51=== आशी को अब सारी बातें ऐसे याद आती जा रही थीं मानो वह इन पलों में भी उन ...
50=== मनु अपने बारे में न सोचकर एक बेटी के पिता के बारे में सोच रहा था| एक ऐसी ...
स्नेहिल नमस्कार मित्रो दो दिन हुए मेरे पास अहमदाबाद आकाशवाणी से प्रिय दीपशिखा का वाटसैप पर ...
49=== अचानक आशी टेबल से उठ खड़ी हुई| “पापा ! आज मैं कुछ देर में आऊँगी| आप लोग चलिए---”आशी ...
48=== “क्या बात है आशी? ”मनु भी दरवाज़े से हटकर अंदर आ गया| “इतना घबरा क्यों रहे हो? डरते ...
मनुष्य का स्वभाव है कि वह सोचता बहुत है। सोचना गलत नहीं है लेकिन जब चिंतन चिंता में बदल ...
47==== अगले दिन का सुबह का वातावरण हमेशा की तरह था। चुप्पी से भरा!हाँ, एक बदलाव हुआ था कि ...
46=== आशिमा और अनिकेत के आने से घर में एक खुशी और उत्साह का वातावरण बन गया था| आज ...
=================== सभी पाठक मित्रों को सस्नेह नमस्कार कभी कभी हम व्यर्थ की बहस में पड़कर अपनी मानसिक व शारीरिक ...
45==== दो/तीन दिन यूँ ही चुप्पी से भरे हुए बीते| सारा वातावरण खामोशी से भर गया था| सभी के ...