Saroj Verma की किताबें व् कहानियां मुफ्त पढ़ें

लागा चुनरी में दाग--भाग(७)

by Saroj Verma

इधर प्रमोद मेहरा जी अपने परिवार के साथ टैक्सी पकड़कर रीगल सिनेमा से अपने घर वापस आ गए और ...

अमानुष-एक मर्डर मिस्ट्री - भाग(१५)

by Saroj Verma
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ये उन दिनों की बात है जब दिव्यजीत सिंघानिया और मेरी बहन जिज्ञासा होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहे ...

लागा चुनरी में दाग--भाग(६)

by Saroj Verma
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अभी सुबोध को घर आए दो चार दिन ही हुए थे और दीवाली आने में भी दो चार दिन ...

अमानुष-एक मर्डर मिस्ट्री - भाग(१४)

by Saroj Verma
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तब सतरुपा बोली... "ओह...तभी सिंघानिया रात को घर नहीं आया था कह रहा था कि रात को फार्म हाउस ...

लागा चुनरी में दाग-भाग(५)

by Saroj Verma
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प्रमोद जी के हँसने पर प्रत्यन्चा ने पूछा.... "अब इसमें इतना हँसने की क्या बात है?" "वो तो मैं ...

अमानुष-एक मर्डर मिस्ट्री - भाग(१३)

by Saroj Verma
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रोहन के वहांँ से जाने के बाद शैलजा भी अपने कमरे में चली गई ,फिर सतरुपा ने भी चुपचाप ...

लागा चुनरी में दाग--भाग(४)

by Saroj Verma
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उधर नहर पर प्रमोद मेहरा जी ने पहले नहरे के किनारे लगे खेतों के नजारे देखें,फिर नीम के पेड़ ...

अमानुष-एक मर्डर मिस्ट्री - भाग(१२)

by Saroj Verma
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इन्सपेक्टर धरमवीर के कहने पर हवलदार बंसी यादव देविका को मिस्टर सिंघानिया के घर छोड़ आया, देविका घर पहुँची ...

लागा चुनरी में दाग--भाग(३)

by Saroj Verma
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प्रमोद मेहरा जी को खामोश देखकर उस लड़की के पिता बोले..... "बेटी! इनकी बात सही है,पहले ये आए थे ...

कालवाची-प्रेतनी रहस्य-सीजन-२--भाग(२२)

by Saroj Verma
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जिस समय चारुचित्रा ईश्वर के समक्ष प्रार्थना कर रही थी उस समय उसके आँखों के अश्रु अविरल बहते ही ...