देने वाला लगता है। यह वह जगह है जहाँ हर ...

अहेर

by Deepak Sharma
  • 1.3k

लेखिका : दीपक शर्मा “क्लब की लाइब्रेरी के बारे ...

रोशनी सी औरतें

by Rinki Singh
  • (5/5)
  • 1.6k

गाँव के सुनसान छोर पर एक जर्जर मकान खड़ा था , जिसकी दीवारों की दरारों से हवा सीटी बजाती ...

Age Doesn't Matter in Love - 23

by Rubina Bagawan
  • (0/5)
  • 2k

कमरा लाल गुलाबों की खुशबू से महक रहा था। बीच में रखे आईने के सामने आन्या बैठी थी — ...

धरती की पुरानी डायरी से निकला रहस्य

by Dr. Gyanendra Singh
  • 1.5k

धरती की पुरानी डायरी से निकला रहस्यअटलांटिक महासागर की गहराई में 11 करोड़ 70 लाख साल पुरानी कहानीकभी-कभी विज्ञान ...

कडलिंग कैफ़े

by Deepak Bundela
  • (4.2/5)
  • 1.9k

“कडलिंग कैफ़े”लेखक: db Bundelaश्रेणी: समाज / व्यंग्य / आधुनिकता---भारत के बड़े शहरों में “कडलिंग कैफ़े” और “किराये के प्रेमी” ...

पहली बारिश और प्यार की बारिश

by Naresh Damor
  • 1.8k

सर्दियों के आखिरी दिन थे और monsoon की पहली बारिश शहर पर फुहारों की तरह गिर रही थी। Meera ...

उड़ने की उड़ान

by RTJD
  • 2.3k

एक नन्हीं-सी चिड़िया, जो अभी-अभी घोंसला छोड़कर उड़ना सीख रही थी। उसने देखा कि दूसरी चिड़ियाएँ हवा की रफ़्तार ...

भूत प्रेत का छलावा

by Mohammad Ajim
  • 1.6k

रात गहरी और डरावनी थी। आसमान में काले बादल थे। बीच-बीच में बिजली कौंध जाती थी और दूर कहीं ...

रात की चाँदनी और हमारी खामोश बातें

by Naresh Damor
  • 1.8k

Library की हवा हमेशा शांत और पढ़ाई से भरी रहती थी। Ananya अपने notes और किताबों में खोई हुई ...