वीर जिसने अपनी प्रेमिका को ऐसा काम करने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया था; वह भी पछता कर केवल ...
कर्मा चलती ही जा रही थी उसको खुद नही पता था की वह जा कहां रही है वह चलती ...
हवेली से कुछ दूरी पर एक परिवार था जिसका हवेली में आना जाना था लेकिन उन्हें भी इस सब ...
जब तक आग बुझती तब तक कर्मा का घर एव घर का समान स्वाहा हो चुका था डर यह ...
समरेंद्र प्रताप सिंह मीटिंग समाप्त होते ही सब इंस्पेक्टर बुरहानुद्दीन से मिले बुरहानुद्दीन ने समरेंद्र प्रताप सिंह को सारी ...
हवेली से जाते समय दिग्विजय को अनन्या की चीखें सुनाई दे रही थीं लेकिन उसकी चीखों को सुनकर उसे ...
सवारथ ने थोड़ा गम्भीर होते हुए जोहरा से कहा मैं गारंटी तो नही लेता लेकिन मैं तुम्हे और तुम्हारे ...
वीर के हाथ से फ़ोन गिरने के बाद यदि रेवती उन दोनों की बातें सुनकर गुस्से में आग बबूला ...
जोहरा जल्दी से जल्दी कर्मा तक सुभाषिनी को पहुँचाकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहती थी वह भागती ही ...
अनन्या नहीं चाहती थी कि दिग्विजय इस तरह सो जाए। इसलिए वह उसे जगाने की कोशिश कर रही थी ...
करोटि काठमांडू से लौटकर कर्मा के पास गया और उसने कर्मा को हिदाययत देते हुए कहा कि जोहरा को ...
अनन्या अब भी हवेली में ही थी। वह खुश थी और अपने स्वार्थ की माला में सफलता के मोती ...
होली के दो दिन बाद जोहरा ने बच्चे को जन्म दिया कोशिकीपुर गांव में तरह तरह कि अफवाहें आम ...
हवेली छोड़ कर जाने से पहले यशोधरा एक बार फिर से दिग्विजय के कमरे में आई और उससे कहा, ...
कर्मा दीदी पर मेरा कोई बोझ नही था उन्हें मेरी बदनामी और इज़्ज़त का डर था वह मुझे कुछ ...
कोशिकीपुर के बच्चे पूरे दिन जोहरा को पागल समझ कर परेशान करते जोहरा भी पागल का किरदार निभाते ऊब ...
अनन्या के मुँह से ऐसी अश्लील बातें सुनकर दिग्विजय के माता पिता, भानु प्रताप और परम्परा ने अपने कान ...
लेखराज तुम्हे जहां हम भेज रहे है उसे सपनो कि नगरी कहते है वहां तो माल मिलना बहुत आसान ...
यशोधरा ने परम्परा की बातें सुनकर रोते हुए जवाब दिया, "नहीं अम्मा जबरदस्ती का लादा हुआ रिश्ता मुझे मंजूर ...
लेखराज आयशा कि हैसियत शानो शौकत देखकर बहुत प्रभावित हुआ जंगेज आयशा का मेहमान नही बल्कि आयशा को रखैल ...
अनन्या और दिग्विजय को तो मदहोशी में यह पता ही नहीं चला कि यशोधरा दरवाज़ा खोलकर कमरे में अंदर ...
करोटि सोच विचार में पड़ा ही था कि वह जंगेज का क्या करे? पुलिस के लिए भी जंगेज सरदर्द ...
यशोधरा के पिताजी की तबीयत तो ठीक ही नहीं हो रही थी। इस परिस्थिति में उसने सोचा कि वह ...
कर्मा जोहरा नवी बरकत आयशा के घर पहुंचे आयशा कि कलकत्ता में हैसियत बहुत ऊंची एव रसूखदार थी आयशा ...
यशोधरा का नाम सुनते ही दिग्विजय घबराया लेकिन फिर संभलते हुए उसने कहा, "अरे अभी से यह सब मत ...
अनन्या बार-बार दिग्विजय के कमरे के बाहर यहाँ से वहाँ घूम रही थी। दिग्विजय भी ऐसे ही किसी मौके ...
अनन्या को अपनी योजना सफल करने के लिए यदि फ़िक्र थी तो वह सिर्फ वीर की थी। वह चाहती ...
हवेली में सभी से परिचय होने के बाद अनन्या अपने कमरे में गई। गेस्ट रूम में वह सभी सुख-सुविधाएँ ...
दिग्विजय ने घर के चौकीदार भोला काका को आवाज़ लगाते हुए कहा, "काका, अनन्या जी का सामान तांगे से ...
अनन्या, वीर नाम के एक अनाथ लड़के से प्यार करती थी, जो बचपन में ही अपने माता पिता को ...