Kamini Trivedi की किताबें व् कहानियां मुफ्त पढ़ें

पागल - भाग 36

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–३६ मीशा ऑपरेशन थियेटर में थी। रोहिणी आंटी चिंता में । मैं उन्हे दिलासा दे रही थी। राजीव जीजाजी ...

पागल - भाग 35

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–३५ राजीव बाथरूम से बाहर निकला तो मुझे देख कर हतप्रभ सा खड़ा रह गया । कुछ देर वह ...

पागल - भाग 34

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–३४एयरपोर्ट की सारी प्रोसेस के बाद हम लोग प्लेन का वेट करने लगे । कुछ देर में प्लेन भी ...

पागल - भाग 33

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–३३ आज राजीव मुझे लेने के लिए आने वाला था। मैं उसका बेसब्री से इंतजार करने लगी कुछ देर ...

पागल - भाग 32

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–३२ राजीव ने शायद मेरा फोन चेक किया था उसने देखा मैने लास्ट कॉल मिहिर को किया था । ...

पागल - भाग 31

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–३१ सुबह मेरे दरवाजे पर मीशा ने दस्तक दी, मैं सुबह जल्दी उठकर नहा कर तैयार हो चुकी थी ...

पागल - भाग 30

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–३० राजीव कमरे में आ चुका था । और मेरे दिल की धड़कने बढ़ चुकी थी। पता नही राजीव ...

पागल - भाग 29

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–२९ राजीव और मेरा रिश्ता तय हो चुका था। मैं खुश भी थी लेकिन उदास भी ,, खुश इसलिए ...

पागल - भाग 28

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग –२८ पापा का प्यार महसूस करके दिल को बहुत अच्छा महसूस हो रहा था । मां और पिता ...

पागल - भाग 27

by कामिनी ‘त्रिवेदी’ झा
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भाग–२७मैने स्क्रीन पर देखा तो मीशा का वीडियो कॉल था । मैने तुरंत कॉल उठाया । मैं जानती थी ...