Monika Verma की किताबें व् कहानियां मुफ्त पढ़ें

एक बेटी की कहानी, बेटी की जुबानी

by Monika Verma
  • 26.4k

मे एक बेटी हु। इस समाज को चलाने , इस सृष्टि को सम्हालने का कार्य खुदा ने मुझे सोपा।बचपन ...

ભારતમાતાની મૂંઝવણ

by Monika Verma
  • 11.4k

ભારતમાતા ઊભા છે.તેમની આગળ ભારત નો નકશો બનેલી રેખાકૃતિ છે. અને અલગ અલગ રાજ્ય ની રેખાકૃતિ માં એક એક ...

पीपल के पत्तो की बातचीत

by Monika Verma
  • 5.3k

पतझड़ का मौसम शुरू हो चुका था। एक पीपल के पेड़ से पीले हो चुके पत्ते नीचे जमीन पर ...

बेगुनाह गुनेहगार 19

by Monika Verma
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सुहानी की सच्चाई ब्रिजेश के सामने आ चुकी है। के सवालों के जवाब है जो आज सुहानी को मिलने ...

बेगुनाह गुनेहगार 18

by Monika Verma
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  • 5.7k

सुहानी शोगता बनकर ब्रिजेश के घर पहुच गई। सुहानी के हाथ कुछ ऐसा लगा जो कई राज पर से ...

बेगुनाह गुनेहगार 17

by Monika Verma
  • (4.3/5)
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सुहानी अब शोगता बन चुकी है। इंस्पेक्टर की टीम के साथ सुहानी अचानक से ब्रिजेश के पास पहुची। इंस्पेक्टर ...

बेगुनाह गुनेहगार 16

by Monika Verma
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सुहानी आज बहोत खुश है। वर्षो से जिस वजह से जी रही है शायद वो आज ख्वाब पूरा होने ...

बेगुनाह गुनेहगार 15

by Monika Verma
  • (3.8/5)
  • 7.4k

सुहानी अब अपने सपने और अयान की यादों के साथ जी रही है। मम्मी और हैरी का पूरा सपोर्ट ...

बेगुनाह गुनेहगार 14

by Monika Verma
  • (4.2/5)
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सुहानी सारी मुश्किलें अकेले सह रही है। दो तीन महीने में एक बार अयान से बात हो जाती है।सुहानी ...

बेगुनाह गुनेहगार 13

by Monika Verma
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सुहानी जिसे एक दोस्त मिल चुका था, आज वो मुसीबत में है। सुहानी का नंबर उसने ब्लॉक लगा दिया। ...