सर्वश्रेष्ठ मनोविज्ञान कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें

बाल साहित्य का पठन पाठान और समाज और परिवार का दायित्व

by prabha pareek
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बाल साहित्य का पठन पाठान और समाज और परिवार का दायित्व बच्चों के लिए चारों और विविध भांति की ...

मेरे सपने में य़ह क्या हुआ?

by Review wala
  • 483

इस गहरी और भावनात्मक स्थिति मे किसी ने रेग्रेशन थेरेपी की सलाह दी (जो मनोवैज्ञानिक हैप्नोटिज़म् करके करते हैं) ...

मनोविज्ञान

by दिनेश कुमार
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बाल कहानी - मनोविज्ञानरोशनी ने देखा कि उसका पति कमाई कर उसी के खाते में रुपए जमा कर देता ...

लाजिक या मैजिक

by Vishal Dhusiya
  • 1.9k

लाजिक या मैजिक प्रस्तावना मैं इस किताब के माध्यम से किसी धर्म की बुराई नहीं कर रहा और नहीं ...

मालिश करवा लो इगो की

by Review wala
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Ego की मालिश का ठेका से होवे भ्रष्टाचार दोनों ही समाज में गहरे मुद्दे हैं, जिनका प्रभाव हमारे व्यक्तिगत ...

जो अखबारो मे नहीं छपता

by Review wala
  • 1.2k

( अखबारों मे जो कहानियाँ नहीं छपती )कैमरे में बंद अपाहिज करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरताकैमरे में बंद ...

नान linear व्यवहार आदि

by Review wala
  • 1.4k

नॉन लीनेयर् व्यवहार और आचरण नॉन लीनेयर् किसे कहते हैं?यह एक तकनीकी विषय है पर इसे अलग तरह ...

भीगी भीगी इच्छाओं का मनो विज्ञान

by Review wala
  • 1.7k

मानसून वाली भीगी भीगी इच्छाओं का मनोविज्ञानरामलाल को रेग्रेशन मे जाने कि इच्छा थी यानी कि उस समय मे ...

परम्परा या विज्ञान बताओ?

by Arya Tiwari
  • 2.2k

यत भवतः अस्ति, तत् भवताः आगच्छति।।What belongs to you ,comes to you..पूर्ण रुप से विज्ञान पर आधारित हैं - ...

Successful MAD Tips

by Ashish
  • 3.4k

1:- जीवन में वो ही व्यक्ति असफल होते है, जो सोचते है पर करते नहीं ।2 :- भगवान के ...

भारी डिप्रेशन

by bhagirath
  • 3.2k

भारी डिप्रेशन मैं भारी डिप्रेशन में हूँ। मुझे वे लोग याद आने लगते हैं जिन्होंने डिप्रेशन के ...

भय - भाग 1

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 4k

भय- भाग-1भय अन्तर्मन कि गहराई से उतपन्न वह विचार है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को झकझोर देता है और ...

एक अंत की प्राप्ति ही शाश्वत अतएव सर्वश्रेष्ठ सफलता हैं।

by Rudra Sanjay Sharma
  • 3.8k

अकेला हों जाना ही दुनिया की सबसे बड़ी सफलता हैं, और मैं दुनिया का सबसे सफल इंसान और जो ...

मैं एक अंत हूँ एकांत!

by Rudra Sanjay Sharma
  • 3.9k

मैं एक अंत हूँ एकांत!प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष जुड़ाव महसूस किसी को हों या नहीं भी हों पर सब जो ...

मैं अकेला नहीं हूँ मेरा अकेलापन मेरे साथ हैं।

by Rudra Sanjay Sharma
  • 3.8k

किसनें कहा कि मैं अकेला पड़ गया ..? मैं उस सभी के एकमात्र सच्चे रिश्तेदार अकेले पन यानी एकांत ...

काल्पनिक भय

by Anand Tripathi
  • 2.8k

कल्पना में की गई बाते या दृश्य कभी सिद्ध नही होते। मौत का सिद्धांत सत्य है। बिल्कुल सत्य पंरतु ...

मैं जाग उठी हूँ.

by Ashish Khare
  • 2.7k

कहानी का नाम. मैं जगा उठी हूँ....यह कहानी मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के पास की हैआज से 2 ...

जहाँ चाह वहाँ राह

by Sudhir Srivastava
  • 7k

कहीं पढ़ा देखा है कि अंग्रेजी की एक पुरानी कहावत है जिसका आशय कुछ यूँ है कि यदि हमारा ...

मोबाइल पर बच्चों की निर्भरता दोषी कौन

by Sudhir Srivastava
  • 4.6k

लघु लेखमोबाइल पर बच्चों की निर्भरता: दोषी कौन?*************** आज हमारे घर परिवार में एक बड़ी समस्या भविष्य की चुनौती ...

ज़िन्दगी के पन्ने

by vedika patil
  • 8.8k

"ज़िंदगी के पन्नों पर ख्वाब लिखे थे... हर एक अरमान दिल से लिखे थे... ज़िंदगी चलती रही और पन्ने ...

हवाई जहाज

by Priya Vachhani
  • 5.4k

हवाई जहाज कहानी बाल मनोविज्ञान पर आधारित कहानी है. जो सामाजिक संदेश देने के साथ साथ पहली हवाई जहाज ...

सबा - 34

by Prabodh Kumar Govil
  • 4.2k

मंत्रीजी के वापस लौट कर आते ही पीछे पीछे एक सेवक बड़ी सी ट्रे में तीन चार प्लेटें लेकर ...

तिराहा

by Lakhan Nagar
  • (5/5)
  • 9.3k

बरसात का दिन था हल्की-हल्की बौछारे बालकनी से अन्दर आ रही थी। अचानक सीमा कंधे पर हाथ रखती है ...

सबा - 33

by Prabodh Kumar Govil
  • 3.2k

मंत्रीजी एकाएक उठ कर भीतर चले गए। उनका चेहरा अपमान और गुस्से से तमतमाया हुआ था। बाउंसर्स को बुलाने ...

सबा - 32

by Prabodh Kumar Govil
  • 3.2k

राजा लौट आया। विदेश से लौटने के बाद उसने अपने मैनेजर साहब से कुछ दिन गांव में ही रहने ...

समय का पहिया

by Wow Mission successful
  • 7.5k

हमारे घर से करीब 10 किलोमीटर दूर एक कब्रिस्तान है उसके बगल में एक सदियों पुराना घर है जिसके ...

सबा - 31

by Prabodh Kumar Govil
  • 3.7k

राजा को बड़ा अजीब सा लगा। यदि वो अपने देश में होता तो शायद अपने दोस्तों के साथ मिल ...

सबा - 30

by Prabodh Kumar Govil
  • 3.5k

- ये कैसे हो सकता है? बिजली लगभग चिल्ला पड़ी। - कैसे हुआ, ये कहानी तो सिर्फ़ तुम बता ...

सबा - 29

by Prabodh Kumar Govil
  • 3k

राजा को बड़ा अचंभा हुआ। यही कुछ तो खुद अपने देश में भी हुआ था। हां, बस नाम कुछ ...

सबा - 28

by Prabodh Kumar Govil
  • 3k

सालू को दो दिन के लिए कहीं जाना था। यहां आने के बाद से ही उसकी व्यस्तता काफ़ी बढ़ ...