VARUN S. PATEL की किताबें व् कहानियां मुफ्त पढ़ें

हमने दिल दे दिया - अंक ४०

by Varun Patidar
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अंक ४०. सुहानी सुबह ? दुसरे दिन सुबह | सुबह के लगभग लगभग ७ बज रहे थे | ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३९

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अंक ३९.मौसम अंश आज से तुम्हारा दिल मेरा और मेरा तुम्हारा | ना में विधवा और ना ही ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३८

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अंक ३८बिच बारिश प्यार का इजहार बाप रे मर गए अब क्या करेंगे ...अंश ने आगे की और ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३७

by Varun Patidar
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अंक ३७अधुरी बात अगर अभी तक आपने इस प्रेमकथा के आगे के अंको को नहीं पढ़ा है ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३६

by Varun Patidar
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अंक ३६.प्रेमकथा का अंत हम को एक दुसरे से बहुत लगाव हो गया था | हम एक ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३५

by Varun Patidar
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अंक ३५ अंश और गोपी की प्रेमकथा अच्छा अच्छा सॉरी बाबा सॉरी मुझे माफ़ कर देना तुम को ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३४

by Varun Patidar
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अंक ३४.डायरी का रहस्य ? क्या बात कर रहा है अंश इसमें मानसिंह जादवा यानी मेरे ससुर ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३३

by Varun Patidar
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अंक ३३ कई सारे सवाल ? एक दिन डोक्टर के काम के कारण सारवार टालने के बाद ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३२

by Varun Patidar
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अंक ३२. दाव-पेच दुसरे दिन सुबह | सुबह के लगभग लगभग ११ बज रहे थे और मानसिंह ...

हमने दिल दे दिया - अंक ३१

by Varun Patidar
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अंक ३१तेज होती हुई राजनीती सारे दोस्त हवेली से बहार निकलकर अपने अपने रास्ते निकल जाते है ...