आत्मा, मन और शरीर — एक संतुलित दृष्टि आत्मा कोई रहस्यमय वस्तु नहीं है।वह पाँच तत्वों का केंद्र है ...
आत्मा, मन और पंचतत्व — एक ही लय की तीन अवस्थाएँशरीर पंचतत्वों का खेल है — पृथ्वी, जल, अग्नि, ...
अध्याय ४ — ब्रह्मचर्य : ऊर्जा की दिशा — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 --- प्रस्तावना ...
“ शब्द उपनिषद — सृष्टि का मौन विज्ञान ” — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 --- ...
लोकतंत्र का विरोधाभास — जब चुनाव योग्यता से बड़ा हो जाता हैलोकतंत्र का विचार सुंदर है —जनता अपने प्रतिनिधि ...
अध्याय : उद्घोषों में छिपा ब्रह्मांड — Agyat Agyani धार्मिक परंपरा में जो शब्द हम रोज़ ...
जीवनोपनिषद (प्रथम पुस्तक) प्रस्तावना सदियों से मनुष्य सत्य की खोज में है।कभी उसने वेदों का सहारा लिया,कभी उपनिषदों की ...
ईश्वर की योजना हमारी योजना से हमेंशा बेहतर ही होती है । Life में कभी कभी ऐसा होता है ...
प्रस्तावना“मनत्रयी दर्शनम्” एक ऐसा आध्यात्मिक ग्रंथ है, जो मन के पाँच तत्त्वों — अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश ...
प्रस्तावना: हर क्षण एक मोड़ हैहमारा जीवन लगातार चुनावों का सिलसिला है —क्या खाना, किससे प्रेम करना, किससे दूरी ...
जीवन की गति केवल बनना नहीं है — बनना और मिटना, दोनों साथ-साथ प्रकृति का शाश्वत संचार है। जो ...
एक विस्तृत लेख प्रस्तुत है जो बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं पर नेताओं, मुख्यमंत्री और अधिकारियों की प्रतिक्रियाओं की ...
आलेख ** आलेख ** **शीर्षक:** **तेज से जीव तक — पंचतत्त्व, त्रिगुण और जीवात्मा की पूर्ण चेतन ...
सत्य, विज्ञान और ब्रह्मांड की गहराई को समझने के लिए एक संदेशप्रिय मित्र, आप जिस पथ पर कदम रख ...
"धर्म का द्वार वहां नहीं खुलता जहां ज्ञान होता है,बल्कि वहां खुलता है जहां 'भीतर की प्यास' जागी होती ...
ध्यान: परिभाषा, विज्ञान और अंतःयात्रा — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓷𝓲 १. ध्यान क्या है?साधारण परिभाषा: ध्यान का अर्थ है ...
तुम कौन हो, कहाँ से आए, कैसे आए, कहाँ खड़े हो, और कहाँ जाना है?”— जीवन का मूलतम प्रश्न ...
तीन मानसिकताएँ: साधन भोगी, ढोंगी और सत्य 1. साधन भोगी: साधन भोगी वह व्यक्ति है जो अपने सुख-संतोष के लिए केवल ...
प्रस्तावना ✧ "मैं" — वह सबसे बड़ा भ्रम है, जिसके चारों ओर धर्म, विज्ञान, दर्शन और AI घूमते रहे हैं। विज्ञान कहता है — तू ...
भाग-2: अधूरी चिट्ठी और अनसुना नाम. रचना: बाबुल हक़ अंसारीउसने एक लंबा साँस लिया…फिर बुदबुदाया —**"कभी-कभी ...
Rachna: Babul haq ansari भाग - 2.........धर्मशाला के बाहर की घंटी बजी तो आयशा का दिल एक पल को ...
शाम का समय वैसे तो हर जगह का प्यारा होता है,लेकिन गाँव की शामों की बात ही कुछ और ...
ये ख्वाहिशें भी बड़ी खूबसूरत होती हैं - और बेचारा इंसान इनको पूरा करने में अपना दिन रात एक ...
एक बार एक शहर के संत ने अपने शिष्य से कहा,"जाओ, ईश्वर को ढूंढकर लाओ।"शिष्य महीनों शहरों में घूमता ...
प्रस्तावनामानव बलि (Human Sacrifice) एक प्राचीन और विवादास्पद प्रथा है, जो विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं में ऐतिहासिक रूप से ...
भारत की सबसे विकराल समस्या: बढ़ती आबादीलेखक: विजय शर्मा ऐरी, अजनाला, अमृतसरप्रस्तावना:भारत आज एक उभरती हुई महाशक्ति है। विज्ञान, ...
क्या आपने कभी सोचा है कि जिन देशों की जनसंख्या बहुत ज़्यादा होती है, वे ज़्यादातर गरीब क्यों होते ...
प्रस्तावना-बहुत सारे गहमागहमी, गलतफहमियां को पढ़ने, सुनने और देखने के बाद जो भारत के विधि मंत्री संविधान निर्माता भारतरत्न ...
आज यह कहते हुए बहुत खेद है और दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि जिस व्यक्ति ने ...
कुछ लोग होते हैं जो दुनिया को सिर्फ देख नहीं पाते, महसूस करते हैं। जैसे हर मुस्कान के पीछे ...